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खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) क्या है, जानें इसे कम करने के उपाय – What is Bad Cholesterol (LDL), ways to reduce it in Hindi

Kharab Cholesterol Ko Kam Karne Ke Upay In Hindi निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन या एलडीएल (LDL) को खराब कोलेस्ट्रॉल या बुरे कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) के रूप में जाना जाता है। जबकि उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन या एचडीएल (HDL) को अच्छे कोलेस्ट्रॉल (good cholesterol) के नाम से जाना जाता है। शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (खराब कोलेस्ट्रॉल) की नार्मल रेंज 100 मिलीग्राम/डीएल (mg/dL) से कम होती है। व्यक्तियों के मन में खराब कोलेस्ट्रॉल को लेकर अनेक प्रश्न है जैसे- खराब कोलेस्ट्रॉल क्या है? शरीर में एलडीएल (बुरा कोलेस्ट्रॉल) कितना होना चाहिए? और खराब कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करें? इस लेख में आप इन सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से जान पायेगें। तो पढ़िए एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) क्या है, खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय और बुरा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या खाएं और क्या न खाएं इत्यादि के बारे में। लेकिन सबसे पहले जानतें हैं खराब कोलेस्ट्रॉल क्या होता है।

विषय सूची

खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) क्या होता है – What is bad cholesterol (LDL) in Hindi

एलडीएल या निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन (low-density lipoprotein) को “खराब” कोलेस्ट्रॉल के नाम से जाना जाता है, क्योंकि उच्च एलडीएल स्तर (high LDL level), धमनियों में फैटी बिल्डअप अर्थात ऐथिरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) में योगदान देता है। यह स्थिति धमनियों को संकीर्ण कर हार्ट अटैक, स्ट्रोक और परिधीय धमनी की बीमारी (peripheral artery disease) के जोखिम को बढ़ाती है।

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का निर्माण लीवर में होता है। रक्त में कोलेस्ट्रॉल, वसा और वसा में घुलनशील विटामिन का परिवहन लिपोप्रोटीन नामक अणुओं पर निर्भर करता है। विभिन्न प्रकार के लिपोप्रोटीन स्वास्थ्य पर अलग-अलग प्रभाव डालते हैं। कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) का उच्च स्तर रक्त वाहिका की दीवारों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने का कारण बनता है, जिसके कारण कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) को खराब कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन (HDL) एक सफ़ाई कामगार (scavenger) के रूप में कार्य करता है, जो निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन (खराब) को धमनियों से लिवर तक ले जाता है, जहां पर एलडीएल का विघटन हो जाता है। लेकिन HDL कोलेस्ट्रॉल द्वारा केवल एक तिहाई से एक-चौथाई LDL कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। रक्त में प्रत्येक प्रकार के कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को रक्त परीक्षण द्वारा मापा जा सकता है।

(और पढ़े – जानें कि क्या होता है अच्छा (HDL) एवं बुरा (LDL) कोलेस्ट्रॉल…)

ख़राब कोलेस्ट्रॉल के कारण रोग – High LDL (bad cholesterol) diseases in Hindi

उच्च एलडीएल या ख़राब कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग के एक उच्च जोखिम से सम्बंधित है। यदि किसी व्यक्ति में उच्च एलडीएल की जाँच की जाती है, तो इसका मतलब है कि सम्बंधित व्यक्ति के रक्त में एलडीएल का स्तर बहुत अधिक है। एलडीएल का उच्च स्तर अन्य पदार्थों के साथ मिलकर, धमनियों में प्लाक (plaque) का निर्माण करता है; जिसके फलस्वरूप एक स्वास्थ्य समस्या एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis) का जन्म होता है।

कोरोनरी धमनी की बीमारी (Coronary artery disease) तब होती है, जब प्लाक (plaque) का निर्माण दिल की धमनियों में होता है। जिसके फलस्वरूप धमनियां कठोर और संकीर्ण हो जाती है और दिल में रक्त का प्रवाह धीमा या अवरुद्ध हो जाता है। इससे एनजाइना (angina) (सीने में दर्द) की समस्या या दिल का दौरा (heart attack) उत्पन्न हो सकता है।

खराब कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर के कारण उत्पन्न होने वाली समस्याओं में निम्न को शामिल किया जाता है, जैसे:

(और पढ़े – कोरोनरी आर्टरी डिजीज (कोरोनरी धमनी रोग) के कारण, लक्षण, उपचार, और बचाव…)

एलडीएल स्तर की जांच कब कराएं – When to get LDL test in Hindi

रक्त परीक्षण के माध्यम से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मापा जा सकता है। यह उम्र, लिंग, जिसे जोखिम कारकों और पारिवारिक इतिहास के आधार पर कराया जा सकता है। सामान्य रूप से निम्न स्थितियों में कोलेस्ट्रॉल टेस्ट करने की सलाह दी जा सकती है, जैसे:

  • उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल, दिल का दौरा या स्ट्रोक के पारिवारिक इतिहास से सम्बंधित कुछ बच्चों की 2 साल की उम्र में परीक्षण किया जा सकता है।
  • पहला परीक्षण 9 से 11 वर्ष की आयु के बीच कराया जाना चाहिए।
  • हर 5 साल में बच्चों के कोलेस्ट्रॉल की जाँच की जानी चाहिए।
  • 20 या उससे अधिक उम्र के वयस्कों को हर 5 साल में टेस्ट करवाना चाहिए।
  • 45 से 65 वर्ष के पुरुषों और 55 से 65 वर्ष की महिलाओं को हर 1 से 2 साल में टेस्ट करवाना चाहिए।

(और पढ़े – लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (कोलेस्ट्रॉल टेस्ट) क्या है, प्रक्रिया, परिणाम और कॉस्ट…)

एलडीएल स्तर को प्रभावित करने वाले कारक – LDL level Factors affecting in Hindi

मानव शरीर में एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावित करने वाले कारकों में निम्न को शामिल किया जा सकता है:

  • आहार (Diet) – संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा युक्त आहार का अधिक सेवन रक्त कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) के स्तर में वृद्धि कर सकता है।
  • वजन (Weight) – अधिक वजन, एलडीएल या ख़राब कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर का कारण बनता है। अधिक वजन या मोटापा, HDL के स्तर को कम कर कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है।
  • शारीरिक गतिविधि (Physical Activity) – शारीरिक गतिविधि में कमी, वजन बढ़ने का कारण बनने के साथ-साथ एलडीएल स्तर को बढ़ाती है।
  • धूम्रपान (Smoking) – सिगरेट पीने से शरीर में एचडीएल (HDL) कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आती है। चूंकि एचडीएल (high density lipoproteins) मुख्य रूप से धमनियों से एलडीएल (Low density lipoproteins) को हटाने में मदद करता है। अगर एचडीएल में कमी आती है, तो इसके परिणामस्वरूप एलडीएल का उच्च स्तर प्राप्त हो सकता है।
  • आयु और लिंग (Age and Gender) – जैसे-जैसे महिलाओं और पुरुषों की उम्र बढ़ती जाती है, उनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ता जाता है। रजोनिवृत्ति से पहले महिलाओं में उनकी उम्र के पुरुषों की तुलना में कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। लेकिन रजोनिवृत्ति के बाद, महिलाओं के एलडीएल स्तर में तेजी से वृद्धि होती है।
  • जेनेटिक्स (Genetics) – उच्च कोलेस्ट्रॉल का पारिवारिक इतिहास किसी भी व्यक्ति में उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकता है। उदाहरण के लिए, पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (familial hypercholesterolemia) विरासत में मिली हुई उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल की एक स्थिति है।
  • दवाएं (Medicines) – कुछ दवाएं, जिनमें स्टेरॉयड, कुछ रक्तचाप की दवाएं और एचआईवी/एड्स की दवाएं शामिल हैं, का सेवन एलडीएल के उच्च स्तर का कारण बन सकता है।
  • अन्य चिकित्सकीय स्थितियां (medical conditions) – क्रोनिक किडनी रोग (chronic kidney disease), मधुमेह (diabetes) और एचआईवी/एड्स जैसी बीमारियां सम्बंधित व्यक्ति में उच्च एलडीएल स्तर का कारण बन सकती हैं।

(और पढ़े – हाई कोलेस्ट्रॉल क्या है, लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव…)

एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) स्तर – ldl cholesterol range in Hindi

एलडीएल (बुरे) कोलेस्ट्रॉल के निम्न स्तर को स्वास्थ्य के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, क्योंकि उच्च एलडीएल स्तर कोरोनरी धमनी की बीमारी और संबंधित समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है। रक्त परीक्षण के तहत एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के परीणाम निम्न प्रकार से प्राप्त हो सकते हैं:

  • खराब कोलेस्ट्रॉल का सर्वश्रेष्ठ स्तर (Optimal level) – 100 mg/dL (milligrams per deciliter) से कम
  • एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का सर्वश्रेष्ठ के पास / सर्वश्रेष्ठ के अधिक स्तर – 100 से 129 mg/dL (milligrams per deciliter)
  • एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की उच्च बॉर्डरलाइन – 130 से 159 मिलीग्राम/डीएल (milligrams per deciliter)
  • खराब कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर (High level) – 160 से 189 मिलीग्राम/डीएल (milligrams per deciliter)
  • एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का बहुत अधिक स्तर (Very High level) – 190 मिलीग्राम/डीएल (milligrams per deciliter) और इससे अधिक।

