Passion fruit in hindi कृष्णा फल एक दिलचस्प और रहस्यमय फल है। लेकिन क्या आप कृष्णा फल (पैशन फ्रूट) के फायदे और नुकसान जानते हैं। इस फल के फायदे मानव को विभिन्न स्वास्थ्य और औषधीय लाभ पहुंचाते हैं। कृष्णा फल लोगों के बीच में बहुत ही लोकप्रिय आहार के रूप में उपयोग किया जाता है। पैशन फ्रूट के फायदों में पाचन शक्ति को बढ़ाना, प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करना, दृष्टि और त्वचा स्वास्थ्य में सुधार करना, कैंसर के प्रभाव को कम करना, हड्डीयों को मजबूत बनाना और रक्तचाप को कम करने के साथ ही स्वस्थ परिसंचरण बनाये रखना शामिल है। इसके अलावा यह समय से पहले बुढ़ापे के संकेतों को कम करने में भी सहायक है। आइये जाने कृष्णा फल के बारे में अन्य जानकारियां।
विषय सूची
1. कृष्णा फल इन हिंदी – What Is Passion Fruit in Hindi
2. पैशन फ्रूट प्लांट – Passion Fruit Plant in Hindi
3. कृष्णा फल के पोषक तत्व – Passion Fruit Nutritional Value in Hindi
4. कृष्णा फल के फायदे – Passion Fruit Benefits in Hindi
5. कृष्णा फल खाने का तरीका – How to Eat Passion Fruit in Hindi
6. कृष्णा फल के नुकसान – Krishna Phal Ke Nuksan in Hindi
पैशन फ्रूट एक वेल पर लटकते हुए अजीब से लग सकते हैं। लेकिन इन फलों को दुनिया भर में व्यापक स्तर पर उपभोग किया जाता है। क्योंकि ये बहुत ही स्वास्थ्य वर्धक होते हैं। इस फल की लगभग 500 से अधिक किस्में हैं। इनका रंग आमतौर पर काला और पीला होता है। यह फल एक रसदार फल है। इस फल के बीजों और गूदे में इनका रस बहुत अधिक मात्रा में होता है। यह फल विशेष रूप से गर्म प्रदेशों में पाया जाता है जहां पर ठंड नहीं पड़ती है। इसका उपयोग नाश्ते के रूप में, सलाद के रूप में या फिर कई प्रकार की मिठायों को बनाने और उन्हें सजाने के लिए किया जाता है। आइये जाने कृष्णा फल के पौधे के बारे में जाने
यह एक बारहमासी बेल है। इसकी पत्तियां घुघराली और फैली हुई होती हैं जिनका रंग बैंगनी या लाल होता है। कृष्णा फल की 2 प्रमुख प्रजातियां होती है। आमतौर पर बेल में आने वाले फूल 5-7.5 सेमी तक चोढ़े होते हैं। इसके फूलों में 5 पंखुडियां होती हैं जिनका रंग सफेद होता है। इन्ही फूलों से बेरी की तरह मांसल फल उत्पन्न होता है जो कि गोलाकार होता है। इन बेरीयों का रंग बैंगनी से हल्के पीला हो सकता है।
इन फलों का व्यास 4-7.5 सेमी तक हो सकता है। इसके कच्चे फलों का वजन लगभग 35 ग्राम होता है जबकि पके हुए फलों का वजन 80 ग्राम तक हो सकता है। इस फल का बाहरी आवरण 9-13 मिमी तक हो सकता है। एक फल के अंदर लगभग 250 काले बीज होते हैं जो कि गुच्छों के रूप में होते हैं। प्रत्येक गुच्छे रस से भरे होते हैं। आइये जाने कृष्णा फल में पाये जाने वाले पोषक तत्व क्या हैं।
आमतौर पर कृष्णा फल के स्वास्थ्य लाभ इसमें मौजूद पोषक तत्वों की उपस्थिति के कारण होते हैं। कृष्णा फल में एंटीऑक्सीडेंट, फलैवोनोइड्स, खनिज पदार्थ और बहुत से विटामिन अच्छी मात्रा में होते हैं। नेशनल न्यूट्रिएंट डाटाबेस के अनुसार कृष्णा फल में विटामिन ए, विटामिन सी, रिबोफ्लेविन, नियासिन, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, तांबा, फास्फोरस, फाइबर और प्रोटीन होते हैं।
लगभग 18 ग्राम के एक बैंगनी पैशन फ्रूट में होता है:
इन सभी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा में उपस्थिति के कारण यह अद्भुद स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में हमारी मदद करता है। आइये जाने कृष्णा फल के फायदे क्या हैं।
आइये जानते है कि कृष्णा फल हमारे लिए किस प्रकार से लाभदायक होता है।
मधुमेह न केवल एक बीमारी है बल्कि यह बहुत सी बीमारियों का कारण भी बन सकता है। इसके साथ ही यह एक ऐसी समस्या है जिसको तुरंत ही ठीक नहीं किया जा सकता है। हां लेकिन प्रकृति ने हमें कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिये हैं जिनसे हम इस समस्या को नियंत्रित जरूर कर सकते हैं। कृष्णा फल में मधुमेह को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। कृष्णा फल में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और उच्च फाइबर सामग्री होती है। यह मधुमेह के लिए इंसुलिन के स्तर को बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर कैलोरी का सेवन बढ़ाये बिना आपको पूर्ण और संतुष्ट महसूस कराते हैं। इस तरह से आप यदि मधुमेह रोगी हैं तो इसे नियंत्रित करने के लिए विकल्प के रूप पैशन फ्रूट का उपभोग कर सकते हैं।
