खांसी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। जो लोग इससे जागरूक नहीं है, वे अक्सर सर्दी-खांसी से परेशान रहते हैं। इसलिए खांसी में अपने खानपान का बेहद ख्याल रखना जरूरी है। खांसी एक बहुत आम समस्या है। परिवार में किसी न किसी को खांसी की समस्या बनी ही रहती है। किसी को मौसम बदलने पर, तो किसी को हमेशा खांसी की समस्या रहती है। लेकिन कुछ चीजें नियमित रूप से खाने से खांसी से तुरंत राहत पाई जा सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, खांसी सांस की नली के ऊपरी हिस्से में होने वाला संक्रमण होता है, जो लगभग गले के आसपास के हिस्से को प्रभावित करता है। संक्रमण की वजह से ऐसा लगता है, जैसे कि गले में कोई चीज अटक रही हो, या कभी-कभी इरीटेशन भी महसूस होता है। इसे बाहर निकालने के लिए हमारा शरीर कोशिश करता है। इसी को खांसी होना कहते हैं।
खांसी में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे गले में दर्द होना, बार-बार गला साफ करना, आवाज बैठ जाना आदि। बहुत ज्यादा खांसी होने पर सांस फूलने लगती है और अगर ये ज्यादा बढ़ जाएं, तो खांसी के साथ खून भी आने लगता है। कभी-कभी होने वाली खांसी प्राकृतिक है। इससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं।
बच्चों और बड़ों में संक्रमण के कारण तो खांसी होती ही है, लेकिन खाने-पीने की गलत आदतें भी खांसी की मुख्य वजह हैं। खांसी को दवाओं से तो ठीक किया ही जा सकता है, लेकिन अगर आप अपने खान-पान को लेकर थोड़ी सावधानी बरतें, यानि खांसी हो, तो क्या खाएं क्या न खाएं, अगर ये पता हो, तो खांसी जैसी समस्या से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे, कि खांसी होने पर कौन-कौन से खाद्य पदार्थ खाने चाहिए और कौन से खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
विषय सूची
हम एक नज़र डालते हैं कि सर्दी खांसी के लक्षणों को कम करने के लिए किन खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए और क्या बंद करना चाहिए।
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खांसी अगर एक बार शुरू हो जाए, तो बमुश्किल ठीक होती है। बेशक ही आप दवा क्यों न ले लें, लेकिन जब तक सही खाद्य पदार्थ नहीं खाएंगे, तब तक खांसी में कोई अंतर दिखाई नहीं देगा। इसलिए हम आपको नीचे बता रहे हैं, खांसी में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में।
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अक्सर लोगों को कहते सुना है, कि खांसी हो तो केला नहीं खाना चाहिए। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार केला आपकी खांसी का बेहतर इलाज कर सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है और यह शरीर में पानी की कमी को दूर करता है। एक केले में करीब 100 कैलोरी मौजूद होती है, जो हमें ऊर्जा देती है। इतना ही नहीं, केले में पर्याप्त मात्रा में इलेक्ट्रोलाइट पाए जाते हैं, जो शरीर का इम्यूनिटी लेवल बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए कोई कुछ भी कहे, खांसी में केले का सेवन तो करना ही चाहिए।
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विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां शरीर में इम्यूनिटी लेवल को बढ़ाती हैं। इससे हड्डियों और मांसपेशियों में भी मजबूती आती है। विटामिन सी आपको टमाटर, संतरा, पपीता, अमरूद आदि से मिल जाता है।
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खांसी हो जाए, तो कई लोग दही खाने से बचते हैं। जबकि ऐसा करना गलत है। विशेषज्ञों के अनुसार, सीजनल खांसी में दही का सेवन करना अच्छा होता है, क्योंकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया खाना पचाने में आपकी मदद करते हैं। लेकिन जिन लोगों को हमेशा ही खांसी बनी रहती है, उन्हें दही नहीं खाना चाहिए। हां, रात में भी दही न खाएं, क्योंकि इससे आपको कफ की समस्या हो सकती है।
