Normal delivery ke liye kya khana chahiye: हर गर्भवती महिला चाहती है, कि उसकी नॉर्मल डिलीवरी हो। ऐसे में वे जानना चाहती हैं, कि ऐसे कौन सी चीजें हैं, जिन्हें पूरे नौ महीने तक खाकर वे नार्मल डिलीवरी की संभावना को बढ़ा सकती हैं। तो हम यहां ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताएंगे, जिन्हें खाने के बाद गर्भवती महिला नॉर्मल डिलीवरी से शिशु को जन्म दे सकती है।
वैसे तो, गर्भावस्था में हर गर्भवती को संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। इसके अलावा शरीर में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में होने चाहिए। गर्भावस्था के दौरान मां के शरीर की पोषण संबंधी आवश्यकताएं बढ़ जाती हैं। औसतन एक गर्भवती महिला को लगभग 450-500 कैलोरी ज्यादा भोजन की जरूरत होती है। गर्भ के अंदर बढ़ने वाले शिशु को मां के शरीर से भोजन मिलता है। इसलिए स्वभाविक रूप से अपने और शिशु का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए अच्छी तरह से खाने की जरूरत होती है। विशेषज्ञों के अनुसार, पोषक तत्वों में कमी से सामान्य प्रसव की संभावना बहुत कम हो जाती है। आज के इस आर्टिकल में हम यहां आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची दे रहे हैं, जो सामान्य प्रसव के लिए बहुत असरदार हैं।
विषय सूची
नॉर्मल डिलीवरी के लिए खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ- नॉर्मल डिलीवरी के लिए खाए जाने वाली खाद्य पदार्थों की सूची हमने आपको नीचे दी है। साथ ही ये किस तरह से सामान्य प्रसव में फायदेमंद है, इस बारे में आप यहां जान सकते हैं।
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अगर आप चाहती हैं, कि आपकी डिलीवरी पूरी तरह से नॉर्मल हो, तो अपनी डाइट में पूरे नौ महीने तक दाल और फली का सेवन जरूर करें। दरअसल, प्रसव के कुछ दिन पहले गर्भवती के शरीर में प्रोटीन की आवश्यकता बढ़ जाती है। ऐसे में दाल और सूखे बीन्स प्रोटीन की जरूरत को पूरा करते हैं। पके हुए रूप में दाल 15 ग्राम प्रोटीन प्रदान करती है। चूंकि, इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए ये कब्ज को रोकने में भी मददगार है।
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संतरा दो महत्वपूर्ण कारणों से सामान्य और स्वस्थ प्रसव के लिए महत्वूपर्ण है। सबसे पहली बात, तो इसमें 90 प्रतिशत पानी होता है, इसलिए यह शरीर की तरल आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसके अलावा संतरे में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है, जो शिशु की त्वचा को नरम और सुंदर बनाता है। इतना ही नहीं संतरा गर्भावस्था के दौरान कई संक्रमणों से बचने में भी आपकी मदद करता है।
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गर्भावस्था में दूध गर्भवती महिला को कई पोषक तत्व प्रदान करता है, खासतौर से प्रोटीन और कैल्शियम। गर्भावस्था के दौरान ये दोनों ही बड़ी मात्रा में जरूरी है। एक सामान्य प्रसव के लिए आप अपने दैनिक आहार में ग्रीक योगर्ट का सेवन कर सकते हैं। वहीं, दूध में कैल्शियम की मात्रा शिशु का स्केलेटल सिस्टम बनाने में मदद करती है। दूध में मौजूद प्रोबायोटिक बैक्टीरिया पाचन प्रक्रिया को आसान बनाता है। लेकिन ध्यान रखें, कि नॉर्मल डिलीवरी से बच्चे को जन्म देना चाहती हैं, तो कम वसा वाले दूध का विकल्प चुनना चाहिए।
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कम वसा वाले मीट में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। पहले तो गर्भवती का हीमोग्लोबिन लेवल सामान्य रहता है, लेकिन जैसे-जैसे डिलीवरी का टाइम नजदीक आता है, हीमोग्लोबिन में कमी आने लगती है। इसलिए 9वें महीने तक लो फैट मीट खाना चाहिए। इसकी सबसे अच्छी बात ये है, कि यह पचने में आसान है।
नॉर्मल डिलीवरी की इच्छा रखने वाली गर्भवती महिलाओं को पूरे नौ महीनों तक शकरकंद खाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि शकरकंद में बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जो इसे विटामिन ए
में बदल देता है। यह शिशु के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है, क्योंकि यह शिशुओं में विभिन्न ऊतकों और कोशिकाओं को अलग करने में मदद करता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को विटामिन ए का सेवन 40 प्रतिशत तक बढ़ाने की आवश्यकता होती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान शकरकंद को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इससे आपकी नॉर्मल डिलीवरी बेहद आसान हो जाएगी।(और पढ़ें – शकरकंद के फायदे और नुकसान)
