Menstrual Hygiene in hindi पीरियड के दिनों में हर महिला को साफ-सफाई का खास ख्याल रखने की आवश्यकता होती है। पीरियड्स के दौरान हाइजीन रखने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। पीरियड्स में यदि पर्सनल हाइजीन का ध्यान न रखा जाए तो अंडरगारमेंट से लेकर पैड बदलने में लापरवाही बरतने से संक्रमण का खतरा बढ़ने के साथ इंफर्टिलिटी की समस्या भी पैदा हो सकती है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि भारत में ज्यादातर महिलाएं पीरियड के दिनों में पर्सनल हाइजीन नहीं अपनाती, वो इसलिए क्योंकि वे नहीं जानती कि महावारी के दिनों में स्वच्छता आखिर कैसे बरती जाएं और पीरियड्स के दौरान खुद की देखभाल कैसे करें।
आज का हमारा ये आर्टिकल पीरियड के उन दिनों में पर्सनल हाइजीन को लेकर लिखा गया है, जिसे पढ़ने के बाद पीरियड्स में होने वाली ज्यादातर समस्याओं से आपको राहत मिलेगी और भविष्य में भी आप कई बीमारियों से बची रहेंगी।
यूं तो महिलाओं को हमेशा ही पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन पीरियड के दिनों में स्वच्छता बरतने की ज्यादा जरूरत होती है। क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार पीरियड की शुरूआत शारीरिक विकास का संकेत होती है, लेकिन इस बदलाव के साथ ढलने में थोड़ा समय लगता है। पीरियड्स के दिनों में दर्द और तनाव से बचने का सबसे बेहतर तरीका है कि उन दिनों में सफाई और पर्सनल हाइजीन का खास ख्याल रखा जाए। सेनेटरी नैपकिन के इस्तेमाल से लेकर इन्हें सही तरीके से डिस्लेस करने तक कई ऐसी चीजें हैं, जिसे हर महिला को ध्यान में रखना चाहिए। तो आपके उन दिनों के महीनों को थोड़ा आसान बनाने के लिए हम आपको आज अपने इस आर्टिकल में कुछ ऐसी हाइजीन टिप्स देंगे, जिन्हें अक्सर आप नजरअंदाज कर जाते हैं।
विषय सूची
2. पीरियड्स के दिनों में ऐसे रखें हाइजीन का ख्याल – How To Take Care Of Hygiene In Period In Hindi
3. खराब मैन्स्ट्रूयल हाइजीन से होने वाली समस्याएं – Health Risks Of Poor Menstrual Hygiene in hindi
मासिक धर्म के दौरान पर्सनल हाइजीन रखने से महिलाएं कई प्रकार की बीमारियों से बच सकतीं हैं। यदि पीरियड्स के दौरान अगर पर्सनल हाइजीन का ध्यान न रखा जाए तो इससे बुखार, अनियमित पीरियड्स, यूरीनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन, जननांगों में चकत्ते, खून ज्यादा आने के साथ ही गर्भधारण में परेशानी तक का खतरा बना रहता है आइये जानतें हैं पीरियड्स के दिनों में क्यों जरूरी है हाइजीन के बारे में।
यूरीनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन को कम करने के लिए पीरियड के दिनों में हाइजीन बहुत जरूरी है। मासिक धर्म में गंदे कपड़ों का उपयोग करना या चार घंटे से ज्यादा समय तक सैनेटरी नैपकिन का उपयेग करने से हानिकारक बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं, जो यूरीन और यूरेथ्रा यानि मूत्र पथ के साथ आपके यूरीनरी ट्रेक्ट पर हमला कर सकते हैं। जिसके कारण आपको पेशाब करने में दर्द , पेट के निचले हिस्से में दर्द, पीठ दर्द और बुखार हो सकता है। इसलिए पीरियड्स के दिनों में धूप में सुखाए गए सैनेटरी टॉवेल या हाइजेनिक सैनेटरी नैपकिन के इस्तेमाल से इन जटिलताओं से आसानी से बचा जा सकता है।
(और पढ़े – मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) के कारण, लक्षण और उपचार…)
