Orgasmic Meditation In Hindi ऑर्गैज्मिक योग या ऑर्गैज्मिक मेडिटेशन का मकसद अपनी सेक्शुऐलिटी को एक्सप्लोर करना है। इसे अकेले या ग्रुप में प्रैक्टिस किया जाता है। ऑर्गैज्मिक योग जिसे योगैज्म भी कहते हैं, एक ऐसा शब्द या क्रिया है जो पिछले कुछ दिनों से काफी चलन में है। आमतौर पर मेडिटेशन को आध्यात्म का एक रुप माना जाता है। दुनियाभर में लोग मेडिटेशन करते हैं और विभिन्न बीमारियों से मुक्त रहकर अपने शरीर की ऊर्जा को बढ़ाते हैं। मेडिटेशन चाहे कोई भी इसके फायदे जरूर होते हैं। इसी प्रकार का एक अन्य मेडिटेशन है ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन लेकिन यह आध्यात्म का रुप नहीं है। इस मेडिटेशन को सिर्फ महिलाएं कर सकती हैं। आजकल ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन काफी चलन में है। अगर एक्सपर्ट्स की बात की जाएँ तो ऑर्गैज्मिक योग का सीधा सा मकसद महिला की सेक्शुऐलिटी को एक्सप्लोर करना है।
सेक्शुअल उत्तेजना हासिल कर ऑर्गैज्म प्राप्त करने के लिए किए गए इस योग के जरिए बेहद इंटिमेट और सुखदायक अनुभव हासिल किया जा सकता है। ऑर्गैज्मिक मेडिटेशन प्रैक्टिस करने वाले लोगों की मानें तो इस इरॉटिक ऑर्गैज्मिक योग प्रैक्टिस में इतनी ताकत होती है कि यह आपके जीवन को बदल सकता हैं। यह एक ऐसा मेडिटेशन है जो महिला को उसके यौन इच्छाओं से मिलाने का एक तरीका है। इस तरह के योग से कपल्स को भी फायदा हो सकता है। अगर आप इसके बारे में बिल्कुल नहीं जानते तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्या है ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन, यह कैसे होता है और इसके फायदे क्या हैं।
1. ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन क्या है – What is orgasmic meditation in Hindi
2. महिलाओं को ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन की जरूरत क्यों पड़ती है – Why women need orgasmic meditation in Hindi
3. ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन कैसे करें – How to try orgasmic meditation in Hindi
4. ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे – Health benefits of orgasmic meditation in Hindi
- ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे तनाव दूर करने में – Orgasmic Meditation for relieve stress in Hindi
- ऑर्गैज्मिक योग के फायदे आत्मविश्वास बढ़ाने में – Orgasmic Meditation for Confidence in Hindi
- संवेनशीलता लाने में ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन लाभकारी – Orgasmic Meditation for Sensations in Hindi
- ऑर्गैज्मिक योग के फायदे अनिद्रा दूर करने में – Orgasmic Meditation for Insomnia in Hindi
- दर्द दूर करने में ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे – Orgasmic Meditation for reduce Pain in Hindi
5. ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के बारे में जरूरी तथ्य – Important facts about orgasmic meditation in Hindi
ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन क्या है – What is orgasmic meditation in Hindi
ऑर्गैज्मिक मेडिटेशन स्पर्श (touching) एवं आनंद (pleasure) का एक अभ्यास है जिसकी खोज निकोल डेडोन और रॉबर्ट कैंडेल ने की थी। ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन आमतौर पर महिलाओं के लिए है और इसके द्वारा महिला को यौन चरम सुख का आनंद (ऑर्गैज्म) प्रदान किया जाता है। इस प्रकार के मेडिटेशन में 15 मिनट तक महिला की योनि या जननांगों बिल्कुल आराम से रगड़ा जाता है और फिर उसके ऊपर स्ट्रोक दिया जाता है। ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन में मुख्य रुप से क्लिटोरिस को उत्तेजित किया जाता है ताकि महिला को ऑर्गेज्म तक पहुंचाकर उसे यौन सुख का अनुभव महसूस कराया जा सके। ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन को ओम (OM) के नाम से भी जाना जाता है। इसके तहत सेक्स नहीं होता, ओम का उद्देश्य महिला को सिर्फ ऑर्गेज्म की अनुभूति कराना नहीं बल्कि उसे भावनात्मक जागरुकता, अपने आप से जुड़ाव और संतुष्टि प्रदान करना होता है।
जरा सोचिये एक बंद कमरे में एक महिला और पुरुष शारीरिक संबंध बना बना रहे हैं, परंतु महिला साथी इसे न तो सही से महसूस कर पा रही है, और न ही उसके शरीर में कोई खास उत्तेजना या आनंद के कारण कोई हरकत हो रही हो, वह एक निर्जीव इन्सान की तरह इसे पूरा करना चाहती हैं, लेकिन वहीं एक दूसरा कमरा भी है जहाँ एक महिला कामक्रीड़ा में लिप्त हो और चरम सुख प्राप्त कर रही हो, लेकिन वहां पुरुष और महिला ले बीच कोई शारीरिक संबंध न बन रहा हो। असल में इस प्रकार बिना शारीरिक संबंध बनाये चरम सुख प्राप्त करने को ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन इसे ही कहते हैं। इसमें शारीरिक संबंध बनाए बिना भी ऑगेज्म को महसूस किया जा सकता है।
