Chehre Se Keel Muhase Hatane Ke Gharelu Upay क्या आप चेहरे से कील मुंहासे हटाने के उपाय जानतें हैं यदि नहीं तो इस लेख में जानें कील-मुंहासों से छुटकारा पाने के सरल घरेलू उपाय के बारे में। क्या आप भी अपने चेहरे पर कील-मुंहासों की समस्या से जूझ रहे हैं। अगर ऐसा है तो अब आपको ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा। आज हम आपको चेहरे से कील मुंहासे हटाने के लिए कुछ ऐसे असरदार घरेलू उपाय बताएंगे, जिनकी मदद से आपके चेहरे पर बदसूरत दिखने वाले मुंहासे कुछ ही दिनों में गायब हो जाएंगे।
बेदाग गालों की चाह आज के समय में किसे नहीं होती, लेकिन ऐसी त्वचा हर किसी को मिले, ये जरूरी नहीं। पर्यावरणीय, हैक्टिक लाइफ और हेरिडिटी आदि कारणों से चेहरे पर पिंपल्स आ जाते हैं, जो आपकी पर्सनालिटी को भी काफी हद तक प्रभावित करते हैं। पिंपल्स टीनएजर्स को ही हों, ये जरूरी नहीं, आजकल लोगों को 50 साल तक की उम्र में भी मुंहासों की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसी समस्या से निपटने के लिए घरेलू उपाय बेहतर तरीका है। आज के हमारे इस आर्टिकल में आप जान सकेंगे कील मुंहासों से छुटकारा पाने वाले टिप्स, मुंहासों के प्रकार, मुंहासों का कारण और इससे निजात पाने के लिए बेहद असरदार घरेलू नुस्खों के बारे में।
विषय सूची
1. मुंहासे किसे होते हैं – Who Get Acne in Hindi
2. पिंपल्स के प्रकार – Types of acne (pimples) in hindi
3. कील मुंहासे होने के कारण – What Causes Pimples in Hindi
4. कील मुंहासों के लिए घरेलू उपाय – Home remedies of acne in Hindi
5. पिंपल्स के लिए सही डाइट – Diet for acne (pimple) in Hindi
6. मुंहासे से छुटकारा पाने के लिए लाइफस्टाइल में करें बदलाव – Change your lifestyle to removing acne (pimples) in hindi
7. कील मुंहासे (पिंपल्स) से बचने के लिए टिप्स – Acne Prevention Tips in Hindi
8. मुँहासे मुख्य रूप से चेहरे को प्रभावित क्यों करते है? – Why does pimple (acne) mainly affect the face in Hindi
9. यदि आप एक मुहासे को फोड़ते हैं तो क्या करें? – What to do if you pop a pimple (acne) in Hindi
10. क्या चेहरे के लिए वोडका एक अच्छा टोनर है जो मुंहासों को रोकने और आपके छिद्रों को सिकोड़ने में मदद करता है? Is vodka a good toner for face to help prevent acne breakouts and shrink your pores?
