Paye Soup Ke Fayde Aur Nuksan in Hindi: पाया सूप के फायदे हाल ही के कुछ वर्षों में बहुत ही लोकप्रिय हुये है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाया सूप का सेवन करने से विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। हालांकि हड्डियों के शोरबा में अधिक शोध नहीं हुए हैं फिर भी ऐसा माना जाता है कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। पाया सूप के फायदे वजन कम करने, पाचन को ठीक रखने, अनिद्रा (Insomnia), त्वचा समस्याओं आदि को ठीक करने में मदद करते हैं। इस लेख में आप पाया सूप के फायदे और नुकसान के बारे में जानेगें।
विषय सूची
1. पाया सूप (बोन ब्रोथ) क्या है – What Is Bone Broth in Hindi
2. बोन ब्रोथ (पाया सूप) के पोषक तत्व – bone broth nutrition value in Hindi
3. बोन ब्रोथ (पाया सूप) के फायदे – Bone Broth Ke Fayde in Hindi
4. पाया सूप रेसिपी इन हिंदी – Paye Ka Soup Recipe, Bone Broth Recipe in Hindi
5. पाया सूप (बोन ब्रोथ) के नुकसान – Bone Broth Ke Nuksan in Hindi
जिन पशूओं का उपयोग हम मांसाहार के रूप में उपयोग करते हैं उनकी हड्डियों और संयोजी ऊतकों को उबालकर पाया सूप तैयार किया जाता है। पशूओं की हड्डियों में अत्याधिक पौष्टिक स्टॉक (Nutritious stock) होता है इस कारण इसे आमतौर पर सूप, सॉस और ग्रेवीज़ बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। पाया सूप को स्वस्थ्य पेय के रूप में भी उपयोग किया जाता है जो कि बहुत ही लोकप्रिय है। यह हमें पुन: आदिमानव काल की तरफ ले जाता है। जहां पहले आदिमानव लंबे समय तक जानवरों की हड्डियों का उपभोग करने के लिए उन्हें जमा किया करते थे।
किसी भी जानवर जैसे सुअर (pork), टर्की, भेड़ का बच्चा (lamb), हिरण (bison), बकरी (Goats) चिकन या मछली आदि की हड्डियों का उपयोग करके पाया सूप बनाया जा सकता है। पाया सूप बनाने के लिए पैरों, खुरों, चोंच, गर्दन, मज्जा, संयोजी ऊतकों और पंख आदि का उपयोग भी किया जा सकता है।
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पाया सूप पानी से बना हुए एक स्वादिष्ट पेय है जिसमें हड्डियों, मांस, मछली और सब्जीयों को उबाला जाता है। इसका अकेले भी सेवन किया जा सकता है लेकिन इसे आमतौर पर सूप, ग्रेवीज़ और सॉस आदि व्यंजनों को तैयार करने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। 100 ग्राम पाया सूप में मौजूद पोषक तत्व इस प्रकार हैं।
पाया सूप में Calories 267 होती है। दैनिक आवश्यकता के अनुसार अन्य पोषक तत्व
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पाया सूप प्राचीन समय से ही स्वस्थ आहार (Healthy Diet) के रूप में उपयोग किया जा रहा है। लेकिन आज के समय में भी इसका उपयोग बहुत ही लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है। पाया सूप (Bone Broth) का उपयोग खाद्य पदार्थ के रूप मे किया जाता है जो हमें विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। शोरबा को आसानी से तैयार किया जा सकता है। यह हमें त्वरित ऊर्जा दिलाता है। आइए जाने बोन ब्रोथ के स्वास्थ्य लाभ क्या है।
हड्डी शोरबा में कैलोरी बहुत ही कम होती है लेकिन फिर भी यह भूख को संतुष्ट करने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से पाया सूप का सेवन करने से कम कैलोरी का सेवन किया जा सकता है जिससे समय के साथ वजन को घटाने में मदद मिलती है। हड्डी शोरबा में जिलेटिन होता है जिससे विशेष रूप से पूर्णता (पेट के भरे होने) की भावना को बढ़ावा मिलता है।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि जिलेटिन प्रोटीन (Gelatine protein) केसिन की तुलना में भूख को कम करने के लिए अधिक प्रभावी होता है जो डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। जिलेटिन की प्राप्ती के लिए बोन ब्रोथ का सेवन बहुत ही लाभकारी होता है।
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अमीनो एसिड की अच्छी मात्रा पाया सूप में पाई जाती है। इसमें अमीनो एसिड जैसे आर्जिनिन, ग्लूटामाइन और सिस्टीन (glutamine, and cysteine) की उपस्थिति मनुष्यों और जानवरों में प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ावा देते हैं। इन पोषक तत्वों की प्राप्ती के लिए पाया सूप का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। बोन ब्रोथ का उपभोग कर आप अपनी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ा सकते हैं।
