Mangosteen Fruit Benefits in Hindi मैंगोस्टीन फल के लाभ और उपयोग हैरान करने वाले हैं। मैंगोस्टीन (गार्सिनिया मैंगोस्टाना) एक विदेशी, उष्णकटिबंधीय फल है जिसमें थोड़ा मीठा और खट्टा स्वाद होता है। जिसके कारण मैंगोस्टीन फल को फलों की रानी के नाम से जाना जाता है। इस फल में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। मैंगोस्टीन फल को वैज्ञानिक रूप से गार्सिनिया मैंगोस्टाना (Garcinia mangostana) के रूप में जाना जाता है बैंगनी मंगोस्टीन, जिसे हिंदी में ‘मैंगस्टन'(Mangustan), तेलुगु में ‘इवारुमिडी'(Ivarumamidi), मलयालम में ‘कट्टम्पी'(Kaattampi), बंगाली में ‘काओ'(Kao), कन्नड़ में ‘मुरुगला हन्नू’, गुजराती में ‘कोकम’, ‘कोकम’ या ‘रतंबा’ (Kokam‘ or ‘Ratamba’) के नाम से जाना जाता है। इसे देवताओं का भोजन माना जाता है। हालांकि मैंगोस्टीन फल स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्य लाभ दिलाने में सहायक होते हैं। मैंगोस्टीन फल में लगभग सभी प्रकार के पोषक तत्व और खनिज पदार्थों की अच्छी मात्रा होती है।
मैंगोस्टीन फल का उपयोग रक्तचाप और रक्त परिसंचरण को ठीक रखने, कैंसर को रोकने, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने और मासिक धर्म की परेशानियों को दूर करने के वजन घटाने, रक्त शर्करा नियंत्रण, उच्च रक्तचाप और पाचन की समस्या को दूर करने लिए किया जाता है। आज इस आर्टिकल में आप मैंगोस्टीन फल के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें। आइए इन्हें जानें।
विषय सूची
1. मैंगोस्टीन क्या है – Mangosteen kya hai in Hindi
2. मैंगोस्टीन के अन्य नाम – Mangosteen ke other name in Hindi
3. मैंगोस्टीन के पोषक तत्व – Mangosteen Nutritional Value in Hindi
4. मैंगोस्टीन के फल के फायदे – Mangosteen Fruit benefits in Hindi
5. मैंगोस्टीन के अन्य स्वास्थ्य लाभ – Other Health Benefits of Mangosteen in Hindi
6. मैंगोस्टीन कैसे खाएं – How to Eat Mangosteen in Hindi
7. मैंगोस्टीन के नुकसान – Mangosteen ke Nuksan in Hindi
यह एक सदाबहार पेड़ है जो विशेष रूप से इंडोनेशिया में पाया जाता है। मैंगोस्टीन थाईलैंड का राष्ट्रीय फल भी है। मैंगोस्टीन का फल बैंगनी रंग का होता है जिसके अंदर सफेद मांसल गूदा होता है। भारत जैसे देशों में इस फल को बहुत लोकप्रियता प्राप्त है।
मैंगोस्टीन फल के 3 मुख्य भाग होते हैं। पहला भाग इसका गहरा बैंगनी रंग का छिलका, दूसरा इसका मांसल गूदा और तीसरा इसके बीज। मैंगोस्टीन फल के बीजों का स्वाद कड़वा होता है जबकि इसका गूदा स्वादिष्ट और मीठा होता है। मैंगोस्टीन फल के ऊपर का आवरण या छिलका सख्त होता है। लेकिन फिर भी इसे आसानी से तोड़ा या अलग किया जा सकता है।
बैंगनी मैंगोस्टीन को हिंदी में मैंगस्टन के नाम से जाना जाता है। मैंगोस्टीन एक स्वादिष्ट फल है जिसका वैज्ञानिक नाम गार्सिनिया मैंगोस्टाना (Garcinia mangostana) है। इसे तेलुगु में इवारुमिडी (Ivarumamidi), मलयालम में कट्टम्पी (Kaattampi), बंगाली में काओ (Kao), कन्नड में मुरूगला हन्नू (Murugala Hannu), गुजराती में कोकम (Kokum) आदि नामों से जाना जाता है।
उच्च पोषक तत्वों की मौजूदगी के कारण मैंगोस्टीन फल बहुत ही लोकप्रिया फलों में शामिल हो चुका है। स्वाद से भरपूर होने के साथ ही इस फल में फाइबर और कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा होती है। इसके अलावा विटामिन ए और विटामिन सी के साथ ही आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम भी अच्छी मात्रा में होते हैं। इस फल बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन जैसे थियामिन (thiamine), नियासिन और फोलेट्स (niacin and folates) की मध्यम मात्रा होती है। ये विटामिन कॉफैक्टर्स (cofactors) के रूप में कार्य करते हैं जो शरीर को कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा को चयापचय करने में मदद करते हैं। मैंगोस्टीन फल में विशेष रूप से जैंथोन की अच्छी मात्रा होती है।