सभी तरह के लोगों को मुंहासे होते हैं। किशारों और व्यस्कों में मुंहासे होना आम है। 11 से 30 साल की उम्र के बीच लगभग 80 प्रतिशत लोग पिंपल्स से परेशान रहते हैं। हालांकि पिंपल्स 40 और 50 साल की उम्र में भी कई लोगों को प्रभावित करता है।
(और पढ़े – मुहासे के दाग धब्बे हटाने के घरेलू उपाय…)
आपको बता दें कि पिंपल केवल लाल ही नहीं होते बल्कि इसके कई प्रकार होते हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं पिंपल के टाइप्स के बारे में। इन्हें जानने से आपको उनके साथ सही तरीके से निपटने में मदद मिलेगी।
व्हाइट हैड्स- व्हाइट हैड्स ज्यादातर ऑयली स्किन पर उग जाते हैं।
ब्लैकहेड्स – ब्लैकहेड्स तब होते हैं जब छिद्र के भीतर सामग्री को बाहर कर दिया जाता है। ये जरूरी नहीं कि गंदगी के कारण ही ब्लैकहेड्स हों, ये बैक्टीरिया और डेड स्किन सेल्स के निर्माण के कारण भी हो सकते हैं।
नोड्यूल्स- कभी-कभी बंद छिद्रों के पास टिशू संक्रमित हो जाते हैं और सूजन पैदा करते हैं। यह सूजन वाला हिस्सा मवाद से भरा होता है, जो काफी कठोर होता है। असल में यह फुंसी होती है।
अल्सर- ये गहरे मवाद से भरे दाने होते हैं। नीचे बताए गए घरेलू उपायों को अपनाकर आप इन अल्सर को दूर कर सकते हैं।
(और पढ़े – मुहांसों के प्रकार और उनका इलाज…)
डॉक्टर कील मुंहासे को रोकने के लिए तुरंत पिंपल्स का इलाज करने की सलाह देते हैं। अगर समय रहते मुंहासों का इलाज न किया जाए तो त्वचा पर निशान तक छोड़ सकते हैं, जिन्हें निकालना बाद में बहुत मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे कई कारण हैं, जिनसे पिंपल्स हो सकते हैं। तो जानिए इन मुख्य कारणों के बारे में।
जब हमारी त्वचा डेड स्किन सेल्स को बाहर निकालती है तो कुछ डेड स्किन सेल्स सीबम से चिपक जाते हैं, जो छिद्रों के रूकावट का कारण बनते हैं और ये अवरूद्ध छिद्र या पोर्स पिंपल्स बन जाते हैं।
यदि आपको हेरिडिटी है, तो आगे चलकर भी आपको कभी भी पिंपल्स की समस्या हो सकती है। इसके पीछे अनुवांशिक तर्क यह है कि हाइपरएक्टिव सीबम ग्लैंड्स बहुत ज्यादा मात्रा में सीबम का उत्पादन करती है, जिससे पिंपल बनता है।
पिंपल्स आमतौर पर युवावस्था के दौरान होते हैं। युवा लड़कों और लड़कियों को इसका सामना करना ही पड़ता है। जब शरीर शारीरिक परिवर्तन से गुजरता है और प्रजनन के लिए तैयार हो जाता है, तो सीबम ग्लैंड्स एक्टिव हो जाती हैं। सीबम बिल्डअप भी पोर्स को अवरूद्ध करता है, जो पिंपल्स का कारण बनता है।
टीनएज में फुंसी और मुंहासे शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण होते हैं। यह पीएमएस का बहुत ही सामान्य लक्षण है, जो मीनोपॉज पीरियड के दौरान होता है।
(और पढ़े – नाक में मुंहासे (फुंसी) होने के कारण लक्षण और घरेलू उपाय…)
बैक्टीरियल ग्रोथ के कारण भी चेहरे पर पिंपल्स आ जाते हैं। दरअसल, सीबम अवरूद्ध पोर्स के पीछे जमा हो जाता है, लेकिन बता दें कि इन अवरूद्ध छिद्रों के पीछे बनने वाले इस सीबम में बैक्टीरिया होते हैं। एक धीमी गति से बढऩे वाला बैक्टीरिया, प्रोपियोनीबैक्टीरियम एक्ने त्वचा में स्वभाविक रूप से पनपता है। उपयुक्त परिस्थितियों में यह बैक्टीरिया फैलता है, जो दर्दनाक फुंसी और मुंहासों का कारण बनता है।
