Menopause in Hindi रजोनिवृत्ति ( मासिक धर्म का बंद होना ) तब होता है जब एक महिला को लगातार 12 महीनों में मासिक धर्म नहीं आता है और वे स्वाभाविक रूप से गर्भवती नहीं हो सकती है। यह आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच शुरु होता है, लेकिन मेनोपॉज इस समय सीमा के पहले या बाद में भी हो सकता है। आइऐ जानते हैं कि आखिर रजोनिवृत्ति क्या है, इसके लक्षण क्या है और इसकी रोकथाम किस प्रकार से की जा सकती है।
रजोनिवृत्ति (मीनोपॉज) के समय महिलाओं को कई असामान्य लक्षणों का सामना करना पड़ता है जैसे कि वजन बढ़ना और हॉट फ्लैस (hot flashes) (इस दौरान महिलाओं को बहुत ही गर्मी का एहसास होता है जो थोड़ी-थोड़ी देर में आता है और वापिस चला जाता है।)। ज्यादातर मामलों में रजोनिवृत्ति के लिए किसी भी प्रकार के चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता नहीं होती है।
विषय सूची
1. रजोनिवृत्ति की उम्र – Menopause age in hindi
2. रजोनिवृत्ति (मीनोपॉज) के शुरु और खत्म होने का समय – Menopause start and end time in Hindi
3. प्रीमीनोपॉज और पोस्ट मीनोपॉज में अंतर – Difference in Perimenopause and Postmenopause in Hindi
4. रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) के लक्षण क्या है – What are the symptoms of Menopause in Hindi
5. जल्दी रजोनिवृत्ति के लक्षण – Symptoms of per menopause in hindi
6. रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) की जटिलताएं – Complications for Menopause in Hindi
7. रजोनिवृत्ति के कारण क्या हैं – What are the causes for Menopause in Hindi
8. रजोनिवृत्ति का निदान कैसे करें – How is menopause diagnosed in Hindi
9. रजोनिवृत्ति (मीनोपॉज) का उपचार – Treatment for Menopause in Hindi
10. रजोनिवृत्ति के घरेलू उपाय और उपचार – Menopause Home remedies in Hindi
रजोनिवृत्ति के लिए औसत आयु 51 वर्ष होती है। रजोनिवृत्ति प्रारंभ होने के बाद लगभग 10 वर्षो तक महिलाएं इसके लक्षणों को महसूस करती है और कुछ महिलाओं के लिए यह अवधि 12 वर्ष तक हो सकती है।
अधिकतर महिलाओं में रजोनिवृत्ति शुरु होने के चार साल पहले से ही इसके लक्षण विकसित होने लगते हैं।
ऐसे कई कारक हैं जो यह निर्धारित करने में मदद करते हैं कि आपकी रजोनिवृत्ति कब शुरु होगी। प्रीमीनोपॉज (perimenopause) (महिलाओं में जब लगातार 1 वर्ष तक मासिक धर्म या पीरियड आना बंद हो जाए तो उसे प्रीमीनोपॉज कहते हैं।) अक्सर रजोनिवृत्ति के पहले होता है। प्रीमीनोपॉज एक ऐसा समय है जब आपके हार्मोन रजोनिवृत्ति की तैयारी में बदलना शरु कर देते हैं। यह कुछ महीनों से कई वर्षों तक रह सकता है। कई महिलाओं में 40 वर्ष की आयु के बाद प्रीमीनोपॉज शुरु होता है। प्रीमीनोपॉज पूरा होते ही अचानक रजोनिवृत्ति (Menopause) की शुरुआत हो जाती है।
लगभग 1 प्रतिशत महिलाएं 40 वर्ष से पहले रजोनिवृत्ति शुरु होने का अनुभव करती हैं और लगभग 5 प्रतिशत महिलाएं 40 से 45 वर्ष की आयु में इसे प्रारंभ करती हैं। इसे प्रारंभिक या समय से पहले रजोनिवृत्ति, या प्राथमिक डिम्बग्रंथि अपर्याप्तता (primary ovarian insufficiency) कहा जाता है।
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प्री मीनोपॉज (Perimenopause) : इस स्थिति के दौरान, मासिक धर्म (Menstrual) की अवधि अनियमित हो जाती है। आपका पीरियड आने में देरी हो सकती है या आप पूरी तरह से एक या इससे अधिक महीने के लिए बिना पीरियड्स के रह सकती हैं। इस दौरान आपका मासिक धर्म भी भारी या हल्का (heavier or lighter) हो सकता है।
रजोनिवृत्ति (Menopause) एक ऐसी स्थिति होती है जहां महिलाओं में पूरे 1 वर्ष तक मासिक धर्म नहीं आता है।
पोस्ट मीनोपॉज (Postmenopause) : रजोनिवृत्ति के बाद पोस्ट मीनोपॉज की स्थिति कई वर्षो तक बनी रह सकती है।
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सभी महिलाओं के लिए रजोनिवृत्ति (menopause) का अनुभव अलग-अलग होता है। रजोनिवृत्ति के अचानक होने या कम अवधि के लिए होने पर इसके लक्षण आमतौर पर गंभीर होते हैं। यह ऐसी स्थिति होती है जो अंडाशय के स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं, जैसे कैंसर, हिस्टरेक्टॉमी (cancer or hysterectomy) या कुछ जीवनशैली विकल्पों जैसे धूम्रपान इसकी गंभीरता और लक्षणों को बढ़ा सकता है।
