Khansi ke gharelu upay in hindi : खांसी एक बहुत ही आम समस्या है। एक बार अगर ये हो जाए, तो आसानी से इससे छुटकारा मिल पाना मुश्किल है। अगर आप भी इस बदलते मौसम में खांसी से परेशान हैं, तो कोई दवा या कफ सिरप लेने से पहले कुछ प्राकृतिक घरेलू उपाय और उपचार (Khansi ke gharelu upay) को आजमा सकते हैं, जो आपकी खांसी को जल्दी ही बिना किसी खर्चे के ठीक कर देंगें। खांसी आमतौर पर दो तरह की होती है। सूखी खांसी और गीली खांसी। सूखी खांसी कुछ समय में सही हो जाती है, लेकिन गीली खांसी का वक्त रहते इलाज नहीं किया गया, तो यह बीमारी का रूप भी धारण कर सकती है। कभी-कभी तो अगर गीली या बलगम वाली खांसी की समस्या बढ़ जाए, तो यह दो से तीन महीने तक सही नहीं होती, जिसके लिए फिर सही इलाज ही लेना पड़ता है।
लेकिन अगर आपको बार-बार खांसी होती है, तो दवाओं में पैसे खर्च करने से अच्छा है कि आप इसके लिए घरेलू उपचारों की मदद लें। मौसम में होने वाला जरा सा बदलाव सबसे पहले हमारे शरीर को प्रभावित करता है। सर्दी होने पर नाक और गला पूरी तरह से बंद हो जाता है और सांस लेने में तकलीफ होती है। कई बार सर्दी तो ठीक हो जाती है, लेकिन सर्दी -जुकाम के ठीक होने के बाद खांसी पीछा नहीं छोड़ती है। ऐसे में अगर आप सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी की समस्या को जड़ से खत्म करने के कोई नुस्खे तलाश रहे हैं, तो आज का हमारा ये आर्टिकल आपकी बहुत मदद करेगा। यहां खांसी को दूर करने के लिए बताएं जा रहे घरेलू नुस्खे बड़ी-बड़ी बीमारियों को तक ठीक कर देते हैं। लेकिन सबसे पहले जानते हैं खांसी के कारण और इसके प्रकार।
विषय सूची
खांसी कई कारणों से हो सकती है। फिर वह चाहे सूखी खांसी हो या गीली या बलगम वाली खांसी। नीचे हम आपको खांसी के कारणों से अवगत करा रहे हैं, ताकि समय रहते आप इसका इलाज कर सकें।
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खांसी कई प्रकार की होती है। खासतौर पर लोगों को तीव्र खांसी, पुरानी खांसी, सूखी खांसी, कफ वाली खांसी, कुक्कर खांसी और रात को होने वाली खांसी की समस्या होती है। लेकिन आज हम अपने लेख में बताएंगे सूखी खांसी और बलगम खासी से छुटकारा पाने के घरेलू नुस्खों के बारे में। लेकिन इससे पहले जानिए क्या होती है सूखी खांसी और बलगम खांसी।
सूखी खांसी कोई बीमारी नहीं है, बल्कि कई बार वायरल इंफेक्शन व सर्दी के कारण, स्मोकिंग करने या धूल मिट्टी के संपर्क में रहने से भी सूखी खांसी हो जाती है। असल में यह बिना बलगम वाली खांसी होती है। छाती के बीच से उठने वाली खांसी श्वासन नली में गड़बड़ी होने से उठती है। खांसी अगर लगातार हो, तो सीने में दर्द तक होने लगता है। आपको बता दें, कि सूखी खांसी से सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने का डर रहता है। खांसते वक्त इसके कीटाणु मुंह से निकलकर हवा में फैल जाते हैं और दूसरे व्यक्ति के शरीर में सांस के द्वारा अंदर चले जाते हैं, जिससे दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। इसलिए जब भी किसी व्यक्ति को सूखी खांसी हो, तो उससे दूर रहने की सलाह दी जाती है।
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सूखी खांसी काफी परेशान करती है, इसलिए अगर इसके लक्षणों को पहले से जान लिया जाए, तो काफी हद तक इस समस्या से राहत मिल सकती है।
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वैसे तो खांसी होने पर लोग बाजार में उपलब्ध कई दवाओं का सेवन करते हैं, लेकिन दवा खाने के बाद भी सूखी खांसी एक या दो दिन में ठीक नहीं होती, कई बार तो 10-15 दिन तो कई बार महीनों लग जाते हैं, ऐसे में अगर घर में ही इसका इलाज मिल जाए, तो क्या बुरा है। घरेलू इलाज की मदद से सूखी खांसी को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार शहद खांसी में किसी दवा से कम नहीं है। शहद खांसी के लिए एक लोकप्रिय और प्राचीन घरेलू नुस्खा है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण खांसी के कीटाणुओं को नष्ट कर देते हैं। खांसी के इलाज के लिए शहद का उपयोग करने के लिए गर्म पानी या एक कप हर्बल चाय के साथ दो चम्मच शहद मिलाएं। खांसी होने पर इस मिश्रण को दिन में एक या दो बार पीएं। बच्चों की खांसी के लिए भी ये कारगार इलाज है, लेकिन एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद देने से बचें।
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आयुर्वेद में हल्दी का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। खांसी दूर करने के लिए आधा कप गर्म पानी में एक चम्मच हल्दी, एक चम्मच दालचीनी और एक चम्मच काली मिर्च मिलाएं। इसे एक से दो मिनट और उबालें और फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में तब तक दो बार पीएं, जब तक की खांसी पूरी तरह से सही न हो जाए।
