Papaya Benefits In Hindi: पपीते का मीठा स्वाद और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ इसे एक लोकप्रिय फल बनाते हैं। पपीता अब साल के अधिकांश समय में उपलब्ध रहता है। पपीते के सेवन के स्वास्थ्य लाभों में हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, पाचन में सहायता, मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा नियंत्रण में सुधार, रक्तचाप को कम करना और घाव भरने में सुधार करना शामिल है।
पपीता एक नरम, मांसल फल है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के पकवान तैयार करने में भी किया जा सकता है। यहां हम आपको पपीता खाने के स्वास्थ्य लाभों, उपयोगों, पपीता को अपने आहार में कैसे शामिल करें और पपीता के पोषण तत्व क्या हैं, इस बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
औषधीय गुणों से भरपूर पपीता हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। पपीता का पेड़ छोटा और झाड़ीदार होता है जिसका तना अंदर से खोखला या नरम होता है। इसके पत्ते बड़े होते हैं जो ताड़ के पत्तों की तरह दिखाई देते हैं। इसके फूल हल्के पीले या सफेद रंग के होते हैं जिन पर फल के रूप में पपीता होता है।
शुरुआत में पपीते का बाहारी रंग हल्का हरा होता है जो समय के साथ धीरे-धीरे गहरा रंग प्राप्त करने लगता है। पके हुए पपीता का ऊपरी रंग हल्का पका होता है जबकि अंदर से पपीता सुनेहरे रंग का हो जाता है। पकने पर यह स्वादिष्ट और रसदार फल बन जाता है।
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औषधीय गुणों से भरपूर पपीते का उपयोग पौष्टिक फलों के रूप में प्राचीन समय से किया जा रहा है। अक्सर जब आप बीमार होते हैं तो डॉक्टर के द्वारा अन्य फलों के साथ ही पपीते का सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि पपीता में बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थों की अच्छी मात्रा होती है। पपीता में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है जो एक एंटीऑक्सीडेंट होता है।
इसके अलावा पपीता में फोलेट, विटामिन ए, बी, मैग्नीशियम, कॉपर पैंटोथेनिक (pantothenic) एसिड, फाइबर आदि भी होते हैं। पपीता के अन्य पोषक तत्वों में विटामिन बी, अल्फा और बीटा-कैरोटीन, ल्यूटिन और जेक्सांथिन (lutein and zeaxanthin), विटामिन ई, कैल्शियम, पोटेशियम आदि भी होते हैं। जिनके कारण पपीता हमारे लिए फायदेमंद होता है।
एक मध्यम पपीता लगभग होता है:
पपीते भी इसका एक अच्छा स्रोत हैं:
पपीता की तासीर गर्म होती है, इसलिए ठंडी के मौसम में इसका सेवन अधिक लाभदायक होता है। गर्म प्रकृति का होने की वजह से आपको गर्मियों में इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
बीमारियों के दौरान यदि आप स्वस्थ्य आहार की तलाश कर रहे हैं तो पपीता सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पपीता का उपभोग कर आप विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लक्षणों को कम कर सकते हैं। इसके अलावा स्वस्थ्य व्यक्ति के लिए भी पपीता का सेवन फायदेमंद होता है।
क्योंकि पपीता के औषधीय गुण मधुमेह को नियंत्रित करने, पाचन को स्वस्थ्य रखने, तनाव को कम करने, सूजन को कम करने आदि के लिए होते हैं। आइए विस्तार से जाने पपीता खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं।
जो लोग मधुमेह रोगी हैं उनके लिए पपीता बहुत ही फायदेमंद विकल्प हो सकता है। पपीता में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जिससे कि शरीर में रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल दोनों को ही नियंत्रित करने में मदद मिलती है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि पपीता में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होता है। इस प्रभाव के कारण पपीता का नियमित सेवन करने से शरीर में रक्त शर्करा के उच्च स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
दूसरे अन्य अध्ययनों से स्पष्ट होता है कि पपीता मधुमेह प्रकार 1 और मघुमेह प्रकार 2 दोनो प्रकार के रोगी के लिए फायदेमंद होता है। मधुमेह प्रकार 2 वाले रोगीयों में यह रक्त शर्करा, लिपिड और इंसुलिन के स्तर में सुधार करता है। यदि आप मधुमेह के लक्षणों को कम करना चाहते हैं तो दैनिक आहार में पपीते का उपयोग कर सकते हैं।
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क्या आप पाचन संबंधी समस्याओं से परेशान हैं। यदि ऐसा है तो पपीता का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पपीता का उपयोग सभी प्रकार की पेट संबंधी समस्याओं का प्रभावी इलाज कर सकता है। नियमित रूप से पपीता का उपभोग कर आप अपच, पेट की गैस, दस्त, एसिडिटी और पेट के अल्सर आदि समस्याओं का इलाज कर सकते हैं। पपीता में फाइबर (dietary fiber) की अच्छी मात्रा होती है।
यह हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखने में सहायक होता है। इसके अलावा पपीता में ऐसे विटामिन भी होते हैं जो हमारे पाचन एंजाइमों के लिए अच्छे होते हैं जिन्हें पपैन (papain) कहा जाता है। ये पेट की बहुत सी बीमारियों को दूर करने में सहायक होते हैं। इस तरह से आप अपने पेट को स्वस्थ्य रखने और पाचन संबंधी समस्याओं का उपचार करने के लिए पपीते का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए आप पपीता का उपयोग कर सकते हैं। इस मीठे रसदार फल में बहुत से सक्रिय एंजाइम होते हैं। इसके अलावा पपीता में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है। इस तरह से पपीता हमारी ऊर्जा में वृद्धि करने के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि करता है।
