Naak Se Khoon Aana In Hindi नाक से खून आना जिसे नकसीर भी कहते है उसे चिकित्सा भाषा में एपिस्टेक्सिस (epistaxis) कहा जाता है। हमारी नाक के अस्तर (lining) में कई छोटी रक्त वाहिकाएं होती हैं जो सतह के बहुत करीब होती है जो किसी भी तरह की प्रक्रिया जैसे नाक साफ करने से या शुष्क हवा की वजह से या किसी बीमारी की वजह से आसानी से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिसकी वजह से नाक से खून बहने लगता है। वैसे तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं है क्योकि हर व्यक्ति जीवन में एक ना एक बार इस समस्या का सामना जरुर करता है और यह कुछ देर के लिए ही होती है परन्तु अगर नाक से खून निकलना ज्यादा समय तक बंद ना हो तो तुरन्त अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
आज इस लेख में हम आपको बतायेंगे की नकसीर क्या होता है और नाक से खून आने के क्या लक्षण, कारण, जांच, इलाज और बचाव क्या होते है।
- नकसीर क्या होता है – What is nosebleeds in Hindi
- नाक से खून आने का लक्षण – Nosebleeds symptoms in Hindi
- नाक से खून बहने का कारण – Nose Se Blood Aane Ka Reason In Hindi
- पूर्वकाल नोजब्लीड – anterior nosebleeds in Hindi
- पश्च नोजब्लीड – posterior nosebleeds in Hindi
- नाक से ब्लड आने के अन्य सामान्य कारणों में शामिल है – Reason Of Coming Blood From Nose In Hindi
- नकसीर की समस्या की जांच – Nosebleeds diagnosis in Hindi
- नाक से खून बहने का प्राथमिक उपचार – Nosebleeds first aid in Hindi
- नाक से खून निकलने का इलाज – Nosebleeds treatment in Hindi
- नाक से खून आने की समस्या से बचाव – Nosebleeds prevention in Hindi
नकसीर क्या होता है – What is nosebleeds in Hindi
नाक से खून आना या नाक से खून बहने को नकसीर भी कहा जाता है। वैसे तो नाक से खून बहना कोई चिंता का विषय नहीं है परन्तु हो सकता है, यह किसी बीमारी के होने का संकेत हो इसलिए अगर यह समस्या आपको ज्यादा समय से परेशान कर रही हो तो अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें। हमारी नाक में कई प्रकार की छोटी छोटी रक्त वाहिकाएं होती है जो बहुत ही नाजुक सी होती है और एक पतली परत से ढकी होती है। ऐसे में जब हम अपनी नाक साफ करते है या किसी प्रकार की एलर्जी या बीमारी से ग्रस्त होते है या हमारा खुद का नाखून हमें लग जाये तो यह परत फट जाती है जिसकी वजह से नाक में से खून निकलने लगता है जिसे नकसीर भी बोला जाता है।
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नाक से खून आने का लक्षण – Nosebleeds symptoms in Hindi
नकसीर का मुख्य लक्षण है नाक से निकलने वाला खून जिसका प्रवाह कम या बहुत ज्यादा हो सकता है। नाक में से खून आमतौर पर एक ही नथुने (nostril) से निकलता है। यदि आपके लेटने पर नाक से खून बहता है तो कोशिश करें की इसे गले से अंदर ना जाने दे क्योकि इससे आपको उल्टी या जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है। नाक से खून आने के कुछ लक्षणों में शामिल है-
- भारी रक्तस्राव होना (heavy bleeding) दिल की धड़कनें तेजी से चलना (palpitations)
- बड़ी मात्रा में रक्त निगलने से उल्टी आना (swallowing large amounts of blood that causes vomiting)
- सांस लेने में तकलीफ होना (shortness of breath)
- चेहरे पर पीलापन आना (turning pale)
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नाक से खून बहने का कारण – Nose Se Blood Aane Ka Reason In Hindi
नकसीर फूटने के कई कारण हो सकते हैं। वैसे तो नाक से खून बहना ज्यादा गंभीर स्थिति नहीं होती है। परन्तु यदि आपकी नाक से खून लगातार बह रहा है, तो आपको कोई अधिक गंभीर समस्या है ये इसका संकेत हो सकता है। नाक से खून आने का कारण बनती है शुष्क हवा क्योकि शुष्क जलवायु में रहने से और एक तरह का केंद्रीय हीटिंग सिस्टम का उपयोग करने से नाक की झिल्ली के अंदर जो ऊतक होते है यह उनको सुखा देती है। यह ऊतकों का सूखापन नाक के अंदर क्रस्टिंग (crusting) का कारण बनता है। क्रस्टिंग होने की वजह से नाक में खुजली हो सकती है।
