नमक का इस्तेमाल लगभग हर किचन में खाना पकाने के लिए होता है। लेकिन क्या आप नमक के फायदे, उपयोग और नुकसानों के बारे में जानते हैं। अगर नहीं, तो आपको नमक से जुड़ी ये खास बातें जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि, नमक हमारे रोजमर्रा के आहार का अनिवार्य हिस्सा है, साथ ही हमारे शरीर में खनिज संतुलन को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण तत्व भी है। मानव शरीर की हर कोशिका को नमक की आवश्यकता होती है। यह हड्डियों के घनत्व, सही परिसंचरण और रक्त शकर्रा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
हमारे शरीर के लिए इसके जितने फायदे हैं, उतने नुकसान भी हैं। इस प्राकृतिक तत्व का ज्यादा सेवन हमारे लिए जहरीला भी हो सकता है। जानना चाहते हैं कैसे, तो पढि़ए आज का हमारा ये आर्टिकल, जो नमक के फायदे, उपयोग पर नुकसान (Namak ke fayde upyog aur nuksan in Hindi) पर लिखा गया है। इससे पहले ये जानना जरूरी है कि “नमक है क्या” और ये बनता कैसे है।
साल्ट (नमक) को आमतौर पर सोडियम क्लोराइड भी कहा जाता है। इसमें 40 प्रतिशत सोडियम और 60 प्रतिशत क्लोराइड होता है। नमक सोडियम का बड़ा स्त्रोत है। नमक की कुछ किस्मों में कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और जिंक की मात्रा हो सकती है (1)। आयोडीन को अक्सर टेबल सॉल्ट में मिला दिया जाता है। नमक में मौजूद आवश्यक मिनरल शरीर में महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट के रूप में काम करते हैं। वे द्रव संतुलन, तंत्रिका संचरण और मांसपेशियों के कार्य में मदद करते हैं। स्वाद में सुधार के लिए अक्सर इसका उपयोग किया जाता है। नमक की उच्च मात्रा उन बैक्टीरिया के विकास को रोक सकती है जिससे भोजन खराब होता है। बता दें, कि ऐतिहासिक रूप से नमक का उपयोग भोजन को संरक्षित करने के लिए किया जाता था।
अब सवाल ये है, कि आखिर नमक बनता कैसे है। नमक को दो प्रमुख तरीकों से तैयार किया जाता है। नमक की खानों से और समुद्री पानी से।
सौर वाष्पीकरण: यह समुद्री पानी से नमक का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शुरुआती तरीकों में से एक है। मानव निर्मित नहरों द्वारा जुड़े एक उथले वाष्पीकरण तालाब के लिए समुद्री जल को मोड़ दिया जाता है। इससे तालाब पानी से भर जाता है, और वाष्पीकरण की प्राकृतिक प्रक्रिया के माध्यम से, पानी धीरे-धीरे गायब हो जाता है, और नमक बच जाता है (2)। कच्चे नमक को धोया जाना, सूखना, और ग्रेडिंग सहित आगे संसाधित किया जा सकता है।
नमक की खानों से नमक का उत्पादन: भूमिगत नमक (सेंधा नमक) ड्रिलिंग या चट्टान में एक छेद काटकर निकाला जाता है, और फिर मशीनरी का उपयोग करके नमक को कुचलकर टुकड़ों में तोड़ दिया जाता है। नमक क्या है और इसके बनने की प्रक्रिया तो आपने जान ली। अब आगे जानते हैं नमक खाने के फायदों के बारे में।
संतुलित मात्रा में नमक का सेवन आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाता है। नमक की एक संतुलित मात्रा शरीर में होना जरूरी है। इसे खाने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।
थायरॉइड मेटाबॉलिज्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन थायरॉइड को ठीक से काम करने के लिए शरीर को मिनरल जैसे आयोडीन की आवश्यकता होती है। आयोडीन की कमी शरीर को थायरॉइड हार्मोन के पर्याप्त उत्पादन से रोकती है। अपने भोजन में कुछ आयोडीन युक्त नमक शामिल करने से थायरॉइड को ठीक से काम करने में मदद मिल सकती है।
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नमक शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को भी बढ़ाता है, जो अंगों को ठीक से काम करने के लिए जरूरी है। कोशिकाओं, मांसपेशियों और ऊतकों को पानी की जरूरत होती है और नमक आपके शरीर के इन हिस्सों को तरल पदार्थ की सही मात्रा बनाए रखने में मदद करता है।