मुंहासों से पीड़ित त्वचा वाले लोग ज्यादातर टेस्टीस्टेरॉन के प्रति संवेदनशील होते हैं। दरअसल, टेस्टीस्टेरॉन एक नेचुरल हार्मोन है, जो पुरूष और महिलाओं दोनों में मौजूद होता है। ऐसे लोगों में टेस्टीस्टेरॉन सीबम के ओवरसीक्रेशन को ट्रिगर करता है, जिससे छिद्रों के बंद होने का कारण बनता है।
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि कई सारे डेयरी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी स्किन के लिए अच्छा नहीं है। कहने को डेयरी प्रोडक्ट्स में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, इसके बाद भी डेयरी प्रोडक्ट्स पिंपल्स के लिए जिम्मेदार होते हैं। हालांकि सही डाइट का सेवन कर पिंपल्स को ठीकमुँहासे में आहार प्रमुख भूमिका निभाता है जाने कैसे किया जा सकता है।
ऑयली फूड आज की पीढ़ी में सबसे ज्यादा मुंहासे बनने का कारण है। बहुत अधिक तला हुआ और प्रोसेस्ड फूड खाने से तेल ग्रंथिया यानि ऑयल ग्लैड एक्टिव हो जाती हैं, जिससे पिंपल्स, ब्लैकहैड्स हो जाते हैं। इसलिए हो सके तो पिंपल्स से बचने के लिए इस तरह के भोजन को अवॉइड करें।
(और पढ़े – मुँहासे में आहार प्रमुख भूमिका निभाता है जाने कैसे…)
मुंहासे होने का एक कारण दवाईयां भी हैं। जी हां, जिन दवाईयों में एंड्रोजन ज्यादा होता है, उससे मुंहासे होने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है। इसलिए इन दवाईयों का सेवन न करने की सलाह अक्सर दी जाती है।
अपने पंसदीदा ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हुए आप इनके नियमों का ध्यान नहीं करते, जिस कारण आपके चेहरे पर पिंपल्स आ जाते हैं। उन प्रोडक्ट्स का यूज करना जो आपकी त्वचा के प्रकार के लिए उपयुक्त नहीं है, आपको मुंहासों की समस्या दे सकता है। बार-बार ब्यूटी प्रोडक्ट्स को बदलने से भी त्वचा को नुकसान होता है। उत्पाद में मौजूद नई सामग्री त्वचा को परेशान कर सकती है और पिंपल्स का कारण बन सकती है।
ग्रीसी और ऑयली बेस्ड मेकअप पिंपल का कारण बन सकता है। इसलिए अगर आपको पिंपल्स की शिकायत है तो चेहरे पर हैवी मेकअप करने से बचें या फिर वॉटर वेस्ड कॉस्मेटिक्स का उपयोग करने की कोशिश करें। पिंपल्स से परेशान लोगों के लिए अच्छा है कि वे इसके इलाज के लिए हमेशा प्राकृतिक उपाय अपनाएं ।
(और पढ़े – मेकअप हटाने के घरेलू उपाय और मेकअप हटाने का तरीका…)
ज्यादा और दूर की ट्रेवलिंग भी आपको मुंहासे दे सकती है। जब आप कहीं दूर की यात्रा करते हैं, तो मौसम, तापमान, आद्रता पानी आदि जैसे चीजें पिंपल्स का कारण बनती हैं। ऐसी स्थितियों से बचने के लिए चेहरे को क्रीम और लोशन्स की मदद से सुरक्षित रखें।
पिंपल्स का एक और मुख्य कारण तनाव है। आपके बॉडी फंक्शन्स तनाव के कारण परेशान हो जाते हैं और पिंपल्स आ जाते हैं। तनाव अकेले एक फुंसी का कारण नहीं बन सकता लेकिन ये न्यूरोपैपटाइड्स कैमिकल्स को जारी कर पिंपल्स की समस्या को बढ़ाता है।
अगर आपके चेहरे पर पिंपल हैं और आप त्वचा को रगड़ते हैं, तो स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाती हैं, इसलिए पिंपल्स को रगडऩे से बचें।