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अगर किसी को भी ज्यादा दिनों तक खांसी चल रही है, तो गुड़ खाना बहुत फायदेमंद है। खाने में भी चीनी के बजाए गुड़ का सेवन करें। इसके लिए गुड़ को अदरक के साथ गर्म करके खाने से गले की खराश और जलन में राहत मिलती है।
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खांसी में दालचीनी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। अगर शहद के साथ पिसी हुई दालचीनी खाएंगे, तो खांसी में बहुत आराम मिलेगा। अगर आप ये नहीं कर सकते, तो पहले शहद और दालचीनी को मिलाकर इनका पाउडर बना लें और फिर पानी में मिलाकर पी लें। इससे भी खांसी बहुत जल्दी सही हो जाती है।
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खांसी होने पर अदरक की चाय पीना बहुत अच्छा होता है। इससे गले में कफ से आराम मिलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है, जिससे संक्रमण से लड़ने की क्षमता प्रदान होती है। इसके अलावा अदरक में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो श्वसन प्रणाली को संक्रमित करने वाले रोगाणुओं का नाश करने में बहुत मददगार होते हैं।
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लहसुन खांसी से बहुत बचाव करता है। पूरी तरह से खांसी को रोकने के लिए लहसुन जरूर खाएं। लहसुन में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने वाले गुण होते हैं। यदि आप कर सकते हैं, तो नियमित रूप से कच्चे लहसुन का सेवन करें। आप चाहें, तो लहसुन के सप्लीमेंट भी ले सकते हैं। खांसी के लिए लहसुन सबसे अच्छा घरेलू उपाय है।
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कुछ अध्ययनों ने सुझाव दिया है कि यह पुराने समय का उपाय वास्तव में, सर्दी जुकाम के लक्षणों को कम करने में सक्षम हो सकता है – एक अध्ययन ने सुझाव दिया कि यह नाक के मार्ग में बलगम को भी खत्म करने में मदद कर सकता है।
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ब्रोमेलीन, अनानास में स्वाभाविक रूप से पाए जाने वाले एंजाइमों का मिश्रण, जो खांसी और बलगम को दबाने में मदद कर सकता है। यदि आप खासी से जल्दी राहत पाना चाहते हैं तो अनानास खा सकते हैं।
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चाय या गर्म नींबू पानी में शहद मिलाकर पीने से खांसी में काफी हद तक आराम मिलता है। शहद गले में खराश को शांत करने का अच्छा तरीका है। शहद में रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो गले में जलन और सूजन की समस्या से निजात दिलाने में मदद करते हैं। खांसी से छुटकारा पाने के लिए रोज एक से दो चम्मच शहद जरूर खाएं, इससे बहुत आराम मिलेगा और नींद भी अच्छी आएगी।
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लौंग बेशक दिखने में बहुत छोटी होती है, लेकिन खांसी जैसी समस्या में भी बहुत काम आती है। लौंग का उपयोग सदियों से जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता रहा है। इसमें एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लेमेट्री और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो खांसी से राहत दिलाने में मदद करते हैं। खांसी होने पर दो से तीन लौंग मुंह में रखें और चबाएं। इसका रस गले तक जाने दें। इससे गले में संक्रमण के साथ खांसी भी कम हो जाएगी।
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खांसी और सीने में जलन से तुंरत राहत पाने के लिए तुलसी बहुत फायदेमंद है। इसके लिए तुलसी के कुछ पत्तों का पेस्ट बनाकर इसे गर्म करें। अब इस पेस्ट को अपनी छाती पर लगाएं। खांसी से बहुत आराम मिलेगा। आप चाहें तो इसके पत्तों को चबाकर खा भी सकते हैं।
(और पढ़ें – तुलसी के फायदे और नुकसान)
हल्दी प्रभावी रूप से खांसी से छुटकारा दिलाती है। हल्दी में प्रकिर्तिक चिकित्सा गुण होते हैं, जो खांसी से राहत दिलाने के लिए बहुत अच्छे हैं। एक चुटकी हल्दी में एक चम्मच शहद मिलाएं। इस पेस्ट को रोजाना दिन में दो बार लें। खांसी नियंत्रण में आ जाएगी।
(और पढ़ें – हल्दी के फायदे गुण लाभ और नुकसान)