अध्ययनो से यह पता चलता है कि नियमित रूप से पपीते का सेवन करन आप तनाव से छुटकारा पा सकते हैं। पपीता एक बेहतरीन तनाव कम करने वाले घटक (stress reducer) के रूप में काम करता है।
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विभिन्न स्वास्थ्य लाभ दिलाने के साथ ही पपीता का एक और लाभ सूजन के लिए है। ऐसा माना जाता है कि पपीते का सेवन कर सूजन संबंधी समस्याओं को रोका जा सकता है। पपीता में चोलिन (Choline) नामक बहुत ही लाभकारी पोषक तत्व मौजूद रहता है। यह घटक हमारी नींद की गुणवत्ता को सुधारने, मांसपेशियों को स्वस्थ्य रखने, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने आदि में मदद करता है।
इसके अलावा यह वसा के अवशोषण और सूजन को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। कुछ लोगों का मानना है कि गठिया के दर्द और विशेष रूप से सूजन को नियंत्रित करने में पपीता लाभकारी होता है। यदि आप भी शरीर की (सूजन जो चोट) आदि से है तो पपीते का उपभोग कर सकते हैं।
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पपीता बालों के लिए भी बहुत अच्छा है क्योंकि इसमें विटामिन ए, सीबम उत्पादन के लिए आवश्यक पोषक तत्व होता है, जो बालों को नमीयुक्त रखता है। जिस तरह से पपीते का इस्तेमाल त्वचा के लिए फायदेमंद होता है उसी तरह से यह बालों के लिए उपयोग किया जाता है। पपीता बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि पपीता में विटामिन ए होता है जो सीबम (sebum) के उत्पादन को बढ़ाता है। इसके अलावा बालों में पपीता का उपयोग इन्हें मॉइस्चराइज रखता है। नियमित रूप से पपीते का इस्तेमाल करने से बालों सहित शरीर के सभी अंगों और ऊतकों के विकास में सहायक होता है। इस तरह से आप अपने बालों को सुंदर और स्वस्थ्य रखने के लिए पपीते का उपयोग कर सकते हैं।
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आपके शरीर को मजबूती देने का काम आपकी हड्डियां करती हैं। जिन्हें मजबूत रखना आपकी जिम्मेदारी है। हड्डी के स्वास्थ्य के लिए पपीता फायदेमदं होता है। नियमित रूप से पपीता का सेवन कर संधिशोथ (Arthritis) और ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) आदि से बचा जा सकता है। पपीते में बहुत से एंजाइम होते हैं जिनमें से एक च्योपोपैन (chymopapain) होता है।
यह हड्डियों के घनत्व और ताकत को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा पपीता में बहुत से विटामिन भी होते हैं जो हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। साथ ही शरीर में कैलिश्यम अवशोषण को बढ़ाते हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए और हड्डियों संबंधी समस्याओं को रोकने के लिए आप पपीते का नियमित उपभोग कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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बहुत से लोग अस्थमा जैसी गंभीर समस्याओं से ग्रसित रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए पपीता एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि जो लोग नियमित रूप से पपीता का सेवन करते हैं उन्हें इस प्रकार की समस्या की संभावना कम रहती है। पपीता में बीटा-कैरोटीन होता है जो श्वशन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
अस्थमा के विकास का जोखिम उन लोगों में कम होता है जो कुछ पोषक तत्वों की अधिक मात्रा का सेवन करते हैं। इन पोषक तत्वों में से एक बीटा-कैरोटीन है, यह पपीता, खुबानी, ब्रोकोली, कद्दू और गाजर जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है यदि आप भी भविष्य में इस प्रकार की परेशानी से बचना चाहते हैं तो पपीता का उपयोग कर सकते हैं।
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पपाया हमारे लिए एक पौष्टिक आहार है। जिसका सेवन कर हम अपने शरीर को स्वस्थ्य और मजबूत रख सकते हैं। हालांकि पपीता खाने की कोई विशेष विधि या सही समय नहीं होता है। लेकिन पपीता खाने के लिए कुछ सावधानियों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
सुबह के समय खाली पेट पपीता खाना सबसे अच्छा समय होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बाकी समय पपीता नहीं खाना चाहिए। सुबह के समय खाली पेट पपीता खाने से हमारे पाचन तंत्र की समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही यह रात भर में जमा हुए वसा को कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा आप दिन में कभी भी पपीता का सेवन कर सकते हैं। आप अपने नाश्ते में, दोपहर और रात के भोजन में सलाद के साथ या शाम को हल्की भूख को शांत करने के लिए पपीता का उपयोग किया जा सकता है।
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आप अपनी सुविधा और आवश्यकता के अनुसार पपीता को कई प्रकार से खा सकते हैं। पपीता खाने के लिए किसी विशेष स्थिति की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन पपीता को खरीदते या खाते समय यह ध्यान रखें की वह ताजा और स्वस्थ्य है। अच्छी तरह से पके हुए पपीते को लें और इसे पानी में धो लें। फिर इसे बीच से काट कर बीजों को हटा दें। पपीता के बीज खाने योग्य होते हैं लेकिन इनका कडवा और चिपचिप स्वाद लोगों को पसंद नहीं आता है।
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पपीता खाने के फायदे और नुकसान (Papaya Benefits And Side Effects in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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