(और पढ़े – रातों रात पिंपल से छुटकारा दिलाएंगे ये घरेलू उपाय…)
कील-मुंहासे आपके चेहरे की खूबसूरती बिगाड़ देते हैं। मुंहासों से छुटकारा पाने और त्वचा की रंगत निखारने के लिए जरूर आजमाएं आसन कील-मुंहासों से छुटकारा पाने के सरल घरेलू उपाय को। कील मुंहासों के लिए ये घरेलू उपाय पिमपल्स से राहत देते हैं और त्वचा को देते हैं नया-नया निखार।
कील मुंहासों को दूर करने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय टूथपेस्ट है। दरअसल, टूथपेस्ट पिंपल्स का सफाया करता है। इसकी एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज बैक्टीरिया को खत्म करने में महत्वूपर्ण भूमिका निभाती हैं, जो पिंपल्स का कारण बनती है।
मुंहासों पर कैसे लगाएं टूथपेस्ट- टूथपेस्ट को आप चेहरे पर और स्किन पर होने वाले मुंहासों पर लगा सकते हैं। रातभर इसे पिंपल्स पर लगा छोड़ दें और सुबह मुंह धो लें। बेहतर है कि आप अपनी उंगली के बजाए कॉटन में टूथपेस्ट लेकर पिंपल्स पर लगाएं। ये उपाय ऑयली, नॉर्मल और कॉम्बिनेशन स्किन के लिए बेस्ट है।
(और पढ़े – मुंहासों को हटाने के लिए टूथपेस्ट के साथ मिलाएं ये चीजें…)
आर्गन ऑयल का घरेलू उपाय कील मुंहासों से जल्दी छुटकारा दिलाने में मददगार है। ये आसानी से त्वचा द्वारा अवशोषित हो जाता है और उत्पन्न होने वाले अतिरिक्त सीबम को कंट्रोल करता है। आर्गन तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई न केवल आपके चेहरे पर कील मुंहासों को बढऩे से रोकते हैं बल्कि भविष्य में ब्रेकआउट की समस्या से भी निजात दिलाते हैं।
मुंहासों पर कैसे लगाएं कैसे लगाएं आर्गन ऑयल- आर्गन ऑयल की मदद से कील मुंहासों से निजात पाने के लिए आप सबसे पहले अपना चेहरा क्लींजर से साफ करें और सुखाएं। चेहरे पर जिस जगह मुंहासे हो रहे हैं वहां कुछ मिनट के लिए धीरे-धीरे तेल की मालिश करें और एक घंटे तक इसे चेहरे पर लगे रहने दें और एक घंटे बाद चेहरा गुनगुने पानी से धो लें। ऐसा आप दिन में दो बार सुबह जगने के बाद और रात में सोने से पहले करें, तो जल्द असर दिखेगा। बता दें कि से उपाय नॉर्मल और ड्राई स्किन वाले लोगों के लिए ज्यादा असरदार होगा।
(और पढ़े – आर्गन तेल के फायदे और नुकसान…)
सेंधा नमक पिंपल्स से छुटकारा दिलाने वाला सबसे अच्छे घरेलू उपायों में से एक है। यह डेड स्किन सेल्स को एक्सफोलिएट करके और बैक्टीरिया को मारकर त्वचा को साफ करता है। यह त्वचा के पीएच लेवल को भी बैलेंस करता है। चेहरे और पीठ पर हो रहे कील मुंहासों के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
कैसे करें सेंधा नमक का इस्तेमाल- सेंधा नमक से कील मुंहासों का इलाज करने के लिए सेंधा नमक को आधा कप पानी में घोलें और कॉटन बॉल को डिप कर पिंपल्स वाली जगह पर लगाएं। कुछ मिनट के लिए इसे ऐसा ही छोड़ दें इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। आप इस प्रोसेस को दिन में एक या दो बार पिंपल्स पर अप्लाई कर सकते हैं। हर तरह की स्किन के लिए ये असरदार घरेलू उपाय है।
(और पढ़े – सेंधा नमक के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
