Mobile Par Jyada Baat Karne Se Kya Nuksan Hota Hai क्या आप जानते हैं मोबाइल फोन पर अधिक देर तक बात करने से क्या नुकसान होता है? आजकल मोबाइल फोन हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। रोटी कपड़ा और मकान के अलावा संचार के लिए मोबाइल फोन भी एक बुनियादी जरूरत है। लेकिन माना जाता है कि किसी भी चीज का आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, फोन भी उनमें से एक है। मोबाइल का इस्तेमाल लोग गाने सुनने, मैसेज भेजने और इंटरनेट चलाने के लिए तो करते ही हैं लेकिन एक सर्वे के अनुसार फोन पर अधिक देर तक बातें करने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है जिसके कारण हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
आमतौर पर हम सभी जानते हैं कि फोन एक ऐसा डिवाइस है जो तरंगों से संचालित होता है। इसलिए मोबाइल फोन पर ज्यादा बात करने से हमें किस तरह का नुकसान होता है, इस लेख में हम इसी बारे में बताने जा रहे हैं।
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2013 में हुए एक सर्वे के अनुसार 18 से 29 साल के 63 प्रतिशत युवा स्मार्टफोन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं। मोबाइल पर अधिक देर तक बात करने के कारण युवाओं में तेजी से अनिद्रा की समस्या बढ़ रही है। नींद गड़बड़ होने की वजह से चिड़चिड़ापन और गुस्से की प्रवृत्ति भी विकसित हो रही है। वास्तव में देर तक मोबाइल फोन पर बात करने से मस्तिष्क में बनने वाले कुछ रसायन निष्क्रिय हो जाते हैं जिसके कारण नींद नहीं आती है। इसलिए यदि आप फोन पर देर तक बात करने के आदी हैं तो आपको यह नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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रिसर्च में पाया गया है कि जब हम देर तक कान के पास मोबाइल लगाकर बातें करते हैं तब फोन से निकलने वाला इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन (electromagnetic radiation) ऊत्तकों द्वारा अवशोषित हो जाता है। जिसके कारण मस्तिष्क के कैंसर (brain cancer) की संभावना बढ़ जाती है। मोबाइल फोन पर अधिक देर तक बात करने के कारण किसी भी उम्र के लोगों को ब्रेन कैंसर हो सकता है। इसलिए हर उम्र के लोगों और विशेषरूप से युवाओं को फोन पर अधिक देर तक बात करने से बचना चाहिए।
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मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि मोबाइल पर अधिक देर तक बात करने के कारण मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता है जिसके कारण कार्टिसोल नामक हार्मोन अधिक मात्रा में बनने लगती है और व्यक्ति को अधिक तनाव होना शुरू हो जाता है। मोबाइल पर देर तक बात करने से तनाव होने का दूसरा कारण यह है कि जिस व्यक्ति से आप अधिक देर तक बात कर रहे हैं उसकी नकारात्मक बातें भी आपके लिए तनाव का कारण बन सकती हैं। यही कारण है कि मनोचिकित्सक मस्तिष्क संबंधी समस्याओं जैसे डिप्रेशन, तनाव, माइग्रेन से बचने के लिए मोबाइल का कम से कम इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
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अमेरिकी सरकार की एक वेबसाइट के अनुसार फोन पर बहुत देर तक बात करते हुए इस दौरान लोग अपने काम भी करते रहते हैं। इसमें से एक है मोबाइल पर बात करते हुए सड़क पर वाहन चलाना। फोन पर अधिक बात करने के आदी लोगों को यह ध्यान ही नहीं रहता है कि उन्हें वाहन चलाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसके कारण वे सड़क दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। अगर आप फोन पर अधिक बात करते हैं तो आपको यह बड़ा नुकसान हो सकता है।
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मोबाइल फोन चुंबकीय तरंगों पर काम करता है और मस्तिष्क का भी अपना आंतरिक विद्युत आवेग (electric impulses) होता है जो तंत्रिकाओं को फोन पर संचार करने का संकेत देता है। एक रिसर्च में पाया गया है कि फोन पर 2 मिनट से अधिक देर तक बात करने पर तरंगे मस्तिष्क के आंतरिक हिस्सों में प्रवेश कर जाती हैं जिसके कारण मूड पैटर्न और व्यवहार में बदलाव आ जाता है। इसके कारण व्यक्ति अधिक गुस्सा, चिड़चिड़ापन का शिकार हो जाता है। कई मामलों में अधिक देर तक फोन पर बात करने के कारण व्यक्ति को एकाग्र होने और ध्यान केंद्रित करने में भी परेशानी होती है।
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एरिजोना यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के अनुसार मोबाइल पर टॉयलेट सीट (toilet seat) से भी अधिक संख्या में बैक्टीरिया जमा होते हैं जो हमें सूक्ष्म आंखों से दिखायी नहीं देते हैं। फोन पर अधिक देर तक बात करने के कारण ये बैक्टीरिया पसीने या अन्य माध्यमों से कान में संक्रमण पैदा करते हैं और चेहरे पर एलर्जी उत्पन्न कर देते हैं जिसके कारण रैशेज आने लगते हैं। इसलिए अगर आप मोबाइल पर अधिक देर तक बात करने के आदी हैं तो कोशिश करें कि मोबाइल चेहरे से न छूए और कान से फोन को थोड़ी दूरी पर रखकर बातें करें।
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फोन पर अधिक देर तक बात करने से एक बड़ी हानि यह होती है कि इससे व्यक्ति की मल्टीटास्किंग स्किल खराब होती है। इसका कारण यह है कि मोबाइल पर देर तक बात करने के आदी लोग काम पर कम फोकस कर पाते हैं जिसके कारण उनकी प्रदर्शन क्षमता भी प्रभावित होती है। वास्तव में बात करने के लिए फोन का अधिक इस्तेमाल करना ध्यान भटकाने का एक माध्यम माना जाता है। अगर किसी जरूरी काम या प्रोजेक्ट को आपको तय समय में पूरा करना है तो मोबाइल फोन पर अधिक देर तक बात करने से आपका काम प्रभावित हो सकता है।
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हम सभी अक्सर यह देखते हैं कि मोबाइल फोन पर देर तक बात करने वालों की अपनी ही एक दुनिया होती है। इसका अर्थ यह है कि उन्हें दूसरों से मतलब नहीं होता है और वे समाज से कट जाते हैं। फोन पर घंटों लगे रहने वाले लोग अपने सगे संबंधियों, और परिवार के लोगों को कम समय दे पाते हैं जिसके कारण उनके संबंध कभी बेहतर नहीं हो पाते हैं और ऐसे व्यक्ति लोगों के बीच अक्सर चर्चा का विषय बने रहते हैं। इसलिए मोबाइल फोन पर देर तक बात करने से आपको यह नुकसान हो सकता है कि आप अपने आसपास घटित होने वाली चीजों से बेखबर हो सकते हैं।
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आपने अक्सर महसूस किया होगा कि फोन पर घंटों बातें करने से फोन की बैटरी गर्म हो जाती है या कान में ईयरफोन लगाकर देर तक गाने सुनने से कान में हल्की जलन होने लगती है। इसका कारण यह है कि मोबाइल की तरंगों के कारण कान के नाजुक ऊत्तक क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और कान का आंतरिक हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित होता है जिसके कारण आप बहरेपन के शिकार हो सकते हें। मोबाइल फोन पर देर तक बातें करने के कारण पसीने की वजह से कान में मैल भी तेजी से इकट्ठी होती है जिसके कारण कान में खुजली हो सकती है।
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