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महिलाओं को ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन की जरूरत क्यों पड़ती है – Why women need orgasmic meditation in Hindi
पुरुषों की अपेक्षाकृत बहुत ही कम महिलाएं ऑर्गेज्म तक पहुंच पाती हैं। एक सर्वे के अनुसार 95 प्रतिशत पुरुष चरम सुख का आनंद लेते हैं जबकि सिर्फ 57 प्रतिशत महिलाएं ही ऑर्गेज्म तक पहुंच पाती हैं। एक अन्य आंकड़े के मुताबिक तीन में से सिर्फ एक महिला ही संभोग के दौरान ऑर्गेज्म तक पहुंच पाती है और 80 प्रतिशत महिलाओं को ऑर्गेज्म में परेशानी होती है। 20 प्रतिशत महिलाएं इंटरकोर्स के दौरान कभी कभी ऑर्गेज्म तक पहुंचती है जबकि आधी महिलाएं बहुत कम बार इसका आनंद ले पाती हैं। जबकि पुरुषों में ऑर्गेज्म बहुत सामान्य होता है।
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि करीब 10 प्रतिशत महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्होंने अभी तक शारीरिक संबंध बनाते समय कभी तरह के चरम सुख का अनुभव प्राप्त नहीं किया है। वहीं कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्हें यह नहीं पता कि आखिर ऑर्गेज्म का अनुभव कैसा होता है। यही कारण है कि महिलाओं को ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन की आवश्यकता होती है।
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ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन कैसे करें – How to try orgasmic meditation in Hindi
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने के लिए पूरे नियमों का सही तरीके से अनुपालन करना चाहिए तभी आप इसकी विशेषता को समझ पाएंगी।
ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने के लिए एक स्ट्रोकर होता है और एक स्ट्रोकी होता है। आमतौर पर स्ट्रोकर के रूप में महिला या पुरुष में से कोई भी एक हो सकता है लेकिन स्ट्रोकी महिला ही होती है। ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने के लिए स्ट्रोकी लेट जाती है और अपने कमर से नीचे के सारे कपड़े उतार देती है। इसमें आपकी इक्षा है आप चाहें तो पूरे कपड़े भी उतर सकतीं हैं इसके बाद स्ट्रोकर अपने पूरे कपड़े पहने हुए ही महिला के पास स्ट्रोक लगाने के लिए बैठ जाता है। इसके बाद स्ट्रोकर महिला स्ट्रोकी के निजी अंग (योनि) को सहलाता है। जिससे महिला धीरे धीरे चरम सुख की प्रप्ति की ओर बढ़ने लतगी है। आइये स्टेप बाय स्टेप से जानतें हैं की ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन कैसे करें-
- ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने के लिए एक ऐसी जगह चुनें जो आपके लिए आरामदायक हो और वहां का वातावरण बेहद शांत हो।
- उस जगह पर योग करने वाली चटाई, कंबल या गद्देदार तकिया रखें जिससे स्ट्रोक लगाने वाला व्यक्ति आराम से बैठ सके।
- इसके साथ ही हाथ पोंछने के लिए टॉवेल, टाइमर, और चिकना पदार्थ (lube) भी रखें।
- इसके बाद 15 मिनट का टाइमर सेट कर दें।
- ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के दौरान स्ट्रोक लगाने वाले व्यक्ति को अपनी उंगलियों में चिकना पदार्थ लगाना चाहिए। जब आप मेडिटेशन के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएं तो उसे स्ट्रोक लगाना चाहिए।
- आपकी सहमति के बाद स्ट्रोक लगाने वाले व्यक्ति को अपने बाएं हाथ के ऊपरी हिस्से से वृताकार स्ट्रोक लगाना चाहिए।
- 13 मिनट ऊपर स्ट्रोक लगाने के बाद अंत के दो मिनट तक नीचे स्ट्रोक लगाना चाहिए।
- अंतिम मिनट में स्ट्रोकर को अपने पार्टनर के जननांगों पर अपने हाथों से अधिक प्रेशर लगाना चाहिए।
- इसके बाद स्ट्रोकर को टॉवेल से जननांगों पर लगा चिकना पदार्थ पोंछ देना चाहिए। अब आप अपने स्थान से उठ सकती हैं।
- अगर आप पहली बार ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने जा रही हैं और आपके मन में कोई पूर्वधारणा है तो स्ट्रोकर को बताएं।
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ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे – Health benefits of orgasmic meditation in Hindi
यह एक नए प्रकार का मेडिटेशन है और यह आपको अपने शरीर एवं यौन इच्छाओं एवं उत्तेजना को समझने में बहुत मदद करता है। आइये जानते हैं इसके मुख्य फायदे क्या हैं।
ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे तनाव दूर करने में – Orgasmic Meditation for relieve stress in Hindi