आपको ये सुनकर थोड़ी हैरत हो सकती है लेकिन पिंपल्स के लिए आप वैसलीन जैसे असरदार होम रेमिडी का उपयोग कर सकते हैं। जी हां, दरअसल वैसलीन देखा जाए तो एक पेट्रोलियम जैली है, तो त्वचा को हाइड्रेट रखती है और मुंहासों को कम करके उसकी उपस्थिति में सुधार करती है।
पिंपल्स पर कैसे लगाएं वैसलीन- चेहरे पर मुंहासे के निशान से छुटकारा पाने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर वैसलीन कीएक परत लगाएं। कुछ घंटे के लिए वैसलीन को कील -मुंहासे वाले हिस्से पर लगा छोड़ दें। यह प्रक्रिया आप चाहें तो दिन में दो बार अपने पिंपल्स पर अप्लाई कर सकते हैं। ड्राई और नॉर्मल स्किन वाले लोगों के लिए ये घरेलू तरीका ज्यादा असरदार साबित होगा बजाए ऑयली स्किन वालों के।
(और पढ़े – जानिये अपनी स्किन का टाइप और प्रकार…)
बहुत कम लोग जानते हैं कि लहसुन भी कील-मुंहासों से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेंमद है। लहसुन में मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज मुंहासों से लडऩे में मदद करती हैं। यहां तक की अगर आपको स्कैल्प पर भी मुंहासे हो गए हैं तो आप लहसुन का पेस्ट लगा सकते हैं।
मुंहासों पर कैसे लगाएं लहसुन- कील-मुंहासे से छुटकारा पाने के लिए आपको सबसे पहले लहसुन को मैश करें और इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। अब जहां आपको पिंपल हो रहे हों, उस हिस्से पर इस पेस्ट को लगा लें। 10 मिनट तक लहसुन का पेस्ट इफेक्टिड एरिया पर लगा रहने दें और फिर पानी से चेहरा साफ कर लें। बता दें कि हर स्किन टाइप के लिए ये बहुत ही अच्छा घरेलू नुस्खा है।
(और पढ़े – लहसुन के फायदे और नुकसान…)
शहद कील मुंहासों के लिए रामबाण इलाज है। जो लोग मुंहासों की समस्या से ग्रसित हैं, उनके लिए शहद चमत्कारी पिंपल मास्क की तरह काम करता है। एक नेचुरल एंटीबायोटिक होने के नाते, यह उन बैक्टीरिया को नष्ट करता है, जो पिंपल्स का कारण बनते हैं।
कील -मुंहासों पर कैसे लगाएं शहद- शहद को पिंपल वाली जगह पर लगाने के लिए फिंगर टिप्स का इस्तेमाल करें। फिंगर टिप्स की मदद से पिंपल पर शहद लगाएं और इसे 30 से 40 मिनट तक सूखने दें। इसके बाद इसे ठंडे पानी से धो लें। यह तरीका आप हफ्ते में एक या दो बार अपने पिंपल्स पर ट्राय कर सकते हैं।
(और पढ़े – शहद के फायदे चेहरे और त्वचा के लिए…)
एलोवेरा कील मुंहासों का आयुर्वेदिक इलाज है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज मुंहासों के कारण त्वचा में होने वाली जलन को कम करती हैं। एलोवेरा एक सूदिंग जैल है , जो हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है।
पिंपल्स के लिए कैसे करें एलोवरा का इस्तेमाल- अगर आप एलोवेरा की मदद से कील मुंहासों से राहत पाना चाहते हैं तो सबसे पहले एलोवेरा की पत्तनी को छीलकर इसके अंदर मौजूद जैल को निकालें। इस जैल को आप सीधे पिंपल्स वाले हिस्से पर लगाएं। 10 से 15 मिनट तक इसे पिंपल्स पर लगा रहने दें और 15 मिनट बाद चेहरा पानी से धो लें। यह प्रक्रिया रोज अपनाने से आपको जल्द ही कील मुंहासों से छुटकारा मिल जाएगा।
(और पढ़े – चेहरे पर एलोवेरा फेस पैक का उपयोग कैसे करें…)
