Oak Gall Benefits in Hindi माजूफल (Majuphal ) जिसका वैज्ञानिक नाम मंजाकनी है जिसे गैल ट्री, गैल ओक, मस्की आदि नामों से जाना जाता है। आयुर्वेदिक दवा में यह बहुत ही महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है, यह दस्त ल्यूकोरिया (white discharge) , गर्भाशय की सूजन, गुदा सूजन और त्वचा ऊतकों को कसने में मदद करता है। उपचारात्मक उद्देश्यों के लिए माजूफल का उपयोग किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की माजूफल कोई फल नहीं है, इस लेख में आप जानेंगे माजूफल किसे कहते है, माजूफल के फायदे और नुकसान (Majuphal Benefits and side effects in Hindi) के बारे में।
विषय सूची
1. माजूफल किसे कहते है – What is Manjakani in Hindi
2. माजूफल के फायदे – Majuphal ke fayde in Hindi
3. मुंह के अल्सर के लिए माजूफल के फायदे – Majuphal for Mouth Ulcer in Hindi
- मधुमेह के लिए माजूफल का उपयोग – Majufal for Prevents Diabetes in Hindi
- माजूफल के लाभ योनि को टाइट करने में – Manjakani for Vaginal Tightening in Hindi
- त्वचा के लिए माजूफल के गुण – Oak Gall for Skin in Hindi
- पेट की खराबी दूर करने में माजूफल के फायदे – Manjakani for Irritable bowel syndrome in Hindi
- माजूफल के फायदे गुदा की सूजन को कम करे – Majuphal for Rectal Prolapse after Diarrhea in Hindi
- माजूफल बेनिफिट्स फॉर ल्यूकोरेरिया – Majuphal Benefits for Leucorrhea in Hindi
- दांत दर्द के इलाज में माजूफल का सेवन – Majuphal for Toothache in Hindi
- मंजाकनी के फायदे प्रसव के बाद – Oak Gall Benefits for Post Pregnancy in Hindi
- माजूफल का इस्तेमाल बच्चों के लिए – Manjakani for Kids in Hindi
- जवा दिखने के लिए माजूफल पाउडर का उपयोग – Oak Gall for Look Young in Hindi
4. माजूफल के नुकसान – Majuphal ke Nuksan in Hindi
माजूफल किसे कहते है – What is Manjakani in Hindi
जिस तरह से इसे बनाया जाता है वह एक दिलचस्प तरीका है इसका गठन तब होता है जब ओक पेड़ की पत्तियों पर ततैया (insect)अपना घर बनाते हैं और अपने लार्वा जमा करते हैं जिसकी रासायनिक प्रतिक्रिया ट्यूमर की तरह असामान्यता का कारण बनती है और पेड़ मंजाकनी नामक कठोर आकार वाली गेंदों का उत्पादन करती है। इसके निर्माण में 5 से 6 माह तक लग सकते हैं। जिसे ही भारत में माजूफल के नाम से जाना जाता है। इसमें गैलिक एसिड और टैनिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है। यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह नुकसान दायक भी हो सकता है।
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माजूफल के फायदे – Majuphal ke fayde in Hindi
बहुत से औषधीय उपचारों के लिए माजूफल का उपयोग प्राचीन समय से ही किया जा रहा है। इसके बंधनकारी गुण (Astringent action) बहुत सी चिकित्सा लाभों और उपयोग में योगदान देते हैं। यह दांतों की समस्या, पेट की बीमारियों, गर्भाशय संबंधी विकार सहित बहुत सी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इस लेख में आप आगे जानेगें कि माजूफल के फायदे आपके स्वास्थ्य को किस प्रकार लाभांवित करते हैं।
मुंह के अल्सर के लिए माजूफल के फायदे – Majuphal for Mouth Ulcer in Hindi
मंजाकनी का उपयोग इसके बंधनकारी गुणों के कारण मुंह के छालों का इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग करने पर यह तुरंत ही मुंह के छालों से राहत दिलाने में मदद करता है। आप अपने छालों पर माजू फल के पेस्ट को लगा सकते हैं। अल्सर के मामले में उपयोग करने के लिए यह पूर्ण रूप से सुरक्षित होता है। यहां तक कि यह बच्चों के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
