Periods me kya karna chahiye kya nahi पीरियड्स के दिनों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसे लेकर महिलाओं के मन में हमेशा दुविधा बनी रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अलग-अलग लोग अलग-अलग बातें कहते हैं। कुछ लोग कहते हैं मासिक धर्म के समय ऐसा करना चाहिए, तो कुछ पुराने समय के लोग कहते हैं ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसे में पीरियड्स महिलाओं के लिए मुसीबत बन जाते हैं और वे समझ नहीं पातीं कि माहवारी के इन दिनों में क्या करना उनके लिए सही है और क्या नहीं।
पीरियड्स के दिनों में हर महिला की स्थिति वैसे तो अलग होती है। कुछ महिलाओं को पीरियड के समय दर्द सहना पड़ता है, तो वहीं कुछ इन दिनों में बैचेन सी रहती हैं। कई महिलाओं के व्यवहार में भी बदलाव आ जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दिनों महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन सभी स्थितियों से बचने के लिए पीरियड्स में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसकी सही जानकारी महिलाओं को नहीं होती। यही वजह है कि जल्दी उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान नहीं मिल पाता। तो आज के हमारे इस आर्टिकल में आप जान सकेंगी कि मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। यकीनन नीचे बताई गई सभी बातों को अपनाकर आप अपने पीरियड्स को पूरी तरह एन्जॉय कर सकती हैं।
विषय सूची
1. पीरियड्स में क्या नहीं करना चाहिए – Periods me kya nahi karna chahiye in hindi
2. पीरियड के समय क्या करना चाहिए – Periods me kya karna chahiye in Hindi
3. पीरियड के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब
आइये जानते हैं जो महिलाएं पीरियड में है उनको इस समय क्या-क्या नहीं करना चाहिए।
कई बार देखा गया है कि पीरियड्स से पहले महिलाएं मन को दुखी कर देने वाली फिल्में देखती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार पीरियड्स के दौरान महिलाओं के मन में भावनात्मक उथल-पुथल होती है, शरीर में हार्मोन बदलते हैं, जिससे महिलाओं में चिड़चिड़ापन आ जाता है। इसलिए पीरियड्स के दौरान निराशाजनक फिल्में देखने से बचना चाहिए। माहवारी के तीन दिनों में महिलाएं मन को खुश रखने वाली फिल्में बेजिझक देख सकती हैं।
(और पढ़े – अवसाद (डिप्रेशन) क्या है, कारण, लक्षण, निदान, और उपचार…)
वूमन हेल्थ मैग्जीन के अनुसार पीरियड के दिन महिलाओं के लिए काफी चैलेंजिंग होते हैं। इस दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई महिलाओं को शरीर में दर्द भी होता है, ऐसे में महिलाएं जिम जाने की गलती ना करें। जिम में हैवी एक्सरसाइज करने से शरीर की मांसपेशियां खिंचती हैं, जिससे ब्लीडिंग के दौरान आपको दर्द के साथ ऐंठन भी महसूस होती है। पीरियड के समय में विशेषज्ञों द्वारा जिमिंग स्किप करने की सलाह दी जाती है।
(और पढ़े – पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण…)
कई महिलाएं पीरियड टाइम में भी वैक्सिंग कराती हैं, लेकिन याद दिला दें कि माहवारी के समय महिलाओं की स्किन सेंसिटिव हो जाती है और वैक्सिंग करने पर ये ज्यादा दर्द देती है। इसलिए पीरियड के समय वैक्सिंग कराने से बचना चाहिए।
(और पढ़े – लेजर हेयर रिमूवल प्रक्रिया फायदे और नुकसान…)
कुछ महिलाएं पीरियड के समय भी स्मोकिंग करना नहीं छोड़तीं, लेकिन बता दें कि उन दिनों में स्मोकिंग करना खुद की हेल्द रिस्क को बढ़ावा देना है। एक जर्नल टोबैको कंट्रोल में छपी स्टडी के अनुसार सिगरेट पीने वाली महिलाओं को पीरियड में ज्यादा दर्द झेलना पड़ता है बजाए उनके जो नॉन स्मोकर्स हैं। विशेषज्ञों की मानें तो जो महिलाएं स्मोकिंग करती हैं, उनमें अंडे समय से पहले बनने के साथ ही जल्दी खराब भी हो जाते हैं, जिससे भविष्य में उनके गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए पीरियड टाइम में स्मोकिंग न करने की सलाह दी जाती है।