यदि आपकी नाक पर खरोंच लग गयी है तो यह भी खून बहने का कारण बन सकता है। एलर्जी, जुकाम, या साइनस की समस्या के लिए यदि आप कोई एंटीहिस्टामाइन (antihistamines) और डीकॉन्गेस्टेंट (decongestants) लेते है तो इससे भी नाक की झिल्ली (nasal membrane) सूख सकती है और नाक से खून आने का कारण हो सकती है। बार-बार नाक बहना भी नकसीर का एक मुख्य कारण हो सकता है। नाक से खून बहने की समस्या के दो प्रकार होते है पूर्वकाल (anterior) या पश्च (posterior)।
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पूर्वकाल नोजब्लीड – anterior nosebleeds in Hindi
पूर्वकाल (anterior) नोजब्लीड में, दोनों नाक के छेदों के बीच की दीवार से रक्तस्राव होता है। नाक के इस हिस्से में कई नाजुक रक्त वाहिकाएं पायी जाती हैं। पूर्वकाल नोजब्लीड का आसानी से घर पर इलाज किया जा सकता है, यह प्रकार ज्यादातर बच्चों में देखा जाता है।
पश्च नोजब्लीड – posterior nosebleeds in Hindi
यह पश्च (posterior) नोजब्लीड नाक के पिछले हिस्से में होता है, इस तरह के नकसीर में रक्तस्राव आगे पीछे होता रहता है और उस क्षेत्र में नाक को घायल करता है जहां धमनी की शाखाएं नाक में रक्त की आपूर्ति करती हैं, यही कारण है कि इस तरह के नोजब्लीड में रक्तस्राव बहुत अधिक होता है। पूर्ववर्ती (anterior) नाक के छिद्रों की तुलना में पीछे के नाक (posterior) के छिद्र अक्सर अधिक गंभीर और नाजुक होते हैं और उन्हें चिकित्सा की आवश्यकता होती है। यह प्रकार वयस्कों में अधिक आम हैं।
नाक से ब्लड आने के अन्य सामान्य कारणों में शामिल है – Reason Of Coming Blood From Nose In Hindi
- कोई बाहरी वस्तु नाक में फंस गयी हो (foreign object stuck in the nose)
- रासायनिक अड़चन की वजह से (chemical irritants)
- कोई एलर्जी की प्रतिक्रिया (allergic reaction)
- नाक पर चोट लग गयी हो (injury to the nose)
- बार-बार छींक आने से (repeated sneezing)
- नाक में उंगली डालने से (picking the nose)
- ठंडी हवा लग जाने से (cold air)
- ऊपरी श्वसन संक्रमण होने से (upper respiratory infection)
- एस्पिरिन की खुराक ज्यादा ले लेने से (large doses of aspirin)
- साइनस की वजह से (sinusitis)
- सर्दी जुखाम के कारण (cold and flu)
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नाक से बार बार खून आने के अन्य कारणों में शामिल हो सकते है
- उच्च रक्तचाप (high blood pressure)
- रक्तस्राव विकार (bleeding disorders)
- रक्त के थक्के जमने का विकार (blood clotting disorders)
- कैंसर (cancer)
नोट- वैसे तो अधिकतर मामलों में नाक से खून बहना कोई गंभीर समस्या नहीं है परन्तु अगर आपकी नाक से खून निकलना 20 मिनट तक बंद नहीं होता है या किसी प्रकार की चोट की वजह से नाक से खून निकल रहा है तो तुरन्त अपने डॉक्टर से संपर्क करें यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
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नकसीर की समस्या की जांच – Nosebleeds diagnosis in Hindi
आपके नाक से बार बार खून आने की समस्या की जांच करने के लिए डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण (physical examination) कर सकता है और आपसे आपकी पहले से चल रही दवाईयों और बीमारियों के बारे में भी पूछ सकता है।
अगर आपको इन सब लक्षणों के अलावा भी कोई लक्षण नजर आ रहे हो या कोई अन्य चोट लगी हो तो उसके बारे में अपने डॉक्टर को जरुर बताएं क्योकि नकसीर की जांच करने के लिए कोई एक सिंगल टेस्ट नहीं है, डॉक्टर आपके बताये हुए लक्षणों के बाद ही टेस्ट करेगा। हालांकि आपका डॉक्टर इन लक्षणों को जांचने के लिए कुछ अन्य परीक्षण भी कर सकता है, जिसमे शामिल है-
पूर्ण रक्त गणना (complete blood count) (CBC)– यह एक तरह का रक्त परीक्षण है जो रक्त विकारों की जाँच के लिए किया जाता है।
आंशिक थ्रोम्बोप्लास्टिन टाइम (partial thromboplastin time) (PTT)- यह एक तरह का रक्त परीक्षण है जिसमे यह जांचा जाता है कि आपके रक्त को थक्का (clot) बनने में कितना समय लगा है।