(और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार…)
पैशन फ्रूट में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। कृष्णा फल में राइबोफ्लेविन (विटामिन बी6) और नियासिन (विटामिन बी3) की अच्छी मात्रा होती है। यह हमारे शरीर में थॉयरॉइड गतिविधि को विनियमित करने में मदद करती है। इस फल का नियमित सेवन करने से यह दिल की धमनियों की दीवारों को कठोर (atherosclerosis) होने से रोकता है। जिससे आपके दिल का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। इसके अलावा यह आपको चिंता और तनाव से भी राहत दिलाने में सहायक होता है। यदि आप लंबी आयु और स्वस्थ्य दिल की इच्छा रखते हैं तो कृष्णा फल का नियमित सेवन प्रारंभ कर सकते हैं।
(और पढ़े – दिल मजबूत करने के उपाय…)
इस चमत्कारिक फल में मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस पोटेशियम और सोडियम आदि की अच्छी मात्रा होती है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों के घनत्व को बनाये रखने में मदद करते हैं। हड्डीयों के घनत्व में कमी आने पर ऑस्टियोपोरोसिस रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इस रोग में हड्डीयां कमजोर होकर टूट सकती हैं। इस समस्या से बचने के लिए आप अपने आहार में कृष्णा फल को शामिल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि जब इस फल ऊपरी त्वचा झुर्रीदार
होती है तब यह फल पूर्ण रूप से पका हुआ होता है। यदि इसका बाहरी आवरण चिकना होता है तो यह फल पूरी तरह से पका हुआ नहीं होता है। पूरे पोषक तत्वों की प्राप्ती के पके हुए फलों का सेवन करें।(और पढ़े – ऑस्टियोपोरोसिस के घरेलू उपचार और नुस्खे…)
अध्ययनों से पता चलता है कि कृष्णा फल पाचन व्यवस्था को ठीक कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कृष्णा फल में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। इस फल का सेवन करने से दैनिक जीवन में आवश्यक फाइबर की 98 प्रतिशत मात्रा प्राप्त की जा सकती है। फाइबर स्वस्थ्य आहार का एक प्रमुख घटक है क्योंकि यह पाचन की ठीक कर मल त्याग की सुविधा को बढ़ाता है। इस फल में पेट को साफ करने वाले गुण मौजूद रहते हैं। इसके अतिरिक्त यह रक्तवाहिकाओं में जमे हुए कोलेस्ट्रॉल को साफ करने में भी सहायक होता है। जिससे कोलोरेक्टल कैंसर जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह कब्ज की समस्या का भी निदान कर सकता है। यदि आपको पाचन संबंधी किसी प्रकार की समस्या है तो कृष्णा फल आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
(और पढ़े – मानव पाचन तंत्र कैसा होता है, और कैसे इसे मजबूत बनायें…)
यदि आप नियमित रूप से कृष्णा फल का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए लाभकारी हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व पोटेशियम आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। दैनिक रूप से 1 कृष्णा फल का सेवन करने पर दैनिक आवश्यकता का ¼ प्रतिशत पोटेशियम प्राप्त किया जा सकता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि पोटेशियम मानव शरीर में एक वासोडिलेटर की तरह काम करता है। जिससे रक्तवाहिकाओं के तनाव को कम करने और रक्त प्रवाह में वृद्धि को बढ़ावा मिलता है। यह दिल पर पड़ने वाले अतिरिक्त दबाव को भी कम करता है और समग्र कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसलिए आप अपने रक्तचाप को नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ्य बनाने के लिए नियमित रूप से कृष्णा फल का सेवन कर सकते हैं।
(और पढ़े – जानिए उच्च रक्तचाप के बारे में सब कुछ…)