एक सामान्य प्रसव के लिए आपको कम मात्रा में अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्व की जरूरत होती है, जो ब्रोकोली से मिल सकते हैं। ब्रोकोली में फोलेट, कैल्शियम और विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें फाइबर भी होता है, जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मददगार है। इतना ही नहीं, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ब्रोकोली आपको प्रसव से पहले उत्पन्न होने वाली बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।
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केला एक ऊर्जायुक्त भोजन है, जो गर्भावस्था के दौरान बहुत जरूरी है। प्रसव के दौरान थकान होना एक बहुत ही आम बात है। ऐसे में केला आपको अधिक ऊर्जा प्रदान कर थकान के प्रभाव को कम करता है। आप नाश्ते में एक केला जरूर खाएं, इससे आपकी सामान्य डिलीवरी की संभावना बढ़ जाएगी।
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डेयरी प्रोडक्ट पनीर शरीर को अच्छी मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन प्रदान करता है। पनीर का एक औंस लगभग 200 ग्राम कैल्शियम देता है, जो एक सामान्य प्रसव के लिए बहुत जरूरी है। पनीर को नाश्ते में या फिर रोटी के साथ सब्जी के रूप में भी खाया जा सकता है।
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गर्भावस्था के दौरान नॉन-वेज खाने से कई गर्भवती महिलायें दूर रहती हैं। लेकिन, अगर आप सामान्य प्रसव से बच्चे को जन्म देना चाहती हैं, तो विकल्प के तौर पर अंडा जरूर खाएं। अंडा प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत है। इसके अलावा इसमें आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होता है। गर्भवती महिलाएं चाहें, तो नाश्ते और दोपहर के भोजन में अंडा शामिल कर सकती हैं। इसे स्नैक्स के साथ भी लिया जा सकता है। आपको न पता हो, लेकिन अंडा आपके शिशु के बालों को भी सुंदर बनाने में मदद करता है।
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सामान्य प्रसव करने के लिए गर्भावस्था के दिनों में पालक आपके आहार का जरूरी हिस्सा होना चाहिए। ये आपके शरीर को आयरन, कैल्शियम और फोलेट प्रदान करता है। इसके साथ ही यह विटामिन का अच्छा स्त्रोत भी है। आप इसे दोपहर के भोजन में शामिल कर अपनी डिलीवरी को नॉर्मल बना सकती हैं।
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ओट्स कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है और आपके शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है। खासतौर से गर्भावस्था में शरीर कई कारणों से कमजोर हो जाता है, जिससे आखिरी वक्त पर नॉर्मल डिलीवरी होना मुश्किल हो जाती है। इसलिए अगर गर्भावस्था के शुरूआत से ही डाइट में ओट्स को शामिल किया जाए, तो काफी हद तक नॉर्मल डिलीवरी संभव है। विशेषज्ञ कहते हैं, कि गर्भावस्था के दौरान आपको कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने की जरूरत होती है। इस मामले में ओट्स नाश्ते में मुख्य भोजन के रूप में लिया जाना चाहिए। इसमें कोलेस्ट्रॉल बहुत कम होता है। ध्यान रखें, इसमें अतिरिक्त चीनी न मिलाएं। इसके बजाय आप एक बड़ा चमचा मेपल सिरप मिला सकते हैं।
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नॉर्मल डिलीवरी होने के लिए हर गर्भवती महिला को होल ग्रेन ब्रेड खानी चाहिए। होल ग्रेन ब्रेड का हर टुकड़ा 20-35 ग्राम फाइबर प्रदान करता है। साबुत अनाज की ब्रेड आपके आयरन और जिंक के हिस्से की आपूर्ति करती है।
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नट्स में अच्छी मात्रा में फैट और कैलोरी होती है, जो सामान्य प्रसव के लिए जरूरी है। लेकिन, अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी है, तो गर्भावस्था के दौरान मूंगफली वाले एलर्जी वाले खाद्य पदार्थों को खाने से बचें।
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गर्भावस्था के दौरान जैसे-जैसे गर्भाशय बढ़ता है, पीठ, कूल्हे की मांसपेशियां भी फैलती हैं। अपने आहार में कद्दे के बीज को शामिल करने से प्रोटीन के सेवन को बढ़ावा मिलेगा। इसकी हर सर्विंग में पांच ग्राम प्रोटीन मौजूद होता है। आपको बता दें, कि इन स्वादिष्ट बीजों में पेाटेशियम, सोडियम, फॉस्फोरस , कैल्शियम और अन्य मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं।
गर्भावस्था के दौरान अपने आहार की योजना बनाते वक्त अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। क्योंकि, इस अवस्था में कुछ खाद्य पदार्थ जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। डॉक्टर्स की भी सलाह है, कि गर्भावस्था के समय एक हेल्दी डाइट प्लान बनाना चाहिए, ताकि आपकी नॉर्मल डिलीवरी संभव हो और आप एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकें।
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