मानसून के मौसम में बालों और त्वचा की देखभाल करना उतना ही जरूरी है, जितना की अन्य मौसम में होता है। इस मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिसकी वजह से बालों और त्वचा संबंधी समस्याएं पैदा होती हैं। बारिश के पानी में गीले होने से त्वचा बेजान और चिपचिपी हो जाती है, जिससे त्वचा पर मुंहासे, लाल धब्बे, खुजली हो जाती है, वहीं स्कैल्प पर गीलेपन की वजह से बाल रूखे और बेजान दिखाई देने लगते हैं। लेकिन बालों और त्वचा की उचित देखभाल कर इन सभी समस्याओं से निजात पाने के साथ बिना किसी डर के मानसून का लुत्फ लिया जा सकता है।
गर्मी हो या सर्दी लोग हर मौसम में अपनी त्वचा व बालों का बेहद ख्याल रखते हैं। लेकिन बरसात के मौसम में अपनी त्वचा और बालों की देखभाल करना भूल जाते हैं। मानसून एक ऐसा समय होता है, जब हमारी त्वचा और हमारे बाल विभिन्न समस्याओं जैसे नमी और पसीने का सामना करते हैं। तापमान और मौसम में बदलाव के कारण त्वचा और बाल लगातार प्रभावित होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार मानसून के समय शरीर का इम्यूनिटी लेवल कम हो जाता है, जिसकी वजह से इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। मानसून में मिट्टी और धूल की वजह से त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाते हैं, जिसकी वजह से कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं, वहीं बालों में पानी पडऩे के कारण बाल कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में इनकी देखभाल करना भी बहुत जरूरी हो जाता है।
आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको मानसून में बालों और त्वचा की देखभाल कैसे करनी चाहिए, इस बारे में बताएंगे। साथ ही इस लेख में ऐसी होम रेमिडी भी सुझाएंगे, जिनकी मदद से आप बरसात के मौसम में भी अपनी त्वचा और बालों में निखार ला सकते हैं।
विषय सूची
1. मानसून में कैसे करें बालों की देखभाल – Hair Care Tips In Rainy Season In Hindi
2. मानसून में अलग-अलग तरह के बालों की देखभाल – Rainy season me balo ki dekhbhal in hindi
3. मानसून में बालों की देखभाल के घरेलू उपाय – Home remedies for hair care in monsoon in Hindi
4. मानसून हेयर केयर टिप्स – Monsoon Hair Care Tips in Hindi
5. मानसून में त्वचा की देखभाल कैसे करें – Monsoon Skin Care Tips In Hindi
6. मानसून में त्वचा की देखभाल के टिप्स – Skin care tips for monsoon in Hindi
मानसून के चिपचिपे मौसम में बालों की हालत बेहद खराब हो जाती है। ऐसे में अगर आपके बालों को उचित देखभाल और पोषण न मिले, तो बालों से जुड़ी कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं। बारिश के पानी के संपर्क में आने के कारण मानसून में स्कैल्प से जुड़ी बीमारियां हो जाती हैं। उमस भरे और चिपचिपे मौसम में गर्म और आद्र स्थिति बैक्टीरिया के विकास को प्रोत्साहित कर स्कैल्प पर खुजली और झुलसाने वाले पैच पैदा कर देती है, साथ ही इस मौसम में जुएं होना बहुत ही आम है। इतना ही नहीं बारिश में बालों का झडऩा सबसे गंभीर समस्या है। इसके साथ कई लोग डैंड्रफ की समस्या से भी जूझते हैं।
अगर मानसून में आप बालों से जुड़ी इन सभी समस्याओं से बचना चाहते हैं, तो बालों की देखभाल अच्छे से करें। हम आपको नीचे मानसून में बालों की देखभाल कैसे करनी चाहिए, इस बारे में बता रहे हैं।