पानी में थोड़ी देर के लिए माजूफल को भिंगोंए फिर इसकी कठोर सतह को थोड़े-थोड़े पानी के साथ पत्थर पर रगड़ें और एक पेस्ट बना लें। तत्काल राहत पाने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है। इस पेस्ट को आप अपने छालों में लगाएं। आपको यह आराम दिलाने में मदद करेगा। यदि आप कभी मुंह के छालों से परेशान हो जाएं तो इस उपचार को अजमाकर देखें। यह आपको तुरंत ही माजूफल के गुण दिखाएगा।
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मधुमेह के लिए माजूफल का उपयोग – Majufal for Prevents Diabetes in Hindi
इस औषधीय फल में गैलिक एसिड अच्छी मात्रा में होता है जो अस्थमा और मधुमेह को रोकने में मदद करता है। आप माजूफल की चाय तैयार कर सकते हैं। और इसका सेवन कर सकते हैं। यह आपके शरीर मे अतिरिक्त शर्करा को नियंत्रित कर आपके शरीर को मधुमेह के खतरों से बचाने में मदद करता है।
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माजूफल के लाभ योनि को टाइट करने में – Manjakani for Vaginal Tightening in Hindi
महिलाओं के लिए माजूफल के फायदे बहुत अधिक होते हैं। इसमें त्वचा और ऊतकों को कसने वाले गुण होते हैं। मंजकनी योनि या गर्भाशय के संक्रमण, असामान्य गर्भाशय रक्तस्राव, असामान्य योनि निर्वहन और ल्यूाकोरीया के लिए सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। इस फल का उपयोग एक पेस्ट के रूप में किया जाता है। योनि को इससे साफ करने करने पर यह सभी प्रकार के संक्रमण को दूर करने में मदद करता है। प्रसव के बाद महिलाओं को इसे अन्य जड़ी बूटीयों के साथ दिया जाता है जो गर्भाशय की दीवार की लोच को बहाल करने में मदद करता है। यह महिलाओं की योनि में कसाव लाने के साथ साथ उनके स्तनों को भी टाइट करने में मदद करता है।
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त्वचा के लिए माजूफल के गुण – Oak Gall for Skin in Hindi
त्वचा को स्वस्थ्य और सुंदर बनाने के लिए आप माजूफल का उपयोग कर सकते हैं। इसके बंधनकारी गुण त्वचा को टाइट करने और स्वस्थ्य रखने के लिए प्रसिद्ध हैं। यदि इसकी बहुत ही कम मात्रा का नियमित रूप से सेवन किया जाता है तो यह त्वचा को गोरा बनाने और त्वचा की अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से नुकसान हो सकता है। इन लाभों के अलावा यह आपके वजन को कम करने में भी सहायक होता है।
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पेट की खराबी दूर करने में माजूफल के फायदे – Manjakani for Irritable bowel syndrome in Hindi
जिन लोगों को आईबीएस (Irritable bowel syndrome) के लक्षण होते हैं उनके लिए माजू फल बहुत ही लाभकारी होता है। यह उन लोगों की निम्न प्रकार की समस्याओं को दूर कर सकता है।
- मल के साथ बलगम का आना
- अत्यधिक बदबू के साथ माल
- चिपचिपा मल (Sticky stools)
- पतला मल (Loose stools)
- सूजन (Bloating)
अगर किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार के लक्षण हो तो माजूफल का सेवन कर इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
मंजाकनी पाउडर 1 ग्राम, अदरक पाउडर 500 मिली ग्राम और साइपरस रोटंडस 500 मिली ग्राम गर्म पानी के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए।
इस संयोजन का उपयोग उस समय नहीं किया जाना चाहिए जब आपका पेट लगातार खराब हो या कब्ज की समस्या बहुत समय हो। ऐसी स्थिति में इसका उपयोग करने से आपकी समस्या और बढ़ सकती है।
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माजूफल के फायदे गुदा की सूजन को कम करे – Majuphal for Rectal Prolapse after Diarrhea in Hindi
बड़ी आंत के निचले हिस्से को धोने के लिए मांजाकणी (Manjakani) के काढ़े का उपयोग किया जाना चाहिए। माजू फल के काढ़ा में एक सूती कपड़ा भिगोंना चाहिए और प्रभावित क्षेत्र में रखा जाना चाहिए। आप ऐसी स्थिति में माजूफल के पाउडर को पेस्ट बनाकर भी उपयोग कर सकते हैं।
