लू लगने पर प्राथमिक उपचार की मदद से व्यक्ति को राहत दी जा सकते है। गर्मी के मौसम में लू लगना आम बात है। लू लग जाने पर सबसे पहले प्रभावित व्यक्ति के शरीर को ठंडा करने की कोशिश करनी चाहिए इसके अलवा और भी प्राथमिक उपचार (Loo lagne par prathmik upchar) हैं जो लू लगने पर किये जा सकते हैं आज के इस लेख में हम उन्ही के बारे में विस्तार से बात करने वाले हैं।
सनस्ट्रोक या लू लगना एक ऐसी समस्या है जो शरीर के बहुत अधिक तापमान के कारण होती है। अत्यधिक गर्मी शरीर की ऊर्जा को चूस लेती है और व्यक्ति को कमजोरी और सुस्ती महसूस होने लगती है। यहां तक कि एक स्वस्थ व्यक्ति भी लू की चपेट में आ जाता है। अगर आपके शरीर का तापमान 104 डिग्री F (40 डिग्री C) तक पहुंच जाता है, तो आपको यह समस्या हो सकती है। शरीर में अत्यधिक डिहाइड्रेशन होने से व्यक्ति को बहुत आसानी से लू लग जाती है और वह तुरंत बीमार भी पड़ जाता है।
यदि हीट स्ट्रोक होता है या लू लगती है तो तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। अगर इलाज न किया जाए तो ये समस्याएं घातक हो सकती हैं और आपके मस्तिष्क, हृदय, गुर्दे और मांसपेशियों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं।
चिकित्सा सहायता की प्रतीक्षा करते समय आप लू लगने पर प्राथमिक उपचार के कुछ उपाय कर सकते हैं।
इस लेख में, लू लगने का पता कैसे चलता है, क्या सनस्ट्रोक या लू लगना एक गंभीर समस्या है और लू लगने पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं के बारे में बताया गया है।
विषय सूची
लू लगने पर क्या होता है – Loo lagne par kya hota hai
लू लगने पर व्यक्ति को अपने शरीर में इस तरह के लक्षण (Symptoms) महसूस होते हैं-
- शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाना
- जी मिचलाना या उल्टी होना (vomiting)
- बेचेनी होना
- सिर दर्द होना (Headache)
- चक्कर आना और कमजोरी
- सांस तेज होना और हृदय की गति बढ़ जाना
- मांसपेशियों और पेट में ऐंठन होना
- बेहोंश होना
- तेज बुखार
- दौरे पड़ना
- साँस लेने में दिक्कत
- पसीना कम या बहुत अधिक निकलना (और पढ़े – पसीने की बदबू को दूर करने के घरेलू उपाय)
- इसके अलावा चिड़चिड़ापन, भ्रम की स्थिति, व्यक्ति के व्यवहार में विचित्र परिवर्तन और मूड स्विंग होना भी लू लगने के लक्षण है।
क्या लू लगना खतरनाक है – Kya loo lagna khatarnak hota hai
लू लगना एक गंभीर समस्या है जिसमें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। हालांकि, चिकित्सा सहायता की प्रतीक्षा करते समय, आप व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा या लू लगने पर प्राथमिक उपचार दे सकते हैं।
सही समय पर उपचार न होने या शरीर का तापमान कम न होने के कारण हीट स्ट्रोक मस्तिष्क और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे मौत भी हो सकती है।
लू लगने पर प्राथमिक उपचार – Loo lagne par prathmik upchar in Hindi
लू लगने पर क्या करें? लू लगने की समस्या के लिए केवल घरेलू उपचार लेना ही पर्याप्त नहीं है। अगर आपको लू लगने के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता पर ध्यान दें और अगर आपके आस-पास किसी को यह समस्या हो रही है, तो पहले किसी को मदद के लिए बुलाएं और उसे निम्न तरीके से प्राथमिक उपचार दें –
- उस व्यक्ति को एक छाया वाली जगह पर ले जाएं जहां सूरज की धुप नहीं हो।
- यदि संभव हो, तो व्यक्ति को एसी या किसी ठन्डे स्थान पर ले जाना चाहिए।
- व्यक्ति के शरीर पर ठंडा पानी छिड़कें और उसे हवा दें।
- यदि व्यक्ति ने अतिरिक्त कपड़े पहन रखे हैं, तो उन्हें उतार दें।
- आइस पैक या फिर ठन्डे पानी में तौलिया भिगोकर व्यक्ति के कांख और पेट और जांघ के बीच में रखें।
- यदि व्यक्ति को दौरा (Attack) पड़ रहा है, तो उसके साथ रहें और उसे चोट से बचाएं।
- यदि व्यक्ति को उल्टी हो रही है, तो उन्हें एक तरफ करवट करके लिटा दें, ताकि उनका विंडपाइप (साँस की नली) खुली रहे।
- यदि व्यक्ति बेहोश है या उल्टी कर रहा है, तो उन्हें पीने के लिए कुछ भी न दें।
- अगर बच्चा सनस्ट्रोक या लू लगने के कारण सांस नहीं ले रहा है, तो उसे मुंह से सांस दें।
- व्यक्ति के शरीर के तापमान को बार-बार चेक करते रहें और उसे कम करने की कोशिश करें।
- हीट स्ट्रोक के अन्य लक्षणों का भी ध्यान रखें।
(और पढ़े – शरीर का सामान्य तापमान कितना होता है, सामान्य रेंज…)
लू लगने पर क्या न करें – Loo lagne par kya nahi karna chahiye
अगर किसी को लू लग गयी है, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें जानें लू लगने पर क्या न करें –
- यदि व्यक्ति बेहोश है या उल्टी (unconscious or vomiting) कर रहा है, तो उन्हें पीने के लिए कुछ भी न दें।
- कैफीन युक्त पदार्थ, शराब या कोल्ड ड्रिंक (cold drink) (यानी कोक, पेप्सी आदि) न पिएं।
- शरीर के तापमान को कम करने के लिए व्यक्ति को एस्पिरिन या एसिटामिनोफेन जैसी दवाएं न दें।
- पीड़ित को धूप वाली जगह पर न रहने दें।
- गर्मी के मौसम में बच्चों को बंद कार में अकेला न छोड़ें।
(और पढ़े – गर्मी से बचने के आसान उपाय…)
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