मासिक धर्म परिवर्तनों के अलावा प्रीमीनोपॉज, रजोनिवृत्ति और पोस्ट मीनोपॉज (post menopause) के लक्षण आमतौर पर समान होते हैं। प्रीमीनोपॉज के सबसे प्रारंभिक लक्षण इस प्रकार हैं:
लगभग 75 प्रतिशत महिलाएं रजोनिवृत्ति के साथ वासोमोटर के लक्षणों का अनुभव करती हैं। रजोनिवृत्ति के अन्य सामान्य लक्षणों में शामिल हैं :
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रजोनिवृत्ति की सामान्य जटिलताओं में शामिल हैं :
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मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो अंडाशय की आयु (ovaries age) और कम प्रजनन हार्मोन (less reproductive hormones) का उत्पादन दर्शाती है।
इस स्थिति में शरीर को निम्न प्रकार के परिवर्तनों से गुजरना पड़ता है:
सबसे प्रमुख परिवर्तनों में से एक सक्रिय डिम्बग्रंथि follicles का नुकसान है। डिम्बग्रंथि की रोम संरचनाएं हैं जो मासिक धर्म और प्रजनन क्षमता को बढ़ाते हुए अंडाशय की दीवार से अंडे उत्पन्न करती हैं और उन्हें छोड़ती हैं।
ज्यादातर महिलाओं को पहली बार उनकी मासिक धर्म की आवृति अलग लगती हैं, क्योंकि इस समय प्रवाह बहुत ज्यादा और लंबे समय तक रहता है। जो कि लगभग 40 वर्ष की आयु के मध्य होता है। 52 वर्ष की आयु तक अधिकांश महिलाएं रजोनिवृत्ति प्राप्त कर चुकी होती हैं।
कुछ मामलों में, रजोनिवृत्ति प्रेरित होती है, या अंडाशय और संबंधित श्रोणि संरचनाओं की चोट या सर्जिकल प्रक्रिया के द्वारा हटाने के कारण होती है।
प्रेरित रजोनिवृत्ति के सामान्य कारणों में शामिल हैं :
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यदि आप रजोनिवृत्ति के लक्षणों का अनुभव करते हैं तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकती हैं, या आप ऐसे लक्षणों को 45 वर्ष की आयु के पहले ही अनुभव करती हैं तब भी आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
रजोनिवृत्ति के निदान के लिए कोई भी परिक्षण नहीं है, लेकिन आपका डॉक्टर रक्त परिक्षण के लिए कह सकता है जो रक्त में उपस्थित कुछ हार्मोन के स्तर को माप सकता है। रजोनिवृत्ति की पुष्टि लार परिक्षण, ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) और मूत्र परिक्षण के द्वारा की जाती है लेकिन ये परिक्षण महंगे और अवश्र्व्सनीय होते हैं।
प्रीमनोपॉज के दौरान एफएसएच और एस्ट्रोजेन के स्तर प्रतिदिन उतार-चढ़ाव करते हैं, इसलिए अधिकांश डॉक्टर पिछली चिकित्सा और मासिक धर्म की जानकारी के आधार पर इस स्थिति का निदान करते हैं।
आपके लक्षणों और स्वास्थ्य के आधार पर आपका डॉक्टर अन्य अंतर्निहित स्थितियों को ठीक करने के लिए अतिरिक्त रक्त परीक्षण भी करा सकता है जो आपके लक्षणों के लिए जिम्मेदार हैं। रजोनिवृत्ति की पुष्टि करने में सहायता के लिए आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले अतिरिक्त रक्त परिक्षणों में शामिल हैं :
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यदि आपके लक्षण गंभीर हैं और आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं तो आपको इसके इलाज की आवश्यकता है। 60 वर्ष से कम आयु की महिलाओं और जिन महिलओं में रजोनवृत्ति शुरु हुए 10 वर्षो से अधिक का समय हो गया है उन महिलाओं के लिए हार्मोन थेरेपी एक प्रभावी उपचार हो सकता है। इसके अलावा आप निम्न समस्याओं को कम कर अपने रजोनिवृत्ति के लक्षणों को कम या दूर कर सकते हैं।
बालों के झड़ने और योनि सूखापन जैसे अधिक विशिष्ट मेनोपॉज के लक्षणों के इलाज के लिए अन्य दवाओं का उपयोग किया जा सकता है जैसे कि :
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जीवनशैली और घरेलू उपचारों का उपयोग करके मेनोपॉज के लक्षणों को कम किया जा सकता है। आइए जाने रजोनिवृत्ति के लक्षणों को दूर करने वाले घरेलू उपाय क्या हैं।