(और पढ़े – स्मोकिंग की आदत कैसे लगती है, इसके नुकसान और छोड़ने के तरीके…)
मासिक धर्म के दिनों में ज्यादातर महिलाओं की कुछ नमकीन खाने की इच्छा होती है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि मासिक धर्म में ज्यादा नमकीन चीजें शरीर में सूजन पैदा करती हैं। इसके बजाए माहवारी के दिनों में महिलाओं को जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए।
(और पढ़े – जानिए जंक फूड (फास्ट फूड) के नुकसान और हानिकारक प्रभावों को…
)पीरियड के दिनों में खाना छोडऩा महिलाओं के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। दरअसल, इस दौरान आपका शरीर बहुत कमजोर हो जाता है, ऐसे में खाना छोडऩा आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में खाना खाएं। कोशिश करें कि ऐसा आहार लें जो पौष्टिकता से भरपूर हो।
(और पढ़े – पीरियड के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं…)
पीरियड्स के दिनों में असुरक्षित संबंध बनाने से बचना चाहिए, क्योंकि इन दिनों भी संबंध बनाने से आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं। साथ ही किसी तरह के संक्रमण से बचने के लिए पीरियड्स के दौरान संबंध बनाने से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। या पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।
(और पढ़े – पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध के फायदे और नुकसान…)
रिसर्च में बताया गया है कि पीरियड के दिनों में जो महिलाएं दर्द से बचने के लिए पेनकिलर लेती हैं, वे ज्यादा असरदार नहीं होतीं। खासतौर से तब जब वे दर्द होने के बाद ये गोलियां लेती हैं। इसलिए डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि हर महिला को अपना पीरियड आने की तारीख याद रखना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि हल्का दर्द महसूस होने पर अगर आप पहले से पेनकिलर लेंगी तो ये ज्यादा असर करेंगी।
(और पढ़े – पीरियड्स में दर्द का इलाज…)
आइये जानते हैं जो महिलाएं पीरियड में है उनको इस समय क्या-क्या करना चाहिए।
जब आपका पीरियड हो, तो सफेद रंग की पैंट या जींस जरूर पहननी चाहिए। हालांकि पीरियड्स के दौरान ऐसा कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन ये तरीका अपनाना पीरियड टाइम में आपका कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए काफी है। दरअसल, पीरियड्स में महिलाओं का आत्मविश्वास कमजोर होने लगता है, इस कॉन्फिडेंस को बनाए रखने के लिए व्हाइट पैंट वियर जरूर करें।
(और पढ़े – लड़की के पहले मासिक धर्म या पीरियड से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी…)
महिलाएं व्यस्तता के कारण अक्सर अपनी हाइजीन पर ध्यान नहीं देती, लेकिन पीरियड्स के समय उन्हें हाइजीन को ध्यान में रखते हुए दिन में तीन से चार बार पैड बदलना जरूरी है। दिनभर में एक ही पैड यूज करने से इसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिससे इंफेक्शन की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए पीरिसड टाइम में अपने पर्स में एक एक्स्ट्रा पैड जरूर रखें ताकि जरूरत पड़ने पर आप दिन में एक बार इसे बदल सकें। ऐसा करने से आप दुर्गंध की समस्या से भी बच सकेंगी।
(और पढ़े – योनि से बदबू आने के कारण और दूर करने उपाय…)
