Medical Uses Of Marijuana In Hindi जैसे ही हम भांग (मारिजुआना) का नाम सुनते है तो हमारे मन में सबसे पहला ध्यान नशे का आता है क्योकि हम लोगो से इसके नशे के बारे में सुनते अ रहे है वहीं दूसरी ओर भांग शिवरात्री में भगवान शिव को चढ़ाने के लिये भी उपयोग किया जाता है क्योंकि हमारा मानना है कि इससे शिव जी तुरंत प्रसन्न हो जाएंगे। भांग या गांजा ((Cannabis या marijuana)) की लत शरीर के लिए नुकसानदायक होती है यह बात तो लगभग हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर भांग की सही खुराक ली जाये तो वह सेहत के लिए लाभकारी हो सकती है। मादा भांग के पौधे के फूल, आसपास की पत्तियों एवं तनों को सुखाकर बनने वाला गांजा सबसे सामान्य प्रकार का होता है।
भांग का पौधा औषधीय गुणों से भरा पड़ा है। भांग के पौधों में केनाबिनोल नामक रसायन पाया जाता है। भांग कफशामक एवं पित्तकोपक होता है।
डॉक्टर भी इलाज के लिए मेडिकल मारिजुआना लिख सकते हैं:
भांग, चरस या गांजे की लत शरीर को नुकसान पहुंचाती है। लेकिन इसकी सही डोज कई बीमारियों से बचा सकती है. इसकी पुष्टि विज्ञान भी कर चुका है. एक नजर इसके फायदों पर।
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2013 में वर्जीनिया की कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने यह साबित किया कि गांजे में मिलने वाले तत्व एपिलेप्सी अटैक को टाल सकते हैं। यह शोध साइंस पत्रिका में भी छपा. रिपोर्ट के मुताबिक कैनाबिनॉएड्स कंपाउंड इंसान को शांति का अहसास देने वाले मस्तिष्क के हिस्से की कोशिकाओं को जोड़ते हैं।
अमेरिका के नेशनल आई इंस्टीट्यूट के मुताबिक भांग ग्लूकोमा के लक्षण खत्म करती है. इस बीमारी में आंख का तारा बड़ा हो जाता है और दृष्टि से जुड़ी तंत्रिकाओं को दबाने लगता है. इससे नजर की समस्या आती है. गांजा ऑप्टिक नर्व से दबाव हटाता है।
अल्जाइमर से जुड़ी पत्रिका में छपे शोध के मुताबिक भांग के पौधे में मिलने वाले टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल की छोटी खुराक एमिलॉयड के विकास को धीमा करती है. एमिलॉयड मस्तिष्क की कोशिकाओं को मारता है और अल्जाइमर के लिए जिम्मेदार होता है. रिसर्च के दौरान bhang का तेल इस्तेमाल किया गया।
शुगर से पीड़ित ज्यादातर लोगों के हाथ या पैरों की तंत्रिकाएं नुकसान झेलती हैं. इससे बदन के कुछ हिस्से में जलन का अनुभव होता है। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की रिसर्च में पता चला कि इससे नर्व डैमेज होने से उठने वाले दर्द में bhang आराम देती है। हालांकि अमेरिका के एफडीए ने शुगर के रोगियों को अभी तक भांग थेरेपी की इजाजत नहीं दी है।
भांग एक एंटी इंफ्लेमेटरी पौधा है जिसके पत्तों को लगाने से गठिया दृारा सूजन और दर्द को कम करने मे मदद मिलेगी।
मारिजुआना के साइड इफेक्ट्स जो आमतौर पर लंबे समय तक नहीं होते हैं उनमें शामिल हो सकते हैं:
अधिक गंभीर दुष्प्रभावों में गंभीर चिंता और मनोविकार शामिल हैं।
लोगों में मारिजुआना और मानसिक बीमारी को देखने का एक द्वंद्व है। कुछ लोग सोचते हैं कि मारिजुआना मानसिक बीमारी को बढ़ा देता है और दूसरों को लगता है कि यह मानसिक बीमारी में मदद कर सकता है।
नोट: भांग के इन फायदों के बावजूद एक बात का ध्यान रखें कि इसको कभी भी खाली पेट न पीयें और नमकीन स्नैक्स के साथ खायें। अगर आपको इसे लेने के तरीके मे कोई शक हो तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें। गर्भवती महिलाओं को इस का सेवन नहीं करना चाहिए।
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