Malasana yoga in Hindi मलासन एक सरल और लाभदायी योग आसनों में से एक है। मलासन अर्थात मल बहार करते समय हम जिस अवस्था में बैठते हैं उसे मलासन कहते हैं। मलासन में योग के ग्राउंडिंग (grounding) गुणों की गहरी जड़ें हैं जो हमें अपने जीवन और आध्यात्मिकता के उन पहलुओं को दुबारा आरम्भ करने में मदद करता हैं जिन्हें हम खो चुके हैं या भूल गए हैं। मलासन योग में बैठने की स्थति आपके पेट और पीठ के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। यह भी उन आसनों में से एक है जो आपके शरीर में जागरूकता का लयबद्ध प्रवाह प्रदान करते हैं। इस आसन के द्वारा सभी कार्यों को समन्वित किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शरीर का कोई भी भाग ओवरवर्क तो नहीं कर रहा है। इसमें ऐसा लगता है जैसे आपके शरीर का प्रत्येक अंग स्वयं को व्यक्त कर रहा है।
मालासन न केवल मन और हमारी आत्मा को शांत करने में मदद करता है बल्कि शरीर के निचले हिस्से को भी मजबूत करता है और पाचन में मदद करता है। आइये इस आसन को करने की विधि और इसके लाभों को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
1. मलासन क्या है – What is Malasana in Hindi
2. मलासन योग करने से पहले करें यह आसन – Malasana yoga karne se pahle Kare ye aasan in Hindi
3. मलासन योग करने का तरीका – Steps to do Malasana in Hindi
4. शुरुआती लोगों के लिए मलासन करने की प्रारंभिक टिप – Beginner’s Tip to do Malasana in Hindi
5. मलासन योग करने के फायदे – Benefits Of Malasana in Hindi
- मलासन योग करने के फायदे पीठ दर्द में – Malasana yoga benefits for back pain in Hindi
- नकारात्मक दूर करे मलासन योग – Nakaratmakta dur Kare Malasana in Hindi
- मलासन योग करने के फायदे हिप्स बड़ा करने में – Malasana yoga karne ke fayde hips ko bada karne me in Hindi
- मलासन योग के अन्य फायदे – Other Benefit Of Malasana In Hindi
6. मलासन योग करने से पहले रखें यह सावधानियां – Precautions to do Malasana in Hindi
मलासन क्या है – What is Malasana in Hindi
मालासन को माला मुद्रा के रूप में भी जाना जाता है इसके साथ इसे स्क्वाट मुद्रा (squat pose) भी कहा जाता है। मालासन एक संस्कृत भाषा का एक शब्द है जो शब्दों से मिलके बना हैं जिसमे पहला शब्द “माला” जिसका अर्थ “माला या हार” हैं और दूसरा शब्द “आसन” जिसका अर्थ “मुद्रा” होता हैं। मलासन को उपवेसान (Upavesasana) या गारलैंड (Garland Pose) पोज भी कहा जाता है। आजकल बहुत सारे लोग कुर्सियों, बिस्तरों या कारों में दिन भर बैठते हैं। यह आसन वास्तव में उन लोगों के लिए सबसे अधिक फायदेमंद है जिनके पास एक गतिहीन जीवन शैली है। यह एक सरल योग मुद्रा हैं इसे आसानी से किया जा सकता हैं आइये इस आसन को करने की विधि को विस्तार से जानते हैं।
(और पढ़े – योग क्या है योग के प्रकार और फायदे हिंदी में…)
मलासन योग करने से पहले करें यह आसन – Malasana yoga karne se pahle Kare ye aasan in Hindi
मलासन योग करने से पहले आप नीचे दिए गए कुछ योगासन का अभ्यास करें जिससे आपको इस आसन को करने में आसानी होगी-
मलासन योग करने का तरीका – Steps to do Malasana in Hindi
मलासन एक सरल और आसान योग मुद्रा हैं इसे कोई भी आसानी से कर सकता हैं। नीचे इस इस आसन को करने की विधि क्रमबद्ध तरीके से दी जा रही हैं जिसका अनुसरण करके आप इसे सरलतापूर्वक कर सकते हैं।
- मलासन योग करने के लिए सबसे पहले आप फर्श पर एक योगा मैट को बिछा के उस पर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दोनों पैरों को दूर-दूर रखें, दोनों पैरों के मध्य 1 से 1.5 फिट की दूरी होनी चाहिए।
- अब अपने दोनों हाथों को उठायें और अपनी छाती के सामने जोड़ लें यानि प्रार्थना की मुद्रा बनायें।
- अब धीरे-धीरे नीचें की ओर बैठ जायं, इस मुद्रा में आप मल त्याग करने वाली स्थिति में आ जायेंगें।
- अपनी जांघों को धड़ यानि शरीर के ऊपरी हिस्से से अधिक चौड़ा रखें।
- साँस छोड़ते और आगे की ओर ऐसे झुकें जैसे आपका धड़ आपकी जाँघों के बीच में फँसा हो।
