One Meal A Day Diet In Hindi: अगर आप खुद को हेल्दी और फिट बनाने के लिए कोई डाइट प्लान तलाश रहे हैं, तो आपके लिए वन मील अ डे डाइट प्लान बढ़िया विकल्प हो सकता है। कम मेहनत और तेजी से वजन घटाने की चाहत में ज्यादातर लोग इसे अपना रहे हैं। इसकी सबसे अच्छी बात ये है, कि इसमें आपको किसी तरह का परेहज नहीं करना है, बस दिन में तीन बार भोजन करने की बजाय एक बार खाना खाना होता है। वो भी ऐसा खाना जिसमें भरपूर पोषक तत्व मौजूद हों। आइए जानते हैं क्या है वजन कम करने वाली “वन मील ए डे डाइट प्लान” यानि दिन में सिर्फ एक बार खाना खाना। इस डाइट प्लान को फॉलो करने के लिये आपको 23 घंटा फास्टिंग करनी (भूंखा रहना) होता है और एक घंटा स्वस्थ आहार खाना होता है।
कई लोग खाना खाते वक्त खाने पर कंट्रोल नहीं कर पाते और दिन की तीन मील में अच्छा खासा भोजन खा लेते हैं। जरूरत से ज्यादा खाना उनके मोटापे की वजह बन जाता है। अगर आप भी वजन कम करने के लिए कोई डाइट प्लान फॉलो करना चाहते हैं, तो वन मील अ डे आहार आपके लिए बहुत अच्छा है। इसमें आप दिन में एक मील खाकर अपनी डाइट पर कंट्रोल भी कर पाएंगे और वजन भी घटा पाएंगे। तो चलिए, आज के इस आर्टिकल में हम आपको वन मील अ डे (यानि दिन में एक बार खाना) के बारे में बता रहे हैं। साथ ही बताएंगे इस आहार योजना से जुड़े फायदे और नुकसानों के बारे में भी।
विषय सूची
वन मील ए डे डाइट (ओएमएडी) आहार इंटरमिटेंट फास्टिंग का ही विस्तार है। इसमें डाइटर्स दिन में तीन भोजन और दो से तीन स्नैक्स के बजाय दिन में एक बार ही भोजन करते हैं। वन मील अ डे आहार कैलोरी प्रतिबंध के सिद्धांत पर काम करता है। इस आहार में आप 23 घंटे उपवास रखते हैं और एक घंटा आपको भोजन करने के लिए मिलता है। इसमें आमतौर पर पौष्टिक और लो कैलोरी फूड का सेवन करने की सलाह विशेषज्ञ देते हैं। जिसके परिणामस्वरूप आप वजन कम कर लेंगे और आपके पाचन में भी सुधार होगा। इस डाइट में आपको बस एक बात का ख्याल रखना है, कि एक घंटे के भोजन में आप जो भी कुछ खा रहे हैं, वह पूरी तरह से पौष्टिक होना चाहिए।
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वन मील ए डे डाइट (ओएमएडी) एक तरह से उपवास का ही प्रकार है, जो कैलोरी को प्रतिबंधित करता है। इसमें ऐसा आहार लेने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिसमें कैलोरी बहुत कम हो, इससे आपका वजन कम हो सकता है। इस डाइट में आप दिन में केवल एक बार खाते हैं, इसलिए आप उतना नहीं खा पाते, जितना कि दिन में चार से पांच बार खाते हैं। जब आप 23 घंटे तक उपवास करते हैं, तो आपका शरीर ईंधन के रूप में वसा का इस्तेमाल करेगा।
कार्ब, फ्रूट और शुगर आदि के रूप में आसानी से उपलब्ध ऊर्जा लेने से वसा का जमाव हो जाता है। यह कब्ज को भी रोकता है और पाचन और अवशोषण में सुधार करता है। जिससे फैट लॉस को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया जाता है।
हालांकि, कम खाने का मतलब यह भी है, कि आपके शरीर में ऊर्जा की कमी होगी, जिससे आपको सुस्ती, थकान और चक्कर जैसा महसूस हो सकता है। ओएमएडी डाइट पर बहुत ज्यादा रिसर्च नहीं हुई है, इसलिए इसके दीर्घकालिक परिणामों के बारे में कुछ भी कहना कठिन है। लेकिन लगातार भोजन की कमी के कारण मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है, जिससे आपका वजन घट सकता है, लेकिन इससे वजन अस्थाई रूप से घटेगा। इसलिए स्थायी रूप से वजन घटाने के लिए स्वस्थ आहार लेना और नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है।