आप अपनी आंखों के लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन आपको ये जानकर हैरत होगी की ये ही आई ड्रॉप कील- मुंहासों के कारण चेहरे पर आ रही सूजन का अच्छा घरेलू इलाज भी है। मुंहासों के कारण इसके आसपास के हिस्से में जो सूजन आती है, आई ड्रॉप इस सूजन को कम करने में मदद करती है। इस प्रकार कील-मुंहासों को छुपाना काफी आसान हो जाता है। ध्यान रखें कि ये पिंपल का इलाज नहीं करते, बल्कि पिंपल के आसपास आ रही सूजन को कम करते हैं।
कैसे करें आई ड्रॉप का उपयोग- दो से तीन बूंद आई ड्रॉप को पिंपल वाली जगह पर लगाएं। 30 मिनट के लिए आई ड्रॉप को पिंपल पर रहने दें और फिर इस हिस्से को पानी से धो लें। यह प्रक्रिया आप दिन में दो बार भी कील-मुंहासों को दूर करने के लिए ट्राय कर सकते हैं।
(और पढ़े – इस आसान से घरेलु उपाय से पाएं चेहरे के गढ्ढों से छुटकारा…)
हल्दी सदियों पुराना घरेलू एंटीसेप्टिक है। ये स्किन के लिए कितनी फायदेमंद है ये सब जानते हैं, लेकिन मुंहासों की रोकथाम में भी ये काफी असरदार साबित होती है। हल्दी त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया का नाश करती है और स्किन सेल्स की रिकवरी में भी बहुत सहायक है।
कैसे करें हल्दी का इस्तेमाल- पिंपल्स से निजात पाने के लिए हल्दी सबसे बेहतर घरेलू उपाय में से एक है। इसके लिए सबसे पहले तीन चम्मच हल्दी के साथ 3 कप पानी मिलाते हुए एक गाढ़ा पेस्ट तैयार करें। अगर आपकी स्किन ड्राय है तो आप पानी की जगह शहद का उपयोग कर सकते हैं। अब इस पेस्ट को कील-मुंहासों वाली जगह पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें। जब पेस्ट सूख जाए तो चेहरे को पानी से धो लें और अगले दिन फिर से यह प्रक्रिया अपनाएं। कुछ दिनों तक लगातार यह प्रक्रिया करने के बाद आप खुद अंतर महसूस करेंगे।
(और पढ़े – हल्दी फेस पैक चेहरे को गोरा और खूबसूरत बनाने के लिए…)
मुल्तानी मिट्टी से मुंहासे हटाना बहुत पुराना घरेलू उपाय है। ऐसा इसलिए क्योंकि मुल्तानी मिट्टी त्वचा से न केवल अशुद्धियों को अवशोषित करती है, बल्कि ब्लड सकुर्लेशन को भी बेहतर बनाती है, जिससे त्वचा पर मुंहासे नहीं होते।
पिंपल्स के लिए कैसे लगाएं मुल्तानी मिट्टी– पिंपल्स के लिए मुल्तानी मिट्टी जैसा घरेलू प्राकृतिक उपाय बहुत अच्छा है। इसके लिए सबसे पहले दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी के साथ एक चम्मच गुलाबजल और पांच चम्मच नींबू का रस मिलाएं। जब एक स्मूथ पेस्ट बनकर तैयार हो जाएं, तो इसे मुंहासों वाले प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे सूखने दें और 15 मिनट बाद धो लें। हफ्ते में एक या दो बार इस प्रक्रिया को अपना सकते हैं। जल्द रिजल्ट नजर आएगा।
(और पढ़े – मुल्तानी मिट्टी फेस पैक के फायदे…)
ग्रीन टी सेहत के लिए फायदेमंद है, ये तो सुना था, लेकिन पिंपल के लिए ये कैसे फायदेमंद है ये हम आपको बताते हैं। ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल और टॉक्सिन को शरीर से साफ करते हैं। यह शरीर में हार्मोनल संतुलन को भी नियंत्रित करते हैं और बाहरी त्वचा को मुंहासों से मुक्त बनाते हैं। यह घरेलू उपाय हार्मोनल पिंपल्स के लिए अच्छा है जो आमतौर पर गाल, माथे, ठोड़ी और गर्दन पर देखे जाते हैं।