पीरियड के दिनों में अक्सर महिलाओं को जननांगों में चकत्ते होने की शिकायत रहती है, इससे बचने के लिए पीरियड के दिनों में हाइजीन बहुत जरूरी है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि महिलाएं पैड बार-बार नहीं बदलती हैं, तो योनि की त्वचा बैक्टीरिया से संक्रमित हो जाती है, जिसके चलते दर्दनाक चकत्ते हो जाते हैं। व्यवसायिक रूप से सेनेटरी नैपकिन प्लास्टिक और एसएपी से बने होते हैं। इन उत्पादों में स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। इसलिए एलर्जी और चकत्ते से बचने के लिए जितने बार हो सके पैड बदलना चाहिए। आप चाहें तो इस समस्या से बचने के लिए बायोडिग्रेडेबल नैपकिन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
(और पढ़े – जांघों के बीच फंगल संक्रमण के लिए घरेलू उपचार…)
पीरियड्स के दिनों में महिलाओं को रिप्रोडक्टिव पार्ट में इंफेक्शन की शिकायत हो जाती है, जिससे बचने के लिए पीरियड्स में स्वच्छता बरतने की सलाह दी जाती है। दरअसल, इन संक्रमणों के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया प्रजनन पथ पर अटैक कर सकते हैं और गर्भाशय की दीवार, अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
(और पढ़े – पीरियड्स (मासिक धर्म) से जुड़े मिथक जो आपको पता होने चाहिये…)
सर्वाइकल कैंसर यूटरस में होने वाला कैंसर है, जो ह्यूमन पैविलोमा वायरस के कारण होता है। यह वायरस यौन संचरित होता है। इसलिए अगर मासिक धर्म में अस्वच्छता बरती गई तो संक्रमण आसानी से फैल सकता है।
(और पढ़े – महिलाओं में कैंसर के लक्षण…)
पीरियड्स के दौरान खुद की सफाई का पूरा ध्यान रखें आइये जानतें हैं पीरियड में हाइजीन का ध्यान कैसे रखें के बारे में
पीरियड्स के दिनों के लिए एक अलग से अंडरवियर जरूर रखें, क्योंकि एकदम से पीरियड के दागों को साफ करना मुश्किल है। इसलिए अगर आप ऑफिस में हैं या कहीं बाहर तो बेहतर है कि पीरियड के दिनों के लिए अलग से अंडरवियर रखें। क्योंकि पूरे दिन दाग लगी पेंट पहनना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इस बात का ख्याल रखें कि इसे आप केवल पीरियड के दिनों में ही पहनें और दोबारा इस्तेमाल करने से पहले अच्छे पानी या किसी डिसइंफेक्टेंट से धोएं। अपने बैग में हमेशा एक्स्ट्रा अंडवियर कैरी करें।
(और पढ़े – पीरियड पैंटी क्या है और इसका इस्तेमाल करने का तरीका…)
पीरियड के दिनों में अपनी बेडशीट को बदलना जरूरी है। गंदगी और इंफेक्शन का डर इस दौरान लगा रहता है, इसलिए बेहतर है हर दिन सोने से पहले चादर बदल लें। बेहतर होगा अगर चादर को डेटॉल या किसी सेनेटाइजर से धोएं।
(और पढ़े – लड़की के पहले मासिक धर्म या पीरियड से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी…)
मासिक धर्म होने पर हर 4 घंटे में अपने सैनिटरी नैपकिन को बदलना और हर 8 घंटे में टैम्पोन को बदलना महत्वपूर्ण है। एक ही नैपकिन या टैम्पोन का अति प्रयोग हानिकारक हो सकता है और दुर्गंध का उत्सर्जन भी कर सकता है। मासिक धर्म के दौरान सबसे अच्छी क्लीनिंग टिप्स में से एक है कि हर बदलाव के बाद अपने प्राइवेट पार्ट्स को धोएं और पाउडर से क्षेत्र को सुखा दें। इससे कीटाणुओं को दूर रखने में मदद मिलेगी और आप पूरी तरह से गंध मुक्त हो जाएंगे।
(और पढ़े – सैनिटरी नैपकिन क्या है सही सेनेटरी पैड का चुनाव और लगाने का तरीका…)
मासिक धर्म के दौरान गर्म पानी से नहाना अच्छा होता है। ऐसा करने से ताजगी आने के साथ शरीर की थकान भी मिट जाती है।
(और पढ़े – गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान…)
पीरियड्स में नियमित रूप से योनि की सफाई करना जरूरी है। इससे योनि की गंध तो मिटती ही है साथ ही आप खतरनाक संक्रमण से भी बच सकते हैं।
