पीरियड्स महिलाओं के जीवन का अभिन्न अंग होता है। हर महीने पीरियड्स के साथ-साथ पेट दर्द, ऐंठन, मूड स्वींग, थकान और तनाव जैसी समस्याएं भी हो जाती है। पीरियड्स के दौरान क्रैम्स (Periods Cramps) यानि की दर्द होना कोई चिंता की बात नहीं होती लेकिन फिर भी इस दर्द के कारण आपको बैचेनी और काम करने में बाधा का एहसास हो सकता है। इस लेख में आप जानेगी पीरियड्स में पेट दर्द का घरेलू उपाय (period me pet dard ka gharelu ilaj) के बारे में।
1. पीरियड्स में पेट दर्द का घरेलू उपाय – Period me pet dard ka gharelu ilaj
मासिक धर्म के दौरान होने वाले क्रैम्स हार्मोन जैसे पदार्थ जिसे प्रोस्टाग्लैंडिन कहा जाता है के कारण होता है। यह प्रोस्टाग्लैंडिन यूट्रस की मसल्स को पीरियड्स के दौरान संकुचित करता है जिससे आपको दर्द और ऐंठन महसूस होती है। ऐंठन के कारण पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है साथ ही इससे कमर के निचले भाग में भी दर्द होता है।
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मासिक धर्म की शुरुआत के 2-3 दिन में पेट दर्द (period me pet dard) अधिक होता है, कुछ महिलाओं को यह दर्द बहुत तेज होता है। पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने के लिए बहुत बार महिलाएं दवाओं का सेवन कर लेती है। लेकिन इस दौरान पेट दर्द को कम करने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों का भी इस्तेमाल कर सकती है। इस आर्टिकल में हम कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
मासिक धर्म के दर्द को कम करने में अदरक का सेवन करना बहुत लाभकारी होता है। अदरक थकान को कम करती है पीरियड्स को रेगुलर करती है साथ ही पेट दर्द को कम करने में भी बेहद मददगार होती है। इसके इस्तेमाल के लिए अदरक के टुकड़ों को काटकर पानी में उबाल लें और फिर पानी को छानकर उसमें शहद और नींबू का रस मिलकर पी लें। दिन में 2-3 बार यह चाय पीने से पीरियड्स का दर्द तेजी से कम करने में मदद मिलती है।
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दवाएं लेने की बजाय पीरियड्स के दौरान पेट दर्द को कम करने के लिए तुलसी भी उपयोगी घरेलू उपाय है। तुलसी में मौजूद कैफीक एसिड (Caffeic acid) में एनाल्जेसिक यानि दर्द को खत्म करने के गुण होते हैं। इसे बनाने के लिए एक कप पानी में तुलसी की पत्तियां डालकर उबाल लें और ठंडा होने पर पी लें। इसे दिन में दो -तीन बार सेवन करने से पेट दर्द को कम करने में मदद मिलती है। (Periods Cramps) मासिक धर्म के दर्द को कम करने में तुलसी का सेवन करना बहुत लाभकारी होता है।
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दालचीनी में एंटी-क्लोटिंग, एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो कि पीरियड्स के दर्द को कम करने में उपयोगी होते हैं। दालचीनी में फाइबर, आयरन, कैल्शियम और मैग्नीशियम भी होते हैं इसलिए इसका सेवन उपयोगी होता है। दालचीनी पाउडर के आधे चम्मच को एक कप गर्म पानी में मिलाकर शहद के साथ सेवन करने से पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द से राहत मिलती है।
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सौंफ में एंटी-स्पेसमोडिक और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो कि गर्भाश्य की मसल्स को रिलैक्स करने में मदद करते हैं जिससे पीरियड्स के दर्द और असुविधा कम हो जाती है। इसका सेवन करने के लिए एक कप पानी में सौंफ को उबाल कर इसे 5 मिनट ठंडा करें और शहद के साथ मिलाकर दिन में दो बार पीने से फायदा मिलता है। यह पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द को कम करने के लिए उपयोगी घरेलू उपाय होता है।
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गर्म पानी से सेंक करने से मसल्स को रिलैक्स मिलता है और मसल्स का तनाव कम होता है जिससे पीरियड्स के कारण पेट में होने वाला दर्द कम हो जाता है। इसके लिए गर्म पानी की थैली यानि की हॉट वॉटर बैग (Hot water bag) से पेट के निचले हिस्से और कमर पर सेंक कर सकते हैं। यह पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द को कम करने के लिए उपयोगी घरेलू उपाय होता है।
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ज़ीरे में एंटी-इंफ्लेमेट्री और दर्द-रोधी गुण होते हैं। इसलिए जीरे का पानी पीरियड्स में पेट दर्द को कम करने में मदद करता है। इसके लिए एक कप पानी में जीरा डालकर उबाल लें और ठंडा होने पर इसे पी लें जिससे पीरियड्स के दौरान होने वाले पेट दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
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कैमोमाइल चाय में एंटी-इंफ्लेमेंट्री (Anti-Inflammatory) गुण होने के साथ-साथ दर्द-रोधी गुण भी होते हैं जो कि गर्भाश्य के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए दो कप पानी में कैमोमाइल टी-बैग डालकर उबाल लें और 15 मिनट तक उबालने के बाद इसे छान लें। इस चाय में नींबू का रस और शहद मिलाकर दिन में दो बार पीने से लाभ मिलता है।
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दर्द को कम करने के लिए मेथी आयुर्वेदिक रुप से प्रमाणित होती है। मेथी की चाय पीरियड्स के दर्द (Periods Cramps in Hindi) को कम करने के लिए भी उपयोगी होती है। इसके लिए मेथी के बीजों को पानी में 12 घंटे तक भिगोकर रखें और फिर इस पानी को पी लें। यह पीरियड्स के दर्द को कम करने में मददगार होता है।
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मासिक धर्म के दर्द को कम करने के लिए अलसी के बीजों का सेवन फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फैटी एसिड पेट दर्द को कम करने में मदद करता है साथ ही गर्भाश्य से संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसके लिए 2-3 चम्मच अलसी के बीजों को सेवन योगर्ट, सलाद आदि में मिलाकर करना लाभकारी होता है। यह पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द को कम करने के लिए उपयोगी घरेलू उपाय होता है।
पपीते में एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण होते हैं इसलिए यह पीरियड्स के दर्द को कम करने में उपयोगी होता है। पपीते में कैरोटीन, आयरन, कैल्शियम और विटामिन A,विटामिन C आदि पर्याप्त मात्रा में होते हैं जो कि यूट्रस की दिवारों पर से तनाव कम करते हैं और पेट दर्द को कम करने में मदद करता है। इसलिए पपीते का सेवन भी पीरियड्स में होने वाले पेट दर्द को कम करने के लिए उपयोगी घरेलू उपाय होता है।
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