कैसे करें ग्रीन टी का उपयोग- मुंहासों से राहत पाने के लिए ग्रीन टी बेहतर घरेलू उपाय है। इसके लिए सबसे पहले आप ग्रीन टी बनाने के बाद इसमें शहद मिलाएं। यह चाय तब पीएं जब ये गर्म हो। हर दिन दो से तीन कप ग्रीन टी पिंपल्स को दूर करने के लिए जरूर पीएं।
(और पढ़े – ग्रीन टी पीने के फायदे और नुकसान…)
चावल का पानी पूरी तरह से तो मुंहासों का नाश नहीं करता, लेकिन इसमें मौजूद इनोसिटोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को साफ करने और मुंहासों के निशान को कम करने में मदद करते हैं।
पिंपल्स के लिए कैसे इस्तेमाल करें चावल का पानी- चावल के पानी से पिंपल का सफाया करने के लिए पहले चावल को पानी में उबाल दें। जब चावल पूरी तरह से पक जाए, तो इस पानी को छानकर ठंडा कर लें, जिसे कई लोग माड़ भी कहते हैं। अब कॉटन बाल को चावल के पानी में डुबाएं और पूरे चेहरे पर लगाएं। अब 10-15 मिनट के लिए इसे सूखने दें और फिर पानी से धो लें।
(और पढ़े – चावल के पानी के फायदे…)
नीम मुंहासे का सबसे प्राचीन घरेलू उपचार है। इसकी पत्तियों में मौजूद एंटीफंगल और ब्लड प्यूरीफाइंग प्रॉपर्टीज होती हैं और यह नेचुरल एस्ट्रिनजेंट के रूप में भी काम करता है। नीम त्वचा को ठंडक देने के साथ पिंपल होने से भी रोकता है।
मुंहासों के लिए कैसे करें नीम का इस्तेमाल – नीम से मुंहासों को रोकने के लिए सबसे पहले नीम की पत्तियों को तब तक धूप में सुखाएं जब तक की ये कुरकुरी न हो जाएं। एक अच्छा पाउडर बनाने के लिए इसे अच्छे से पीस लें। अब एक चम्मच पाउडर में मुल्तानी मिट्टी डालें और अब एक गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में गुलाब जल डालकर मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाएं। अब इस पेस्ट को अफेक्टेड एरिया पर लगाएं और सूखने दें। जब पेस्ट सूख जाए तो 20 मिनट बाद चेहरा पानी से धो लें। इस प्रक्रिया को आप हफ्ते में दो बार पिंपल अफेक्टेड एरिया पर अप्लाई करें। कुछ दिनों बाद आपके चेहरे से कील-मुंहासे पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
(और पढ़े – नीम फेस पैक के फायदे, कैसे बनायें और लगाने का तरीका…)
पिंपल्स होने पर पोषण तत्वों से भरपूर एक स्वस्थ आहार लेना चाहिए। इनमें साबुत अनाज, शकरकंद, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकोली, ककड़ी, गाजर, फलों में जामुन, संतरा, कद्दू, पपीता, खुबानी, आडू, सेब, अखरोट, फ्लैक्ससीड, भुने हुए कद्दू के बीज, तरबूज के बीज, ग्रीन टी, दही और डार्क चॉकलेट्स का सेवन करना अच्छा है।
पिंपल्स में क्या नहीं खाना चाहिए- ऐसे खाद्य पदार्थ जो ब्लड में शुगर और ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं, सूजन को बढ़ाने के साथ अतिरिक्त सीबम के उत्पादन का कारण बन सकते हैं। मुंहासों से बचने के लिए बेहतर है कि गाय का दूध, अन्य डेयरी प्रोडक्ट, कुकीज, केक, चावल, आलू के चिप्स, ब्रेड, जंक फूड, ऑयली फूड और चॉकलेट खाने से बचें।
(और पढ़े – क्या खाने से पिम्पल नही होते है…)