जिन लोगों को लो बीपी की शिकायत होती है, उनके लिए नमक बेहद फायदेमंद है। आहार में सोडियम की अपर्याप्त मात्रा हो, तो हाइपरटेंशन की समस्या बढ़ सकती है। जिसमें चक्कर आना, मतली, बेहोशी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं (2)।
गले में खराश का इलाज नमक से किया जा सकता है। नमक के पानी से कुल्ला करने से दर्द और गले में खराश के कारण आने वाली सूजन को कम करने में मदद मिलती है। दरअसल, सॉल्ट एक एंटीसेप्टिक है, जो संक्रमण से लड़ने में मददगार है।
सॉल्ट टूथपेस्ट का एक अच्छा विकल्प है, जिसे आप दांतों को साफ और बैक्टीरिया से मुक्त रखने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने टूथब्रश को नमक में डुबोएं और फिर इससे दांत साफ करें।
सूजी या फूली हुई आंखों को ठीक करने में भी नमक बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आप गर्म पानी में नमक डालें। अब कॉटन पैड को इसमें डुबोकर निचोड़ लें और आंखें बंद करके पलकों के ऊपर रख लें। कम से कम 20 मिनट के लिए इस प्रक्रिया को दोहराएं।
सिस्टिक फाइब्रोसिस वाले लोग औसत व्यक्ति की तुलना में अपने पसीने में ज्यादा नमक खो देते हैं। निर्जलीकरण से बचने के लिए उन्हें अपने आहार में नमक और पानी की मात्रा बढ़ानी पड़ती है। वैसे तो व्यक्ति के हिसाब से नमक की आवश्यकता अलग होती है, लेकिन लोगों को प्रतिदिन 6 हजार मिली ग्राम सोडियम की जरूरत होती है। नमक खाने के जहां अनेकों फायदे हैं, वहीं इसके उपयोग भी बहुत हैं। नमक कई चीजों में काम आता है, जिनके बारे में हम आपको आगे बताने जा रहे हैं।
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आपको जानकर हैरत होगी, कि नमक केवल आपके खाने में स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि इसका उपयोग घर के कई कामों और सुंदरता को बढ़ाने में किया जा सकता है। तो चलिए यहां जानते हैं, नमक के विभिन्न उपयोगों के बारे में।
टेबल सॉल्ट का उपयोग किचन में खाना पकाने के अलावा चांदी की चीजों से धूल, मिट्टी हटाने के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए एक पैन में पानी गर्म करें और इसमें दो चम्मच नमक और दो चम्मच बेकिंग सोडा मिलाएं। चाहें, तो एक चम्मच सिरका भी मिलाया जा सकता है। केवल पांच मिनट तक धूल लगी चांदी की चीजों को इस पानी में डुबोकर रखें और एक पुराने से ब्रश से इन्हें साफ करें। बर्तन चमक जाएंगे।
अगर सर्दी के कारण आपकी नाक कभी बंद हो जाए, तो नमक का घरेलू उपाय बहुत मददगार होगा। दरअसल, सॉल्ट बलगम को ढीला करने में मदद करता है। इससे नासिका मार्ग साफ होता है और आप आराम से सांस ले पाते हैं।
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जब भी आप अंडा उबालें, तो पानी में थोड़ा सा नमक डाल दें। इससे अंडा तेजी से पकता है।
मधुमक्खी या ततैया के डंक के जहर को बेअसर करने में नमक बहुत फायदेमंद है। नमक में मौजूद एंटीसेप्टिक गुणों के कारण यह जहर को खींच लेता है। इसके लिए काटने की जगह पर नमक का पेस्ट लगा दें। इसके सूखने के 30 मिनट बाद इसे अच्छे से धो लें।
मुंह में होने वाले छाले बहुत दर्दनाक होते हैं। लेकिन टेबल सॉल्ट के उपयोग से आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं। इसके लिए एक चौथाई गर्म पानी में दो चम्मच सॉल्ट मिलाएं और हिलाएं। अब कम से कम 20 मिनट तक इस मिश्रण को अपने मुंह के अंदर घुमाते रहें। इस प्रक्रिया को दिन में तीन से चार बार करने से मुंह के छाले गायब हो जाएंगे।
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चेहरे पर इंस्टेंट शाइन लाने के लिए नमक बहुत उपयोगी है। इसके लिए कच्चे दूध को चेहरे पर लगाकर सूखने के लिए छोड़ दें। अब नमक से धीरे-धीरे हल्के हाथों से चेहरे को रगड़ें, ताकि दूध साफ हो जाए। कुछ देर बाद आप देखेंगे, कि आपका चेहरा एकदम ग्लो करने लगेगा।
