Nettle Leaf in Hindi बिच्छू बूटी (नेटल लीफ) एक जंगली पौधा है जिसे छूने मात्र से आपकी त्वचा में झनझनाहट या हल्की जलन हो सकती है। लेकिन अपने औषधीय गुणों के कारण बिच्छू बूटी के फायदे और नुकसान बहुत लोगों द्वारा खोजे जाते हैं। सामान्य रूप से देखने पर यह पौधा आपके लिए नुकसान दायक प्रतीत हो सकता है। लेकिन इसमें मौजूद पोषक तत्वों की उपलब्धता के कारण यह विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। बिच्छू बूटी का उपयोग हड्डी रोग को ठीक करने, त्वचा समस्याओं से बचाने, मूत्र संबंधी दोषों को कम करने आदि के लिए उपयोग किया जाता है। इस लेख में आज आप बिच्छू बूटी के फायदे और नुकसान के बारे में जानेगें।
विषय सूची
1. बिच्छू बूटी क्या है – What Is Nettle Leaf in Hindi
2. बिच्छू बूटी का पौधा – Nettle Leaf Plant in Hindi
3. बिच्छू बूटी के पोषक तत्व – Nettle Leaf Nutrition Value in Hindi
4. बिच्छू बूटी के फायदे इन हिंदी – Nettle Leaf Benefits in Hindi
5. बिच्छू बूटी के नुकसान – Nettle Leaf Side Effects in Hindi
यह एक प्रकार की बारहमासी जंगली जड़ी-बूटी है। जिसे अक्सर खरपतवार या बेकार पौधा समझा जाता है। लेकिन अपने गुणों के कारण यह विभिन्न प्रकार के अध्ययनों का विषय बन चुका है। इसका वैज्ञानिक नाम अर्टिका डाइओका (urtica dioica) है। यह मुख्य रूप से हमारे लिए एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। इस पौधे के उपयोगी हिस्सों में इसके पत्ते, जड़ और तना होते हैं। इनका उपयोग कर विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है। आइए जाने बिच्छू बूटी के पौधे के बारे में।
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यह औषधीय जड़ी-बूटी नेटल परिवार से संबंधित है। बिच्छू बूटी के पौधे आमतौर पर 2 से 4 फीट तक ऊंचे होते हैं। यह पौधा सीधा बढ़ता है। इसकी पत्तियां कुछ कठोर और दिल के आकार होती हैं जिसके बाहरी किनारे दांतों के समान होते हैं। इस पौधे के फूल पीले या गुलाबी होते हैं। पूरा पौधा छोटे-छोटे बालों से ढका हुआ होता है। इन्हीं बालों की बजह से छूने पर यह त्वचा में जलन या झनझनाहट पैदा करता है। पत्तों की निचली सतह पर इन रूओं की संख्या ज्यादा होती है। आइए जाने बिच्छू बूटी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
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इस जंगली जड़ी बूटी को अपने औषधीय गुणों के कारण विभिन्न प्रकार से उपयोग किया जाता है। बिच्छू बूटी के पत्तों में बहुत से पोषक तत्व और विटामिन पाए जाते हैं। नेटल लीफ में एमिनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा मौजूद रहती है। इसमें प्रमुख रूप से पाए जाने वाले खनिजों में फ्लावोनाइड्स, कैरोटीनोइड, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि भी शामिल हैं। इनके अलावा नेटल लीफ में विटामिन A, C, D, E और विटामिन K भी होते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नेटल लीफ में एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ ही एंटीमाइक्रोबियल, एंटी-अल्सर और दर्द नाशक गुण भी होते हैं। इन औषधीय गुणों के कारण बिच्छू बूटी हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है।
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आपके लिए बिच्छू बूटी किसी दवा से कम नहीं है। इस आयुर्वेदिक औषधी का नाम सुनकर अक्सर लोगों द्वारा इसके अलग-अलग मतलब निकाले जाते हैं। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि इस छोटे से पौधे का इस्तेमाल कई बड़ी और गंभीर समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है। बिच्छू बूटी के फायदे में तनाव को कम करना, एलर्जी प्रतिरोध, दांतो के स्वास्थ्य, गर्भवती महिलाओं के लिए, मासिक धर्म की परेशानियों को कम करने जैसी विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए जाने जाते हैं। आइए विस्तार से जाने नेटल लीफ के फायदे और नुकसान क्या हैं।
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जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है उनके लिए बिच्छू बूटी बहुत फायदेमंद होती है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से सेवन करने पर यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। बिच्छू बूटी नाइट्रिक ऑक्साइड के रिलीज के माध्यम से रक्तचाप को कम कर सकती है।
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टाइप 2 मधुमेह रोगी का उपचार करने के लिए बिच्छू बूटी का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उपयोग कर मधुमेह प्रकार 2 में ग्लाइसेमिक को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। शरीर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स उपवास के दौरान और भोजन के बाद बिच्छू बूटी की चाय का सेवन करने से नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप मधुमेह टाइप 2 रोगी हैं तो नेटल लीफ का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