- दोनों हाथों को इस स्थिति में जोड़ें की कोहनी पर 90 डिग्री का एंगल बन जाएं।
- फिर दोनों हाथों की कोहनी को जांघों के अन्दर रखें, ऐसा करने से आपको अपने धड़ के सामने के भाग का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
- इस आसन में आप कम से कम एक मिनिट तक रहें।
- अपनी प्रारंभिक अवस्था में आने के लिए खड़े हो जाएं अपने हाथों को सीधा नीचे लाएं।
(और पढ़े – योग मुद्रा क्या है प्रकार और फायदे…)
शुरुआती लोगों के लिए मलासन करने की प्रारंभिक टिप – Beginner’s Tip to do Malasana in Hindi
अगर आप एक बिगिनर है और योग अभ्यास की अभी अभी शुरआत कर रहे हैं तो हो सकता है कि आपको इस स्थिति में बैठने में थोड़ी कठिनाई हो तो इसके लिए आप एक कुर्सी के किनारे पर बैठें और अपनी जांघों और धड़ को 90 डिग्री के कोण का रूप दें। अपनी एड़ी को फर्श पर इस तरह रखें कि वे आपके घुटनों से थोड़ा आगे हों। आगे झुकें ताकि आपका धड़ आपके घुटनों के बीच में हो। ऐसा करने से आप धीरे-धीरे स्क्वाट (squat) में जाने की स्थिति होगें।
(और पढ़े – योग की शुरुआत करने के लिए कुछ सरल आसन…)
मलासन योग करने के फायदे – Benefits Of Malasana in Hindi
मलासन करने के अनेक लाभ हैं। यह आसन हमारे शरीर से विभिन्न प्रकार की समस्यों को दूर रखने में मदद करता हैं। आइये इस आसन के फायदों को विस्तार से जानते हैं।
मलासन योग करने के फायदे पीठ दर्द में – Malasana yoga benefits for back pain in Hindi
मलासन योग कोर (core) को मजबूत करने में भी मदद करता है, एक मजबूत कोर चोट और तनाव से हमारी पीठ को बचाने में महत्वपूर्ण है। अगर हम इस आसन का इस्तेमाल नहीं करते हैं और जब हम कुर्सियों में बैठते हैं तो आमतौर पर हम फिसल कर गिर जाते हैं तो इससे हमारी कोर को अधिक हानि होती है।
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नकारात्मक दूर करे मलासन योग – Nakaratmakta dur Kare Malasana in Hindi
मलासन को एक ग्राउंडिंग आसन भी कहा जाता है क्योंकि यह पृथ्वी के करीब लाता है। पृथ्वी के समीप और पास होने के कारण इसे शांत रहने के लिए जाना जाता है। अन्य हिप ओपनरों की तरह गारलैंड पोज़ भी कूल्हों को खोलकर इन नकारात्मक भावनाओं को छोड़ने की अनुमति देने के बारे में जाना जाता है।
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मलासन योग करने के फायदे हिप्स बड़ा करने में – Malasana yoga karne ke fayde hips ko bada karne me in Hindi
मलासन योग हिप्स को बड़ा करने के लिए सबसे अच्छा आसन हैं। इस आसन को करने के लिए आपको अपनी जांघों को दूर दूर करके बैठना पड़ता हैं जो एक अच्छा हिप्स ओपनर का कार्य करता हैं। इस हिप ओपनिंग पोज़ का अभ्यास कूल्हों में अधिक गतिशीलता प्रदान करने में मदद कर सकता है।
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मलासन योग के अन्य फायदे – Other Benefit Of Malasana In Hindi
- यह आसन पाचनतंत्र को सक्रिय करता है और चयापचय को उत्तेजित करता है।
- यह आसन आपकी एड़ियों और घुटनों में लचीलापन बढ़ाता है।
- मलासन योग पेट को टोन करने में मदद करता है।
- यह आसन निचली पीठ, सेक्रम, जननांग और कूल्हों को एक अच्छा खिंचाव देता है।
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मलासन योग करने से पहले रखें यह सावधानियां – Precautions to do Malasana in Hindi
मलासन योग करने से पहले आप नीचे दी गई सावधानियों को ध्यान में रखते हुए इस आसन का अभ्यास करें।
- इस आसन को उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिन लोगों को पीठ के निचले में चोट लगी हों।
- अगर आपके घुटनों में चोट या किसी भी प्रकार का दर्द हैं तो आपको इस आसन नहीं करना चाहिए।
- अगर आप तंग कूल्हों या कमर दर्द से परेशान हैं तो आप इस आसन को ना करें।
- यदि आपको किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या है तो आप इस पोज़ को करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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