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दिनभर भूखा रहना आसान नहीं होता, ऐसे में आप भूखा और बेचैनी महसूस कर सकते हैं। वन मील ए डे डाइट से होने वाले अन्य नुकसान के बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।
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हर आहार योजना का अपना नियम होता है, जिसका ज्यादा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को उसे नियमित रूप से फॉलो करना होता है और जब बात वजन घटाने की हो, तो आप जो भी कुछ खाते हैं, उससे सावधान रहने की जरूरत होती है। अगर आप ओएमएडी आहार का विकल्प चुनते हैं, तो इसे शुरू करने से पहले इसके दिशा-निर्देशों को ठीक से समझना होगा। यहां हम आपको बता रहे हैं कि, ओएमएडी डाइट प्लान के दौरान आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
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अगर आप इस डाइट प्लान का पालन करते हुए बीमार महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत रोक दें। बीमार होने पर आहार फॉलो करने से स्थिति और भी खराब हो सकती है। यदि आपको कमजोरी के साथ चक्कर जैसा महसूस हो रहा है, तो कुछ खा लें।
यदि आप डायबिटीज, ह्दय रोग आदि गंभीर चिकित्सा स्थिति से पीड़ित हैं, तो इसे न करें। डॉक्टर की अनुमति के बिना इसका पालन न करें। फास्ट आपके रक्त शकर्रा के स्तर को प्रभावित कर सकता है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
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अगर आप ओएमएडी डाइट ले रहे हैं, तो ये जरूर जानिए कि आपको इस दौरान कौन-कौन सा भोजन करना चाहिए।
नोट: यदि आप वर्कआउट करते हैं, तो ध्यान रखें कि वर्कआउट करने से पहले एक अंडे का सेवन जरूर करें और वर्कआउट के बाद नारियल पानी पीएं।
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)पहली बार ओएमएडी डाइट फॉलो करने जा रहे लोगों का अक्सर सवाल रहता है, कि वे इस डाइट में क्या खा सकते हैं और क्या नहीं। चूंकि, इस आहार में आपको दिन में बस एक बार कुछ भी खाने की अनुमति होती है, इसलिए एक सही भोजन की योजना बनाना जरूरी है। विशेषज्ञ मानते हैं, कि दिन में एक बड़ी मील खाने से तेजी से फैट लॉस होता है, शरीर की संरचना में सुधार होता है और अन्य कई स्वास्थ लाभ भी होते हैं। इसलिए, यहां ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है, जो ओएमएडी डाइट में आपको खाने चाहिए और खाने से बचना चाहिए।
अपने आहार में सब्जियों को समान रूप से शामिल करना चाहिए। कुछ सब्जियों में अच्छे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। अपने आहार में गाजर, ब्रोकोली, गोभी, फूलगोभी, चुकंदर, शलजम, सलाद पत्ता, बेल मिर्च, शकरकंद, सफेद आलू, पालक और काले लेना चाहिए।
सेब, केला, नारंगी, अंगूर, ककड़ी, टमाटर, आड़ू, आलूबुखारा, नींबू, चूना, अनानास, स्ट्रॉबैरी, ब्लूबैरी और आंवला खाएं। फलों के मामले में भी आपको सर्विंग का ध्यान जरूर रखना चाहिए। क्योंकि फ्रुक्टोस की अधिकता शरीर के लिए अच्छी नहीं होती।
चिकन ब्रेस्ट, मछली, मशरूम, सेम, फलियां, टोफू और अंडे खाएं।
