Periods khul kar na ane ke gharelu upay महिलाओं में मासिक धर्म होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। आमतौर पर प्रत्येक 21 से 35 दिनों के बीच की अवधि में महिलाओं को मासिक धर्म होता है और यह 2 से 6 दिनों तक रहता है। हालाकिं मासिक धर्म की अवधि समय और परिस्थितियों के साथ बदलती रहती है। जैसे कि कमजोरी, तनाव, एनीमिया सहित कई अन्य शारीरिक समस्याओं के कारण मासिक धर्म प्रभावित होता है। इस कारण किसी महीने में सामान्य ब्लीडिंग होती है तो किसी महीने में महिला को पीरियड खुलकर नहीं आता है। यदि आप भी मासिक धर्म खुलकर न आने (Lighter periods) की समस्या से परेशान हैं तो इस लेख में हम पीरियड खुलकर न आने के कारण, लक्षण और घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
1. पीरियड खुलकर न आने के कारण – Causes Of A Light Period In Hindi
2. पीरियड खुलकर न आने के लक्षण – Symptoms of a light period in Hindi
3. मासिक धर्म खुलकर आने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Light Periods in Hindi
माना जाता है कि खराब जीवनशैली और दिनचर्या के कारण महिलाओं का मासिक धर्म प्रभावित होता है। लेकिन इसके अलावा भी ऐसे बहुत से कारण है जिसकी वजह से पीरियड खुलकर नहीं आता है। आइये जानते हैं मुख्य कारणों के बारे में।
महिलाओं के मासिक धर्म पर खानपान का असर अधिक पड़ता है। सही तरीके से भोजन न करने पर वजन घट जाता है और मासिक धर्म को रेगुलेट करने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिससे पीरियड खुलकर नहीं आता है।
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जब अंडाशय में अंडे परिपक्व नहीं हो पाते हैं तो अनियमित और लाइट ब्लीडिंग की समस्या हो जाती है जिसके कारण महिला बांझ भी हो सकती है।
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आठ से नौ घंटे की स्वस्थ नींद न लेने के कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में कार्टिसोल का उत्पादन करता है। यह एक स्ट्रेस हार्मोन है जो मासिक धर्म को प्रभावित करता है।
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शरीर का वजन और वसा का प्रतिशत मासिक धर्म को प्रभावित कर सकता है। यदि किसी लड़की या महिला का वजन बहुत कम है तो उसके हार्मोन सामान्य रूप से काम नहीं करते हैं और यदि वजन बहुत ज्यादा है तब भी हार्मोन मासिक धर्म को प्रभावित करते हैं जिसके कारण पीरियड खुलकर नहीं आता है।
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अधिक तनाव देने पर मस्तिष्क मासिक धर्म चक्र हार्मोन को बदल देता है जिसके कारण पीरियड खुलकर नहीं आता है। जब तनाव कम हो जाता है तब पीरियड फिर से सामान्य हो जाता है।
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जो महिलाएं लगातार भारी एक्सरसाइज या वर्कआउट करती हैं उन्हें भी पीरियड खुलकर नहीं आता है। एथलीट महिलाओं को शरीर का वजन घटाने का दबाव ज्यादा रहता है जिसके कारण वो एनर्जी ड्रिंक का अधिक से अधिक प्रयोग करती हैं जिससे पीरियड में खुलकर ब्लीडिंग नहीं होती है।
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महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन एक साथ मिलकर मासिक धर्म को रेगुलेट करते हैं। लेकिन जब एक हार्मोन ज्यादा हो जाता है और दूसरा कम तो पीरियड खुलकर नहीं आता है।
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जब कोई महिला गर्भवती होती है तो योनि से हल्का खून निकलता है लेकिन रक्तस्राव खुलकर नहीं होता है इसे प्रत्यारोपण रक्तस्राव (implantation bleeding) कहते हैं। जब निषेचित अंडा गर्भाशय की परत से जुड़ जाता है तो इस तरह की ब्लीडिंग होती है।