मैंगोस्टीन कैलोरी में अपेक्षाकृत कम है फिर भी कई आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
1-कप (196-ग्राम) डिब्बाबंद, सूखा मैंगोस्टीन में :
मैंगोस्टीन कैलोरी में कम होने के साथ कई आवश्यक विटामिन, खनिज और फाइबर प्रदान करता है। ये पोषक तत्व आपके शरीर में कई कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मैंगोस्टीन फल लंबे समय से विभिन्न एशियाई देशों में पारंपरिक चिकित्सा के लिए उपयोग किया जा रहा है। मैंगोस्टीन फल का सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं को नियंत्रित करने में फायदा होता है जो अध्ययनों से भी स्पष्ट हो चुका है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह फल अद्भुद पोषक तत्वों से भरपूर है। स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए इस फल और पौधे के विभिन्न हिस्सों का उपयोग किया जाता है। आइए जाने स्वास्थ्य के लिए मैंगोस्टीन फल के फायदे क्या हैं।
मैंगोस्टीन फल एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन का अच्छा स्रोत है। अब तक के ज्ञात फलों में सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट इसी फल में पाए जाते हैं। इस फल में प्राकृतिक रूप से पॉलीफेनोल (polyphenol) यौगिकों की मौजूदगी होती है जिसे जैंथोन के रूप में जाना जाता है। मैंगोस्टीन में जेन्थोन्स-एल्फा मैंगोस्टीन और गामा मैंगोस्टीन होते हैं। ऐसा माना जाता है कि मैंगोस्टीन फल में कम से कम 20 ज्ञात जैंथोन (Xanthones) होते हैं जिनमें से अधिकांश फल की दीवार या छिलके में होते हैं। ये घटक तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा ये एंटीऑक्सीडेंट शरीर को कई प्रकार के संक्रमण से बचाते हैं। जिनमें हृदय रोग, सर्दी और कैंसर आदि शामिल हैं।
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जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें मैंगोस्टीन का नियमित सेवन फायदे दिला सकता है। मैंगोस्टीन फल की100 ग्राम मात्रा में लगभग 63 कैलोरी होती है जो बहुत कम है। साथ ही इसमें संतृप्त वसा न के बराबर होता और यह कोलेस्ट्रॉल मुक्त है। मैंगोस्टीन में पाये जाने वाले पोषक तत्व और फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत बनाकर शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को कम करने में सहायक होते हैं। यदि आप भी अपना वजन घटाना चाहते हैं तो मैंगोस्टीन फल के साथ ही इसके छिलकों का भी सेवन करें। क्योंकि मैंगोस्टीन फल की अपेक्षा इसके छिलकों में जेन्थोन की मात्रा उच्च होती है। जो मोटापे के लक्षणों को कम करने में प्रभावी होता है।
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स्वस्थ शरीर के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली का मजबूत होना आवश्यक है। मैंगोस्टीन फल का उपयोग आपकी इम्यूनिटी पावर को बढ़ा सकता है। मैंगोस्टीन फल के छिलके में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। इसके अलावा इसमें एक्सथोन्स (Xanthones) भी होता है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक है। एक्सथोन्स फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने और उनसे लड़ने में शरीर की मदद करता है। इस फल में मौजूद विटामिन सी ल्यूकोसाइट्स (leukocytes) या श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन और कार्य को बढ़ावा देता है। जिससे आपके शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति में सुधार होता है। यदि आप भी कमजोर प्रतिरक्षा का अनुभव कर रहे हैं तो मैंगोस्टीन फल आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। मैंगोस्टीन फल के फायदे आपको कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाते हैं।