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फुल फैट मिल्क, फुल फैट दही, छाछ, फेटा हुआ चीज, होममेड रिकोटा चीज और पनीर खा सकते हैं।
ब्राउन राइस, काला चावल, बाजरा, ब्रोकन व्हीट, जौ खाएं।
स्वस्थ वसा भी महत्वपूर्ण है। इस आहार में वसा का सेवन 20 से 30 प्रतिशत तक कम करें। लेकिन इससे कम न करें, क्योंकि ये आपके थायराइड और हार्मोन के स्तर को नियंत्रित रखेगा। फिट रहने के लिए आपके आहार में 100-180 ग्राम वसा होना ही चाहिए, जो आपको जैतून के तेल, चावल की भूसी के तेल, सूरजमुखी के मक्खन, मूंगफली का मक्खन और बादाम के मक्खन से मिलेगा।
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बादाम, अखरोट, पेकन, पाइन नट्स, पिस्ता, सूरजमुखी के बीज, कद्दू के बीज और तरबूज के बीज खाएं।
जड़ी बूटियां और मसाले पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अच्छी बात ये है, कि इनमें जीरो कैलोरी होती है, लेकिन ये आपके शरीर को सूक्ष्म प्रोषक तत्व प्रदान करते हैं। ओएमएडी आहार में आप सीताफल, पुदीना, सोआ की पत्तियां, सौंफ, मेहंदी, अजवाइन, लहसुन, अदरक, प्याज, जीरा, हल्दी, काली मिर्च, सफेद मिर्च, इलायची और लौंग ले सकते हैं।
पानी, नींबू पानी, इलेक्ट्रोलाइट, नारियल पानी, फलों का रस और ठंडा जूस पीएं।
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फलों में- ओएमएडी डाइट में ग्लाइकेमिक इंडेक्स वाले फलों का सेवन कम करना चाहिए। अंगूर, कटहल, आम और अनानस जैसे फलों में जीआई ज्यादा मात्रा में होता है। इन्हें खाने से बचें।
डेयरी- कम वसा वाले दूध, कम वसा वाले दही, स्वाद वाले दही और क्रीम पनीर का सेवन करने से बचें।
साबुत अनाज में- सफेद चावल का सेवन कम करें। जीआई को बैलेंस करने के लिए साथ में कम से कम पांच प्रकार की सब्जियां शामिल करें।
वसा और तेल में- डालडा, वनस्पति तेल, मक्खन और मेयोनीज न खाएं।
नट व बीज में – काजू खाने से बचें।
प्रोसेस्ड फूड– पैक्ड जैम और जैली, सॉसेज व फ्राइज न खाएं।
पेय पदार्थ में- पैक्ड फ्रूट व वेजिटेबल जूस, सोडा और एनर्जी ड्रिंक पीने से बचें।
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एक दिन की डाइट में आप 1 कप वेजी सलाद (मशरूम, ब्रोकोली, फ्लैक्ससीड्स, टोफू / पनीर, सलाद पत्ते, अजवाइन, गोभी, गाजर, एवोकाडो) +1.5 कप ब्राउन राइस पुलाव या 2 छोटी रोटी (बाजरा, ज्वार, रागी का आटा) या बाजरा खिचड़ी या जई + पनीर भुर्जी या पनीर टमाटर की ग्रेवी में या दाल पालक या राजमा / छोले + 1 कप किसी भी हरी पत्तेदार सब्जी (ड्रमस्टिक के पत्ते, मूली के पत्ते, राजगीरा के पत्ते, पालक, मेथी) + एक गिलास सोल कढ़ी या मसाला चास या नमकीन कोकम शरबत + 2 चम्मच चिया सीड्स + 1 कप मिक्स फ्रूट्स + 1 टीस्पून चिया / फ्लैक्स सीड्स / सूरजमुखी के बीज खा सकते हैं।
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एक दिन की डाइट में नॉन-वेजिटेरियन लोग 1 कप सलाद (मशरूम, ब्रोकोली, फ्लैक्ससीड्स, सूरजमुखी के बीज, एवोकाडो, उबले अंडे, अजवाइन, गोभी, गाजर) +1.5 कप ब्राउन राइस पुलाव या 2 छोटी रोटी (बाजरा, ज्वार, रागी का आटा) या टूटी हुई गेहूं की दाल + 1 कप थाई चिकन या फिश करी (कोई भी चिकन / मछली / झींगा / पोर्क डिश) + 1 कप किसी भी हरी पत्तेदार सब्जी (ड्रमस्टिक के पत्ते, मूली के पत्ते, रजगीरा के पत्ते, पालक, मेथी) + एक गिलास सोल कढ़ी या मसाला चास या नमकीन कोकम शरबत + 2 चम्मच चिया सीड्स। + 1 कप मिक्स फ्रूट्स + 1 टीस्पून चिया / फ्लैक्स सीड्स / सूरजमुखी के बीज खा सकते हैं।