बारिश में भीगना हम सभी को पसंद है, लेकिन कभी कभी बारिश का पानी अशुद्ध और अम्लीय होता है। जिससे बाल खराब हो जाते हैं। इस मौसम में गीले बालों के झड़ने और बालों से जुड़ी अन्य समस्याओं का खतरा ज्यादा होता है, इसलिए बारिश में बाल गीले हो भी जाएं, तो इन्हें तुरंत सुखा लें। कोशिश करें कि बालों को सुखाने के लिए ब्लो ड्रायर का उपयोग न करें, क्योंकि इससे आपके बाल और कमजोर हो सकते हैं। इसलिए बालों को पूरी तरह से सुखाने के लिए सूखी टॉवेल का इस्तेमाल करें। चूंकि बारिश का पानी बालों के लिए अच्छा नहीं होता, इसलिए बालों को बरसात से बचाने के लिए सिर पर प्लास्टिक कैप या छाता का इस्तेमाल करें।
(और पढ़ें – बाल कैसे ब्लो ड्राई करें )
मानसून के मौसम में बालों में गंदगी होने के साथ फंगल इंफेक्शन हो जाता है। इससे बचने के लिए अपने बालों को हफ्ते में दो से तीन बार धोएं। खासतौर पर स्कैल्प को साफ करने के लिए डीप कंडीशनिंग शैंपू का उपयोग करें। कई बार डैंड्रफ की वजह से भी हेयरफॉल होता है, इसलिए एंटी डैंड्रफ शैंपू का उपयोग करें। लेकिन इसे हफ्ते में एक बार ही बालों पर लगाएं, क्योंकि ये बहुत हार्ड होते हैं।
(और पढ़ें – इन तरीको से चुने बालों के लिए सही शैंपू)
बालों को स्वस्थ रखने के लिए हर मौसम में ऑयल मसाज एक अच्छा विकल्प है। मानसून में बारिश के कारण बालों में गंदगी जल्दी जमा हो जाती है। इसे साफ करने के लिए हफ्ते में दो बार बालों की हॉट ऑयल मसाज करें। अपनी ड्राई स्कैल्प को मॉइश्चराइज और मजबूत करने के लिए तेल की मालिश बहुत जरूरी है।
(और पढ़ें – बालों में तेल कैसे और कब लगाएं, बालों में तेल लगाने का सही तरीका)
मानसून में स्कैल्प पर खूब सारी धूल और तेल जमा हो जाता है, इसलिए नियमित रूप से बालों को शैंपू करना चाहिए। साथ ही बालों को स्वस्थ और मुलायम रखने के लिए कंडीशनिंग भी उतनी ही जरूरी है। बरसात के मौसम में हवा में नमी का स्तर बालों को शुष्क बना देता है, जिससे स्प्लिट एंड्स होने के साथ हेयर डैमेज और हेयर फॉल की समस्या शुरू हो जाती है। इसलिए बालों को नियमित रूप से कंडीशन करें। ध्यान रखें कि स्कैल्प पर कंडीश्नर नहीं लगाना है, बल्कि इसका उपयोग बालों के छोर पर किया जाता है। इसके लिए चौड़े दांत वाली कंघी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार मानसून में अलग-अलग तरह के बालों के लिए खास देखभाल की जरूरत होती है। हम आपको नीचे हर तरह के बालों के लिए देखभाल करने के तरीके बता रहे हैं।
सूखे बाल अक्सर 4 से 6 दिनों में धोने के बाद भी रूखे और बेजान हो जाते हैं। बारिश के मौसम में ऐसे बालों की देखभाल नीचे दिए गए तरीकों से कर सकते हैं।
बालों को शैंपू करने के लिए ऐसे शैंपू का प्रयोग करें, जो खासतौर से सूखे बालों के लिए आते हैं।
मानसून के मौसम में सप्ताह में एक बार बालों को जरूर धोएं।
बालों को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर का इस्तेमाल न करें।
(और पढ़ें – होममेड हेयर मास्क फॉर ड्राई हेयर)
ऑयली हेयर वाले बालों को हफ्ते में दो बार धोने के बाद भी चिपचिपापन आ जाता है। इसलिए ऐसे बाल वाले लोगों को बारिश के मौसम में हमारे द्वारा नीचे बताए गए काम जरूर करने चाहिए।
ऑयली हेयर वाले लोगों को रोजाना बाल धोने चाहिए। साथ ही माइल्ड कंडीश्नर का उपयोग करें।
