Kokum Ke Fayde कोकम एक औषधीय फल है जिसका प्राचीन समय से मसाले और दवा के रूप में उपयोग किया जा रहा है। कोकम के फायदे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। कोकम के फायदों में वजन कम करना, दस्त का इलाज करना, लिवर को स्वस्थ्य रखना, तनाव कम करना, अल्सर का उपचार, त्वचा स्वास्थ्य को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं। कोकम में बहुत से पोषक तत्व होते हैं जिनके कारण ही इसे औषधीय फल के रूप में उपयोग किया जाता है। इस आर्टिकल में आप कोकम फल के फायदे और नुकसान जानेगें। आइए जाने किस तरह से कोकम हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
विषय सूची
1. कोकम क्या है – What Is Kokum in Hindi
2. कोकम के फायदे इन हिंदी – Health Benefits of Kokum Fruit in Hindi
3. कोकम के नुकसान – Kokum Side Effects In Hindi
यह एक औषधीय फल है जिसका वैज्ञानिक नाम गार्सीनिया इंडिका (Garcinia indica) है। यह भारत में मूल रूप से सजावटी पौधों के रूप में उपयोग किया जाता है जिससे स्वादिष्ट फल भी प्राप्त होते हैं। इस फल का आकार छोटा होता है जिसका रंग लाल होता है। पकने पर इस फल का रंग गहरा बैंगनी हो जाता है। इस फल की फसल वसंत के मौसम में आती है। इस फल के छिल्कों का उपयोग कई प्रकार की औषधीयों के निर्माण में किया जाता है। इस फल का स्वाद कुछ हद तक खट्टा होता है। आइए जाने कोकम के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं।
आप कोकम फल का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य लाभ को प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं। कोकम फल का सेवन तनाव को कम करने और सूजन जैसी समस्याओं से राहत दिला सकता है। इसके अलावा इस औषधीय फल के फायदे दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। आयुर्वेद में कोकम का उपयोग अवसाद, चिंता और दस्त आदि के उपचार के लिए किया जाता है। आइए कोकम फल के इन लाभों को समझें और जानें।
कोकम के फायदे वजन को प्रबंधित करने में मदद करते हैं। आज आधी से अधिक आबादी मोटापे से ग्रसित है। लेकिन यदि आप मोटापे से छुटकारा चाहते हैं तो कोकम का इस्तेमाल कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि इस फल में मौजूद हाइड्रोसाइट्रिक एसिड (Hydroxycitric Acid) वजन प्रबंधन में मदद करता है। साथ ही यह एंटी-ओबेसिटी गुणों को दर्शाता है। हाइड्रोक्साइट्रिक एसिड आपकी भूख को भी नियंत्रित करता है और पूर्णता की भावना को उत्तेजित करता है। इस तरह से कोकम फल का सेवन आपके भोजन की मात्रा को नियंत्रित करता है। यह वसा के ऑक्सीकरण को भी बढ़ाता है और शरीर में फैटी एसिड की मात्रा को कम करता है। यदि आप अपने वजन को कम करना चाहते हैं तो कोकम का उपभोग शुरू कर सकते हैं।
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मधुमेह के उपचार के लिए कोकम का उपयोग लाभकारी माना जाता है। डायबिटीज एक ऐसी समस्या है जो लगभग हर तीसरे व्यक्ति को प्रभावित करती है। शरीर में उच्च रक्त शर्करा का स्तर हृदय की बीमारी, गुर्दे की बीमारी और आंखों संबंधी समस्याओं के खतरे को बढ़ा सकती है। लेकिन आयुर्वेद में मधुमेह का उपचार करने के लिए कोकम का उपयोग किया जाता है। यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो कोकम फल का काढ़ा बनाकर सेवन करें। यह मधुमेह के लक्षणों को नियंत्रित करने में सहायक होता है। एक अध्ययन के अनुसार कोकम के काढ़े का सेवन करने से टाइप 2 मधुमेह में भोजन के बाद (postprandial) और उपवास रक्त ग्लूकोज दोनो को काफी हद तक कम कर सकता है।
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कैंसर के लक्षणों को रोकने में कोकम फायदेमंद होता है। सबसे गंभीर और लाइलाज बीमारी के रूप में कैंसर को जाना जाता है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार कोकम में ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो कैंसर के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि इस फल में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है जो कैंसर विरोधी माने जाते हैं। यह कैंसर की कोशिकाओं के विकास को रोकता है और स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और अग्नाशयी कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करता है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक है कि इन प्रभावों को अध्ययनों में देखा गया है। प्रत्यक्ष रूप से यह मानवों के लिए किस हद तक फायदेमंद है यह जानना अभी बाकी है।
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आपको अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने के लिए कोकम फल का उपभोग करना चाहिए। मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली आपको सामान्य और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ने में मदद करती है। कोकम में गार्सिनोल की उच्च मात्रा होती है जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। इस फल में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं जो बीमारियों और सामान्य संक्रमण आदि से बचाने में मदद करते हैं। कोकम के फायदे एंटी इंफ्लामेटरी गुणों के लिए भी जाने जाते हैं जो शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यदि आप भी इस प्रकार के लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो कोकम को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
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कोकम में हृदय को स्वस्थ्य रखने वाले गुण मौजदू रहते हैं। यदि आप अपने दिल को स्वस्थ्य और मजबूत बनाना चाहते हैं तो कोकम का सेवन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि कोकम कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और कार्डियो-वैस्कुलर सिस्टम को मजबूत करता है। इस पौष्टिक फल में कैलोरी की मात्रा सामान्य होती है लेकिन इसमें फाइबर उच्च मात्रा में होता है। इसी कारण नियमित रूप से कोकम का सेवन करने से उच्च रक्तचाप और उच्च हृदय गति को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इस प्रकार कोकम हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ ही हृदय संबंधी समस्याओं से बचा सकता है।
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जैसा कि हम जानते हैं कि औषधीय प्रयोजन के लिए प्राचीन समय से कोकम का उपयोग किया जा रहा है। ऐसा माना जाता है कि कोकम मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। कोकम न्यूरोनल विकास प्रक्रिया में मदद करके मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसके अलावा यह मस्तिष्क में फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति को रोकने और उन्हें दूर करने में भी सहायक की भूमिका निभाता है। आप भी अपने मस्तिष्क को मजबूत करने और स्वस्थ्य दिमाग के लिए कोकम का नियमित सेवन कर सकते हैं।
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अध्ययनों से पता चलता है कि कोकम का उपयोग चिंता, तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं को आसानी से दूर कर सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाते हैं। 2015 में किये गए एक अध्ययन से पता चलता है कि कोकम के प्रभाव और तनाव कम करने वाली दवाओं के प्रभाव में लगभग समानता होती है। इस तरह से कोकम का उपयोग तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। यदि आप तनाव, अवसाद या चिंता से छुटकारा चाहते हैं तो कोकम के सेवन पर विचार कर सकते हैं।
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पेट से संबंधित किसी भी समस्या से परेशान हैं तो कोकम का उपभोग कर सकते हैं। मानव स्वास्थ्य संबंधी अधिकतर समस्याएं पेट से और पाचन तंत्र से शुरू होती हैं। खराब पाचन तंत्र के कारण आपके शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व और ऊर्जा भी प्राप्त नहीं हो सकती है। लेकिन कोकम से बनाए गए काढ़े का सेवन करने से यह पाचन संबंधी समस्याओं का प्रभावी रूप से दूर कर सकता है। नियमित रूप से इस काढ़े का सेवन कब्ज, पेट फूलना, अत्यधिक सूजन, अपचन, दस्त आदि पाचन संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
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