सहजन औषधीय गुणों से भरपूर है इसे ड्रमस्टिक (drumstick) या मोरिंगा (Moringa) के नाम से जाना जाता है। इसे हिन्दी में सहजना, सहजन फली, सुजना, सेंजन और मुनगा जैसे नामों से भी जाना जाता है। सहजन के फायदे (Sahjan ke fayde in Hindi) गुण लाभ अनेक है सहजन के पेड़ पर वर्ष में एक बार फूल और फिर फल लगते हैं। इसका फल पतला लंबा और हरे रंग का होता है जो पेड़ के तने से नीचे लटका होता है। सहजन के पेड़ का हर एक हिस्सा बहुत फायदेमंद होता है और खाने के साथ ही बीमारियों के भी इलाज में उपयोग किया जाता है। सहजन जिसका वानस्पतिक नाम “मोरिंगा ओलिफेरा” है एक बहुत उपयोगी पेड़ है। सहजन के फायदे, गुण, लाभ, उपयोग और नुकसान (Moringa sahjan ke fayde aur nuksan in hindi) के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़ें ये लेख।
इसमें हमने सहजन खाने के फायदे, सहजना के फूल के औषधीय गुण, मुनगा की पत्तियों के फायदे, मोरिंगा के आयुर्वेदिक उपयोग और सहजन (ड्रमस्टिक) के नुकसान के बारे में बताया है। मोरिंगा का उपयोग इसके औषधीय गुणों और स्वास्थ्य लाभों के कारण सदियों से किया जाता रहा है। इसमें एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीडिप्रेसेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।
ड्रमस्टिक या मोरिंगा के पेड़ के पत्ते, फूल और जड़ सभी खाने योग्य हैं। बीज का उपयोग तेल निकालने के लिए किया जाता है जबकि फूलों को पकाया जा सकता है और खाया जा सकता है। मोरिंगा के बारे में सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि इस पेड़ का हर हिस्सा स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है क्योंकि वे आवश्यक पोषक तत्वों और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरे होते हैं। यदि आपने पहले कभी इसका इस्तेमाल नहीं किया है, तो हम आपको इसके ऐसे फायदे बता रहें हैं जिससे आपको पता लग जायेगा कि आपको इसका इस्तेमाल क्यों करना चाहिए।
मोरिंगा के बारे में मुख्य तथ्य:
मोरिंगा को माना जाता है:
विषय सूची
1. सहजन के पेड़ का उपयोग – Drumstick Tree Uses in Hindi
2. सहजन खाने के फायदे – Health benefits of Moringa in hindi
3. सहजन के नुकसान – sahjan Side effects in hindi
औषधीय वनस्पति के रूप में सहजन की पत्तियां एवं फूल को घरेलू उपचार में हर्बल मेडिसिन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके फूलों एवं फलों को सब्जियों के रूप में उपयोग किया जाता है। सहजन का गूदा और बीज का सूप, करी और सांभर में इस्तेमाल किया जाता है। सहजन का सूप इसकी पत्तियों, फूलों, गूदेदार बीजों से बनाया जाता है जोकि बहुत ही पोषण युक्त होता है और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
मोरिंगा में कई स्वास्थ्यवर्धक यौगिक होते हैं जैसे:
यह वसा में भी बहुत कम है और इसमें कोई हानिकारक कोलेस्ट्रॉल नहीं है।
मोरिंगा की पत्तियां कई विटामिन और खनिजों का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं। एक कप ताजी, कटी हुई पत्तियां (21 ग्राम) में लगभग निन्न मात्रा में पोषक तत्व होते हैं:
पत्तियों की तुलना में, सहजन की फली आम तौर पर विटामिन और खनिज कम होते हैं। हालांकि, वे विटामिन सी में उच्च होती हैं। एक कप ताजा, सहजना की फली (100 ग्राम) में आपकी दैनिक आवश्यकता का 157% विटामिन सी होता है।
भारत जैसे देशों में लोगों के आहार में कभी-कभी विटामिन, खनिज और प्रोटीन की कमी होती है। इन देशों में, सहजन कई आवश्यक पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण स्रोत हो सकता है।
हालांकि, इसका एक नकारात्मक पहलू भी है: मोरिंगा के पत्तों में उच्च स्तर के एंटीन्यूट्रिएंट्स भी हो सकते हैं, जो खनिजों और प्रोटीन के अवशोषण को कम कर सकते हैं।
आपको बता दें कि सहजन के पेड़ का कोई एक भाग ही नहीं बल्कि इसका फल, फूल, छाल, पत्तियां और जड़ सभी का उपयोग स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। कई बीमारियों के इलाज में विशेषरूप से ड्रमस्टिक का इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि मोरिंगा के कई फायदे हैं और इसका उपयोग स्वास्थ्य और सुंदरता से लेकर बीमारियों को रोकने और ठीक करने में मदद करता है। आइये जाने सहजन खाने से क्या फायदे होते हैं।
(और पढ़ें – सहजन या मोरिंगा पाउडर के फायदे और नुकसान)
उच्च रक्त शर्करा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। वास्तव में, यह मधुमेह का मुख्य लक्षण है। समय के साथ, उच्च रक्त शर्करा का स्तर हृदय रोग सहित कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ाता है। इस कारण से, अपने रक्त शर्करा को स्वस्थ सीमा के भीतर रखना महत्वपूर्ण है।