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महिलाओं को मासिक धर्म चक्र के दौरान कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए मैंगोस्टीन फल का उपयोग करने के फायदे हो सकते हैं। जिन महिलाओं को अनियमित पीरियड्स प्राप्त हो रहे हैं उनके लिए यह फल बहुत ही लाभकारी होता है। इसके अलावा कुछ जानकारों का मानना है कि मैंगोस्टीन की जड़ के अर्क का सेवन करना भी नियमित अवधि के लिए फायदेमंद होता है।
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उच्च रक्तचाप संबंधी समस्या किसी भी व्यक्ति के लिए गंभीर स्थिति बन सकती है। लेकिन उच्च रक्तचाप रोगी मैंगोस्टीन फल का इस्तेमाल कर लाभ प्राप्त सकते हैं। मैंगोस्टीन फल में पोटेशियम, कॉपर, मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसे मिनरल की अच्छी मात्रा होती है। ये सभी घटक रक्तचाप को नियंत्रित करने और हाई ब्लड प्रेशर के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम विशेष रूप से शरीर में नमक के उच्च स्तर को नियंत्रित करता है। जिससे हृदय रोगों संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। अध्ययन भी बताते हैं कि मैंगोस्टीन फल के फायदे उच्च रक्तचाप रोगी के लिए होते हैं।
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अध्ययनों से पता चलता है कि शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए मैंगोस्टीन फल एक अच्छा विकल्प है। मैंगोस्टीन फल में फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है जो हमारी ऊर्जा को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह त्वरित ऊर्जा प्राप्त करने में भी विशेष योदान देता है। आप भी सुबह के समय इस फल का सेवन कर दिन भर के लिए अतिरिक्त ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
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मैंगोस्टीन फल में उच्च एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण यह सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने में प्रभावी होता है। यह शरीर में हिस्टामाइन और प्रोस्टाग्लैंडीन (Histamine and Prostaglandin) को उत्तेजित करता है जिससे सूजन विरोधी प्रक्रिया में मदद मिलती है। इसलिए आप अपने शरीर में सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए मैंगोस्टीन फल का उपयोग लाभकारी हो सकता है। सर्दी, फ्लू जैसी समस्याओं में होने वाली सूजन को नियंत्रित करने के लिए मैंगोस्टीन के फायदे होते हैं।
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मैंगोस्टीन में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट कैंसर और अन्य हृदय रोगों को रोकने में मदद करते हैं। यह एक शक्तिशाली और प्रभावी एंटीऑक्सिडेंट है जो हमारे शरीर को मुक्त कणों से बचाता है जो ऑक्सीडेटिव तनाव, या “सेलुलर जंग” (cellular rust) का कारण बनता है जो गंभीर चिकित्सा स्थितियों का कारण बन सकता है।
जनसंख्या अध्ययन से पता चलता है कि सब्जियां और फल जैसे कि मैंगोस्टीन से भरपूर आहार कैंसर को रोक सकते हैं।
मैंगोस्टीन में विशिष्ट पादप यौगिक – जिसमें एक्सथोन (xanthones) शामिल हैं – में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
मल्टीपल टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि एक्सथोन कैंसर की कोशिका वृद्धि को रोक सकता है, जिसमें स्तन, पेट और फेफड़े के ऊतक शामिल हैं।
इसी तरह, अध्ययनों की एक छोटी संख्या ने पाया कि यह यौगिक चूहों में बृहदान्त्र और स्तन कैंसर की प्रगति को धीमा कर सकता है।
हालांकि ये परिणाम आशाजनक हैं, लेकिन मनुष्यों में अभी अपर्याप्त शोध किया गया है।
