Okra Juice Benefits In Hindi: भिंडी एक लोकप्रिय सब्जी है जिसे बहुत से लोग ओकरा (Okra) के नाम से जानते हैं। भिंडी के पानी के फायदे इसमें मौजूद पोषक तत्वों और खनिज पदार्थो के कारण होते हैं। लेडी फिंगर विशेष रूप से भारत जैसे देशों में खाद्य सब्जी के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। आप सोच रहे होगें कि भिंडी का पानी पीने से क्या फायदा होता है। भिंडी पानी फॉर डायबिटीज इसका मतलब यह है कि भिंडी का पानी मुख्य रूप से मधुमेह रोगीयों के लिए फायदेमंद होता है। हालांकि नियमित रूप से भिंडी का पानी पीने का फायदा कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे एनीमिया, कोलेस्ट्रॉल को कम करना, कब्ज का इलाज करना, प्रतिरक्षा को बढ़ाने और त्वचा समस्याओं को दूर करने में आदि में होता है। आज इस आर्टिकल में आप भिंडी का पानी पीने के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
लेडी फिंगर का नियमित सेवन आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकता है। इसके साथ ही नियमित रूप से भिंडी का पानी पीने के फायदे मधुमेह के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है। भिंडी में इंसुलिन जैसे गुण होते हैं जो मधुमेह का इलाज करने में प्रभावी होते हैं। नियमित रूप से ओकरा जूस का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होते हैं। इसलिए बहुत से स्वास्थ्य सलाहकार मधुमेह रोगी को नियमित रूप से भिंडी का सेवन करने और भिंडी के पानी पीने की सलाह देते हैं। यदि आप भी डायबिटीज रोगी हैं तो भिंडी के पानी का लाभ ले सकते हैं।
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एनीमिया खून की कमी से सबंधित बीमारियों में से एक है। एनीमिया रोगी के लिए भिंडी का पानी पीना लाभकारी होता है। नियमित रूप से भिंडी का पानी पीने से शरीर में रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को तेज किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भिंडी में आयरन की उच्च मात्रा होने के साथ ही विटामिन A, विटामिन C और मैग्नीशियम आदि अच्छी मात्रा में होते हैं। ये सभी घटक लाल रक्तकोशिकाओं के उत्पादन में सहायक होते हैं। जिन लोगों को खून की कमी के लक्षण हों उन्हें ओकरा जूस का नियमित सेवन करना चाहिए। भिंडी के पानी का फायदा विशेष रूप से महिलाओं के लिए होता है जो मासिक धर्म के दौरान शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने में सहायक है।
डायरिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन सकती है यदि समय पर उपचार न किया जाए। जिस व्यक्ति को डायरिया होता है स्वाभाविक रूप से उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। साथ ही दस्त के दौरान शरीर में मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थों की भी कमी आ सकती है। ऐसी स्थिति में रोगी के लिए भिंडी का पानी फायदेमंद होता है। भिंडी पानी के गुण दस्त के प्रभाव और लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। दस्त के दौरान खोए हुए पानी और पोषक तत्वों की पुन: प्राप्ति के लिए भिंडी का पानी पीना लाभदायक होता है।
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जिन लोगों को उच्च कोलेस्ट्रॉल की शिकायत होती है उन्हें भिंडी के पानी का उपयोग करना चाहिए। भिंडी के पानी में बहुत अधिक मात्रा में घुलनशील फाइबर होते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा रक्तवाहिकाओं और हृदय दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए अपने शरीर में आप कोलेस्ट्रॉल की उचित मात्रा को बनाए रखने के लिए भिंडी के पानी को अपने दैनिक आहार में शामिल कर सकते हैं।
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हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करती है। लेकिन यदि प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो तो आप बार-बार सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्याओं से परेशान हो सकते हैं। भिंडी का पानी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने में सहायक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भिंडी के जूस में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाने और प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में सहायक होते हैं। यदि आप भी बार-बार होने वाले वायरल संक्रमण से प्रभावित हैं तो भिंडी के पानी का नियमित सेवन करें।
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आप अपनी त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए भिंडी के रस का उपयोग कर सकते हैं। नियमित रूप से भिंडी के पानी का प्रयोग करना आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। भिंडी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रक्त को शुद्ध करने और मुंहासों सहित त्वचा की अन्य समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। मुंहासे और इसी तरह की अन्य समस्याओं का प्रमुख कारण रक्त की अशुद्धियां होती हैं। लेकिन भिंडी के पानी का प्रयोग कर आप स्वस्थ और सुंदर त्वचा प्राप्त कर सकते हैं।