आप अपनी लाइफस्टाइल में छोटे-छोटे बदलाव कर कील मुंहासे से छुटकारा पा सकते है आइये इन्हें जानें
अगर आप दिनभर में खूब पानी पीएंगे तो इसका जादुई असर आपके चेहरे पर दिखेगा। जब आपकी त्वचा ठीक तरह से हाइड्रेट नहीं होती, तो शरीर पानी की कमी को पूरा करने के लिए अधिक तेल का उत्पादन करता है, जिससे पिंपल्स हो जाते हैं। पिंपल्स से बचना है तो हर दिन 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं।
तनाव के कारण भी पिंपल्स हो जाते हैं और इस तना को एक्सरसाइज करके भी दूर किया जा सकता है। एक्सरसाइज आपके दिमाग को शांत करने का एक अच्छा तरीका है। अपनी लाइफस्टाइल में रोजाना वॉकिंग, जॉगिंग और रनिंग करना शुरू करें। इसका अलावा योग भी व्यायाम का एक हिस्सा है। इसे घर में करके आप मुंहासों की समस्या से निजात पा सकते हैं।
मुंहासे से बचने के लिए भरपूर नींद लेना जरूरी है। सुनकर हैरत हो रही होगी, लेकिन ये सच है। दरअसल, नींद पूरी न होने पर त्वचा अधिक सीबम का उत्पादन करती है और मुंहासे पैदा कर सकती है। इसलिए हर दिन छह से आठ घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है।
धूम्रपान आपके शरीर में फ्री रेडिकल्स और टॉक्सिन का कारण बनता है। धुम्रपान आपकी त्वचा को सुस्त बना सकता है साथ ही धूम्रपान करने से मुंहासे भी हो सकते हैं। इसलिए पिंपल्स से बचना चाहते हैं तो धूम्रपान न करें।
शराब का अत्याधिक सेवन आपके लिवर और इम्यून सिस्टम को खराब कर सकता है। साथ ही आपकी त्वचा को मुंहासे विकसित करने के लिए अति संवेदनशील बना सकता है।
(और पढ़े – शराब पीने के फायदे और नुकसान और शरीर पर इसका प्रभाव…)
पिंपल्स से बचने के लिए अगर आप घरेलू उपायों के अलावा इन टिप्स को भी अपनाएंगे, तो काफी हद तक इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
(और पढ़े – पानी की कमी (निर्जलीकरण) क्या है, लक्षण, कारण और इलाज…)
तेल ग्रंथियाँ चेहरे, गर्दन, खोपड़ी और छाती पर अधिक विकसित होती हैं। साथ ही, शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में चेहरा प्रदूषण और बैक्टीरिया के संपर्क में ज्यादा आता है। ये दोनों कारक मुंहासों को मुख्य रूप से चेहरे को प्रभावित करने के लिए एक साथ काम करते हैं।
यदि आपने गलती से एक मुंहासे को फोड़ा है, तो अपने हाथों को धो लें और धीरे से प्रभावित क्षेत्र को धो लें। क्षेत्र कीटाणुरहित करने के लिए एक एंटीसेप्टिक का उपयोग करें। एक साधारण घरेलू उपाय होगा कि आप मुंहासे पर थोड़ी सी हल्दी डाल दें और इसे छोड़ दें। यह पिंपल को दोबारा संक्रमित होने से रोकेगा और पिंपल के निशान छोड़ने की संभावना को भी कम करेगा।
इस सवाल का जवाब हां है। शराब की सामग्री के कारण वोदका एक कसैले के रूप में काम करता है। जब इसे चेहरे पर लगाया जाता है, तो यह इसे साफ करता है और बैक्टीरिया को मारता है। इसे पोर्स को सिकोड़ना भी कहा जाता है। यदि आप घरेलू उपचार के बजाय इस उपाय को आजमाने की योजना बनाते हैं, तो याद रखें कि वोडका सेंसिसिटव और सूजन वाली त्वचा को थोड़ा जला सकता है।
(और पढ़े – चेहरे से पिंपल हटाने के उपाय…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…