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मैंगोस्टीन फल में कई प्रकार के जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं। साथ ही इसमें एक्सथोन्स (Xanthone) नामक सक्रिय घटक भी होता है। यह घटक क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने और कई प्रकार की त्वचा समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। इसके अलावा त्वचा को स्वस्थ रखने वाले विटामिन सी भी मैंगोस्टीन फल में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होते हैं। जो कि त्वचा में मौजूद मुंहासों के पारंपरिक इलाज के लिए मैंगोस्टीन फल के लाभ दर्शाते हैं। आप भी त्वचा संबंधी लगभग सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने के लिए मैंगोस्टीन फल का उपयोग कर सकते हैं। मैंगोस्टीन फल आपके उम्र बढ़ने संबंधी संकेतों को भी कम करने का सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
मैंगोस्टीन के छिलके से बना रस आपकी त्वचा को कोमल बना सकता है।
सूरज के संपर्क में आने से त्वचा की क्षति दुनिया भर में एक आम घटना है और त्वचा कैंसर और उम्र बढ़ने के संकेत के लिए एक प्रमुख योगदानकर्ता है।
एक अध्ययन में पूरक मैंगोस्टीन के साथ इलाज के दौरान त्वचा में पराबैंगनी-बी (UVB) विकिरण के खिलाफ एक सुरक्षात्मक प्रभाव देखा गया है।
एक छोटे से, 3 महीने के मानव अध्ययन में पाया गया कि लोगों ने दैनिक 100 मिलीग्राम मैंगोस्टीन अर्क का उपयोग किया, जिससे उनकी त्वचा में काफी अधिक लोच का अनुभव हुआ और त्वचा की उम्र बढ़ने में योगदान करने के लिए ज्ञात एक विशेष यौगिक का कम संचय हुआ।
शोधकर्ताओं का कहना है कि मैंगोस्टीन की एंटीऑक्सिडेंट और इंती इंफ्लेमेटरी क्षमता इन त्वचा-सुरक्षात्मक प्रभावों का मुख्य कारण है, लेकिन इस क्षेत्र में अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
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मैंगोस्टीन एक औषधीय फल है जो आपकी पाचन संबंधी समस्याओं का इलाज कर सकता है। मैंगोस्टीन फल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक है। नियमित रूप से मैंगोस्टीन फल का सेवन करने से कब्ज और दस्त जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसमें मौजूद फाइबर की उच्च मात्रा आपके प्रीबायोटिक्स (prebiotics) का सेवन भी बढ़ाती है जो आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। यदि आप भी पाचन संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो मैंगोस्टीन फल के लाभ प्राप्त करने के लिए इसे अपने नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं।
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आप अपने आहार में मैंगोस्टीन फल को शामिल कर कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोक सकते हैं जिसमें उच्च कोलेस्ट्रॉल भी शामिल है। यह आपके शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है। शरीर में उच्च कोलस्ट्रॉल हृदय संबंधी समस्याओं का प्रमुख कारण होता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल शरीर में स्वस्थ रक्त परिसंचरण को बाधित करता है। लेकिन नियमित रूप से मैंगोस्टीन फल का सेवन करना हृदय के कामकाज को बेहतर बनाता है। क्योंकि यह ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) के स्तर को नियंत्रित करने में प्रभावी योगदान देता है। आप भी अपने हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए मैंगोस्टीन फल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मैंगोस्टीन फल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण अच्छी मात्रा में होते हैं। इसके अलावा इस औषधीय फल में जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण भी होते हैं। जिसके कारण यह हानिकारक बैक्टीरिया जनित स्वास्थ्य समस्याओं और तपेदिक जैसे रोगों से बचाने में सक्षम है। आप भी क्षय रोग (Tuberculosis) और अन्य समस्याओं के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए नियमित आहार में इस फल को शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मैंगोस्टीन फल अल्जाइमर रोग का इलाज कर सकता है। अल्जाइमर रोग (Alzheimer’s Disease) होने के दौरान रोगी को भ्रम, चिंता, तनाव, भूलने की बीमारी आदि लक्षणों का सामना करना पड़ता है। लेकिन मैंगोस्टीन फल का नियमित सेवन इस समस्या का स्थाई इलाज कर सकता है। आप तनाव प्रबंधन के लिए भी मैंगोस्टीन फल का उपयोग कर सकते हैं।