- नाक की एंडोस्कोपी (nasal endoscopy)
- नाक का सीटी स्कैन (CT scan of the nose)
- चेहरे और नाक का एक्स-रे (X-ray of the face and nose)
नाक से खून बहने का प्राथमिक उपचार – Nosebleeds first aid in Hindi
यदि आपके नाक से खून बहने लगे तो घबराएं नहीं हम आपको कुछ प्राथमिक उपचार बता रहे है जिन्हें आप अपने घर पर ही तुरन्त इस्तेमाल कर सकते है जिससे नाक से खून बहना बंद हो जायेगा, इनमे शामिल है-
- नीचे बैठें और नाक के नरम हिस्सों को दृढ़ता से दबाएँ, और मुंह से गहरी साँसे लें।
- रक्त को गले में जाने से रोकने के लिए आगे की तरफ झुकें (पीछे की तरफ गलती से भी ना झुकें नहीं तो गले में रक्त जाने से आपको उल्टी या जी मिचलाने की समस्या हो सकती है)।
- बिलकुल सीधे बैठें ताकि सिर आपके सीने से ऊंचा हो, ऐसा करने से रक्तचाप को कम किया जा सकता है जिससे नाक से खून बहना धीमा हो जायेगा।
- नाक पर दबाव डालना जारी रखें, और आगे की तरफ झुकें, और कम से कम 5 से 20 मिनट तक सीधे बैठे रहें, ताकि रक्त का थक्का जम जाए। यदि ब्लीडिंग 20 मिनट से अधिक समय तक होती है, तो तुरन्त अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
- प्रभावित क्षेत्र को शांत करने के लिए नाक और गाल पर आइस पैक लगायें और अगले कुछ दिनों तक जोर लगाकर कोई भी कार्य करने से बचें।
नाक से खून निकलने का इलाज – Nosebleeds treatment in Hindi
नाक से खून निकलने के इलाज के लिए डॉक्टर विभिन्न तरह के विकल्प अपना सकते है, परन्तु नाक से खून बहने का उपचार इसके विभिन्न कारणों और उसके प्रकारों पर निर्भर करता है, जिसमे शामिल है-
नाक की पैकिंग (Nasal packing)- इस प्रक्रिया में डॉक्टर रिबन के गौज (gauze) या विशेष नाक के स्पंज को जितना संभव हो आपकी नाक में डालेगा, जिससे रक्तस्राव के स्रोत पर दबाव पड़ेगा और नाक से खून बहना बंद हो जायेगा।
दाग़ना (Cauterization)- यह चिकित्सा तकनीक जिसे कैटराइजेशन (Cauterization) कहा जाता है, लगातार या बार-बार होने वाली नकसीर की समस्या को भी रोक सकती है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर एक तरह के हीटिंग डिवाइस या सिल्वर नाइट्रेट (ऊतक को हटाने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक प्रकार का यौगिक) की मदद से आपकी नाक में मौजूद रक्त वाहिकाओं को जलाते है।
सेप्टल सर्जरी (Septal surgery)- यह एक तरह की सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमे टेढ़ी या मुढ़ी हुई सेप्टम (दोनों नाक के चैनलों के बीच की दीवार) को सीधा किया जाता है, फिर चाहे वह सेप्टम (septum) जन्म से ऐसी ही हो या चोट के कारण हुई हो। यह प्रक्रिया नकसीर की समस्या को काफी हद तक कम कर सकती है।
बंधाव (Ligation)- इस सर्जिकल प्रक्रिया में उन रक्त वाहिकाओं को बाँध दिया जाता है जो ब्लीडिंग का कारण बनती है। इस प्रक्रिया में कभी-कभी धमनी (artery) (जिसमें से रक्त वाहिकाएं निकलती है) उसे भी बांध दिया जाता है।
नाक से खून आने की समस्या से बचाव – Nosebleeds prevention in Hindi
नाक से खून आने की समस्या से बचने के लिए आप कुछ बचाव प्रक्रिया अपना सकते है, जैसे-
- नाक में उंगली ना डालें।
- नाक के अंदर चिकनाई के लिए कोई मरहम (ointment) लागू करें, जैसे कि पेट्रोलियम जेली (वैसलीन), विशेष रूप से उन बच्चों के लिए जिन्हें नाक के अंदर क्रस्टिंग की वजह से अक्सर नकसीर की समस्या होती है।
- बहुत तेज या बार बार नाक साफ करने से बचें।
- ज्यादा ऊंचाई वाली जगह पर या शुष्क जलवायु में ह्यूमिडिफायर (humidifier) का उपयोग करें।
- नाक से खून बहने की समस्या से बचने के लिए, पिछले बार हुई की नकसीर की समस्या के बाद कम से कम 1 सप्ताह के लिए ऐसा कोई तेज परिश्रम या ज़ोरदार गतिविधि करने से बचें।
- एस्पिरिन (aspirin) के सेवन को सीमित करें, क्योकि यह आपके रक्त को पतला कर सकता है और नकसीर की समस्या पैदा कर सकता है।
- नाक को नम रखने के लिए सेलाइन स्प्रे (saline spray) या जेल का उपयोग करें।
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