Muhase Door Karne Ke Gharelu Upay in Hindi चेहरे में मुँहासों का आना, आपकी सुंदरता में ग्रहण लगने के समान होता है। स्वाभाविक है कि आप भी मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपाय खोज रहें होगें। यह भी हो सकता है कि आपने अब तक मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपाय अजमाए ही न हों। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपायों में कोमल हर्बल क्रीम, जैल, आवश्यक तेल (Essential Oil), जरूरी खाद्य पदार्थ और कुछ सरल जीवनशैली में परिवर्तन शामिल हैं।
आपकी त्वचा में मुंहासे तब आते हैं, जब आपकी त्वचा छिद्रों (Skin pores) को बैक्टीरिया द्वारा संक्रमित किया जाता है। मुंहासे एक बैक्टीरिया संक्रमण का उदाहरण होता है। आज इस लेख में आप जान पाएंगे कि मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपाय क्या हैं जिनके द्वारा आप अपनी त्वचा के तेल (Skin oil) को संतुलित करने, बैक्टीरिया को मारने और भविष्य में मुँहासों को वापस आने की संभावना को रोक सकते हैं। आइए जाने मुंहासे दूर करने के घरेलू उपाय।
विषय सूची
1. मुँहासों के लिए घरेलू उपाय – Muhase Ke Liye Gharelu Upay in Hindi
आप अपने चेहरे को सुंदर बनाने और मुँहासों (Acne) का उपचार करने के लिए यहां बताए जा रहें मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही आपको अपनी जीवन शैली में कुछ परिवर्तन करने की आवश्यकता होगी जो कि आपके लिए बहुत ही सरल और प्रभावकारी हो सकती हैं। आइए इन्हें जानें।
अन्य प्राकृतिक उपचारों की तरह ही नारियल के तेल (Coconut oil) में एंटी-इन्फ्लामेट्री और जीवाणुरोधी गुण मौजूद रहते हैं। इन गुणों की मौजूदगी के कारण नारियल तेल मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है साथ ही त्वचा की लाली और सूजन को भी कम करने में मदद करता है। खुले हुए मुँहासों के घावों का उपचार भी नारियल तेल से किया जा सकता है।
मुँहासों का उपचार करने के लिए नारियल तेल (Coconut Oil) को सीधे ही मुँहासों के ऊपर उपयोग किया जा सकता है। आप रुई में थोड़ा सा नारियल का तेल लेकर इस रुई को मुंहासे के घाव (Acne lesions) पर रखें। यह आपके मुँहासों के उपचार को गति दिलाने में मदद करता है।
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हम सभी लोग हरी चाय का उपयोग अपने शरीर मे ताजगी (Freshness) लाने के लिए करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि मुँहासों को दूर करने के घरेलू उपाय के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) अच्छी मात्रा में उपस्थित रहते हैं जो त्वचा की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। हरी चाय में कैटेचिन नामक पॉलीफेनॅल एंटीऑक्सीडेंट (Polyphenol Antioxidants) मौजूद रहता है।
जिन लोगों को मुंहासे होते हैं उनकी त्वचा में सीबम या प्राकृतिक तेल (Sebum or Natural Body Oils) की अधिक मात्रा होती है साथ ही उनकी त्वचा छिद्रों में एंटीऑक्सीडेंट की कमी भी होती है। शरीर मे यदि पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) मौजूद रहते हैं तो ये शरीर की विषाक्तता को हटाने में मदद करते हैं जो शरीर की स्वस्थ्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं। हरी चाय का उपयोग कर आप खुले हुए मुंहासे के घावों (Acne wounds) का उपचार कर सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट त्वचा में मौजूद बैक्टीरिया (Bacteria) को नष्ट करने और उन्हें दूर करने में सहायक होते हैं। अध्ययन बताते हैं कि यदि नियमित रूप से 8 सप्ताह तक हरी चाय का सेवन किया जाता है तो व्हाइटहेड्स और ब्लैकहेड (Whiteheads And Blackheads) में 79 से 89 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।