अगर आपके बाल मानसून में और भी ज्यादा ऑयली हो जाते हैं, तो दो चम्मच विनेगर या नींबू के रस से मसाज करें।
मानसून में बालों को अच्छी तरह साफ करना बेहद जरूरी होता है। इन्हें अच्छी तरह साफ करने के लिए पानी में पेपरमिंट चाय का भी प्रयोग कर सकते हैं। बाल धुलने के बाद इस पानी से बालों को एक बार धो लें।
जो बाल धोने के 3 से 4 दिन बाद ही चिपचिपे हो जाते हैं, उन्हें सामान्य बाल कहते हैं। बारिश के मौसम में ऐसे बालों की देखभाल नीचे दिए गए तरीकों से कर सकते हैं।
बालों को धोने के लिए हल्के शैंपू का इस्तेमाल करें।
बालों पर अच्छे कंडीश्नर का उपयोग करना चाहिए।
बरसात में अगर बाल भीग जाते हैं, तो साफ पानी से इन्हें एक बार जरूर धोएं या फिर माइल्ड शैंपू से वॉश कर लें।
बारिश के मौसम में लगातार भीगने और नमी के संपर्क में रहने से स्कैल्प पसीने से तर हो जाती है। इससे बाल सुस्त और बेजान से लगते हैं। हम आपके बालों के लिए कुछ ऐसे प्राकृतिक व घरेलू नुस्खे लेकर आए हैं, जिनकी मदद से आप घर बैठे अपने भीगे और सुस्त बालों को फिर से नया जीवन दे सकते हैं। इतना ही नहीं दिये गए इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप इस मौसम में बाल झड़ने, बाल टूटने, डैंड्रफ जैसी समस्या से भी निजात पा सकते हैं।
रीठा बालों की प्राकृतिक रूप से सफाई करता है। मानसून के दौरान रूखे बालों का इलाज करने के लिए ये आदर्श तरीका है। हिबिस्कस (गुड़हल) के साथ इसे मिलाकर लगाने से बाल स्वस्थ और चमकदार बनते हैं। रीठा जहां बालों की गंदगी साफ करती है, वहीं हिबिस्कस बालों की स्थिति में सुधार करने के लिए जाना जाता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए रीठा को रातभर पानी में भिगोएं। सुबह भीगे हुए रीठा को हिबिस्कस के पत्तों के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को 10 मिनट के लिए बालों पर लगाएं और साफ पानी से धो लें। बालों का रूखापन दूर हो जाएगा।
(और पढ़ें – बालों को खूबसूरत बनाने के लिए आंवला रीठा और शिकाकाई के फायदे)
एलोवेरा जेल में बालों को पोषण देने वाले सभी गुण होते हैं और यह तुरंत स्कैल्प से जुड़ी समस्याओं को खत्म कर देता है। बालों के विकास के लिए यह एक नेचुरल प्रमोटर माना जाता है। मानसून में बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए एलोवेरा जेल को आधा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर में मिलाएं और इसे हेयर मास्क की तरह बालों में लगा लें। जब यह सूख जाए, तो 30 मिनट के बाद इसे धो लें। लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करने से बालों का विकास तेजी से होने लगेगा।
(और पढ़ें – एलोवेरा का उपयोग बालों के लिए)
केले का हेयर मास्क या पैक मानसून के दौरान बालों को होने वाले नुकसान से बचाने का शानदार घरेलू तरीका है। केले में मौजूद पोटेशियम आपके बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। बालों में इसे लगाने के लिए दो छोटे केलों को ब्लेंड करें। अब इसमें एक चम्मच जैतून का तेल और तीन बड़े चम्मच मेयोनीज मिलाकर मास्क तैयार करें। अब इस मास्क को स्कैल्प और बालों पर अच्छे से लगाएं। 30 मिनट तक इसे लगा रहने दें और फिर बालों को पानी से धो लें। चार से छह बार इस प्रक्रिया को अपनाने के बाद हेयर डैमेज की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी।
