Motapa Aur Vajan Kam Karne Ke Tips In Hindi: वजन कम करने और बिना डाइटिंग के बेली फैट बर्न करने के लिए इन 4 आयुर्वेदिक टिप्स को फॉलो करें। यदि आप अपने पेट या अपने शरीर के किसी अन्य हिस्से में जमा अतिरिक्त वसा से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहे हैं, तो इन आयुर्वेदिक टिप्स का पालन करें, जो वजन घटाने के तरीकों के उपयोग के बिना आपको स्वाभाविक रूप से पतला होने में मदद कर सकते हैं।
वजन कम करने के लिए बहुत से तरीके हैं जिनका सही तरीके से उपयोग कर आप लाभ ले सकते हैं। आप मोटापा घटाने वाले आहार के साथ ही नियमित ध्यान और व्यायाम को अपने दैनिक जीवन में शामिल कर मोटापे को कम कर सकते हैं। लेकिन इन सभी उपायों को अपनना इतना आसान नहीं है। वास्तव में सभी लोगों को पता नहीं होता है कि वजन घटाने वाले कौन-कौन से आहार हैं और कौन सा व्यायाम आपके बेली फेट को घटा सकता है। ऐसी स्थिति में वजन कम करने के लिए आप आयुर्वेदिक टिप्स का उपयोग कर सकते हैं। मोटापा घटाने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स में विभिन्न प्रकार के औषधीय आहार, योग और पारंपरिक प्रथाएं शामिल हैं। आज इस लेख में आप वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
आयुर्वेद के अनुसार आपके शरीर का वजन बढ़ने का प्रमुख कारण खराब जीवनशैली और गलत खान-पान होता है। लेकिन यदि आप अपने दैनिक दिनचर्या में कुछ परिवर्तन कर लेते हैं तो आसानी से अपने मोटापे को नियंत्रित कर सकते हैं। आइए जाने उन सरल और असरदार आयुर्वेदिक उपायों को जो आपके वजन घटाने में सहायक होते हैं। वजन कम करने और बिना डाइटिंग के बेली फैट बर्न करने के लिए इन 4 आयुर्वेदिक टिप्स को फॉलो करें।
(और पढ़ें – क्या आयुर्वेदिक चिकित्सा से वजन घटाया जा सकता है)
क्या आप अपने मोटापे से परेशान हैं यदि ऐसा है तो कुछ आयुर्वेदिक टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं। इन उपायों में पानी की पर्याप्त मात्रा का सेवन करना शामिल है। आप सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले 1 से 2 गिलास पानी पिएं यदि संभव हो तो गुनगुने पानी के साथ नींबू का रस भी लिया जा सकता है। यह आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने का सबसे आसान तरीका है साथ ही यह आपके शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है। आप अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा विषाक्त पदार्थों को बाहर करने में सहायक होता है। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा चयापचय को बढ़ाती है जो आपके वजन को घटाने में सहायक होता है। हालांकि आयुर्वेद के अनुसार भोजन करने के तुरंत बाद पानी पीने की सलाह नहीं दी जाती है। इसलिए या तो भोजन करने के 30 मिनिट पहले या भोजन करने के लगभग 1 घंटे बाद पानी पीना चाहिए।
(और पढ़ें – वजन कम करने का सबसे आसान तरीका है इन बीजों का पानी)
यदि आप मोटापे को कम करना चाहते हैं तो अपने आहार में विशेष ध्यान देना चाहिए। अपने वजन को कम करने के दौरान आपको मौसमी फलों और सब्जियों का भरपूर सेवन करना चाहिए। ये सभी प्राकृतिक खाद्य पदार्थ आपके बढ़ते वजन को नियंत्रित करने और मोटापा घटाने में सहायक होते हैं। ताजे फलों और सब्जियों में कैलोरी की मात्रा कम होती है लेकिन पोषक तत्वों, खनिज पदार्थों, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट आदि से भरपूर होते हैं। जिसके कारण ये खाद्य पदार्थ न केवल आपके बेली फैट को कम करने बल्कि अपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होते हैं।
इसलिए अपने शरीर को स्वस्थ रखने और मोटापे के लक्षणों को कम करने के लिए हर प्रकार के मौसमी फलों और सब्जियों का नियमित सेवन करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार उन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए जिन्हें पचाने में अधिक समय लगता है जैसे मांस, अंडा या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ।
(और पढ़ें – वजन घटाने वाले उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ )
सामान्य रूप से लोगों को दिन भर थोड़ा-थोड़ा भोजन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस प्रकार की पारंपरिक सलाह के विपरीत वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स कुछ और ही हैं। आयुर्वेद के अनुसार आपको दिन में केवल तीन बार भोजन करना चाहिए। जैसे कि 7.30 बजे से 9.00 बजे के बीच हल्का नाश्ता करना, दोपहर में यानि 11.00 से 2.00 के बीच पर्याप्त भोजन करना और शाम को 5.00 से 8.00 बजे के बीच हल्का भोजन करना चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें यदि आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो रात का खाना बिल्कुल हल्का होना चाहिए। आप आयुर्वेद द्वारा निर्धारित इस नियम का पालन करते हुए अपने मोटापे को कम कर सकते हैं।
(और पढ़े – वजन कम करने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए)
जब शरीर के अधिक वजन या अतिरिक्त वसा को कम करने की बात आती है तो नींद भी अहम भूमिका निभाती है। अध्ययनों से पता चलता है कि आपके शरीर को उचित रूप से कार्य करने और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पर्याप्त और पूरी नींद लेना आवश्यक है। यदि आप मोटापे की समस्या से परेशान हैं तब आपको 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना चाहिए। इसके अलावा आपको देर रात तक जागने से भी बचना चाहिए। इसलिए आयुर्वेद के नियम के अनुसार रात में जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठें। इसका मतलब यह है कि स्वस्थ शरीर के लिए रात में 10 बजे सोना और सुबह 5 से 6 के बीच उठना अच्छा होता है। आप इस नियम का पालन करें यह आपके बेली फेट को कम करने का सबसे आसान और प्रभावी उपाय है।
(और पढ़ें – गहरी और अच्छी नींद लेने के लिए घरेलू उपाय)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…