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प्राकृतिक जीवाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण एलोवेरा (Aloe Vera) की पहचान है, इसका सीधा अर्थ यह निकाला जा सकता है कि यह मुँहासों को दूर कर सकता है। यदि एलोवेरा का उपयोग नियमित रूप से किया जाए तो यह भविष्य में मुँहासों (Acne) के आने की संभावना को कम करता है। ऐलोवेरा में पानी पर्याप्त मात्रा में होता है जो त्वचा को मॉइस्चराइज (Moisturize) रखने में मदद करता है। यह उन लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है जिनकी त्वचा अन्य मुंहासे रोकने बाले उत्पादों का उपयोग करने के बाद शुष्क हो चुकी है।
मुँहासों का उपचार करने के लिए आप सबसे पहले मुँहासों की सफाई करें और फिर इन मुँहासों पर ऐलोवेरा जेल लगाएं। ऐलोवेरा के एंटी-इन्फ्लामेट्री (Anti-Inflammatory) गुण आपके मुँहासों की जलन को शांत करने के साथ-साथ उनके उपचार की गति को भी बढ़ाता है।
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चाय पेड़ के तेल के फायदे शायद आपको पता न हों पर इतना जान लें कि यह आपके मुँहासों का उपचार कर सकता है। आप अपनी त्वचा में टी ट्री ऑयल का उपयोग कर त्वचा की सूजन और मुँहासों की लाली (Redness of Pimples) को दूर कर सकते हैं। टी ट्री ऑयल में प्राकृतिक जीवाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुण मौजूद रहते हैं जो कि मुंहासे पैदा करने वाले पी. एकनेस (P. acnes) बैक्टीरिया को नष्ट कर सकते हैं। साथ ही यह मुँहासों की सूजन को कम करते हैं। एक अध्ययन से पता चलता है कि टी ट्री आयल का उपयोग करने से मध्यम और हल्के मुँहासों (Moderate Acne) की संख्या में कमी आती है।
चाय पेड़ के तेल (Tea Tree Oil) का उपयोग करने के लिए आप इसे क्रीम, जेल या अन्य प्रकार के तेलों के साथ मिलाकर इसका उपयोग कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि आवश्यक तेल का उपयोग करने से पहले उन्हें एक वाहक तेल मिलाकर पतला करें। सीधे तौर पर आवश्यक तेलों (Essential Oils) का उपयोग आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।
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कई प्रकार के संक्रमणों (Infections) के इलाज के लिए लहसुन का उपयोग किया जाता है। लहसुन शरीर के रोगाणुओं और संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ावा देता है। लहसुन में ओरगानोसल्फर (Organosulfur) यौगिक होते हैं, जिनमें प्राकृतिक जीवाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लामेट्री प्रभाव होते हैं। ओरगानोसुल्फुर यौगिक प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं जो संक्रमण से लड़ने में शरीर की मदद करता है।
मुँहासों के कारण चेहरे में आने वाली सूजन और संक्रमण के उपचार के लिए अपने भोजन में लहसुन का पर्याप्त मात्रा में उपयोग करें। कुछ लोग लहसुन की कलियों को ऐसे ही चबाते हैं या कुछ विशेष प्रकार के गर्म पेय पदार्थों में इसका उपयोग करते हैं। कुछ लोग लहसुन (Garlic) को सीधे ही मुँहासों के ऊपर लगाते हैं, लेकिन उन्हें सलाह दी जाती है कि ऐसा करना उनकी मुश्किल को और बढ़ा सकता है। लहसुन का उपयोग सीधे रूप से मुँहासों के ऊपर नहीं करना चाहिए, यह त्वचा को जला सकता है, इसलिए हमेशा इसका उपयोग सावधानी से करें।
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जोजोबा झाड़ीयों के बीज से निकाला गया तेल एक प्राकृतिक मोमबत्ती पदार्थ (Waxy Substance) है। जोजोबा तेल में उपस्थित मोम पदार्थ क्षतिग्रस्त त्वचा का उपचार करने में मदद करता है, जिसका मतलब यह है कि इसका उपयोग करने से मुंहासे सहित त्वचा के अन्य घावों का उपचार किया जा सकता है। जोजोबा तेल के कुछ यौगिक त्वचा की सूजन को कम कर सकते हैं। अध्ययन बताते हैं कि यदि नियमित रूप से मुँहासों पर जोजोबा तेल का उपयोग 6 सप्ताह तक किया जाता है तो यह मुँहासों से त्वचा को छुटकारा दिला सकता है।
जोजोबा तेल का उपयोग आप जेल, क्रीम या मिट्टी के चेहरे मास्क (clay face mask) के साथ कर सकते हैं। आप आवश्यक तेल के साथ भी जोजोबा तेल को मिलाकर मुँहासों पर उपयोग कर सकते हैं। कपास में जोजोबा तेल (Jojoba Oil) की कुछ बूंदें लें और मुँहासों के ऊपर रखें। यह आपको मुँहासों से छुटकारा दिलाने का प्रभावी तरीका होता है।