प्याज में भी खांसी से राहत देने वाले गुण होते हैं। प्याज में नेचुरल एंटीबायोटिक और एक्सपेक्टोरेंट गुण होते हैं, जो फेफड़ों में जमे बलगम को बाहर निकालते हैं। यह सूखी और गीली खांसी में बेहद फायदेमंद है। आप चाहें, तो ताजा प्याज की स्लाइस काटकर खा सकते हैं या फिर एक छोटी प्याज को टुकड़ों में काटकर पीस लें और इसका रस निकालकर इसमें बराबर मात्रा में शहद मिलाएं। इस पेस्ट को रोजाना दिन में दो बार पीने से खांसी गायब हो जाएगी।
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काली मिर्च किसी भी रेसिपी को तैयार करते समय सबसे आम और लोकप्रिय मसाला है। यह खांसी से राहत पाने का प्राकृतिक उपचार भी है। इसे आप शहद या चीनी जैसे स्वीटनर के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा इसे लेने का एक अन्य तरीका भी है। पहले दो कप पानी लें और इसमें पिसी हुई काली मिर्च डालें। तब तक उबालें, जब तक यह उबल कर आधा न हो जाए। इसे ठंडा होने दें और रात को सोने से पहले पी लें। सुबह तक आपको खांसी में एक महत्वपूर्ण सुधार दिखाई देगा।
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सरसों की तेल की तेज गंध को भले ही आप नजरअंदाज करते हों, लेकिन खांसी के लिए यह बेहद फायदेमंद है। बच्चों और बड़ों के लिए भी सर्दी जुकाम का अच्छा इलाज है। इसके लिए सरसों के तेल को थोड़ी मात्रा में लें और रात में सोने जाने से पहले हल्के हाथ से छाती पर धीरे से मालिश करें। यह न केवल खांसी से आपको राहत देगा बल्कि इसे लगाने के बाद अच्छी नींद भी आएगी।
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अजवाइन खांसी का अच्छा प्राकृतिक उपचार है। यह सूखी और गीली खांसी से राहत देने में बहुत उपयोगी है। थोड़े से पानी में अजवाइन को उबालकर ठंडा कर लें। इसका पानी पीएं और अजवाइन को चबा लें। खांसी से बहुत राहत मिलेगी।
(और पढ़ें – अजवाइन के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान)
पुदीने को अब तक आप केवल एक माउथ फ्रेशनर के रूप में जानते होंगे, लेकिन आपको बता दें कि यह खांसी के प्राकृतिक उपचार के लिए बेस्ट है। पुदीना एक एक्सपेक्टोरेंट के रूप में काम करता है। यह बलगम और कफ को आसानी से बाहर निकालता है। इसके लिए आप पुदीने की ताजा पत्तियों को चबा सकते हैं या फिर चाय में पुदीना की पत्तियों को मिलाकर पी सकते हैं। खांसी बहुत जल्द रूक जाएगी।
(और पढ़ें – पुदीना के फायदे गुण लाभ और नुकसान)
खांसी को जल्दी ठीक करने के लिए ये जानना बेहद जरूरी है, कि कौन से खाद्य पदार्थ खांसी को बढ़ावा दे रहे हैं, जिन्हें आपको इस दौरान नहीं खाना है। नीचे जानिए खांसी में किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए।
खांसी में दूध पीने से बचें, वो ही अच्छा है। क्योंकि दूध बलगम को बढ़ा सकता है। कोई भी डेयरी उत्पाद या दूध फेफड़े और गले सहित श्वसन पथ में बलगम का उत्पादन करता है। इसलिए खासी होने पर अपने आहार में दूध को शामिल नहीं करना चाहिए।
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रिफाइंड या प्रोसेस्ड फूड से बचने पर आप खुद को खांसी से बचा सकते हैं। व्हाइट ब्रेड, व्हाइट पास्ता, पके हुए खाद्य पदार्थ, चिप्स और चीनी वाले डेजर्ट की जगह आप हरी पत्तेदार सब्जियां और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को खाएं।
तले हुए खाद्य पदार्थ आपकी खांसी को और बढ़ा सकते हैं। डॉक्टर भी खांसी में ऑयली फूड से बचने की सलाह देते हैं। इन्हें खाने से आपको भारीपन महसूस होगा। खांसी में चिप्स, फ्रेंच फ्राइज और जंक फूड से परहेज करें।
खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू आदि अगर आपको बेहद पसंद हैं, तो खांसी होने पर इनसे परहेज करें। क्योंकि इन फलों में साइट्रिक एसिड होता है, जो गले में जलन पैदा कर खांसी को और तेज करता है। इनकी बजाय आप उन फलों का सेवन करें, जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जैसे नाशपति, तरबूज, अनानास, आडू आदि खाएं।
जब आपको खांसी हो जाए, तो डिहाइड्रेशन से बचना चाहिए। क्योंकि खांसी में जब भी आप कुछ निगलते हैं, तो सूखे गले के कारण खांसी हो सकती है। इस दौरान आप कैफीन, चाय, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स पीने से बचें। इनके बजाए खूब सारा पानी पीएं और अपने गले को हमेशा गीला रखें।
