भारत जैसे देश में कीटो डाइट का चलन कुछ दिनों से बढ़ने लगा है जिससे लोगो का ध्यान इस ओर जाने लगा है तो आप भी सोच रहें होगें की कीटो डाइट फॉर वेट लॉस आखिर कैसे कम करता है कीटो आहार (Keto Diet) या कीटोजेनिक डाइट शरीर से फेट को बर्न करने का प्रभावी तरीका होता है जिससे आप कुछ ही दिनों में जादा से जादा वजन को कम कर सकते है लेकिन इसके कुछ खतरे भी है इस डाइट को चिकित्सक की देखरेख में करना सही होता है आइये जानते है कीटो डाइट के बारें में –
कीटो डाइट फॉर वेट लॉस में अपने कार्बोहाइड्रेट का सेवन को प्रति दिन 20 से 50 ग्राम के बीच करना पढता है, जिसमें संपूर्ण भोजन स्रोतों शामिल होते हैं। वजन घटाने के लिए एक केटोजेनिक आहार आमतौर पर माइक्रोन्यूट्रेंट में टूट जाता है कुल कैलोरी का 70-80% उच्च वसा का सेवन करना होता है।मतलब की आपको बहुत ही कम कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट डाइट दी जाती है जिससे शरीर ब्लड ग्लूकोस (कार्बोहाइड्रेट) की वजाय फैट को तोड़कर एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करने लगता है
जब हम ऐसा खाना खाते है जिसमे कार्बोहाइड्रेट अधिक होता हैं, तो शरीर में ग्लूकोज़ बनने लगते हैं। ग्लूकोज को शरीर बहुत असानी से उर्जा में बदल देता है, और इसलिए सबसे पहले हमारा शरीर उर्जा के लिए ग्लूकोज को चुनता है।है।
येही कारण है की किटोजेनिक डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम कर डी जाती है जिससे हमारा शरीर कीटोसिस (kitosis) की स्थिति पैदा कर देता है। किटोसिस एक एसी प्रोसेस होती है जो भोजन की कमी होने पर हमें जिन्दा रखने में मदद करती है जिसमें शरीर ब्लड गुल्कोस (कार्बोहाइड्रेट) की बजाय फैट के टुकडो (ketones) को तोड़ कर एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है
वजन कम करने के लिए कीटो डाइट फॉर वेट लॉस अपनाने के लिये आपको अपने आहार में उच्च फैट, उससे कम प्रोटीन, और सबसे कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन करन है ,कीटो डाइट में आपको आपकी रोजाना की जरूरत की 70 से 75 % क्लोरी फैट से लेनी चाहिए ,20 से 25 % क्लोरी प्रोटीन से ,और मात्र 5 से 10 % क्लोरी ही हमें कार्बोहाइड्रेट से लेनी चाहिए !
1.चूंकि कीटो आहार कार्बोहाइड्रेट में कम है लेकिन वसा से भरपूर है, जो आपकी भूख को मारने में मदद करते हैं। आपके वजन घटाने की योजना के दौरान इस आहार के बारे में यह सबसे अच्छा हिस्सा है, जिससे इसे विना भूखे रहे कर सकते हैं।
2. कीटो आहार (Keto Diet) जैव प्रौद्योगिकी सूचना (एनसीबीआई) के नेशनल सेंटर सहित कई सिद्ध अध्ययनों से वजन कम करने का एक बहुत तेज़ और प्रभावी तरीका साबित हुआ है, राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) की एक शाखा जो संयुक्त राज्य अमेरिका के नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसीन (एनएलएम) का एक हिस्सा है
3. यह साबित हो चुका है कि कीटो आहार (Keto Diet)एचडीएल के स्तर में वृद्धि कर सकता है, जो शरीर के लिए अच्छा कोलेस्ट्रॉल होता है। जो कम carbs वाले फ़ूड में वसा उच्च होता हैं, जो हमारे रक्त के स्तरों में स्वस्थ एचडीएल का नेतृत्व करते हैं।
4. कीटो आहार (Keto Diet)भी इंसुलिन और रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है और टाइप -2 मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए बेहद सहायक हैं।
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बहुत से लोगों को पता नहीं कि कीटो आहार (Keto Diet) आमतौर पर उन बच्चों को दी जाती है जिन्हें मिरगी या एपलेप्सी (epilepsy) की समस्या है।आज भी मिर्गी से बहुत अधिक पीड़ित बच्चों को, इसके उपचार के लिए इस डाइट को दिया जाता है।
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1. कीटो आहार (Keto Diet) carbs में कम है, जिसके कारण यह अक्सर कब्ज का कारण बन सकता हैं क्योंकि शरीर में थोक गठन के लिए पर्याप्त नहीं होगा।
2. कीटो आहार का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इससे आप मांसपेशियों का शेप खो सकते हैं क्योंकि इसमें प्रोटीन का सेवन मध्यम होता है, जो कि मांसपेशियों के विकास के लिये आवश्यक होता है।
3. दस्त एक प्रमुख नुकसान है जो कीटो आहार (Keto Diet)के साथ आता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपके आहार में पूरी तरह से बदलाव हो रहा है और वसा की खपत अधिक होती है
नाश्ता: Breakfast पनीर भर्गजी / पनीर आमलेट सब्जियों के साथ / अंडे भज्जी के साथ सब्जियां
दोपहर का भोजन: Lunch बटन मशरूम के साथ पालक सूप और सफेद मक्खन का एक थपका
रात्रिभोज: Dinner पनीर के साथ हरी सब्ज़ी सलाद / सब्जियों के साथ तला हुआ पनीर को शामिल करें
यहाँ आपको भारतीय कोटोजेनिक डाइट कीटो डाइट फॉर वेट लॉस के बारे में जानकारी दी गयी है, लेकिन किटो डायट केवल एक्सपर्ट की देखरेख में कुछ समय तक ही करनी चाहिए। इसी तरह यह डायट शुरू करने से पहले भी डायट में कुछ बदलाव करने पड़ते हैं। इसलिए इस डाइट को बिना डाइटीशियन या डॉक्टर की सलाह के न आपनाएं।
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