(और पढ़े – ब्लड टेस्ट (खून की जांच) क्या है, प्रकार, नाम, नार्मल रेंज और रिजल्ट…)

ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के उपाय – how to lower ldl cholesterol in Hindi

LDL या ख़राब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और बढ़ने से रोकने के लिए व्यक्ति कुछ तरीकों को अपना सकता है, जिसमें जीवन शैली में बदलाव एक सफल उपाय है, इसके तहत व्यक्ति स्वास्थ्य आहार, व्यायाम और वजन प्रबंधन के उपाय शामिल हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

जीवनशैली परिवर्तन से खराब कोलेस्ट्रॉल में कमी – Lifestyle changes to lower ldl cholesterol in Hindi

  • दिल के लिए सेहतमंद आहार (Heart-healthy eating) – दिल को स्वस्थ रखने वाले आहार का सेवन कर व्यक्ति ख़राब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में सफलता प्राप्त कर सकता है। हार्ट हेल्दी डाइट में संतृप्त और ट्रांस वसा की कम मात्रा वाले आहार को शामिल किया जाता है।
  • वजन प्रबंधन (Weight Management) – यदि कोई व्यक्ति अधिक वजन की समस्या से ग्रस्त है तो वह वजन कम कर एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद प्राप्त कर सकता है (8)।
  • शारीरिक गतिविधि (Physical Activity) – प्रत्येक व्यक्ति नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि को अपनाकर खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में रख सकते है। अतः कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए व्यक्ति को दिन में अधिकतम 30 मिनट के लिए शारीरिक गतिविधि पर ध्यान देना चाहिए।
  • धूम्रपान न करें
  • शराब का सेवन न करें या एक निश्चित मात्रा में ही उसका सेवन करें।

(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए भारतीय घरेलू उपाय और तरीके…)

खराब कोलेस्ट्रॉल का इलाज दवा से – Bad cholesterol Treatment With Drug in Hindi

यदि अकेले जीवनशैली में बदलाव से कोलेस्ट्रॉल कम नहीं होता है, तो डॉक्टर द्वारा व्यक्ति दवाएं प्राप्त कर सकता है। स्टैटिन (statins) सहित कई प्रकार की कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं उपलब्ध हैं। हालांकि दवाएं अलग-अलग तरीकों से काम करती हैं और इनके अलग-अलग दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। अतः डॉक्टर की सिफारिश पर कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए दवाओं का सेवन करें और जीवनशैली में बदलाव करना सुनिश्चित करें।

फेमिलियल हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया (familial hypercholesterolemia) वाले कुछ लोगों को लिपोप्रोटीन एफेरेसिस (lipoprotein apheresis) नामक उपचार किया जा सकता है। यह उपचार रक्त से LDL कोलेस्ट्रॉल को हटाने के लिए एक फ़िल्टरिंग मशीन (filtering machine) का उपयोग करता है।

खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आहार – Diet for lowering ldl cholesterol level in Hindi

किसी भी उम्र में, आहार में संतृप्त वसा और ट्रांस वसा की कमी तथा घुलनशील फाइबर और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन कोलेस्ट्रॉल बिल्डअप को कम कर खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए खाए जाने वाले आहार में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:

खराब कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर को कम करने के लिए कुछ विशिष्ट आहार के सेवन से परहेज करने की भी आवश्यकता होती है, जिनमें शामिल हैं:

  • ट्रांस वसा युक्त आहार जैसे- पेस्ट्री (pastries) और कुकीज़ (cookies), इत्यादि।
  • संतृप्त वसा से परिपूर्ण आहार जैसे- पोल्ट्री, पोर्क, मक्खन, घी, क्रीम, केक और दूध, इत्यादि।

(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए डाइट…)

एलडीएल (बुरे) कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए व्यायाम – Exercise reduce ldl (bad) cholesterol level in Hindi

व्यायाम (Exercise) शारीरिक फिटनेस, ह्रदय को स्वस्थ रखने और मोटापे को कम करने में मदद करने के साथ-साथ खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाता है (6,7)। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाली एक्सरसाइज में निम्न को शामिल किया जा सकता है:

(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने की एक्सरसाइज…)

खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए योग – Yoga To Reduce ldl (bad) Cholesterol In Hindi

योग के माध्यम से व्यक्ति रक्त में एलडीएल (बुरे) कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कम कर सकता है। खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए निम्न योग अपनाए जा सकते हैं:

(और पढ़े – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए योग…)

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