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धुम्रपान करना खांसी को बढ़ाने का कारण बनता है, इसलिए इस दौरान धुम्रपान करने से बचें। इससे गले में जलन पैदा होने के साथ कैंसर के लक्षण भी पैदा होते हैं। भले ही आप धुम्रपान न करते हों, लेकिन अगर आसपास में कोई व्यक्ति भी धुम्रपान कर रहा है, तो इसका असर भी आपकी खांसी पर पड़ता है।
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रात को वैसे भी हमेशा हल्का भोजन करना चाहिए। खासतौर पर अगर आपको खांसी है, तो रात में ज्यादा खाना खाने से बचना ही चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, रात को अधिक मात्रा में भोजन करने से एसिड भाटा रोग से पीडि़त लोगों को खांसी की समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए सोने से तीन घंटे पहले भोजन करें, तो बेहतर होगा। कोशिश करें, कि रात की डाइट में कुछ भी लिक्विड फॉर्म में खाएं। इससे आपको निगलने में आसानी होगी साथ ही पचाना भी सरल हो जाएगा।
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स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार खांसी होने पर भूल कर भी डिब्बाबंद जूस न पीएं। इनमें हाई शुगर इंग्रीडिएंट्स होते हैं, जो बीमारी से निपटने के लिए सफेद रक्त कोशिकाओं की क्षमता को और कम कर देते हैं। जूस में मौजूद एसिड खांसी में आपके गले को और इरीटेट कर देता है।
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खांसी के दौरान फास्ट फूड से परहेज करना चाहिए। इनमें कोई भी न्यूट्रिश्रल वैल्यू नहीं होती। न तो ये आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाते हैं और न ही आपके पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। बल्कि इन्हें खाने से आपका स्वास्थ्य और बिगड़ जाता है।
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कई लोगों का मानना है, कि सर्दी खांसी होने पर शराब का सेवन शरीर में गर्माहट पैदा करता है। लेकिन ऐसा नहीं है। शराब आपके इम्यून सिस्टम को खराब करने के साथ शरीर को डिहाइड्रेट भी करता है। यह स्थिति को बदतर बनाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है।
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ठंडे खाद्य पदार्थ जैसे आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक के कारण भी खांसी बढ़ती है। खांसी से पीड़ित लोगों को पूरी तरह से ठीक होने तक इनसे बचने की सलाह दी जाती है। दरअसल, ठंडे पेय और खाद्य पदार्थ श्वसन के बाहर सूखेपन का कारण बनते हैं, जिससे गला संवेदनशील हो जाता है और गले में जलन के साथ खांसी शुरू हो जाती है।
बटर यूं तो आपकी सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर आपको कफ हो, तो इसे खाने से बचना चाहिए। यहां तक की रोटी में भी मक्खन न के बराबर ही लगाएं। दरअसल, बटर में फैट की मात्रा ज्यादा होने से ये खांसी को बढ़ावा मिलता है। इसलिए खांसी में इसका सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
खांसी होने का मुख्य कारण फैट होता है। इसलिए खांसी होने पर लो फैट फूड का सेवन करना सबसे बेहतर है। कम फैट खाने से कफ कम बनेगा।
अगर आपको कफ या खांसी की समस्या बढ़ गई है, तो नॉनवेज बिल्कुल न खाएं। नॉनवेज से संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। अगर लगातार खांसी हो रही है, तो जब तक यह ठीक न हो जाए, नॉनवेज से दूरी बनाए रखें।
खांसी बहुत कष्टदायक होती है। वैसे, तो खांसी का इलाज दवाओं की मदद से किया जा सकता है, लेकिन इसके बजाय आप पहले अपने खान-पान पर ध्यान दें, तो खांसी से जल्द निजात मिलेगी। यदि खांसी आपके काम और नींद में बाधा डाल रही है, तो इसे रोकने के लिए ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, वहीं कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना भी बेहद जरूरी है।
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