अपने शरीर की गर्मी (hot flashes) को नियंत्रित करने के लिए आप अपने कमरे को वातानुकूलित बना सकते हैं, साथ ही आपको ऐसी स्थिति में पहनने के लिए शुद्ध काटन के ढ़ीले कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। आप रात के पसीने की संभावनाओं को दूर करने के लिए कंबल या मोटे चादरों का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप अपने शरीर मे अचानक से बढ़ने वाली गर्मी को नियंत्रित कर सकती हैं।
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आप अपने वजन को कम करके भी मेनोपॉज के लक्षणों को कम कर सकती हैं। इसके लिए आप ज्यादा कैलोरी वाले भोजन को खाने से बचे और साथ ही साथ नियमित रूप से प्रतिदिन 30 मिनिट तक व्यायाम करें। ऐसा करने से आपको निम्न लक्षणों को दूर करने में मदद मिल सकती है :
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ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने, अपनी ऊर्जा शक्ति को बढ़ाने और अपनी अनिंद्रा को दूर करने के लिए आप कैल्शियम, विटामिन डी और मैग्नीशियम आदि को अपने आहार मे पूरक की तरह उपयोग कर सकते हैं। पूरक आहार के बारे मे आप अपने डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं जो आपकी व्यक्तिगत स्वास्थ्य आवश्यक्ताओं की पूर्ति करने में आपकी मदद करते हैं।
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आप अपने शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों जैसे अवसाद, चिंता, तनाव, और अनिंद्रा आदि परेशानियों के बारे में अपने डॉक्टर या मनोवैज्ञानिक से बात कर सकती हैं।
आपको चिंता या आपकी मनोस्थिति में होने वाले परिवर्तनों के बारे में अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों या प्रीयजनों से बात करनी चाहिए जिससे कि वे आपकी परेशानियों को दूर करने में आपकी मदद कर सकें।
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योग तकनीक का उपयोग कर आप रजोनिवृत्ति के लक्षणों को कम कर अपनी परेशानियों को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आप योग अभ्यास कर सकते हैं, स्वशन संबंधि अभ्यास जिनमें सांस लेना और सांस छोडना जैसी क्रिया शामिल होती हैं, या फिर ध्यान मुद्रा का उपयोग कर सकते हैं जो आपके मन को शांत और स्थिर बनाने में मदद करता है और मेनोपॉज के लक्षणों को भी कम करने में मदद करता है।
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आप अपनी त्वचा के सूखेपन को दूर करने के लिए नियमित रूप से मॉइस्चराइजर का उपयोग कर सकती हैं। रजोनिवृत्ति के लक्षणों वाली महिलाओं को अधिक स्नान और तैराकी से बचना चाहिए क्योंकि यह उनके त्वचा के सूखापन को और अधिक बढ़ा सकता है।
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यदि आप अनिंद्रा से परेशान हैं तो यह आपके रजोनिवृत्ति के लक्षणों को बढ़ा सकता है। आप अपनी अनिंद्रा को दूर करने के लिए ओटीसी नींद की दवाओं का उपयोग करे या अपने डॉक्टर से प्राकृतिक नींद उपचार की जानकारी लें। अगर आपको नियमित रूप से सोने में परेशानी होती है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वे आपकी अच्छी नींद को प्रबंधित करने में आपकी मदद कर सकें और आप आराम से नींद ले सकें।
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ऐसी महिलाएं जो रजोनिवृत्ति के लक्षणों से परेशान हैं उन्हें धूम्रपान से बचना चाहिए साथ ही उन्हें ऐस स्थान से बचना चाहिए जहां धूम्रपान से संबंधित धुआं होता है। सिगरेट का धुआं आपके लक्षणों को और अधिक बढ़ा सकता है। इसी प्रकार ऐसी महिलाओं को शराब के सेवन को सीमित करना चाहिए या बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। रजोनिवृत्ति के समय ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
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कुछ सीमित अध्ययनों ने एस्ट्रोजेन की कमी के कारण रजोनिवृत्ति के लक्षणों के लिए हर्बल उपायों के उपयोग की सलाह देते हैं। प्राकृतिक खुराक और पोषक तत्व जो रजोनिवृत्ति के लक्षणों को सीमित करने में मदद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं :
ऐसे दावे भी हैं कि ओमेगा -3 फैटी एसिड रजोनिवृत्ति से जुड़े वासोमोटर के लक्षणों में सुधार कर सकते हैं।
लेकिन इन दावों के समर्थन के बहुत ही कम सबूत मिले हैं।
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