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यदि आप मसूड़ों संबंधी समस्या से परेशान हैं तो घरेलू उपचार के लिए मैंगोस्टीन फल का प्रयोग कर सकते हैं। यह मसूड़ों में होने वाली पीरियोडोंटाइटिस (periodontitis) नामक मसूड़ों संबंधी समस्या का प्रभावी रूप से उपचार करने में सहायक है। मैंगोस्टीन फल से प्राप्त जेल मसूड़ों की परेशानी को ठीक करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करता है।
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मैंगोस्टीन फल आपके दिल, मस्तिष्क और पाचन तंत्र पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है:
दिल: अध्ययन से पता चलता है कि एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हुए मैंगोस्टीन एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को बाहर निकलकर हृदय रोग के जोखिम कारकों को प्रभावी ढंग से कम किया जा सकता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य: अध्ययनों से संकेत मिलता है कि मैंगोस्टीन अर्क मानसिक गिरावट को रोकने, मस्तिष्क की सूजन को कम करने और अवसाद के लक्षणों में सुधार करने में मदद करता है, हालांकि इस क्षेत्र में मानव अध्ययन की कमी है।
पाचन स्वास्थ्य: मैंगोस्टीन फाइबर से भरा होता है। सिर्फ 1 कप (196 ग्राम) आरडीआई का लगभग 14% प्रदान करता है। फाइबर पाचन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, और उच्च फाइबर आहार आंत्र नियमितता (आंत को स्वस्थ्य) को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
मनुष्यों में मस्तिष्क, हृदय और पाचन स्वास्थ्य का समर्थन करने में मैंगोस्टीन की भूमिका के बारे में निश्चित दावे करना अभी भी जल्दबाजी है।
मैंगोस्टीन तैयार करना और खाना आसान है – हालांकि आप जहां रहते हैं, उसके आधार पर इसे खोजना मुश्किल हो सकता है। फलों का मौसम अपेक्षाकृत कम होता है, जो अक्सर इसकी उपलब्धता को सीमित करता है।
आपके लिए सबसे अच्छा यह है कि इसे विशेष एशियाई बाजारों से खरींदे, लेकिन ध्यान रखें कि ताजा मैंगोस्टीन काफी महंगा हो सकता है। जमे हुए या डिब्बाबंद रूपों को सस्ते दामों में आसानी से खरीदा जा सकता है – लेकिन ध्यान रखें कि डिब्बाबंद संस्करणों में अक्सर चीनी को जोड़ा जाता है।
मैंगोस्टीन फल को रस के रूप में या पाउडर के पूरक के रूप में भी खाया जा सकता है।
यदि आप एक ताजा फल खाते हैं, तो एक चिकने, गहरे बैंगनी रंग के बाहरी छिलके वाले फल को चुनें। इसकी छाल अखाद्य (inedible) है, इसे आप एक चाकू के साथ आसानी से हटा सकते है।
पके होने पर आंतरिक मांस सफेद और बहुत रसदार होता है। फलों के इस हिस्से को स्वाद बढ़ाने के लिए फलों के सलाद में मिला कर खाया जा सकता है।
मैंगोस्टीन फल का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए मैंगोस्टीन के नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए अधिक मात्रा में इस फल का सेवन करने से बचना चाहिए। मैंगोस्टीन का सेवन करने से बहुत कम प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों की सूचना मिली है, और यह अधिकांश लोगों के लिए सुरक्षित है।
हालांकि, अधिक केंद्रित रूप – जैसे पूरक, रस या पाउडर – 100% जोखिम-मुक्त नहीं हैं।
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