आप अपनी भूख के अनुसार अपने विकल्पों का चयन कर सकते हैं। उपवास के 23 घंटों के दौरान, आप पानी, घर का बना नमकीन नींबू पानी, हरी चाय, काली चाय या चीनी के बिना कॉफी पीने का भी विकल्प चुन सकते हैं।
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अगर आप ओएमएडी डाइट को करते हुए वजन घटाना चाहते हैं, तो नीचे दिए जा रहे कुछ टिप्स को जरूर फॉलो करें।
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जी हाँ, ओएमएडी इंटरमिटेंट फास्टिंग का नया वर्जन है। इंटरमिटेंट फास्टिंग में 15-18 घंटे तक उपवास रखना पड़ता है और खाने के लिए कुछ घंटों का चयन करना पड़ता है। इसलिए यह कहना सही है, कि ओएमएडी इंटरमिटेंट फास्टिंग का विस्तार है, जो आपको दिन में केवल एक बार भोजन करने के लिए कहता है। ऐसा भोजन जो आप किसी भी प्रतिबंध के बगैर कुछ भी खा सकते हैं, लेकिन दिन में सिर्फ एक बार।
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अगर आप ओएमएडी आहार को लंबे समय से फॉलो कर रहे हैं, तो वर्कआउट करने के लिए एनर्जी नहीं रहेगी। साथ ही मानसिक थकान के कारण आप वर्कआउट नहीं कर पाएंगे। अपनी मांसपेशियों को एक्टिव रखने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज या योग करें। हालांकि, अपने ट्रेनर से कहें, कि वह आपकी स्थिति को समझते हुए आपके लिए एक वर्कआउट डिजाइन करे। भले ही आप ओएमएडी आहार पर हों या नहीं, मेडिटेशन हर रोज करें। पारंपरिक तरीके से टहलें या दौड़ें।
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जब शरीर फास्टिंग की स्थिति में होता है, तो यह ऊर्जा के लिए ईंधन के रूप में वसा का उपयोग करता है। इससे वसा का टूटना और उपयोग होना बंद हो जाता है। यह हमारी लाइफस्टाइल से संबंधित विकार को बनाए रखने में मदद करता है। यह सूजन के स्तर को कम करता है और मानव विकास हार्मोन के स्तर को भी बढ़ाता है, जो वसा को जलाने में आपकी मदद करता है। इस डाइट में रेशेदार फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। जिससे शरीर में वसा और शुगर का अवशोषण कम होता है। फाइबर पाचन में सुधार होता है और कब्ज से राहत मिलती है। निश्चित रूप से इन सभी चीजों से सामूहिक रूप से वजन कम होता है।
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बच्चों, डायबिटीज से ग्रस्त लोगों, प्रेगनेंट व स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वन मील अ डे आहार नहीं लेना चाहिए। ले भी रहे हैं, तो इससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
ओएमएडी आहार एक ताजा और प्रभावी आहार है, जो आपको स्वस्थ रखने के साथ वजन कम करने के लिए भी जाना जाता है। चूंकि, हर शरीर का आहार के प्रति अलग-अलग रवैया होता है, इसलिए ओएमएडी डाइट को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। इसके अलावा किसी बीमारी से पीड़ित लोगों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस आहार को फॉलो नहीं करना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है, कि एक स्वस्थ संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली फिट रहने के लिए प्रभावी तरीके हैं।
(और पढ़े – गर्भावस्था में डाइट चार्ट…)
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