अगर आपके चेहरे पर पिंपल्स हैं या इनके निशान रह गए हैं, तो नमक का प्रयोग कर आप इन्हें आसानी से हटा सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच नमक में एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को चेहरे पर लगाकर कुछ मिनट में पानी से धो लें। ध्यान रखें, इसे बहुत ज्यादा देर तक न लगा रहने दें, वरना त्वचा रूखी हो जाएगी। ऊपर हमने आपको नमक के फायदों और उपयोग के बारे में बताया है, अब आगे आपको बताने जा रहे हैं कि नमक खाने से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैँ।
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साल्ट (नमक) बेशक आपके खाने का स्वाद बढ़ाता हो, लेकिन डॉक्टर्स इसका ज्यादा सेवन न करने की सलाह देते हैं। क्योंकि यह सेहत के लिए जितना फायदेमंद है, उतना नुकसानदायक भी। दरअसल, टेबल सॉल्ट में खतरनाक संरक्षक होते हैं। एल्यूमिनिसम हाइड्रॉक्साइड आमतौर पर नमक में डाला जाता है, जो आपके मास्तिष्क में जमा होकर अल्जाइमर रोग का कारण बन सकता है। कुछ लोगों को भोजन में एक्स्ट्रा नमक डालने की आदत होती है, लेकिन ये आदत जितनी जल्दी बदल ली जाए, उतना अच्छा है। तो चलिए हम जानते हैं ज्यादा नमक खाने से होने वाले नुकसानों के बारे में।
बहुत अधिक नमक खाने से उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। प्रतिदिन नमक का सेवन 5 से 6 हजार मिग्रा कम करने पर रक्तचाप को कम किया जा सकता है।
कुछ लोग सब्जी या भोजन में ऊपर से नमक भूरककर खाते हैं, जो बेहद नुकसान पहुंचाता है। ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। शरीर में सेाडियम के स्तर को नियंत्रित करने वाले मैग्नीशिश्यम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा घट जाने के कारण ऐसा होता है।
आपको शायद न पता हो, लेकिन ज्यादा नमक आपके दिल को नुकसान पहुंचाता है। अगर आप लंबे समय तक ज्यादा नमक वाला भोजन खाते हैं, तो दिल की धड़कन और बीपी भी बढ़ने लगता है। जिससे दिल का दौरा या पैरालिसिस की संभावना भी बढ़ जाती है।
आप जितना ज्यादा नमक खाएंगे, उतनी अधिक मात्रा में कैल्शियम आपके शरीर से बाहर निकलेगा। यदि आपके भोजन में पर्याप्त कैल्शियम नहीं है, तो ऑस्टियोपोरोसिस यानी कमजोर हड्डियों की समस्या पैदा हो सकती है।
यदि आप ज्यादा नमक खाते हैं, तो आपकी किडनी रक्त प्रवाह से अतिरिक्त सोडियम को फिल्टर करने में सक्षम नहीं होती। सोडियम आपके सिस्टम में बनता है और इसे पतला करने की कोशिश में शरीर अतिरिक्त पानी पर टिका रहता है। यह पानी वॉटर रिटेंशन और शरीर के अंगों में सूजन का कारण बन सकता है।
कहने को तो नमक सीधे तौर पर रक्त शकर्रा से जुड़ा नहीं है, बावजूद इसके अधिक नमक खाने से डायबिटीज से जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है।
कम नमक खाने वालों की तुलना में अधिक नमक का सेवन से पेट के कैंसर का खतरा 68 प्रतिशत ज्यादा होता है। दरअसल, ज्यादा नमक का सेवन हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के विकास को जन्म देता है। इससे पेट के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
नमक खाने से शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ जाए, तो यह या तो खून में बना रहता है या किडनी अपनी क्षमता से अधिक काम करके इसे शरीर से बाहर निकाल देती है। ये दोनों ही स्थितियां बेहद खतरनाक हैं।
सोडियम शरीर के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन इसकी आपूर्ति करने के लिए आयोडीन वाला नमक खाने के बजाए आप सेंधा या काले नमक का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि सामान्य नमक कई मायनों में आपके लिए जहर बन सकता है। लेकिन कैसे, ये हम आपको आगे बताने जा रहे हैं।
अगर, नमक का ज्यादा सेवन आपको नुकसान पहुंचाता है, तो अपने आहार में नमक को कम कैसे किया जा सकता है, ये आप नीचे जान सकते हैं।
