बढती उम्र के साथ लगभग हर एक व्यक्ति कभी-कभी याददाश्त कम होना (memory loss) या भूलने की बीमारी (forgetfulness) का अनुभव करता है, जो आमतौर पर चिंता का कोई कारण नहीं है। लेकिन याददाश्त में कमी कुछ चिकित्सकीय स्थितियों और गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है, जिसका निदान और इलाज जल्द से जल्द कराना आवश्यक होता है। कुछ स्थितियों में याददाश्त में कमी का इलाज आसानी से किया जा सकता है, जबकि कुछ स्थितियां जैसे- अल्जाइमर रोग, में इलाज मुश्किल हो जाता है। इसलिए याददाश्त खोने की समस्या वाले व्यक्तियों को यह लेख जरूर पढ़ना चाहिए। इसमें आप जानेगें कि याददाश्त खोने (मेमोरी लॉस) की समस्या क्या है, इसके लक्षण और कारण क्या होते हैं और इसकी जाँच और इलाज कैसे किया जाता है के साथ-साथ याददाश्त कमजोर होने से बचने के उपाय के बारे में।
मेमोरी लॉस असामान्य रूप से भूलने की बीमारी (amnesia) है, जो मस्तिष्क समस्याओं की ओर संकेत करती है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति नई घटनाओं को याद नहीं रख पाता है, जबकि अतीत की यादों को याद रख सकता है। गंभीर रूप से स्मृति हानि की समस्या, मनोभ्रंश (डिमेंशिया) की बीमारी की ओर संकेत देती है। बीमारी, चोट या अत्यधिक भावनात्मक तनाव के परिणामस्वरुप मस्तिष्क को नुकसान पहुँचाने के कारण मेमोरी लॉस हो सकती है। कारणों के आधार पर मेमोरी लॉस अस्थायी या स्थायी हो सकती है।
मेमोरी लॉस एक बहुत ही व्यापक शब्द है, जिसका मतलब मेमोरी (याददाश्त) सम्बन्धी कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी से होता है। मेमोरी लॉस के अलग-अलग प्रकार होते हैं, जिसमें शामिल हैं:
(और पढ़ें – भूलने की बीमारी के लक्षण कारण जांच इलाज और उपचार)
मेमोरी लॉस का प्राथमिक लक्षण यादें को बनाने में असमर्थता है। यदि किसी व्यक्ति को याददाश्त खोने की समस्या (मेमोरी लॉस) है, तो उस व्यक्ति द्वारा तथ्यों, घटनाओं, स्थानों या विशिष्ट बातों को याद करने में कठिनाई होती है। याददाश्त खोना स्थाई और अस्थाई हो सकती है। समय के साथ लक्षण अधिक गंभीर हो सकते हैं। याददाश्त में कमी से सम्बंधित लक्षणों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
मस्तिष्क के अनेक क्षेत्र यादों को संजोकर रखने और पुनः याद करने में मदद करते हैं। अतः इन मस्तिष्क क्षेत्रों से सम्बंधित कोई भी समस्या याददाश्त खोने (मेमोरी लॉस) का कारण बन सकती है।
मस्तिष्क में किसी भी प्रकार की नई चोट के परिणामस्वरूप स्मृति हानि (memory loss) हो सकती है, मस्तिष्क की चोट निम्न स्थितियों के कारण या उसके बाद उत्पन्न हो सकती है, जैसे:
कभी-कभी, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के साथ साथ भी याददाश्त खोने की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जैसे:
मनोभ्रंश (dementia) के संकेत और लक्षण के रूप में भी याददाश्त खोने की समस्या को महसूस किया जा सकता है। कुछ सामान्य प्रकार के मनोभ्रंश (डिमेंशिया), जो स्मृति हानि का कारण बनते हैं, निम्न हैं:
स्मृति हानि (मेमोरी लॉस) के प्रतिवर्ती कारणों में निम्न को शामिल किया जाता है, जैसे:
याददाश्त खोने (memory loss) के उच्च जोखिम वाली स्थितियों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
यदि याददाश्त खोने (मेमोरी लॉस) की समस्या दैनिक जीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ अन्य लक्षणों के उत्पन्न होने का कारण बनती है, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
मेमोरी लॉस की स्थिति का निदान करने के लिए डॉक्टर मरीज के सम्पूर्ण चिकित्सकीय इतिहास के बारे में जानकारी लेगा। अतः मरीज के साथ परिवार के किसी एक सदस्य या विश्वसनीय मित्र को साथ जाना आवश्यक है। डॉक्टर याददाश्त में कमी का कारण बनने वाली समस्याओं का निदान करने के लिए लक्षणों के बारे में सवाल पूछ सकता है।
डॉक्टर, याददाश्त खोने या मेमोरी लॉस होने की स्थिति का निदान करने के लिए न्यूरोलॉजिस्ट (neurologist), वृद्धावस्थारोगविशेषज्ञ (geriatrician) या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की भी सलाह ले सकता है। इसके अतिरिक्त मेमोरी लॉस के कारणों का सटीक निदान करने के लिए निम्न टेस्ट किये जा सकते हैं, जैसे:
याददाश्त कम होना या मेमोरी लॉस का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। दवाओं और उपचार में परिवर्तन कर मेमोरी लॉस का इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा पोषक तत्वों की कमी से होने वाली स्मृति हानि का उपचार पोषण सप्लीमेंट का उपयोगी कर किया जा सकता है। अतः मेमोरी लॉस से सम्बंधित समस्याओं का इलाज कर याददाश्त को वापिस प्राप्त किया जा सकता है। अल्जाइमर रोग या लेवी बॉडी डिमेंशिया से संबंधित मेमोरी लॉस का इलाज के लिए कुछ दवाओं की सिफारिश की जा सकती है जिनमें शामिल हैं: क्लोनिलेरेज़ इनहिबिटर (cholinesterase inhibitors), जैसे कि डोनेपेजिल (donepezil), गैलेंटामाइन (galantamine) और रिवास्टिग्माइन (rivastigmine)।
मेमोरी लॉस वाले व्यक्ति को बहुत अधिक समर्थन की आवश्यकता होती है। अतः लक्षणों को कम करने के लिए तथा प्रतिदिन के कार्यों में सहायता के लिए पीड़ित व्यक्ति को घर पर निम्न तरीकों को अपनाना चाहिए, जैसे:
याददाश्त खोने की समस्या के जोखिम को कम करने और लक्षणों की गंभीरता से बचने के लिए व्यक्ति निम्न तरीकों को अपना सकता है, जिनमें शामिल हैं:
(और पढ़ें: दिमाग तेज करने के घरेलू नुस्खे)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…