भारतीय संस्कृति में हर शुभ कार्य में पान के पत्तों (Betel leaf )का प्रयोग किया जाता है। ह्दय के आकार का पान के पत्तों में कई ऐसे औषधीय गुण विराजमान हैं। पान के फायदे (Paan ke fayde) और औधषीय गुण के कारण इसका इस्तेमाल सदियों से किया जाता आ रहा है। पान के पत्ते के इस्तेमाल से हम कई गंभीर बीमारियों को भी आसानी से दूर कर सकते है। आज भी भारत के गली, नुक्कड़, चौराहे पर पाने की दुकान आपको मिल जाएगी जो इस बात को दर्शाता है कि आज भी जनता को पान उतना ही पसंद है जितना कभी नबावों को हुआ करता था। पान अगर तम्बाकू व जर्दे (Tobacco and Zarde) के बिना उपयोग किया जाए तो इसके औषधीय गुण जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
औषधीय गुण होने के कारण पान के पत्ते कैंसर दूर करने से लेकर सरदर्द, चोट, कब्ज, सूजन, खुजली आदि को दूर करने में मदद करते हैं। आईए जानते है पान के सेवन से हम किस तरह खुद को स्वस्थ और निरोगी रख सकते है।
पहले के समय में राजा-महाराजा भोजन के पाश्चात पान का सेवन किया करते थे। इसके मुख्य कारण था पान खाने से पाचन क्रिया का ठीक रहना। ये सैलिवरी ग्लैंड को सक्रिय करके लार (saliva) बनाने का काम करता है। यह लार खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने का काम करता है। इसके साथ ही कब्ज (Constipation) की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी पान की पत्ती (Betel leaf) चबाना काफी फायदेमंद है। गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric ulcer) को ठीक करने में भी पान खाना काफी फायदेमंद है।
(और पढ़ें – पाचन शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय)
मुंह से दुर्गध आना, पायरिया (Pyriya) आदि के लिए पान का इस्तेमाल किसी रामबाण से कम नहीं होगा। पान के पत्ते में कई ऐसे तत्व होते है जो बैक्टीरिया (Bacteria) के प्रभाव को कम करता है और दांतों को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। इसके साथ आप चाहे लौंग (Cloves), इलाइची (Cardamom) का भी इस्तेमाल कर सकते है जो कि माउथ फ्रेशनर का भी काम करता है। पान खाने वालों के लार में एस्कॉर्बिक एसिड का स्तर भी सामान्य बना रहता है, जिससे मुंह संबंधी कई बीमारियां (mouth-related disease)होने का खतरा कम हो जाता है।
(और पढ़े – मुँह की बदबू दूर करने के घरेलू उपाय)
आप कई रोगों के लिए पान का उपयोग घरेलू उपाय के रूप में कर सकते हैं। पान के पत्ते के इस्तेमाल से बंद छाती ,फेफड़ो और अस्थमा के मरीजों को बुहत लाभ मिलता है। ये पत्ते सांस लेने की समस्या (Breathing problem) में कारगार साबित होता है। अगर आपको सर्दी है तो पान के पत्ते (Betel leaf) को शहद (honey) के साथ मिलाकर खाने से फायदा होता है। इसके अलावा पान में मौजूद एनालजेसिक गुण सिर दर्द में फायदेमंद साबित होता है।
(और पढ़े – खांसी का घरेलू उपचार, ड्राई कफ हो या वेट कफ)
औषधीय गुणों के कारण पान के पत्ते का उपयोग घावों व संक्रमण का उपचार करने के लिए किया जाता है। इसके पत्तियों को पीस कर रस निकाले और इसे घाव व संक्रमण वाली जगह पर लगाए। इसके बाद एक पान का पत्ता को घाव के उपर रखकर उसे बांध दे।
आयुर्वेद के अनुसार पान के पत्ते कामोत्तेजना बढ़ाने में भी सहायक होते हैं। अंतरंग पलों को और खुशनुमा बनाने के लिए आप पान के पत्तों को इस्तेमाल कर सकते हैं।
(और पढ़ें – यौन उत्तेजना क्या है, यौन उत्तेजना न होने के कारण, लक्षण और इलाज)
किसी भी चीज का अत्याधिक उपयोग नुकसान करती है। पान के पत्ते में कई औषधीय गुण हैं लेकिन इसका अधिक इस्तेमाल हमें कई गंभीर बीमारी की चपेट में ला सकता है। पान के साथ जर्दा या फिर मसाले खाने पर मुंह का कैंसर (Mouth cancer), गले का कैंसर (Throat cancer) आदि हो सकता है।
(और पढ़ें – मुंह का कैंसर क्या है, कारण, लक्षण, जांच, इलाज और रोकथाम)
ऊपर लेख में आपने जाना की पान खाने के फायदे (Paan khane ke fayde in hindi) और पान के नुकसान (Paan khan ke nuksan in hindi) क्या है अगर सही तरीके से पान का सेवन किया जाय तो इसके फायदे बहुत ही उपयोगी और लाभदायक होते है।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…