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कई लोगों को नमक खाने की इतनी ज्यादा आदत पड़ जाती है, कि वह न चाहते हुए भी इसे छोड़ नहीं पाते। अगर आप भी ज्यादा नमक खाने के आदी हो गए हैं, तो चिंता न करें। हम आपको कम नमक खाने के ऐसे स्मार्ट तरीके बताने जा रहे हैं, जिससे आपका नमक का स्वाद भी बरकरार रहेगा और आप स्वस्थ भी रहेंगे।
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यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं, जो कम नमक खाने में आपकी मदद कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है, कि ज्यादातर लोग एक दिन में 9 हजार से 12 हजार मिलीग्राम तक सेाडियम का उपभोग करते हैं, जो अनुशांसित मात्रा से तीन गुना ज्यादा है। ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह है, कि दैनिक सोडियम का स्तर 2300 मिग्रा ही होना चाहिए (3)।
नमक का कम मात्रा में इस्तेमाल आपके लिए बुरा नहीं है। लेकिन बहुत अधिक तरल पदार्थ द्रव प्रतिधारण (fluid retention) को जन्म दे सकता है। यह अतिरिक्त तरल पदार्थ आपके रक्तचाप को बढ़ा सकता है, जिससे आपके हृदय, गुर्दे, धमनियों और मस्तिष्क को नुकसान हो सकता है।
आधुनिक आहार में अधिकांश नमक रेस्तरां के खाद्य पदार्थों, पैक्ड या प्रोसेस्ड फूड में होता है। नमकीन स्नैक, इंस्टेंट सूप, प्रोसेस्ड मीट और सोया सॉस उच्च नमक वाले खाद्य पदार्थ हैं। इसके अलावा, कॉटेज चीज में भी उच्च मात्रा में नमक पाया जाता है।
आपके आहार में पर्याप्त नमक नहीं मिलना खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के उच्च स्तर से जुड़ा हुआ है, और यह निम्न रक्तचाप और दिल की विफलता के जोखिम को बढ़ा सकता है। शरीर में सही द्रव संतुलन बनाए रखने के लिए भी नमक आवश्यक है। इसलिए नमक का सही मात्र में सेवन करना आवश्यक होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अधिकांश लोगों को अपने आहार में पर्याप्त से अधिक नमक मिलता है।
यदि आपका डॉक्टर कम नमक का सेवन करने की सलाह देता है, तो आपको निश्चित रूप से ऐसा करना चाहिए। यदि आप एक स्वस्थ व्यक्ति हैं, तो नमक के सेवन के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। फिर भी अधिक मात्रा में नमक खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन बहुत कम नमक खाने से भी सेहत बिगड़ सकती है (4) ।
सामान्य नमक या टेबल सॉल्ट अपने छोटे और महीन दानों से पहचाना जाता है। यह जल्दी से घुल जाता है। इसका उपयोग अक्सर खाना पकाने में स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह नमक का ही एक प्रकार है, जो आमतौर पर आयोडीन युक्त होता है।
बता दें, कि बहुत अधिक नमी नमक को गांठदार बना सकती है। इसके अलावा नमक को चांदी के बर्तन या डिब्बे में कभी ना रखें। ऐसा करने से नमक का सफेद रंग हरे रंग में बदल जाएगा।
अपने शरीर को वापस संतुलन में लाने के लिए, इसे पानी से हाइड्रेट करें मतलब आशिक मात्र में पानी पीयें। इसके आलावा सेटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, शरीर में बढ़ी हुई नमक की मात्रा को संतुलित करने के लिए पोटेशियम से भरपूर खाद्य पदार्थ खाएं। यह स्वस्थ रक्तचाप के स्तर को बनाए रखेगा।
अब जब आप ये जान गए हैं, कि खाने में नमक का इस्तेमाल सेहत के लिए फायदेमंद भी है और नुकसानदायक भी, तो इसे संतुलित मात्रा में ही खाएं। आजकल लगभग हर प्रोसेस्ड फूड में नमक मिलाया जाता है। नमक खाने से जहां शरीर में सोडियम की मात्रा संतुलित रहती है, वहीं इसका ज्यादा उपयोग आपको हेल्थ प्रॉब्लम का शिकार भी बना सकता है। इसलिए जहां, तक संभव हो भोजन में नमक की मात्रा औसत ही रखें और नमक खरीदते समय पैकेट पर लिखे गए न्यूट्रिशन लेबल पर सोडियम की मात्रा को देखना ना भूलें।
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