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हनी का उपयोग हजारों सालों से त्वचा संक्रमण के इलाज के लिए किया जा रहा है जिनमे मुँहासों का इलाज भी शामिल है। शहद में कई एंटीऑक्सीडेंट शामिल होते हैं जो त्वचा छिद्रों से अपशिष्ट पदार्थों और मलबे (waste and debris) को बाहर करने मे मदद करते हैं।
मुँहासों का उपचार करने के लिए साफ हाथों से या साफ कपड़ें मे थोड़ा सा शहद (Honey) लें और इसे मुँहासों के ऊपर रगड़ें। या फिर चेहरे के लिए बनाए गए फेस मास्क में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
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घरेलू उपचार के साथ-साथ विशिष्ट जीवन शैली (Lifestyle) में परिवर्तन शरीर को स्वस्थ्य रखने, त्वचा को कम तेल बनाने और मुँहासों को दूर करने में मदद करती है। मुँहासों में सुधार लाने के लिए जीवन शैली में निम्न परिवर्तन किये जा सकते हैं।
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लोगों को मुंहासे के घावों को छूने से बचना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से मुँहासों का संक्रमण आपकी त्वचा में और अधिक फैल सकता है। बार-बार मुँहासों को छूने से आपकी त्वचा में दर्द और सूजन (Pain and swelling) बढ़ सकती है। ऐसा करने पर मुँहासों के बैक्टीरिया एक स्थान से दूसरे स्थान में पहुंच कर संक्रमण को फैला सकते हैं। यदि मुंहासे के घाव ज्यादा बड़े हों तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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यदि आप मुंहासे होने के दौरान अपने नियमित साबुन (Regular soap) का उपयोग करते हैं तो यह आपके मुंहासे और त्वचा को परेशान कर सकता है। क्योंकि इन साबुनों में अम्लता होती है जो मुँहासों को खराब (Acne Worse) कर सकते हैं।
आप अपने चेहरे को साफ करने बाले फेस वॉस का चुनाव करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उनका पीएच 5.5 के आस-पास हो जो आपकी त्वचा के अनुकूल होता है। इनका उपयोग करने से यह आपके मुँहासों का उपचार भी कर सकते हैं।
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अमेरिकन एकेडमी ऑफ डार्मेटोलॉजी के अनुसार मुंहासे आने के संभावित कारणों में तनाव भी शामिल है। एंड्रोजन हार्मोन तनाव के स्तर को बढ़ाने का कारण होता है। एंड्रोजन मुंहासे के खतरों को बढ़ाने और त्वचा में तेल ग्रंथियों (Oil Glands) को उत्तेजित करने का काम करता है। इसलिए आप अपने तनाव को कम करें जो आपके मानसिक स्वास्थ्य और मुँहासों दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इसके लिए आप कुछ ऐसे प्रयास कर सकते हैं :
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त्वचा में आने वाले तेल या चिकनाई उत्पाद त्वचा के छिद्रों को अवरुद्ध कर सकते हैं जिससे त्वचा छिद्रों में विषाक्तता जमा होने और मुँहासों के आने का खतरा बढ़ जाता है। आप अपने चेहरे पर उपयोग किये जाने वाले ऐसे सौंदर्य उत्पादों का उपयोग करें जो कि आपकी त्वचा को तेल मुक्त (Oil Free Skin) रखने में मदद करते हैं, और आपकी त्वचा के छिद्रों (Skin pores) को बंद होने से बचाते हैं। यही एक प्रारंभिक उपचार है मुँहासों से बचने में मदद करता है।
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पर्याप्त मात्रा में पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मुँहासों के घावों को ठीक करने और इसके फैलने के खतरों को कम करता है। जब आपकी त्वचा शुष्क हो जाती है, तो यह आसानी से क्षतिग्रस्त हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप मुंहासे होते हैं। उचित मात्रा में पानी पीने से नई त्वचा कोशिकाओं के विकास में मदद मिलती है जो कि मुंहासे के घावों के उपचार में मदद करते हैं। इसके लिए पानी पीने की कोई निश्चित मात्रा तय नहीं की गई है, क्योंकि उम्र के आधार पर सभी लोगों के पानी की जरूरत अलग-अलग होती है। आप अपनी क्षमता के अनुसार पानी का सेवन कर सकते हैं।
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