भिंडी पानी के स्वास्थ्य लाभों में हड्डियों को मजबूत बनाना भी शामिल है। भिंडी में फोलेट की उच्च मात्रा होती है। यह विशेष रूप से गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। नियमित रूप से भिंडी के पानी का सेवन करने से यह हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है। जिसके परिणामस्वरूप हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखा जा सकता है। कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि लंबे समय तक भिंडी के पानी का सेवन करने से ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis)
की संभावना को भी रोका जा सकता है।(और पढ़ें – ऑस्टियोपोरोसिस होने के कारण, लक्षण और बचाव)
अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से भिंडी के पानी का सेवन करना शारीरिक और मानसिक दोनो प्रकार की थकान को कम कर सकता है। अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए आप नियमित व्यायाम, स्वस्थ जीवनशैली के साथ नियमित रूप से भिंडी के पानी का सेवन करें। ऐसा करने से आपको व्यायम और दैनिक गतिविधियों के दौरान होने वाली थकान को कम करने में मदद मिल सकती है।
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भिंडी के पानी में घुलनशील फाइबर की उच्च मात्रा होती है। पर्याप्त मात्रा में फाइबर हमारे रक्त कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा फाइबर पाचन प्रणाली को स्वस्थ रखने और कब्ज की समस्या को दूर करने में भी प्रभावी होता है। भिंडी के पानी में प्राकृतिक रेचक (laxative) या पेट को साफ करने वाले गुण होते हैं। जिसके कारण यह पेट में मौजूद विषाक्तता को आसानी से दूर करने और पाचन प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है।
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नियमित रूप से भिंडी के पानी का सेवन करना अस्थमा रोगी के लिए लाभकारी होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भिंडी में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी श्वसनतंत्र को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति को रोकने में प्रभावी होते हैं। यदि आपके आसपास कोई अस्थमा रोगी है तो आप उसे भिंडी के पानी का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। भिंडी का पानी अस्थमा के दौरों को रोकने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय होता है।
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सर्दी के दौरान गले में खराश होना एक आम समस्या है। लेकिन आप भिंडी के पानी का इस्तेमाल कर गले की खराश को दूर कर सकते हैं। जिन लोगों को सर्दी खत्म होने के बाद खांसी और खराश आदि की समस्या होती है उन्हें दिन में कम से कम 2 बार भिंडी के पानी का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने पर 1 से 2 दिनों में ही खराश के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
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तनाव को कम करने के लिए भी भिंडी का पानी बहुत ही लाभकारी होता है। मधुमेह का प्रबंधन करने के दौरान तनाव आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा तनाव होने की स्थिति में आपके रक्त में शर्करा की मात्रा में भी वृद्धि हो सकती है। लेकिन इस दौरान नियमित रूप से भिंडी के पानी का सेवन न केवल मधुमेह को नियंत्रित करता है बल्कि आपके तनाव को भी कम करता है। भिंडी पानी के यह लाभ इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-स्ट्रेस (anti-stress) गुणों के कारण होते हैं।
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भिंडी का पानी बनाना बहुत ही आसान है। भिंडी के पानी को तैयार करने के लिए आपको 4-5 मध्यम आकार की भिंडी, 1 कप पानी, नमक और मिर्च पाउडर (अपनी आवश्यकतानुसार) चाहिए।
भिंडी का पानी तैयार करने से पहले भिंडी को अच्छी तरह से धो लें और इसके दोनों सिरों को काटकर अलग कर दें। इसके बाद चाकू की मदद से भिंडी को बीच में फाड़ते हुए दो भाग बनाएं। अब इन कटी हुई भिंडीयों को कप के पानी में डुबोएं। इस कप को लगभग 8 घंटों के लिए छोड़ दें आप चाहें तो इसे 24 घंटों के लिए भी छोड सकते हैं। अगली सुबह या लगभग 24 घंटे के बाद आप भिंडी को पानी से निकालें और निचोड़ कर सारा रस पानी में मिला लें। इसके बाद इन भिंडीयों को बाहर फेंक दें।
इस पानी को 1 गिलास में डालें और इसमें अपने स्वादानुसार नमक, कालीमिर्च पाउडरको मिलाएं। इन मसालों के अलावा आप इसमें अजवाइन पाउडर, मेथी पाउडर, जीरा पाउडर आदि को भी मिला सकते हैं। आपका स्वादिष्ट भिंडी का पानी पीने के लिए तैयार है।
यदि आपके पास अधिक समय नहीं है तो आप भिंडी को उबालकर भी भिंडी का पानी तैयार कर सकते हैं। लेकिन कच्ची भिंडी से बना भिंडी का पानी अधिक फायदेमंद होता है।
भिंडी के पानी का सेवन करने के फायदे बहुत अधिक हैं। लेकिन कुछ लोगों के लिए भिंडी के पानी के नुकसान भी हो सकते हैं। विशेष रूप से अधिक मात्रा में सेवन करने के दौरान।
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