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बच्चे को जन्म देने के तुरंत बाद और स्तनपान कराने के कारण भी महिलाओं का पीरियड खुलकर नहीं आता है। स्तन में दूध का उत्पादन करने वाले हार्मोन (milk production hormone) अंडोत्सर्ग (ovulation) को रोकता है जिसके कारण पीरियड अनियमित हो जाता है और खुलकर नहीं आता है।
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हार्मोनल बर्थ कंट्रोल पीरियड खुलकर न आने का कारण होता है। गर्भनिरोधक माध्यम जैसे पिल्स, पैच, रिंग और शॉट आदि शरीर में पर्याप्त अंडा नहीं बनने देती हैं जिसके कारण लाइट पीरियड होता है।
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पीरियड्स में ब्लड कम आने की समस्या होने पर इसे बेहद आसानी से पहचाना जा सकता है क्योंकि इस दौरान सामान्य मासिक धर्म से बहुत कम ब्लीडिंग होती है। आइये जानते हैं पीरियड खुलकर न आने के लक्षण।
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महिलाओं में माहवारी खुलकर न आने की समस्या हमेशा गंभीर नहीं मानी जाती है। कई बार कुछ मामूली कारणों से पीरियड प्रभावित हो जाता है लेकिन अगले ही महीने नॉर्मल भी हो जाता है। लेकिन फिर भी अगर मासिक धर्म खुलकर न आ रहा हो तो आपको ये घरेलू उपाय करना चाहिए।
इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हार्मोन की क्रियाओं को बेहतर बनाने में प्रभावी तरीके से काम करता है। गाजर विटामिन ए का भी बढ़िया स्रोत होता है जो पीरियड को उत्तेजित करता है। पीरियड खुलकर आने के लिए रोजाना गाजर खाएं या नियमित रूप से सुबह एक गिलास गाजर का जूस पीएं।
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पुराने समय से ही माहवारी खुलकर आने के लिए अशोक के पेड़ उपयोगी रहा है। अशोक के पेड़ की छाल को उतारें और करीब 90 ग्राम छाल को 30 मिलीलीटर पानी में 10 मिनट तक उबालें और इसे छानकर प्रतिदिन दिन में दो या तीन बार पीएं। आपका पीरियड सामान्य हो जाएगा।
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प्रतिदिन 200 ग्राम कच्चा पपीता खाने से पीरियड खुलकर न आने (scanty menstrual flow) की समस्या दूर हो जाती है। पपीता गर्भाशय की दीवारों को संकुचित (contraction) करने में मदद करता है और रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है जिसके कारण मासिक धर्म नियमित हो जाती है और खुलकर आती है।
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डॉक्टरों का मानना है कि प्रत्येक महिला को रोजाना ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करना चाहिए। यह शरीर में हार्मोन का उत्पादन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और पीरियड खुलकर न आने की समस्या को दूर करता है। महिलाओं को अपने भोजन में ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे अलसी, अखरोट, साल्मन मछली (salmon) और कॉड लिवर ऑयल (cod liver oil) का प्रयोग करना चाहिए।
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ताजे अदरक का रस माहवारी खुलकर न आने की समस्या का एक बेहतर घरेलू इलाज है। ताजे अदरक की गांठ लें और इसे अच्छी तरह धोकर काट लें और पानी में उबालें। फिर इसे छानकर एक चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं और प्रतिदिन दिन में दो बार पीएं। आपका पीरियड खुलकर आने लगेगा।
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वैज्ञानिकों का मानना है कि दालचीनी में अच्छे स्वास्थ्य के गुण छिपे होते हैं। अगर आपका मासिक धर्म खुलकर नहीं आता है तो दालचीनी पाउडर को पानी में उबालें और छानकर दिन में दो बार पीएं। इसके अलावा गर्म दूध और चाय के साथ भी दालचीनी पाउडर का सेवन किया जा सकता है। स्वस्थ मासिक धर्म के लिए यह बहुत प्रभावी होता है।
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