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अदरक सूखी मुंह की अचूक दवा है। यह सूखी खांसी और दमा खांसी को कम कर सकता है। इसमें मौजूद एंटीइंफ्लेमेट्री गुण खांसी के दौरान झिल्ली को आराम देते हैं, जिससे मतली और दर्द से राहत मिलती है। इसका उपयोग करने के लिए एक कप गर्म पानी में ताजा अदरक की स्लाइस मिलाकर अदरक की चाय बना लें। पीने से कुछ मिनट पहले इसे ठंडा करें। स्वाद लाने के लिए इसमें शहद या नींबू का रस मिला सकते हैं, ऐसा करने से खांसी बहुत जल्दी ठीक हो जाएगी।
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सूखी खांसी होने पर नमक के पानी का इस्तेमाल करना बहुत अच्छा माना जाता है। यह गले में दर्द को दूर करने के साथ कफ में भी आराम देता है। इसके लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच नमक मिलाएं और मुंह में लेकर 15 मिनट तक गरारे करें। इससे गले को बहुत आराम मिलेगा। आप चाहें तो इस प्रक्रिया को रोजाना कर सकते हैं।
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नींबू में मौजूद विटामिन सी कफ के संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। खांसी दूर करने के लिए दो चम्मच नींबू के रस में एक चम्मच शहद मिलाएं। इसे दिन में कई बार पीने से खांसी दूर हो जाएगी।
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लहसुन सूखी खांसी में एक बहुत अच्छा घरेलू उपचार है। लहसुन में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण, बहुत जल्दी खांसी को ठीक कर देते हैं। इसके लिए एक कप पानी में लहसुन की दो से तीन कलियां उबालें। इसे थोड़ा ठंडा कर शहद डालें और पी जाएं। ऐसा करने से आपको काफी आराम मिलेगा।
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सूखी खांसी कफ को दूर करने में बहुत मददगार है। गर्म दूध पीने से खांसी के दौरान होने वाले सीने में दर्द से राहत मिलती है। खांसी दूर करने के लिए एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीएं। खांसी में बहुत आराम मिलेगा।
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खांसी दूर करने के लिए काली मिर्च एक खतरनाक तरीका लगता है, लेकिन काली मिर्च को अगर शहद के साथ लिया जाए, तो यह बहुत प्रभावी है। हालांकि इसे लेने से गले में थोड़ी चुबन हो सकती है, लेकिन इससे आपकी खांसी घंटो के लिए सही हो जाएगी। इसके लिए आपको एक कप गर्म पानी में दो चम्मच शहद और एक छोटी चम्मच काली मिलाएं। कप को 10-15 मिनट के लिए ढंक कर रख दें और फिर इसे पीए जाएं। हर रोज एक से दो कप पीने से खांसी चुटकियों में दूर हो जाएगी।
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गाजर का जूस भी आपकी खांसी का अच्छा इलाज कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले दो गाजर का जूस निकालें और इसमें थोड़ा पानी मिला लें। अब इसमें शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार पीएं। खांसी में बहुत आराम मिलेगा।
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बादाम में मौजूद पोषक तत्व खांसी से बहुत जल्दी छुटकारा दिलाते हैं। इसके लिए चार से पांच बादाम को रात में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इन्हें पीस लें और इसमें एक चम्मच मक्खन मिलाकर चाट लें। इसे दिन में तीन से चार बार लें, जब तक की आपको खांसी में आराम न मिल जाए।
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अगर आपको मौसम बदलते ही सूखी खांसी शुरू हो जाती है, तो आप लौंग का घरेलू उपाय अपना सकते हैं। लौंग में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं, जो सूखी खांसी की समस्या से राहत पहुंचाते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है, बल्कि जब भी आपको खांसी हो या खांसी होने के लक्षण नजर आ रहे हों, तो लौंग को मुंह में चबाकर रखें। इससे गले को आराम मिलेगा और थोड़ी देर के लिए सूखी खांसी से राहत जरूर मिलेगी।
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वैसे तो खांसी कोई बीमारी नहीं है, यह बहुत आम है। लेकिन एक समय पर आकर जब यह ज्यादा परेशान करने लगे, तो यह बेहद दर्दनाक हो जाती है। ज्यादातर ऐसी खांसी में खांसते वक्त बलगम यानि कफ भी निकलता है, जिसे गीला, कफ या बलगम वाली खांसी कहते हैं। इस खांसी में ज्यादातर लोगों को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है। बलगम वाली खांसी आमतौर पर संक्रमण या निमोनिया के कारण होती है। अगर कभी गले में खराश हो, या आप स्मोकिंग करते हो, तो भी आप गीली खांसी के मरीज बन सकते हैं। कफ वाली खांसी के इलाज के लिए घरेलू उपचारों पर भरोसा किया जा सकता है। इन्हें अपनाकर आप जल्द ही गीली या बलगम वाली दर्दनाक खांसी से छुटकारा पा सकेंगे।