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अध्ययनों से पता चलता है कि बोन ब्रोथ में मौजूद एमिनो एसिड (जैसे सिस्टीन, हिस्टिडाइन और ग्लिसिन) होते हैं जो कि सूजन को कम करने में मदद करते हैं। पाया सूप में मौजूद एल-ग्लूटामाइन (L-glutamine) विशेष रूप से आंतों की सूजन (gut inflammation) को कम करता है। इसके अलावा सन 2000 में हुए एक अध्ययन से यह भी प्रमाणित होता है कि पाया सूप में एंटी-इंफ्लामेटरी (Anti-inflammatory) गुण होते हैं जो कि सामान्य सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
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पाया सूप का उपयोग संपूर्ण गर्भावस्था के दौरान भी फायदेमंद होता है। यह स्वस्थ हड्डियों, स्वस्थ पाचन और भ्रूण के उचित विकास में भी मदद करता है। गर्भावस्था के दौरान उल्टी और मितली बहुत ही आम होती है, जिसे दूर करने वाले सभी पोषक तत्व बोन ब्रोथ में मौजूद रहते हैं। यह मतली का अच्छी तरह से उपचार कर सकता है। महिलाओं के लिए इसके फायदे इसमे मौजूद प्रोटीन, विटामिन और खनिजों के कारण होते हैं जो उनके बच्चे को बढ़ने में मदद करते हैं।
पाया सूप प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसका नियमित सेवन करने से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध उत्पादन की क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
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यह स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय पदार्थ कई प्रकार की सब्जियों और मसालों के साथ बनाया जाता है। पाया सूप का सेवन करने से इलेक्ट्रोलाइट्स और कार्बोहाइड्रेट आदि का उपभोग किया जा सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि इलेक्ट्रोलाइट्स के कारण पाया सूप पीने से शरीर में पानी की कमी को पूरा किया जा सकता है। पाया सूप में आधे से अधिक मात्रा में पानी होता है। इसलिए पोषक तत्वों की प्राप्ती और पानी की कमी को पूरा करने के लिए बोन ब्रोथ का सेवन किया जा सकता है।
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एमिनो एसिड की उपस्थिति के कारण पाया सूप मांसपेशीय प्रोटीन संश्लेषण को उत्तेजित करने में मदद करता है। कंकाल की मांसपेशीयों के विकास उनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए प्रोटीन संश्लेषण बहुत ही आवश्यक होता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि पाया सूप का सेवन करने से प्राप्त अमिनो एसिड कैंसर थैरेपी से गुजरने वाले रोगीयों में मांसपेशीय प्रोटीन संश्लेषण को उत्तेजित करने और सूजन को कम करने में मदद करता है।
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पाया सूप में मौजूद पोषक तत्वों में किये गए एक अध्ययन से पता चलता है कि हड्डी के निर्माण प्रक्रिया में मदद करते हैं। हड्डीयों के विकास के लिए कैल्शियम, प्रोटीन, मैगनीशियम, फॉस्फोरस, विटामिन डी, पोटेशियम, जिंक, मैंगनीज (Manganese), तांबा, बोरॉन, आयरन, विटामिन ए, विटामिन K आदि की आवश्यकता होती है। पाया सूप में सब्जियों, मांस और हड्डियों के मिश्रण के कारण इन सभी पोषक तत्वों (Nutrients) की आपूर्ति की जा सकती हैं। इससे हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाया जा सकता है।
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अमीनों एसिड ग्लाइसिन (Glycine) बोन ब्रोथ में पाया जाता है। इसकी उपस्थिति पाया सूप का सेवन करने से शरीर को आराम दिलाने में मदद करती है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि ग्लाइसीन नींद को बढ़ावा देने में मदद करता है। एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि रात में सोने से पहले 3 ग्राम ग्लाइसीन लेने से उन लोगों की नींद में सुधार हुआ जिन्हें नींद लेने में कठिनाई (Insomnia) होती थी।
सोने से पहले ग्लाइसीन का सेवन करने से यह अच्छी नींद लेने में मदद करता है और आपकी गहरी नींद को बरकरार रखने में सहायक होता है। इसलिए अच्छी नींद प्राप्त करने के लिए बोन ब्रोथ का सेवन किया जा सकता है।
