Malaria in Hindi मलेरिया जीवन को खतरे में डालने वाली खून से संबंधित बीमारी है जो मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होती है। इस बीमारी का कारण प्लाज्मोडियम परजीवी होता है, जो मच्छर के द्वारा हमारे शरीर में पहुंचता है। संक्रमित मच्छर एक बार मानव को काटते है जिससे परजीवी हमारे खून में पहुंच जाते है और फिर पूरे शरीर पर अतिक्रमण कर लेते है। इस लेख में आप जानेगे मलेरिया के लक्षण, कारण, जाँच, उपचार, इलाज और बचने के घरेलू उपाय के बारे में।
1. मलेरिया का क्या कारण है? – What causes malaria in Hindi
2. मलेरिया के लक्षण क्या है – What are the Symptoms of malaria in Hindi
3. मलेरिया की जाँच – How is malaria diagnosed in Hindi
4. मलेरिया की जटिलताएं – Complications of malaria in Hindi
5. मलेरिया का उपचार कैसे किया जाता है – How is malaria treated in Hindi
6. मलेरिया रोकने के उपाय – Tips to prevent malaria in Hindi
7. मलेरिया से बचने के प्राकृतिक घरेलू उपाय – Home Remedies For Malaria in Hindi
8. मलेरिया के लिए आहार – Diet for Malaria in Hindi
मलेरिया तब होता है जब ,कोई मच्छर प्जाज्मोडियम (Plasmodium) परजीवी से संक्रमित होकर किसी व्यक्ति को काटता है।
चार प्रकार के मलेरिया परजीवी होते है-
जो मनुष्यों को संक्रमित करते है। मलेरिया से होने बाली मौतों के लिए फेल्सीपेरम सबसे बड़ा कारण होता है। यदि गर्भवती महिला मलेरिया से संक्रमित हो तो यह संक्रमण उसके द्वारा बच्चे तक पहुंच सकता है। इसे जन्मजात मलेरिया के रूप में जाना जाता है। मलेरिया का संक्रमण रक्त में होता है, इसलिए यह खून (Blood) के माध्यम से भी फैल सकता है।
जो निम्न प्रकार से हो सकता है-
किसी व्यक्ति के मलेरिया संक्रमित (Infected with malaria) होने पर इसके लक्षण 10 दिन से 4 सप्ताह के बीच में दिखाई देते है। कुछ मामलों में लक्षण कई महिनों तक नही दिखते, क्योंकि कुछ मलेरिया परजीव शरीर में प्रवेश करने के वाद कई महिनों तक निष्क्रिय रह सकते है।
आइए जानते है मलेरिया को पहचानने वाले आम लक्षण :
(और पढ़े – बुखार कम करने के घरेलू उपाय)
यदि आप में मलेरिया संक्रमण से संबंधित कोई भी लक्षण दिखे तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए, क्योंकि डॉक्टर मलेरिया का परीक्षण और उपचार करने में सक्षम होता है। डॉक्टर आपका स्वायस्थ परिक्षण (health test) करने के बाद आपके द्वारा किए गए पिछले इलाजों का अध्ययन करेगा। आपका डॉक्टर यह निर्धारित करने में सक्षम होगा कि क्या आपके पास एक बड़ा प्लीहा या यकृत में सुजन है यदि आपमें मलेरिया के लक्षण हैं, तो आपका डॉक्टर आपके शरीर में मलेरिया की पुष्टि करने के लिए रक्त परीक्षण कराने को कह सकता है। ये परीक्षण दिखाएंगे:
इसके बाद डॉक्टर आपका इलाज प्रारंभ करेंगें।
मलेरिया जीवन के प्रति कई तरह घातक जटिलताएं (complications) पैदा कर सकता है। जो इस प्रकार है:
मलेरिया एक जानलेवा बीमारी हो सकती है, खासकर अगर आपको फेल्सीपेरम प्रकार का मलेरिया है। इस रोग का उपचार आम तौर पर अस्पताल में किया जाता है। डॉक्टर आपको हुए संक्रमण (Infection) के आधार पर दवाएं लिखेगें। कई वार ऐसा होता है कि वे दवाएं परजीवी (Parasite) की प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट नही कर पाती तो चिकित्सक अन्य दवाओं का प्रयोग करते है। कुछ प्रकार के मलेरिया जैसे पी वाईवेक्स (P vivax) और पी ओवल (P ovale) के जीवाणु आपके पेट लंबी अवधि के निष्क्रिय पड़े रहते है जो बाद में संक्रमण (Infection) को पुन: फैला सकते है। यदि आपको इस प्रकार का संक्रमण होता है तो डॉक्टर द्वारा इस प्रकार की दवाएं दी जाती है जो भविष्य में इनके फिर से होने पर उन्हें रोकने में सक्षम हों।
मलेरिया के लिए अन्य टीकों की तरह किसी प्रकार का टीका उपलब्ध नहीं है। आप इसके लिए अपने डॉक्टर पर ही निर्भर करते है।
यदि आपको मलेरिया होता है तो आपके लिए डॉक्टर द्वारा कुछ दवाएं निर्धारित की जा सकती है। ये दवाएं उन अन्य सामान्य दवाओं की तरह ही उपयोग की जा सकती है।