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आज लगभग 70 प्रतिशत आवादी तनाव से ग्रसित है। तनाव कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का कारण हो सकता है। लेकिन तनाव से छुटकारा पाने के लिए बिच्छू बूटी की चाय का सेवन करना फायदेमंद होता है। बिच्छू बूटी चाय में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है। फ्लैवोनाइड्स और कैरोटेनोइड की उपस्थिति के कारण यह पेय प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है। इन औषधीय गुणों के कारण बिच्छू चाय ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करती है।
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प्राकृतिक रूप से बिच्छू बूटी में दर्दनाशक गुण मौजूद रहते हैं। शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो चाहे मांसपेशीय खिचाव का दर्द हो, पीठ का दर्द, कमर का दर्द, सिर दर्द या किसी चोट की वजह से दर्द हो। सभी प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए नेटल लीफ बहुत ही असरदार औषधी मानी जाती है। इस प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए बिच्छू बूटी को प्रभावित क्षेत्र में लगाने से फायदा होता है। लेकिन यदि इसकी चाय का सेवन किया जाए तो यह और भी अधिक प्रभावी मानी जाती है। आप भी अपने दर्द को नियंत्रित करने के लिए बिच्छू बूटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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नेटल लीफ से निकाले गए रस में एंटी-कैंसर गुण होते हैं। इसके अलावा इस पौधे के अन्य हिस्सों में ट्यूमर का इलाज करने वाले औषधीय गुण भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। बिच्छू बूटी की चाय में फेनोलिक और फ्लैवोनोइड यौगिकों के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
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कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि बिच्छू बूटी के प्रभाव गुर्दे के लिए अच्छे होते हैं। नेटल लीफ एक शक्तिशाली मूत्रवर्धक है। इसका मतलब यह है कि यह हमारे शरीर में पेशाब को लगातार उत्तेजित करने में मदद करता है। अधिक मात्रा में पेशाब का उत्सर्जन करने पर यह शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को पेशाब के साथ बाहर करने में मदद करता है। बिच्छू बूटी को पेशाब और गुर्दे संबंधि समस्याओं
के इलाज के लिए उपयोग किया जा सकता है। बिच्छू बूटी को पाल्मेटो और कद्दू के बीजों के साथ मिलाकर उपयोग किया जा सकता है। यह संयोजन गुर्दे के पत्थरों को हटाने में मदद करता है, क्योंकि यह रक्त से अतिरिक्त यूरिक एसिड को बाहर निकाल देता है। इस तरह से आप भी अपने गूर्दे की समस्याओं को दूर करने के लिए नेटल लीफ का इस्तेमाल कर सकते हैं।(और पढ़ें – किडनी फंक्शन टेस्ट क्या है, कीमत और कैसे होता है)
दुनिया भर में विभिन्न प्रकार की त्वचा समस्याओं को दूर करने के लिए बिच्छू बूटी का प्रमुखता से उपयोग किया जा रहा है। नेटल लीफ से बनी चाय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं तो त्वचा की समस्याओं से निपटने में और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में सहायक होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार बिच्छू बूटी के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व त्वचा में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं। इसलिए इन प्रभावों को प्राप्त करने के लिए या तो आप बिच्छू बूटी की चाय का सेवन कर सकते हैं। या फिर आप इस चाय को ठंड़ा करके प्रभावित क्षेत्र में लगा सकते हैं। यह आपकी त्वचा की सभी प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है।
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इस औषधीय गुणों से भरपूर बिच्छू बूटी में मौजूद हिस्टामाइन (Histamine) शरीर पर एंटी इंफ्लामेटरी प्रभाव डालता है। इस प्रभाव के कारण धमनियों और रक्तवाहिकाओं में तनाव को कम करने में मदद मिलती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने पर यह परिसंचरण को स्वस्थ्य रखता है जिससे पूरे शरीर को ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा प्राप्त होती है। इस प्रकार यह दिल के दौरा, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिमों को कम करने में मदद करता है। आप भी अपने दिल को स्वस्थ्य और मजबूत बनाने के लिए बिच्छू बूटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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फाइटोथेरेपीटिक (Phytotherapeutic) यौगिकों की अच्छी मात्रा बिच्छू बूटी में मौजूद रहती है। ये यौगिक शरीर में होने वाले दर्द और गठिया का उपचार करने में सहायक होते हैं। इन यौगिकों में पौधे से निकाले गए तेल, फाइटोस्टेरॉल, फाइटोस्ट्रोजेन और फैटी एसिड शामिल हैं। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह रूमेटोइड गठिया जैसी बीमारी और इसकी सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