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हड्डी, टेंडन और अस्थिबंधन (tendons and ligaments) में मुख्य प्रोटीन के रूप में कोलेजन पाया जाता है। खाना पकाने के दौरान हड्डियो और संयोजी ऊतक से कोलेजन को जिलेटिन नामक एक और प्रोटीन में तोड़ दिया जाता है। जिलेटिन में महत्वपूर्ण पोषक तत्व एमिनो एसिड (amino acid) होता है जो जोड़ों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है। शोरबा में प्रोलिन और ग्लाइसीन होता है जो आपके शरीर में संयोजी ऊतकों के निर्माण के लिए उपयोग किया जाता है। यह मांसपेशीयों को हड्डियों और अस्थिबंधन से जोड़ते हैं। इनमें ग्लूकोसामाइन और कॉन्ड्रोइटिन (glucosamine and chondroitin) भी होता है जो संयुक्त दर्द को कम कर सकते हैं। बोन ब्रोथ का सेवन करने से यह रूमेटाइड गठिया वाले लोगों को भी फायदा पहुंचाता है।
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वैज्ञानिकों ने अध्ययन में पाया कि आपके शरीर का समग्र स्वास्थ्य आंतों के स्वास्थ्य (Intestinal health) पर निर्भर करता है। पाया सूप न केवल पचाने में आसान है बल्कि यह अन्य खाद्य पदार्थों को भी पचाने में मदद करता है। इसमें मौजूद जिलेटिन स्वाभाविक रूप से तरल पदार्थ को आकर्षित करता है। इसलिए जिलेटिन खाद्य पदार्थों को आपके आंत से आसानी से स्थानांतरित करने में मदद करता है। यह पाचन तंत्र की म्यूकोसल अस्तर (mucosal lining) की रक्षा और उपचार करने में भी मदद करता है।
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बोन ब्रोथ में कोलेजन की अच्छी मात्रा होती है जो शरीर में एक संयुक्त संरक्षक और स्टेबलाइजर के रूप में काम करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोलेजन का सेवन करने से यह त्वचा को मजबूत (skin-firming) बनाता है। साथ ही कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि यह त्वचा में लोच लाता है और कोलेजन की उपस्थिति के कारण त्वचा में आने वाली झुर्रियों (Wrinkles) को भी दूर करता है। आप अपने आपको जवान बनाए रखने के लिए बोन ब्रोथ का सेवन कर सकते हैं।
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कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए पाया सूप (Bone Broth) का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए बिल्कुल जरूरी नहीं है कि आप इसे बाजर से ही खरीद कर इस्तेमाल करें। पाया सूप को आप अपने घर पर भी बना सकते हैं जिसे बनाना बहुत आसान है।
आपको इसके लिए एक बड़ा बर्तन, पानी, सिरका और हड्डियों (Vinegar and bones) की आवश्यकता होती है। पाया सूप तैयार करने के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री इस प्रकार है।
सभी सामग्रियों को एक बड़ बर्तन में धीमी आंच में पकाएं। 1 उबाल लेने के बाद इसे धीमी आंच में 12 घंटों के लिए पकने दें। आप इसे जितना अधिक पकाएगें यह उतना ही स्वादिष्ट और पोष्टिक बनता है। शोरबा को अच्छी तरह से पकाने के बाद इसे ठंडा होने दें। आप इसे किसी दूसरे बड़े बर्तन में रखें और हड्डियों को निकाल दें। बोन ब्रोथ को पौष्टिक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की हड्डियों- मज्जा की हड्डियों, ओक्सटेल, नक्कल और पैरों का उपयोग करना चाहिए। आप इन हड्डियों को एक साथ पका सकते हैं या इन्हें अलग-अलग भी उपयोग कर सकते हैं।
पाया सूप तैयार करते समय सेब के सिरका का उपयोग महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हड्डियों और पानी से सभी पोषक तत्वों को खींचने में मदद करता है। आप अपने पाया सूप को और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें सब्जियां, मसाले और जड़ी-बूटीयों को भी मिला सकते हैं। पाया सूप में आप सामान्य रूप से लहसुन, प्याज, अजवाइन, गाजर, अजमोद और थाइम आदि मिला सकते हैं।
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अधिकतर लोग हड्डी शोरबा पीते हैं जो कुछ सप्ताह में ही आपके स्वास्थ्य में सुधार प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन कुछ लोगों को बोन ब्रोथ का सेवन करने से कुछ दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। आइए जाने पाया सूप पीने से कौन से नुकसान हो सकते हैं।
ये सभी लक्षण सामान्य रूप से पाया सूप में ग्लूटामाइन सामग्री (ग्लूटामिक एसिड संवेदनशीलता) या हिस्टामाइन सामग्री की प्रतिक्रिया के कारण होता है।
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