(और पढ़ें – हेयर मास्क क्या होता है, फायदे, बनाने की विधि और लगाने का तरीका)
आलू विटामिन ए, बी और सी का मुख्य स्त्रोत है। जब बालों में इन विटामिन की कमी हो जाती है, तो यह शुष्क और भंगुर हो जाते हैं। इन विटामिन का उपयोग आमतौर पर बालों के विकास के लिए और बालों के झड़ने को रोकने के लिए किया जाता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए दो आलू का रस निकालकर स्कैल्प पर लगाएं। इसे 15 मिनट के लिए लगा छोड़ दें। 15 मिनट बाद इसे धोएं, लेकिन इसके लिए माइल्ड शैंपू का उपयोग करें। बेहतर परिणाम के लिए मानसून में इसका नियमित रूप से लगाएं।
(और पढ़ें – बाल झड़ने से रोकने का आयुर्वेदिक उपाय )
गेंदे के फूल में फाइटोकॉन्स्टीट्यून्ट्स होते हैं, जो रूसी को खत्म करने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही यह बालों को चिपचिपा होने से भी बचाता है। ऑयली बाल वाले लोगों के लिए गेंदे का फूल बहुत अच्छा घरेलू उपाय है। इसका इस्तेमाल करने के लिए गेदें के कुछ सूखे फूलों को गुनगुने पानी में डालकर उबलने के लिए छोड़ दें। अब इसका पानी निथार लें और शैंपू करने के बाद एक बार अपने रूसी वाले बालों को इस पानी से धो लें। डैंड्रफ साफ हो जाएगा।
(और पढ़ें – गेंदे के फूल के फायदे और नुकसान )
मेथीदाना हर मौसम में बालों का रूखापन दूर करने के लिए अच्छा होता है। चूंकि मानसून में बालों में रूखापन जल्दी आ जाता है, इसलिए इस मौसम में मेथीदाना का हेयर पैक लगाना बहुत फायदेमंद होता है। इसका उपयोग करने के लिए मेथी के बीजों को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह पानी निथार कर इन बीजों का पेस्ट बना लें और इसमें दो पके केले और अंडे की सफेदी मिलाकर पैक तैयार करें। अब इस पैक को बालों पर लगाएं और एक घंटे के लिए लगा छोड़ दें। इसके बाद पानी से धो लें। आपके बालों में शाईन आ जाएगी और रूखापन भी कम हो जाएगा।
(और पढ़ें – मेथी के फायदे और नुकसान)
बरसात के मौसम में अगर बालों को लेकर अगर छोटी-छोटी बातें ध्यान रखी जाएं, तो आपके बाल हेल्दी बने रहेंगे। मानसून में बालों को स्वस्थ रखने के लिए आप नीचे हमारे द्वारा दिए गए सुझावों को अपना सकते हैं।
बालों की मजबूती बनाए रखने के लिए हफ्ते में तीन से चार बार बालों को प्रोटीन ट्रीटमेंट दें। इसके लिए फेंटे हुए एक अंडे को गीले बालों पर लगाएं। 15 मिनट के लिए इसे रहने दें और फिर पानी से धो लें।
बालों की क्वालिटी को देखते हुए नेचुरल कंडीशनर का ही इस्तेमाल करें। बालों को साफ रखने के लिए हीना का कंडीश्नर बहुत लाभकारी होता है।
जब तक बाल सूख न जाएं, बालों को खुला रखें। अगर ज्यादा देर तक बाल खुले रहते हैं, तो जू होने का खतरा रहता है।
बालों की ही तरह मानसून में त्वचा की देखभाल भी बहुत जरूरी होती है। अगर आप बरसात के दिनों में अपनी त्वचा का ख्याल नहीं रखेंगे, तो त्वचा से संबंधित कई समस्याओं का सामना आपको करना पड़ सकता है। नीचे हम आपको बरसात के दिनों में त्वचा की देखभाल करने के विभिन्न तरीके बता रहे हैं। मानसून के दौरान इन टिप्स को फॉलो करके निखरी त्वचा पाई जा सकती है।
वैसे तो क्लींजिंग आपको हर दिन हर मौसम में अपने डेली रूटीन में शामिल करनी चाहिए, लेकिन मानसून में इसे नियमित रूप से करना है। अपनी त्वचा को गंदगी से बचाने और स्वस्थ रखने के लिए रात में सोने से पहले चेहरे की क्लीजिंग रोजाना करनी चाहिए।