दिलचस्प बात यह है कि कई अध्ययनों से पता चला है कि मोरिंगा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है । हालांकि, अधिकांश सबूत जानवरों के अध्ययन पर आधारित हैं। केवल कुछ मानव-आधारित अध्ययन मौजूद हैं, और वे आम तौर पर निम्न गुणवत्ता के हैं।
30 महिलाओं में एक अध्ययन से पता चला है कि तीन महीने के लिए हर दिन मोरिंगा लीफ पाउडर के 1.5 चम्मच (7 ग्राम) लेने से रक्त शर्करा के स्तर में औसतन 13.5% की कमी आई है ।
मधुमेह वाले छह लोगों में एक अन्य छोटे अध्ययन में पाया गया कि 50 ग्राम मोरिंगा के पत्तों को भोजन में शामिल करने से रक्त शर्करा में 21% की वृद्धि कम हो गई ।
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये प्रभाव पौधों के यौगिकों जैसे कि आइसोथियोसाइनेट्स के कारण होते हैं।
मोरिंगा की पत्तियों से रक्त शर्करा के स्तर में कमी आ सकती है, लेकिन किसी भी ठोस सिफारिश को करने से पहले अधिक शोध की आवश्यकता है।
भोजन के रूप में उपयोग होने की अपेक्षा दवा के रूप में ड्रमस्टिक का उपयोग सबसे अधिक होता है सहजन के जड़ में उत्कृष्ट पोषक तत्व पाये जाते हैं और इसमें फाइटोकेमिकल कंपाउंड एवं एल्केनॉयड पाया जाता है और एक स्टडी में पाया गया है कि सहजन का जड़ अंडाशय के कैंसर (ovarian cancer) के इलाज में बहुत प्रभावी होता है।
मोरिंगा के अर्क में ऐसे गुण होते हैं जो कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं । इसमें नियाजिमिसिन भी होता है, जो एक यौगिक है जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को दबाता है।
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विटामिन के अलावा जिंक, कैल्शियम और आयरन जैसे मिनरल सहजन (drumstick) में पाये जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। पुरुषों में स्पर्म बनने में जिंक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और कैल्शियम खून की कमी नहीं होने देता है। सहजन की छाल में पाये जाने वाले यौगिक पतले सीमेन (semen) की समस्या को खत्म कर स्पर्म की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं।
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सूजन को कम करने वाली हर्बल क्रीम और मसल्स की पीड़ा को दूर करने वाली क्रीम बनाने में सहजन के फूलों का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा सहजन के फूलों का चाय बनाकर पीने से इसमें मौजूद पोषण की वजह से महिलाओं में यूटीआई की समस्या
खत्म हो जाती है। इसके अलावा बच्चे को दूध पीलाने वाली महिलाओं को सहजन के फूलों का सेवन करने से दूध बढ़ता है।(और पढ़े – यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) के लिए घरेलू उपचार
एक शक्तिशाली मूत्रवर्धक का कार्य करने के कारण सहजन का इस्तेमाल करने से यह वजन घटाने में मदद करता है। यह एंटीबायोटिक और पेनकिलर का भी काम करता है और सूजन एवं दर्द दूर करने में सहायक होता है। इसकी सब्जी खाने से क्षतिग्रस्त कोशिकाओं के मरम्मत में यह मदद करता है। मोरिंगा फाइबर में उच्च होता है जो आपके पेट को अधिक समय तक भरा रखने में मदद करता है। पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड नामक एक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो प्राकृतिक रूप से वसा को जलाने के रूप में कार्य करता है। जिससे आपका वजन कम होने लगता है।
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यौन रोगों को दूर कर यौन शक्ति बढ़ाने (sexual power), उत्तेजना पैदा करने और जननांगों की बीमारियों को दूर करने में सहजन का उपयोग बहुत लोकप्रिय है। अच्छा यौन सुख प्राप्त करने के लिए सहजन की फली का उपयोग किया जाता है।
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विटामिन B-कॉम्पलेक्स एवं फोलिक एसिड, पाइरीडॉक्सिन (pyridoxine) सहजन की पत्तियों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये सभी तत्व भोजन का आसानी से पचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ड्रमस्टिक की पत्तियों में मौजूद विटामिन पाचन क्रिया को रेगुलेट करते हैं। इसकी सूखी पत्तियों का पाउडर गर्म पानी से सेवन किया जा सकता है।
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पोषक तत्व जैसे विटामिन बी, प्रो विटामिन, बीटा-कैरोटीन और प्रोटीन आदि सहजन के पत्तियों में अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल चेहरे पर चमक लाने और बालों की अच्छी सेहत के लिए किया जाता है। सहजन की हरी पत्तियों को पीसकर चेहरे एवं बालों में लगाने से लाभ मिलता है।