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माजूफल बेनिफिट्स फॉर ल्यूकोरेरिया – Majuphal Benefits for Leucorrhea in Hindi
मंजाकनी की बंधनकारी संपत्ति (astringent action) सूजन को कम करने में मदद करते हैं और सूक्ष्मजीवों के विकास को रोकती हैं। इस कारण योनिनाइटिस या ल्यूकोरेरिया के कारण निर्वहन को कम करने में मिलती है।
आंतरिक रूप से 500 ग्राम गोदंती भस्म (Godanti Bhasma) के साथ 1 ग्राम मांजकनी पाउडर को सबसे अच्छा उपचार माना जाता है।
बाहरी रूप से 500 मिलीग्राम फिटकरी (alum) और माजूफल के काढ़े के मिश्रण के साथ जननांग धोना फायदेमंद होता है।
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दांत दर्द के इलाज में माजूफल का सेवन – Majuphal for Toothache in Hindi
अधिकांश आयुर्वेदिक दांत पाउडर में माजूफल का उपयोग किया जाता है। यह दांत दर्द और मसूड़ों की सूजन को कम करता है। इसके बंधनकारी और एंटीमिक्राबियल और एंटी-इंफ्लामेट्री कार्यों के कारण पायरिया के इलाज के लिए सहायक होता है। इस समस्या के लिए माजूफल, काला नमक, नीम पाउडर और बबूल की छाल के मिश्रण का उपयोग कर दंतमंजन तैयार किया जा सकता है। यह मंजन मसूड़ों के संक्रमण, मसूड़ों से रक्तस्राव को कम करता है। यह मसूड़ों में होने वाली सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने का सबसे अच्छा प्राकृतिक उपाय होता है।
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मंजाकनी के फायदे प्रसव के बाद – Oak Gall Benefits for Post Pregnancy in Hindi
प्रसव के बाद महिलाओं के लिए माजूफल के फायदे बहुत अधिक होते हैं। बच्चों के जन्म के बाद अक्सर महिलाओं में स्तन और योनि के ढीलेपन की समस्या आम होती है। ऐसी स्थिति माजूफल का सेवन करने से स्तन और योनि को टाइट करने में मदद मिलती है। यह योनि ऊतकों को कसने में मदद करता है।
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माजूफल का इस्तेमाल बच्चों के लिए – Manjakani for Kids in Hindi
बच्चों के बहुत से स्वास्थ्य लाभों के लिए माजू फल का उपयोग किया जाता है। बच्चों के पेट की समस्या और दस्त के बाद आने वाली सूजन के उपचार के लिए माजू फल का उपयोग किया जाता है। इसमें एंटी-डायरियल (anti-diarrheal) गुण पेट के सभी विकारों को ठीक करने में मदद करते है। इन परिस्थितियों पर दालचीनी पाउडर, माजूफल पाउडर और शहद के साथ मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने पर यह बच्चों के पेट से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है।
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जवा दिखने के लिए माजूफल पाउडर का उपयोग – Oak Gall for Look Young in Hindi
त्वचा में कसाव लाने के लिए यह एक अद्भुत जड़ी बूटी है। यह चेहरे या योनि की कसाबट को बनाए रखने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में पाये जाते हैं जो कि समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
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माजूफल के नुकसान – Majuphal ke Nuksan in Hindi
यह एक ऐसा रसायन होता है जो बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करता है। लेकिन यदि इसका सेवन यदि अधिक मात्रा में किया जाता है तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। इससे होने वाले कुछ नुकसान इस प्रकार हैं :
- आपको इसे कम मात्रा में सेवन करना चाहिए, फिर धीरे-धीरे इसकी मात्रा को बढ़ाना चाहिए। यदि आप शुरूआत में ही इसकी अधिक मात्रा का सेवन करते हैं तो इससे कुछ नुकसान हो सकते हैं।
- गर्भावस्था के समय इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे गर्भापात हो सकता है।
- अगर इसका कोई दुष्प्रभाव होता है तो इसका उपयोग करना तुरंत ही बंद कर देना चाहिए।
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