मानसून के मौसम में हफ्ते में एक बार अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट जरूर करना चाहिए। यह गंदगी और त्वचा के खुले छिद्रों को हटाने में मदद करता है और त्वचा को चमकदार बनाता है। कुछ घरेलू उपाय जैसे कॉफी, चीनी-नींबू , बेकिंग सोडा या चावल का आटा त्वचा को पोषण देने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। त्वचा को मानसून में कीटाणुओं और बैक्टीरिया से बचाना जरुरी होता है। इस दौरान हाई क्वालिटी के स्क्रब का इस्तेमाल करना चाहिए। मानसून में त्वचा की देखभाल के लिए हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएट करें।
(और पढ़ें – त्वचा के बड़े रोम छिद्रों को कम करने के घरेलू उपाय)
मानसून यानि बारिश के मौसम में त्वचा की टोनिंग करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह छिद्रों को बंद करने में मदद करता है और त्वचा में पीएच बैलेंस को बहाल करता है। त्वचा पर गंदगी को हटाने के लिए टोनिंग आमतौर पर त्वचा को साफ करने के बाद की जाती है। आप चाहें तो प्राकृतिक उत्पादों जैसे ग्रीन टी, नींबू का रस, गुलाबजल और खीरे का पानी का उपयोग करके त्वचा के लिए अच्छा घरेलू टोनर तैयार कर सकते हैं। नमी और बारिश की वजह से आपकी त्वचा को फ्री रेडिकल से बचाना होता है। इसलिए हफ्ते में दो बार टोनर का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा स्वस्थ रहे।
(और पढ़ें – त्वचा की सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए घरेलू फेस पैक)
मानसून के सीजन में त्वचा को मॉइस्चराइज करना ना भूलें। अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो बारिश के मौसम में ऑयल फ्री मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। मानसून आपकी त्वचा को शुष्क और सुस्त बना देता है, इसलिए जब आप त्वचा को मॉइस्चराइज करते हैं, तो त्वचा हाइड्रेट भी होती है।
(और पढ़ें – जानिये अपनी स्किन का टाइप और प्रकार )
अगर आपको लगता है कि आपको सिर्फ गर्मी में धूप में जाने पर ही सनस्क्रीन की जरूरत पड़ती है, तो आप गलत हैं। मानसून में धूप नहीं होती है फिर भी आपको सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए। बारिश के दिनों में भी आपको हानिकारक यूवी किरणों से अपनी त्वचा को बचाने की बहुत आवश्यकता होती है। इसलिए बारिश के मौसम में घर से बाहर निकलने से पहले त्वचा पर सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करें।
(और पढ़ें – सनस्क्रीन क्या है फायदे, बनाने की विधि और लगाने की तरीका)
मानसून में त्वचा की देखभाल करने का सबसे अच्छा तरीका है इसे हाइड्रेट करना। पानी आपकी त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ ही इसे चमकदार भी बनाता है। मानसून के दौरान खासतौर से खुद को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है। इसलिए कोशिश करें कि दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीएं। आप चाहें तो पानी के अलावा फलों का रस, नारियल पानी का सेवन भी कर सकते हैं।
(और पढ़ें – नारियल पानी से चेहरा धोने के फायदे)