अक्सर महिलाएं पीरियड के दौरान केवल पैड बदलने के बाद ही हाथ धोती हैं, लेकिन बता दें कि बाद में हाथ धोना जितना जरूरी है, पैड बदलने से पहले भी हाथ धोना इंफेक्शन से बचने के लिए बहुत जरूरी है। दरअसल, जब आप महीने से होती हैं तब आपकी वेजाइना संक्रमण के प्रति काफी संवेदनशील होती है। इसलिए इस तरह हाथ धोने से संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा और आप अपने पीरियड्स को अच्छे से एन्जॉय कर पाएंगी।
(और पढ़े – पर्सनल हाइजीन से जुड़ी 10 गलतियां जिन्हें कभी नहीं करना चाहिए…)
पीरियड के दिनों में सूजन और ऐंठन को कम करने के लिए खुद को हाईड्रेट रखना बहुत जरूरी है। पीरियड के दौरान अगर आप शरीर में सूजन महसूस करती हैं तो आपको ज्यादा मात्रा में पानी पीने की जरूरत है। ध्यान रहे इस दौरान कॉफी, चाय, चॉकलेट का सेवन कम से कम करें। क्योंकि ये सभी चीजें आपके शरीर में डिहाइड्रेशन के साथ ऐंठन की समस्या भी पैदा करती हैं। इसलिए इनसे दूरी बनाए रखें।
(और पढ़े – पानी पीने का सही समय जानें और पानी पीने के लिए खुद को प्रेरित कैसे करें…)
पीरियड के दिनों में महिलाएं जितनी नींद पूरी करें उतना उनकी सेहत के लिए अच्छा है। कोशिश करें कि 8 से 9 घंटे की नींद लें। महीने के समय में मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन दूर करने का ये सबसे अच्छा तरीका है।
(और पढ़े – हमें सोना क्यों जरूरी है और आपको कितने घंटों की नींद चाहिए…)
पीरियड्स में दर्द से निजात पाने के लिए हीटिंग पैड बेस्ट ऑप्शन है। अगर आपको महीने के समय कमर में दर्द हो, पेट में ऐंठन हो, तो हीटिंग पैड अपने पेट पर रख सकती हैं। इससे आपको दर्द से आराम मिलेगा। इतना ही नहीं ऐसा करने से आप अपने पीरियड्स को आसानी से एंजॉय कर पाएंगी।
(और पढ़े – पीरियड्स में पेट दर्द का घरेलू उपाय…)
उन महिलाओं के मन में कई प्रकार के मासिक धर्म से जुड़े प्रश्न होते है जो पीरियड से होती है। आइये पीरियड से जुड़े कुछ सवालों के जवाब जानते है।
कई महिलाएं इस सवाल का जवाब खोजती हैं। दरअसल, एक्सरसाइज पीरियड के लक्षणों से लड़ने में मदद करती है। मासिक धर्म के समय एक्सरसाइज करना अच्छा है, क्योंकि इससे आपके सिर दर्द, मूड स्विंग और शरीर में आ रही सूजन में काफी सुधार होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इन दिनों में जितनी रैगुलर एक्सरसाइज करेंगे उतना ही कम दर्द आपको झेलना पड़ेगा। इस समय लाइट वॉकिंग और लाइट कार्डियो करना आपके लिए अच्छा है। आप चाहें तो योगा और पिलाटे एक्सरसाइज भी कर सकती हैं।
(और पढ़े – जिम जाने वालों के काम की है ये टिप्स, इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो रहेंगे फिट!)
मासिक धर्म में आप स्वीमिंग को बेजिझक एन्जॉय कर सकती हैं। बशर्ते पीरियड्स के समय आपने टेम्पॉन या मेंस्ट्रूअल कप का उपयोग किया हो। ये पैड्स पानी को सोंकते हैं, इनके इस्तेमाल से आपका पीरियड ब्लड के बाहर निकलने की संभावना खत्म हो जाती है। वास्तव में तैराकी पीरियड में होने वाले दर्द और ऐंठन को दूर करने में बहुत फायदेमंद है।
(और पढ़े – स्विमिंग करने के फ़ायदे…)
कई पुराने लोग बोलते हैं कि पीरियड के शुरू के दो दिन लड़कियों को बाल नहीं धोने चाहिए। सच तो ये है कि इस बात का कोई आधार नहीं है। बल्कि उल्टा गर्म पानी से नहाने और बाल धोने पर पीरियड के समय दर्द से काफी हद तक आराम मिलता है।
(और पढ़े – गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान…)
बहुत समय ये लोग मानते आ रहे हैं कि माहवारी के तीन दिन तक महिलाओं को न तो पौधे छूने चाहिए और न ही इन्हें पानी देना चाहिए। आपकी ये कंफ्यूजन भी हम दूर कर देते हैं। पीरियड्स के दौरान पौधों में पानी देने से किसी तरह का पाप नहीं लगता। महीने से होते हुए भी तुलसी या किसी भी पौधे को अगर आप पानी दें तो वो मुरझाएगा नहीं।
(और पढ़े – घर पर पौधों की देखभाल कैसे करें…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…