Kishmish Benefits in hindi छोटा सा दिखने वाला किशमिश (Raisins) सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। कोई इसे दूध में उबालकर इस्तेमाल करता है तो कोई पूरी रात पानी में भिगोकर सुबह खाता है। किशमिश का खाने का तरीका जो भी हो लेकिन इसका असर कुछ ही दिनों में शरीर पर देखने को मिल ही जाता है। आज आप जानेगे किशमिश के फायदे और किशमिश के नुकसान – Kishmish khan ke fayde aur nuksan in hindi के बारें में।
आपको बता दें कि अंगूर को सूखाकर किशमिश बनाया जाता है। इसमें वे सारे तत्व पाए जाते है जो अंगूर में मौजूद होते है। इतना ही नहीं सूख जाने बाद इसके गुण कई गुणा बढ़ जाते है जिससे कई सामान्य बिमारियों को ठीक करने में किशमिश मददगार साबित हो सकता है। आइये जानते है किशमिश के फायदे और किशमिश के नुकसान kismis ke fayde aur nuksan in hindi के बारें में।
औषधीय गुणों से भरपूर किशमिश खाने के फायदे आपको हैरान कर सकते हैं। शायद इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने वाले ड्राई फ्रुट्स में सबसे पहले किशमिश का नाम लिया जाता है। आइए जाने किशमिश खाने के लाभ क्या होते हैं।
अकसर लोग सोचते है कि मीठा खाने से दांत खराब हो जाते है लेकिन किशमिश मीठा होने के बाद भी दांत और मसूड़े को खराब होने से बचाता है। किशमिश में पाए जाने वाले ओलिनोलिक एसिड नामक फाइटो केमिकल तत्व दांतों की कैविटीको सुरक्षा प्रदान करता है। इससे मुंह में पाए जाने वाले खतरनाक बैक्टीरिया को खत्म करता है। इन सब के अलावा किशमिश मसूड़ों की बीमारी व इंफेक्शन से बचाता है।
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आजकल ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम आम हो गई है। ब्लड प्रेशर ज्यादा हो या कम दोनों ही अच्छा नहीं होता है। किशमिश रोजाना इस्तेमाल करने से ब्लड प्रेशर को मेंटेन (Blood pressure control ) करता है। इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम (Potassium) ब्लड प्रेशर को ठीक बनाए रखने में काम आता है। इसके अलावा पोटेशियम हार्ट के लिए भी बहुत अच्छा होता है। ये स्ट्रोक (Stroke) के खतरे को कम करता है।
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स्वादिष्ट और पौष्टिक किशमिश में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। घुलनशील व अघुलनशील दोनो प्रकार के फाइबर के कारण यह कब्ज (Constipation) से बचाता है। इसके अलावा दस्त (Diarrhea) लगने पर भी इसके इस्तेमाल लाभकारी साबित होता है। इसके सेवन करने से भूख अच्छी लगती है साथ ही पाचन क्रिया भी मजबूत होता है।
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आयरन (Iron) की पर्याप्त मात्रा किशमिश में होती है जो खून की कमी को दूर करने में सहायक साबित होता है। इसके साथ ही खून बनाने में भी मदद करता है। इसमें पाया जाना वाला कॉपर (Copper) खून बनाने में मदद करता है। काले किशमिश खून की कमी को दूर करने में सहायक है।
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ज्यादातर ड्राई फूट में फेनोलिक तत्व पाए जाते है। किशमिश में पाए जाने वाले फेनोलिक तत्व एंटीऑक्सीडेंट का काम करते है। एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) में फ्री रेडिकल्स हानिकारक कैंसर व अन्य बीमारियों को दूर करने में मदद करते है।
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वायरल व बैक्टीरियल इंफेक्शन (Viral & Bacterial Infection) को दूर करने में किशमिश कारगार साबित होता है। वायरल इंफेक्शन से होने वाले बुखार को किशमिश दूर रखता है। साथ ही बुखार के कारण होने वाली कमजोरी को भी दूर करने में मदद करता है।
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आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी किशमिश (Raisins) फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाले फ्री रेडिकल आंखों को नुकसान से बचाता है। बढ़ती उम्र के साथ आंखों की कमजोरी, मोतियाबिंद (Cataracts) आदि से बचाता है। किशमिश में पाया जाना वाला विटामिन ए (Vitamin A) आंखों के लिए फायदेमंद होता है।
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नियमित रूप से किशमिश का सेवन करके कामेच्छा (Libido) को बढ़ाया जा सकता है। किशमिश में अर्जिनिन तत्व पाया जाता है जो सेक्स की कमजोरियों को दूर करता है। इसके साथ ही किशमिश का यूज शुक्राणु की संख्या को बढ़ाने में भी काम आता है।
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सूखे हुए अंगूर या किशमिश में पोटेशियम और मैग्नीशियम (Potassium and magnesium) का बहुत अच्छा स्रोत है। ये तत्व एसिडिटी को खत्म करने में बहुत सहायक होते है। इसलिए रोजाना 5 से 10 किशिमश का सेवन करने से एसिडिटी को दूर रखा जा सकता है।
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हड्डी को मजबूत बनाने के लिए किशमिश का सेवन करना अत्यंत जरूरी है। किशमिश में कैल्शियम (Calcium) की भरपूर मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें बोरान (Boran) माइक्रो न्यूट्रिएंट होता है। बोरोन हड्डी के निर्माण तथा कैल्शियम के उचित अवशोषण के लिए जरुरी होता है।
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