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प्राचीन समय से विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए आयुर्वेद द्वारा बिच्छू बूटी का उपयोग किया जा रहा है। लेकिन यौन स्वास्थ्य के लिए भी बिच्छू बूटी बहुत ही लाभकारी होती है। इसमें शक्तिशाली यौन उत्तेजक गुण होते हैं। इसके अलावा नियमित रूप से बिच्छू बूटी का सेवन करने से यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ावा देता है। पुरुषों की यौन इच्छा को बढ़ावा देने के साथ ही यह सेक्स ड्राइव, सहनशक्ति और समय से पहले स्खलन जैसी यौन समस्याओं की रोकथाम में भी मदद करता है। जिन पुरुषों की रूचि सेक्स के प्रति कम हो रही हो वे बिच्छू बूटी का इस्तेमाल कर फायदा प्राप्त कर सकते हैं।
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नेटल लीफ से बनी चाय में मूत्रवर्धक गुण होते हैं। इस कारण यह शरीर में मौजूद सभी प्रकार के विषाक्त पदार्थों को बाहर करने में मदद करती है। इस कारण ही इसे एक शक्तिशाली डिटॉक्स पेय पदार्थ के रूप में उपयोग किया जाता है। इसकी 1 कप चाय का सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त हो सकते हैं जो आपकी चयापचय प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। अच्छी चयापचय प्रणाली आपके वजन को कम करने में सहायक होती है। यदि आप अपने वजन को कम करना चाहते हैं तो बिच्छू बूटी से बनी चाय का नियमित सेवन करें। यह आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
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परंपरागत रूप से स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध के उत्पादन को उत्तेजित करने के लिए नेटल लीफ का उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर अन्य जड़ी बूटीयों के संयोजन में प्रयोग किया जाता है। हालांकि किसी भी जड़ी-बूटी के साथ इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर या स्तनपान विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।
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महिलाओं को मासिक धर्म के समय विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन इस प्रकार की समस्याओं को दूर करने की क्षमता बिच्छू बूटी में होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और औषधीय गुण मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद पीड़ाहारी गुण मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन को आसान बनाते हैं। इसलिए महिलाओं द्वारा मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए बिच्छू बूटी का उपयोग किया जा सकता है।
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बालों के झड़ने और डैंड्रफ़ का इलाज करने के लिए नेटल लीफ बहुत ही फायदेमंद जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसके अलावा यह बालों की जूँ को भी खत्म करने में मदद कर सकती है। नियमित रूप से नेटल लीफ का सेवन करने पर यह बालों मजबूत और चमकदार कर उनके विकास को बढ़ावा देती है। आप अपने बालों की सुरक्षा के लिए नेटल लीफ का उपयोग कर सकते हैं।
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चाय में इस्तेमाल होने वाली बिच्छू बूटी की पत्तियों में क्लोरोफिल के उच्च स्तर होते हैं। ये गुण शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करते हैं। चेहरे में मुंहासे होने का प्रमुख कारण बैक्टीरिया और त्वचा की गंदगी के कारण होते हैं। नेटल लीफ में एंटीमाइक्रोबायलऔर एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते है जो त्वचा में मुंहासे, एक्जिमा और अन्य परेशानियों के लक्षणों से छुटकारा पाने में मदद कर सकती है। इसलिए आप अपनी त्वचा से मुंहासों को दूर करने के लिए बिच्छू बूटी का उपयोग किया जा सकता है।
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विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ वाली औषधी के रूप में नेटल लीफ का उपयोग किया जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में इसका उपयोग करने पर इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जो आपके स्वास्थ्य पर नाकारात्मक प्रभाव डालते है।
आइए जाने बिच्छू बूटी के नुकसान क्या हैं।
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