जो महिलाएं ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करती हैं वो सामान्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक खुश होती हैं। एक स्टडी में पाया गया है कि ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने से डिप्रेशन, स्ट्रेस और चिंता से पूरी तरह मुक्ति मिलती है जिसके कारण ऑक्सीटोसिन के स्तर में वृद्धि होती है और तनाव के चलते यौन संबंधी परेशानियां नहीं होती हैं। इसके अलावा ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने से पति पत्नी या पार्टनर के बीच रिश्ते बेहतर और स्वस्थ होते हैं जिसके कारण यौन जीवन खुशहाल होता है।
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ऑर्गैज्मिक योग के फायदे आत्मविश्वास बढ़ाने में – Orgasmic Meditation for Confidence in Hindi
आमतौर पर ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने के बाद महिलाओं में एक अलग तरह का आत्मविश्वास देखा गया है। वास्तव में ऑर्गैज्मिक योग करने से सेक्सुअल लाइफ बेहतर होती है। इसका कारण यह है कि महिलाएं अपने पार्टनर को सेक्स के दौरान फोरप्ले करने में काफी हद तक मदद करती हैं और उन्हें बताती हैं कि शरीर के किस चीज को छूने से उन्हें कितनी उत्तेजना होती है। महिलाओं का यह आत्मविश्वास सेक्स को अधिक मजेदार बना देता है।
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संवेनशीलता लाने में ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन लाभकारी – Orgasmic Meditation for Sensations in Hindi
आमतौर पर ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन में महिला के जननांगों को सहलाकर क्लिटोरिस पर उंगली से स्ट्रोक लगाया जाता है। इस दौरान क्लिटोरिस की संवेदनशीलता बढ़ती है जिसके कारण उत्तेजना तीव्र होती है। इसलिए ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन इस मायने में बहुत फायदेमंद है। एक बार यह मेडिटेशन करने के बाद संभोग के दौरान महिलाओं की क्लिटोरिस काफी तेजी से उत्तेजित होती है और योनि के अंदर चिकनाहट बढ़ती है और योनि गीली हो जाती है।
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ऑर्गैज्मिक योग के फायदे अनिद्रा दूर करने में – Orgasmic Meditation for Insomnia in Hindi
अक्सर देखा जाता है कि यौन जीवन खराब होने से ज्यादातर महिलाओं को अनिद्रा की समस्या हो जाती है और वे पूरी रात सो नहीं पाती हैं। इसकी वजह से महिलाओं का स्वास्थ्य प्रभावित होता है और डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं। एक रिसर्च में पाया गया है कि ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करने से मस्तिष्क में एंडॉर्फिन नामक न्यूरोकेमिकल स्रावित होता है जिसके कारण अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है।
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दर्द दूर करने में ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के फायदे – Orgasmic Meditation for reduce Pain in Hindi
कुछ रिसर्च बताते हैं कि ऑर्गैज्मिक योग के फायदे से महिलाओं को अर्थराइटिस, सर्जरी के दर्द और बच्चे को जन्म देने के दौरान कम दर्द का कम अनुभव होता है। इसका कारण यह है कि ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के दौरान ऑक्सीटोसिन और एंडॉर्फिन का स्राव होता है जो दर्द को कम करने का कार्य करता है। यही कारण है कि महिलाओं के शरीर की विभिन्न समस्याओं को दूर करने में ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन फायदेमंद है।
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ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के बारे में जरूरी तथ्य – Important facts about orgasmic meditation in Hindi
यह मेडिटेशन निःशुल्क नहीं है। आप चाहे किसी भी देश के किसी भी सेंटर पर ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करें आपको इसके लिए पैसा देना पड़ता है। इसलिए गलतफहमी में ना रहें।
जो भी कंपनी या संस्था ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन करवाती है वह अपने यहां कर्मचारियों की नियुक्ति करती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के दौरान आपको स्ट्रोक लगाने वाले उस संस्था के ज्यादातर कर्मचारी एक ही जगह पर निवास करते हैं।
ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन के दौरान स्ट्रोक लगाने वाले व्यक्ति को आप अपनी मर्जी से चुन सकती हैं। इसके अलावा मेडिटेशन के दौरान किसी प्वाइंट पर अगर आप मना करना चाहती हैं या ना बोलना चाहती हैं तो आप इसके लिए स्वतंत्र हैं।
ऑर्गेज्मिक मेडिटेशन में एक ही स्ट्रोक बार बार लगाया जाता है। इसलिए आप अलग स्ट्रोक की उम्मीद नहीं कर सकती हैं।
सेक्स थेरपिस्ट से पूछे बिना ऑर्गैज्मिक योग को प्रैक्टिस न करें।
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