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मोरिंगा सीड ऑयल बालों को फ्री रेडिकल से बचाने के लिए फायदेमंद है और इसे साफ और स्वस्थ रखता है। मोरिंगा में प्रोटीन भी होता है, जिसका अर्थ है कि यह त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायक है। इसमें हाइड्रेटिंग और डिटॉक्सीफाइंग तत्व भी होते हैं, जो बालों को भी बढ़ावा देते हैं। ड्रमस्टिक त्वचा के संक्रमण और घावों को ठीक करने में फायदेमंद हो सकता है।
स्वाद में मूली की तरह ही सहजन की जड़ का स्वाद होता है। सहजन की जड़ की कुछ मात्रा मसालों के रूप में उपयोग की जाती है। इसका उपयोग परफ्यूम, दवा, उर्वरक और पानी को प्यूरिफाई करने के लिए किया जा सकता है। इसलिए इसके जड़ को बहुत उपयोगी माना जाता है।
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एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होने के कारण ड्रमस्टिक की जड़ों का उपयोग बहुत सी बीमारियों को दूर करने में किया जाता है। सहजन अस्थमा, पाचन की बीमारी, गैस, त्वचा की समस्याएं, थायरॉइड और सूजन को दूर करने में बहुत उपयोगी होता है।
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ड्रमस्टिक के बीज से तेल निकाला जाता है जो बिना महक के एवं साफ होता है और इस तेल में बेहेनिक एसिड (behenic acid) की अधिक सांद्रता पायी जाती है। सहजन के तेल को चेहरे पर लगाने से मुंहासे के दाग धब्बे (acne spot) एवं ब्लैक स्पॉट दूर हो जाते हैं और चेहरा एकदम साफ हो जाता है। सहजन के बीज का प्रयोग शरीर एवं चेहरे को पोषण देने के लिए फेशियल मास्क और बॉडी मास्क के रूप में भी किया जाता है।
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पालक की ही तरह 100 ग्राम सहजन (moringa) की पत्तियों को पकाकर खाने से शरीर को पर्याप्त कैल्शियम प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा इसके पत्तियों को सूखाकर पावडर का इस्तेमाल किया जा सकता है या सॉस या सूप बनाकर पोषक तत्वों को प्राप्त किया जा सकता है।
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सहजन आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है, संभवतः हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल होने से हृदय रोग के बढ़ते जोखिम से जोड़ा गया है। सौभाग्य से, कई पौधे खाद्य पदार्थ प्रभावी रूप से कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं। इनमें फ्लैक्ससीड्स, ओट्स और बादाम शामिल हैं।
जानवरों और मानव-आधारित अध्ययनों से पता चला है कि मोरिंगा (सहजन) में कोलेस्ट्रॉल-कम करने वाले प्रभाव होते हैं।
सहजन के फायदे आपने जाने लेकिन अधिक मात्रा में ड्रमस्टिक का सेवन से आपको इससे नुकसान भी हो सकता है इसके बहुत कम साइड इफेक्ट बताए गए हैं।आइये जानते है सहजन के नुकसान क्या है
मोरिंगा ओलीफ़ेरा (सहजन) एक भारतीय पेड़ है जिसका उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में हजारों वर्षों से किया जाता रहा है। हालांकि, इसके कई प्रतिष्ठित स्वास्थ्य लाभों में से केवल कुछ का वैज्ञानिक रूप से अध्ययन किया गया है।
आज तक के अध्ययन बताते हैं कि सहजन रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल में मामूली कमी ला सकता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लामेट्री प्रभाव भी होते हैं।
मोरिंगा (ड्रमस्टिक) की पत्तियां भी अत्यधिक पौष्टिक होती हैं और उन लोगों के लिए फायदेमंद होती हैं, जिनमें आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है।
मोरिंगा को अक्सर वजन घटाने में सहायता के रूप में जाना जाता है, हालांकि, इसका समर्थन करने के लिए सीमित शोध है। कुछ शोध बताते हैं कि यह उपापचयी सिंड्रोम का इलाज करने में मदद कर सकता है, यह उन लक्षणों का एक समूह है जिसमें पेट का मोटापा शामिल है।
मोरिंगा पाउडर का स्वाद अन्य सागों की तरह ही होता है और इसकी तुलना मका पाउडर और स्पाइरुलिना से की जाती है। मोरिंगा के बीज एक अधिग्रहीत स्वाद होते हैं और जब आप पहली बार उन्हें अपने मुंह में डालते हैं तो उन्हें मीठे स्वाद के रूप में वर्णित किया जाता है, लेकिन जब आप उन्हें चबाते हैं तो वह कड़वा हो जाता है।
पारंपरिक चिकित्सा में, मोरिंगा का उपयोग स्तंभन दोष के इलाज के लिए किया जाता है। हालांकि यह प्रयोग मानव परीक्षणों में सिद्ध नहीं हुआ है, चूहों में अध्ययन से पता चलता है कि यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर पुरुषों में यौन क्रिया में सुधार कर सकता है।
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