मच्छरों से बचने के लिए आप मच्छरदानी (Mosquito net) का उपयोग कर सकते है। जिसके काटने से आप मलेरिया संक्रमित हो सकते है
हमारे द्वारा लिया जाने वाला भोजन, फल और सब्जीयां हमारे उपचार का एक अंग होता है। मलेरिया के लिए सबसे प्रभावी धरेलू उपचार में से एक है चकोतरा, इसे प्रतिदिन नियमित रूप से सेवन करना चाहिए ।
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मलेरिया के उपाय के लिए दालचीनी (Cinnamon) एक बहुमूल्य उपाय है। पिसे हुई एक चम्मच दालचीनी में एक चुटकी कालीमिर्च पाउडर (freshly ground black pepper)और एक चम्मच शहद (Honey) को एक गिलास पानी में उबालें और ठंडा होने के बाद इसको पीएं। यह मलेरिया (malaria) से लड़ने में हमारी मदद करता है।
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चूना और नींबू, कार्टैन प्रकार के मलेरिया बुखार को कम करने में महात्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
चूने की थोड़ी सी मात्रा लें और एक नींबू के रस के साथ एक गिलास पानी में घोल कर इसका सेवन करें यह आपकी बुखार को कम करने में मदद करेगा।
(और पढ़े – गर्म नींबू पानी पीने के फायदे जानकर आप अपने दिन की शुरुआत इसे पीकर ही करेंगे )
आपको चाहिए अदरक का एक टुकड़ा और एक कप पानी । अदरक को बारीक काटने के बाद इसे एक कप पानी में कुछ देर के लिए उबालें । ठंडा करने के बाद आप इसे काढ़े के रूप में पी सकते है, स्वाद बढाने के लिए आप इसमें शहद भी मिला सकते है। इस तरह इसे एक दिन में दो या तीन बार पीना चाहिए।
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अदरक (Ginger) में जिंजरोल जैसे सक्रिय घटक, रोगाणू रोधी (Antibacterial) और प्रतिरोधी तत्व होते है जो हमारे स्वास्थ के लिए लाभकारी होते है। इस तरह के उपाय आपको सरदर्द के साथ साथ पाचन को भी ठीक करता है।
पवित्र तुलसी के पत्ते मलेरिया की रोकथाम में एक लाभकारी उपाय हैं। तीन ग्राम काली मिर्च पाउडर के साथ पवित्र तुलसी के ग्यारह ग्राम पत्तियों को लेकर पेस्ट तैयार करें और इसका दिन में एक बार उपयोग करें। यह मिश्रण ठंड के कारण मलेरिया बुखार में लाभदायक होता है।
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आपको संतरे का रस (Orange juice) भोजन के साथ उपयोग करना चाहिए। क्योंकि इसमें विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मदद करता है। भोजन के साथ संतरे के रस का उपयोग आपकी बुखार (Fever) को कम करने में मदद करता है।
पांच ग्राम मेथी (Fenugreek) या मेथी के कुछ बीजों को रात में भिगोंऍं और सुबह इस पानी को खाली पेट पीने से यह बुखार (Fever) को कम कर सकता है। आप इसका सेवन तब तक कर सकते है जब तक कि मलेरिया संक्रमण (Malaria infection) पूरी तरह से ठीक ना हो जाए।
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बुखार के कारण अक्सर रोगी को कमजोरी (Weakness) महशूस होती है। मैथी के बीज इस कमजोरी को दूर करने में मदद करते है। ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को बढ़ाने के साथ मलेरिया परजीवी (Malaria parasite) को नष्ट करने में सहायक होते है। इसलिए मलेरिया रोगी को मैथी का सेवन अधिक करना चाहिए।
सरसों का तेल, विशेष रूप से काली सरसों के बीज एंटीमलेरियल (Antimalarial) गतिविधि वाले होते है। इसका उपयोग नियमित रूप से आहार के साथ जोड़कर किया जा सकता है। यह शरीर को संक्रमण से बचाता है। इसलिए सरसों या सरसों के तेल (Mustard oil) का उपयोग मलेरिया पीड़ित व्यक्ति को जरूर करना चाहिए।
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मलेरिया के लिए बुनियादी आहार तीन चरणों में विभाजित किया जा सकता है
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की उपरोक्त घरेलू उपचार का उपयोग करके एक स्वच्छ और साफ वातावरण अपने आसपास बनाकर रखने पर मलेरिया से खुद को बचाया जा सकता है। मच्छर से बचाने वाली क्रीम, दवाएं और साधनों का उपयोग करके और रात में मच्छरदानी का उपयोग कर मलेरिया से बचा जा सकता है।
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