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नीचे हम आपको बलगम व कफ वाली खांसी के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। इनकी मदद से आप इस समस्या को समय रहते ठीक कर सकते हैं।
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कफ वाली खांसी काफी तकलीफदेह होती है, इससे छुटकारा पाने के लिए नीचे बताए जा रहे प्राकृतिक उपचार आजमाएं, बहुत आराम मिलेगा।
फिटकरी का इस्तेमाल वैसे तो चोट लगने या खरोच आने पर बहते खून को रोकने के लिए किया जाता है, लेकिन गीली खांसी में भी यह बहुत असर दिखाती है। आयुर्वेद के अनुसार, फिटकरी एक एंटीबैक्टीरियल औषधि है, जो बलगम वाली खांसी को दूर करने में आपकी मदद करती है। इसके लिए फिटकरी का बारीक पेस्ट बनाकर उसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं और चाट लें। ऐसा दिन में दो से तीन बार कर सकते हैं। इससे खांसी में बहुत लाभ मिलता है।
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सरसों के बीज काफी समय से चल रही बलगम वाली खांसी को चुटकियों में दूर कर सकते हैं। दरअसल, सरसों के बीज में सल्फर होता है, जो बलगम के प्रवाह को प्रोत्साहित करता है। खांसी होने पर आपको ज्यादा कुछ नहीं, बस इतना करना है कि एक कप पानी में एके कप सरसों के बीज डालें। बलगम या गीली खांसी या कफ वाली खांसी से आराम पाने के लिए इस मिश्रण को पी लें।
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अगर आप काफी समय से सीने में बलगम जमने की समस्यसा से परेशान हैं, तो सोंठ का पाउडर बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसका उपयोग करने के लिए सबसे पहले एक कटोरी में आधा चम्मच सोंठ का पाउडर लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। इस मिश्रण को आपको नाश्ते के एक से दो घंटे के बाद चाटना है और इसके बाद आपको पानी नहीं पीना है।
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सेब का सिरका यानि एप्पल साइडर विनेगर खांसी भगाने के लिए बहुत फायदेमंद है। अगर आपके पास सेब का सिरका नहीं है, तो आप इसकी जगह सफेद या लाल सिरका भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए दो चम्मच सिरका पानी में मिलाएं और इससे गरारे करें। ध्यान रखें, गरारे करते समय इसे पीएं नहीं। ज्यादा खांसी होने पर दिन में एक या दो बार इस पानी से कुल्ला करें।
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प्याज खांसी दूर करने का सबसे अच्छा घरेलू नुस्खा है। यह अपने आसपास के क्षेत्र में मौजूद किसी भी कीटाणु को मारने के लिए जानी जाती है। खांसी में प्याज का उपयोग करने के लिए अपने पैरों के नीचे प्याज के कुछ स्लाइस रखें और इन्हें मौजों से ढंक लें। रोजाना ऐसा करने से खांसी बहुत जल्दी सही हो जाएगी।
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गीली खांसी में गर्म दूध गले को हाइड्रेट कर खांसी से राहत देने में मदद करता है। यह बलगम को निकालने में भी मदद करता है। वहीं हल्दी अपने एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण बुरी खांसी को ठीक करने में बहुत मदद करती है। खांसी को दूर करने के लिए एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पी लें और सो जाएं। जब तक खांसी पूरी तरह से ठीक न हो जाए, इसे रोज पीएं।
(और पढ़े – हल्दी और दूध के फायदे और नुकसान…)
गुड़ में एंटी एलर्जिक गुण होते हैं, जो फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने में मददगार हैं। इससे खांसी में आराम मिलता है और सांस लेने में भी तकलीफ नहीं होती। इसका उपयोग करने के लिए आधी प्याज को पिसे हुए गुड़ में मिलाकर खाएं। इसे रोज दिन में दो से तीन बार खाने से कफ वाली खांसी से बेहद आराम मिलेगा।
ऊपर हमारे द्वारा बताए गए सभी घरेलू नुस्खे बच्चेों के लिए भी उतने ही फायदेमंद हैं, जितने की बड़ों के लिए। लेकिन अगर दो हफ्तों में भी आपको आराम न मिले, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
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खांसी सूखी हो या बलगम वाली, इससे हमेशा बच पाना मुश्किल है, क्योंकि इसके होने के कई कारण हो सकते हैँ।
इसलिए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जो खांसी के जाखिम को कुछ हद तक कम कर सकते हैं।
(और पढ़े – बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय…)
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