महिलाओं में यौन उत्तेजना (Sexual arousal in women in Hindi) होने पर कई तरह के शारीरिक लक्षण दिखाई देतें हैं जिन्हें देखकर आप समझ सकते हैं की लड़की शारीरिक संबंध बनाने के लिए तैयार हैं। लड़कों में सेक्स की इच्छा होने पर कई बदलाव आते हैं, ठीक उसी तरह से जैसे ही महिलाएं यौन इच्छा को महसूस करती हैं, उनके शरीर के गुप्त अंग में रक्त का प्रवाह तेजी से होने लगता है। हृदय की धड़कन बढ़ जाती है। नाक, आंख, स्तन, कुचाग्र (स्तन की चुचियाँ), लेबिया और योनि की भीतरी दीवारें सूज जाती हैं। योनि द्वार के अग्रभाग में स्थित बार्थोलिन ग्रंथियों से द्रव निकलने लगता हैं जो योनि मार्ग को चिकनाई देता हैं जो महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण (mahila kamottejana ke sharirik lakshan) का प्रमाण होता है।
यौन उत्तेजना और सेक्स संबंध के दौरान, शारीरिक प्रतिक्रिया के कई स्तर होते हैं। शोधकर्ताओं ने महिलाओं और पुरुषों में कामोत्तेजना के इन प्रतिक्रियाओं के चार स्टेप्स की पहचान की है। इनमें उत्तेजना, उत्थान, महिला कामोत्तेजना और ऑर्गेज्म की चरम स्थिति और स्थिरता शामिल हैं। इस लेख में यह बताया जा रहा है कि महिला के शरीर में क्या होता है जब वह यौन उत्तेजना (Sexual arousal in women in Hindi) में होती है।
विषय सूची
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण स्टेप 1: कामोत्तेजना या उत्तेजना
जब एक महिला उत्तेजित हो जाती है, तो उसके जननांगों में स्थित रक्त वाहिकाएं महिला कामोत्तेजना की ऐसी स्थिति में फैल जाती हैं। इतना ही नहीं, उसकी योनि की दीवारों में रक्त का प्रवाह तेज हो जाता है। यह स्नेहन का मुख्य स्रोत है, जो योनि को बड़ा कर देता है ताकि पुरुष का अंग उसमे समां सके।
बाह्य जननांग या वल्वा (भगशेफ, योनि का ऊपरी भाग और लेबिया के भीतरी और बाहरी हिस्से) थोड़ा सूज जाते हैं क्योंकि इन हिस्सों में रक्त की आपूर्ति तेज हो जाती है। इसके अलावा, योनि का ऊपरी हिस्सा शरीर के अंदर विस्तारित होता है।
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण की इस अवस्था में महिला की नब्ज और सांस तेज हो जाती है और रक्तचाप बढ़ जाता है। यौन उत्तेजना के कारण महिला की छाती गर्म हो सकती है। ऐसा उसके रक्त वाहिकाओं के चौडड़ा होने के कारण होता है।
(और पढ़ें – गर्लफ्रेंड को उत्तेजित कैसे करें)
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण स्टेप 2: यौन उत्थान
इस स्थिति में, योनि के निचले भाग में रक्त का प्रवाह अपने चरम पर पहुंच जाता है। इसके कारण योनि का निचला हिस्सा सूजन के साथ मोटा हो जाता है। इसे इंट्रोइटस (introitus) कहा जाता है। कभी-कभी इसे एक ऑर्गैज़्मिक प्लेटफॉर्म के रूप में भी जाना जाता है जो महिला कामोत्तेजना और संभोग के दौरान लयबद्ध संकुचन से गुजरता है।
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण की इस स्थिति में एक महिला के स्तनों का आकार 25 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। महिला के निप्पल के पास के भाग में रक्त का प्रवाह भी बढ़ जाता है, जिससे वह कम उभरी हुई दिखाई देती है।
जैसे ही महिला कामोत्तेजना के चरमोत्कर्ष पर पहुंचती है, उसकी क्लाइटोरिस (clitoris) जघन की हड्डी के खिलाफ वापस खींचती है और गायब हो जाती है। कामोन्माद के चरमोत्कर्ष पर जाने के लिए, इस स्तर पर पर्याप्त यौन उत्तेजना होना आवश्यक है।
(और पढ़ें – चरम सुख (ऑर्गेज्म) क्या होता है, पाने के तरीके और फायदे)
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण स्टेप 3: कामोत्तेजना का चरम सुख
कामोत्तेजना का चरम सुख पहले स्टेप में उठने वाले यौन तनाव की तीव्र और सुखद अनुभूति है। जिसे जननांग की मांसपेशियों के संकुचन (0.8 सेकंड के अंतर पर) की विशेषता है, जिसमें इंट्रोइटस भी शामिल है।
ज्यादातर महिलाएं उस समय का अनुभव नहीं करती हैं जो पुरुष कामोत्तेजना के चरम के बाद करते हैं। एक महिला को यौन उत्तेजना के चरम सुख का एक और मौका मिल सकता है अगर वह फिर से उत्तेजित हो जाए।
हर बार सेक्स करने पर महिलाओं को ऑर्गेज्म का सुख नहीं मिल पाता है। ज्यादातर महिलाओं के लिए, संभोग करने से पहले एक-दूसरे के साथ फोरप्ले की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसमें महिला या लड़की के उत्तेजक भाग यानी योनि को सहलाना और भगशेफ को उत्तेजित करना शामिल है।
(और पढ़ें – यौन संतुष्टि (ऑर्गेज्म) की गारंटी! ये टेकनीक निश्चित रूप से एक महिला को संभोग सुख प्रदान करेगी)
महिला कामोत्तेजना के शारीरिक लक्षण स्टेप 4: यौन स्थिरता
यह वह स्थिति है जब एक महिला का शरीर महिला कामोत्तेजना के बाद धीरे-धीरे अपनी सामान्य स्थिति में लौट आता है। गुप्त अंग की सूजन कम हो जाती है। सांस और हृदय की गति भी हल्की हो जाती है।
(और पढ़ें – सेक्स के दौरान लिंग और योनि का आकार कैसे इसे प्रभावित करता है)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Mujhe daliy sex Krna acha lagta h .ky ye thik h