Clove oil Benefits in Hindi लौंग का तेल लौंग की सूखी कलियों से निकाला जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाये जाते हैं और यह दर्द निवारण के लिए मुख्य रूप से उपयोग में लाया जाता है। लौंग के तेल में फेनिलप्रोपेनॉयड (Phenylpropanoid) से भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसके साथ ही यूजिनॉल (Eugenol) नामक मुख्य यौगिक भी इसमें मौजूद होता है। इस लेख में आप जानेंगे लौंग के तेल के फायदे और नुकसान Laung ke Tel ke Fayde Aur Nuksan in Hindi के बारे में।
लौंग के तेल का रंग पीला एवं गोल्डेन ब्राउन होता है। यह तेल शरीर के विभिन्न विकारों को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। लौंग के तेल में कैल्शियम, आयरन, सोडियम, फास्फोरस, पोटैशियम, विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है। इसके अलावा इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीसेप्टिक, और एंटीवायरस गुण पाये जाते हैं।
1. लौंग के तेल के फायदे – Benefits of Clove oil in Hindi
2. लौंग के तेल के नुकसान – Clove oil Side Effects in Hindi
हम सभी जानते हैं कि लौंग मसालों (spices) की श्रेणी में आता है और भारतीय व्यंजनों में बहुतायत मात्रा में इसका उपयोग किया जाता है। लेकिन लौंग का तेल औषधी के रूप में अधिक इस्तेमाल किया जाता है। यह शरीर के विभिन्न विकारों को दूर करने में फायदेमंद होता है। आइये जानते हैं लौंग के फायदों के बारे में।
दांतों एवं इससे जुड़ी बीमारियों के इलाज में लौंग का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है। लौंग के तेल में जीवाणुनाशक (germicidal) गुण पाये जाते हैं जो दांतों के दर्द को दूर करने में बहुत प्रभावी होते हैं। इसके अलावा यह मुंह के दर्द, मुंह के अल्सर (muoth ulcer) एवं मसूढ़ों के दर्द को दूर करने में सहायता करते हैं। लौंग के तेल में यूजीनॉल (eugenol) पाया जाता है जिसका इस्तेमाल डॉक्टर वर्षों से दांतों के इलाज में करते आ रहे हैं। लौंग के तेल में थोड़ा सा पानी मिलाकर कुल्ला करने से सांसों की बदबू दूर हो जाती है।
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यह तेल कई तरह के इंफेक्शन को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है। लौंग के तेल में एंटीसेप्टिक गुण पाये जाते हैं जो घाव, एथलीट फुट, स्केबीज, खरोंच, संक्रमण, त्वचा के कट जाने एवं अन्य तरह के घावों के उपचार में प्रभावी रूप से कार्य करता है। इसके अलावा लौंग का तेल कीटों के डंक मारने एवं काटने के बाद भी त्वचा पर लगाया जाता है।
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गालों एवं होठों के भीतर मुंह का अल्सर होना सामान्य बात है। ये अल्सर बहुत पीड़ादायक होते हैं जिसके कारण मसूढ़ों में सूजन आ जाती है और वहां बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इस वजह से मुंह एवं मसूढ़ों में दर्द के साथ खून (gum bleeding) निकलने लगता है। प्रभावित जगहों पर रूई के एक टुकड़े में लौंग का तेल भिगोकर लगाने से यह परेशानी दूर हो जाती है।
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आपको यह जानकर हैरानी होगी कि लौंग एवं लौंग का तेल दोनों इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। लौंग एवं लौंग के तेल में एंटीवायरल गुण पाया जाता है। इसके अलावा इनमें खून को साफ करके शरीर को बीमारियों से दूर रखने की क्षमता भी पायी जाती है। लौंग के तेल में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर से हानिकारक मुक्त कणों (free redicals) को बाहर निकालते हैं जिससे हृदय रोगों
एवं अन्य बीमारियों से छुटकारा मिलता है।इस तेल में एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीसेप्टिक दोनों गुण एक साथ मौजूद होते हैं जो मुंहासे (pimple) उत्पन्न करने वाले कीटाणुओं (bacteria) को नष्ट कर चेहरे को साफ-सुथरा बनाते हैं। आपको बता दें कि मुंहासे दूर करने के लिए बिकने वाले उत्पादों में भी लौंग के तेल का उपयोग किया जाता है।
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अगर आपके बाल बहुत पतले एवं कमजोर हैं तो आपको लौंग के तेल का प्रयोग करना चाहिए। लौंग के तेल में हेयर फॉलिकल (hair follicle) को उत्तेजित करने के गुण पाये जाते हैं। यह सिर की त्वचा (scalp) में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है और बालों के रोमों को जीवित रखता है। जब रक्त का प्रवाह बढ़ता है तो हेयर फॉलिकल को पोषण मिलता है जिसके कारण बाल मोटे, घने एवं लंबे होते हैं। लौंग के तेल को ऑलिव आयल में मिलाकर हफ्ते में दो बार बालों की जड़ों में लगाने से बेहतर परिणाम मिलता है।
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शरीर में प्लेटलेट (platelet) के जमाव को कम करके रक्त को पतला करने में लौंग का तेल प्रभावी रूप से कार्य करता है। इसके कारण शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। यह रक्त परिसंचरण तंत्र को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह मस्तिष्क को उत्तेजक बनाने एवं हृदय वाहिनियों के लिए टॉनिक का कार्य करता है।
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घंटों तक लगातार बैठकर काम करने एवं असामान्य भोजन की आदत से सिरदर्द (headache) की समस्या हो जाती है। इस स्थिति से निपटने के लिए लौंग का तेल बहुत फायदेमंद होता है। एक चम्मच सी साल्ट में दो चम्मच बादाम का तेल या नारियल का तेल एवं दो से तीन बूंद लौंग का तेल मिलाकर इस मिश्रण से सिर पर मसाज करने से सिर दर्द की समस्या दूर हो जाती है।
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रक्त को शुद्ध (purification) करने के अलावा लौंग का तेल ब्लड शुगर के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है जो डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि अन्य मसालों की अपेक्षा लौंग में फिनॉल अधिक मात्रा में पाया जाता है जो ग्लूकोज को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए लौंग का तेल मधुमेह (diabetes) रोगियों के लिए फायदेमंद है।
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प्रेगनेंट महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस एवं जी मिचलाने और उल्टी की समस्या को दूर करने में लौंग का तेल बहुत फायदेमंद होता है। तकिए के नीचे लौंग का तेल मलने से इसकी भीनी खुशबू गर्भवती महिला के नाक में पहुंचती रहती है जिसके कारण उसे जी मिचलाने या उल्टी की समस्या नहीं होती है।
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आपको बता दें कि लौंग का तेल शक्तिशाली प्रकृति का होता है जिसके कारण फायदों के साथ ही इसके इस्तेमाल से नुकसान भी हो सकता है। आइये जानते हैं कि लौंग के तेल के दुष्प्रभाव क्या हो सकते हैं।
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