मानसून में त्वचा सूखी और सुस्त दिखने लगती है। ऐसा ज्यादातर उच्च आद्रता के कारण होता है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है, तो नीचे हम आपके लिए कुछ ऐसे असरदार और सस्ते फेस पैक और फेस मास्क लेकर आए हैं, जिन्हें आप घर बैठे आसानी से तैयार कर सकते हैं। बारिश के मौसम में ये सभी घरेलू पैक त्वचा को समस्या से मुक्त कर इसे तरोताजा रखने में मदद करेंगे।
(और पढ़ें – स्किन को हाइड्रेट करने वाले घरेलू हाइड्रेटिंग फेस मास्क और फेस पैक)
मानसून में त्वचा बेहद सूखी और शुष्क हो जाती है। इसके लिए ओटमील और अंडे से बना मास्क बेहद फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए तीन चम्मच दलिया, एक अंडे की सफेदी और एक चम्मच शहद और दही मिलाएं। ऐसे मिलाएं कि एक चिकना पेस्ट तैयार हो जाए। अब इस पेस्ट को लगाने से पहले चेहरा साफ कर लें और फिर धीरे -धीरे पूरे चेहरे पर इस पेस्ट को लगाएं। आधे घंटे तक इसे लगा रहने दें और फिर पानी से धो लें। चेहरे से ड्राईनेस हटाने के लिए इस मिश्रण का उपयोग हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।
(और पढ़ें – शहद के फायदे चेहरे और त्वचा के लिए)
मुल्तानी मिट्टी बरसात के मौसम में ऑयली स्किन वालों के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। इसे लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है और चमकदार बनती है। इसका उपयोग करने के लिए एक कटोरे में मुल्तानी मिट्टी और कुछ बूंद गुलाब जल की डालें और पेस्ट तैयार करें। ध्यान रखें कि पेस्ट गाढ़ा और चिकना होना चाहिए। इस पैक को हफ्ते में एक बार अपने चेहरे पर लगाएं। यह पैक संयोजन और तैलीय त्वचा वालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सूखी त्वचा वाले लोग इसे न लगाएं। फिर भी अगर आप इसका उपयोग करना चाह रहे हैं, तो इसे धोने के बाद एक अच्छा मॉइस्चराइजर जरूर लगाएं।
(और पढ़ें – ऑयली स्किन के लिए मुल्तानी मिट्टी फेस पैक)
मानसून में हर तरह की स्किन के लिए बेसन, हल्दी और गुलाबजल से बना फेस मास्क उपयुक्त होता है। बारिश के दिनों में इसका उपयोग करने के लिए एक चम्मच बेसन में चुटकीभर हल्दी मिलाएं। फिर नींबू के रस की दो से तीन बूंद निचोड़ें और 2 चम्मच गुलाब जल डालें। अब इस पैक को चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के बाद धो लें। यह पैक त्वचा को एक प्राकृतिक वमक प्रदान करेगा। संवेदनशील त्वचा वाले लोग यह फेस पैक लगाने से बचें।
(और पढ़ें – स्किन के लिए बेसन के फायदे)
मानसून में चमकती त्वचा पाने के लिए आप घर में ताजे फलों का मास्क तैयार कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरी में ताजा केले, सेब, आडू, स्ट्रॉबैरी को एक चम्मच शहद के साथ मिलाएं। अब इन सभी फलों को मैश करें। आप चाहें तो फलों को ब्लेंड भी कर सकते हैं। चेहरे पर लगाने के लिए एक अच्छा मास्क तैयार हो गया है। इसे आप चेहरे पर लगाएं। कुछ समय के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें और फिर पानी से धो लें। ताजे फलों का मास्क हफ्ते में दो बार लगाने से बरसात में भी आपका चेहरा खिला-खिला दिखाई देगा।
(और पढ़ें – रूखी त्वचा (ड्राई स्किन) के लिए केले के फेस पैक और मास्क)
बारिश के मौसम में त्वचा चिपचिपी होने लगती है, ऐसा उमस के कारण होता है। इसलिए जरूरी है कि इस मौसम में आप दो बार चेहरा धोएं। कोशिश करें, कि नॉन-सोपी फेसवॉश से चेहरा साफ करें।
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