आप अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए कृष्णा फल का सेवन कर सकते हैं। कृष्णा फल में विटामिन सी, कैरोटीन और क्रिप्टोक्सैंथिन (cryptoxanthin) होता है। ये सभी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है। इसका मतलब यह है कि इसका नियमित सेवन करने से आपकी प्रतिरक्षा शक्ति में वृद्धि हो सकती है। इसलिए यदि आप सामान्य बीमारियों और संक्रमण से बचना चाहते हैं तो कृष्णा फल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
(और पढ़े – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय…)
इस फल का नियमित सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होता है। यह न केवल महिलाओं को स्वस्थ्य रखता है बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास में भी मदद करता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को उच्च रक्तचाप से बचाने में कृष्णा फल प्रभावी होता है। इसके अलावा यह शिशुओं में तंत्रिका ट्यूब दोषों को रोकता है। गर्भवती महिलाओं को नियमित रूप से इस फल के सेवन की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह फल उनकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करता है। इस तरह से होने वाले बच्चे और उसकी मां को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए कृष्णा फल का उपयोग किया जा सकता है।
(और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे…)
कुछ जानकारों का मानना है कि कृष्णा फल आपके वजन को कम कर सकता है। हालांकि इसकी पुष्टि के लिए और भी शोधों की आवश्यकता है। लेकिन कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि कृष्णा फल में मौजूद फाइबर की अच्छी मात्रा वजन कम करने में मदद कर सकती है। यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अन्य उपायो के साथ ही विकल्प के रूप में कृष्णा फल का सेवन कर सकते हैं।
(और पढ़े – वजन घटाने वाले उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ…)
कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दिलाने के साथ ही कृष्णा फल आपकी त्वचा को भी स्वस्थ्य रख सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह फल विटामिन ए का अच्छा स्रोत होता है। विटामिन ए विशेष रूप से त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इस फल में बहुत से एंटाऑक्सीडेंट की मौजूदगी के साथ ही विटामिन सी, राइबोफ्लाविन और कैरोटीन मौजूद रहते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य और रंग को भी बढ़ावा देते हैं। इस तरह से यह समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के संकेतों को भी कम कर सकता है। आप भी अपनी त्वचा को स्वस्थ्य बनाने के लिए कृष्णा फल का उपयोग कर सकते हैं।
(और पढ़े – गोरी और चमकदार त्वचा पाने के लिए सौंदर्य टिप्स…)
पैशन फ्रूट का उपयोग करने के कुछ लोकप्रिय तरीकों में शामिल हैं:
पानी के साथ : इसे रस बनाने के लिए एक चाकू के माध्यम से काटकर निचोड़ा जा सकता है, शरबत में जोड़ा जाता है या पानी का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
मिठाई के साथ : यह अक्सर चीज़केक या डेजर्ट की तरह केक और मिठाई के लिए टॉपिंग या स्वाद के रूप में प्रयोग किया जाता है।
सलाद पर: इसका उपयोग सलाद के साथ मीठा स्वाद जोड़ने के लिए किया जा सकता है।
दही में मिलाकर : एक स्वादिष्ट नाश्ता बनाने के लिए इसे प्राकृतिक दही के साथ मिलाया जा सकता है।
(और पढ़े – सुबह के नाश्ते में ये खाएंगे तो रहेंगे फिट…)
अधिकांश लोगों के लिए कृष्णा फल के कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। कम मात्रा में इस फल का सेवन करना फायदेमंद होता है। लेकिन कुछ लोगों में यह एलर्जी का कारण बन सकता है। लेटेक्स एलर्जी रखने वाले लोगों को कृष्णा फल का सेवन करने से बचना चाहिए।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान कृष्णा फल का सेवन हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा जिन लोगों की सजर्री अभी-अभी हुई है उन्हें भी इस फल का सेवन नहीं करना चाहिए। सजर्री होने के कम से कम 2-3 सप्ताह के बाद ही इस फल का सेवन किया जाना चाहिए।
(और पढ़े – जानें फल खाने का सही समय क्या है…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…