(और पढ़े – प्राइवेट पार्ट की सफाई कैसे करें…)
पीरियड्स के दिनों में अपनी इनरवियर को भी बदलते रहें। जिन लड़कियों को ज्यादा पसीना आता है वो जितना ज्यादा अपना इनरवियर बदलेंगी, उतना ही वे गंदगी और इंफेक्शन से दूर रहेंगी और रिलेक्स महसूस करेंगी।
(और पढ़े – पीरियड्स के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं…)
जब आपको कम रक्तस्राव होता है तो पैंटी लाइनर्स का उपयोग करना सबसे अधिक अनुशंसित मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं में से एक है। अपने अंडरवियर पर दाग को रोकने के लिए अपने टैम्पोन के साथ उनका उपयोग करें।
(और पढ़े – टैम्पोन का उपयोग कैसे करें फायदे और नुकसान…)
अपने पीरियड्स के दौरान ढीले सूती पैंट, लंबी स्कर्ट या हैरम पैंट पहनें। तंग जींस या लेगिंग पहनने से आपके प्राइवेटेट में फोड़े या चकत्ते हो सकते हैं। ढीले-ढाले कपड़ों के साथ, पूरे दिन आपको फिट महसूस होगा।
(और पढ़े – योनि के आसपास मुंहासे या फुंसी के लक्षण, कारण और घरेलू इलाज…)
टैम्पोन की जगह मैन्स्ट्रूअल कप्स चुनें। कई महिलाओं को टैम्पोन के बजाए मैन्स्ट्रूयल कप्स ज्यादा आरामदायक लगते हैं। कप्स ब्लड फ्लो को सोखने की बजाए उसे एकत्रित करने का काम करते हैं। इसका मतलब ये है कि ये लीक कम होते हैं और आपको हर आधे घंटे में बदलने के लिए बाथरूम में नहीं जाना पड़ता है। इसके अलावा टैम्पोन आपको ड्राय महसूस करा सकते हैं। इसलिए जिन्हें हैवी फ्लो होता है, उनके लिए कप्स बेहतर हैं।
(और पढ़े – मासिक धर्म कप (मेंस्ट्रुअल कप) क्या है कैसे इस्तेमाल किया जाता है फायदे और नुकसान…)
अगर आपको पीरियड के दौरान रैशेज हो जाते हैं, तब तो आपको प्रॉपर हाइजीन बरतने की जरूरत है। रैशेज से बचने के लिए सेनेटरी नैपकिन को सही तरह से लगाएं। अगर आप पैड्स इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हमारी सलाह है कि इसे सावधानी से फॉलो करें। पैड्स को सही से प्लेस करने के लिए समय लें, क्योंकि अगर वो सही से नहीं लगेगा तो जांघों के आसपास रैशेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर पीरियड्स के दिनें में आप एक्सरसाइज करती हैं तो कपड़े बदलना और नहाना ना भूलें क्योंकि इसके कारण जो पसीना एकत्रित हुआ होगा उससे बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है।
(और पढ़े – गर्म पानी से नहाना सही या ठंडे पानी से, जानिए विज्ञान क्या कहता है…)
पीरियड्स में नियमित रूप से योनि की सफाई करना जरूरी है। इससे योनि की गंध तो मिटती ही है साथ ही आप खतरनाक संक्रमण से भी बच सकते हैं।
(और पढ़े – योनि को स्वस्थ और साफ कैसे रखें…)
पीरियड के दिनों में वैजाइना को साफ करने के लिए साबुन का इस्तेमाल न करें। इसकी जगह आप फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट की मदद ले सकती हैं।
पीरियड के दिनों में कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ जरूर धोएं।
(और पढ़े – हाथ धोने का सही तरीका और फायदे…)
सेनेटरी नैपकिन या टैम्पोन को डस्टबिन में डालने से पहले उन्हें अच्छे से रैप करें।
इन्हें कभी भी फ्लश न करें, चाहें आप कितनी भी जल्दी में क्यों न हों।
बहुत कम महिलाएं ये जानती हैं कि पीरियड के दिनों में स्वच्छता न बरतने से उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
नीचे हम आपको उन सभी समस्याओं के बारे में बताएंगे, तो खराब मैन्स्ट्रूयल हाइजीन का कारण बनती हैं।
(और पढ़े – योनि में यीस्ट इंफेक्शन के घरेलू उपाय इन हिंदी…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…