Periods me kya khana chahiye kya nahi पीरियड महिलाओं के लिए एक असुविधाजनक स्थिति होती है लेकिन पीरियड के दौरान महिलाओं को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अक्सर ये पूछा जाता है कि पीरियड़ के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। यह इसलिए भी सही है कि आपके खान पान पर ही आपका स्वास्थ्य निर्भर करता है। पीरियड के दौरान महिलाओं को अक्सर थकान, मूड स्विंग्स, दर्द और ऐंठन आदि की समस्याएं होती हैं। लेकिन यदि सही आहार का चुनाव किया जाए तो इन समस्याओं को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। इस आर्टिकल में आप जान सकते हैं कि महिलाएं पीरियड के दौरान क्या खाएं और क्या नहीं।
विषय सूची
1. पीरियड के दौरान खाए जाने वाले आहार – Foods Eaten During Periods in Hindi
2. पीरियड्स में क्या क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid During Menstruation in Hindi
अवधि के दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन यदि हम प्रकृति द्वारा उपलब्ध कराए गए खाद्य पदार्थों का सही तरीके से उपभोग करें तो यह हमारी बहुत सी स्वास्थ्य समस्याओं को दूर कर सकते हैं। जिन महिलाओं को मासिक धर्म चक्र के दौरान पेट में दर्द, ऐंठन, अधिक रक्तस्राव आदि की समस्याएं होती हैं तो वे कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं जो उनकी इस समस्या का समाधान कर सकती हैं। अवधि के दौरान उचित खाद्य पदार्थों का सेवन न केवल महिला के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं बल्कि मासिक धर्म की समस्याओं को भी कम करने में सहायक होते हैं। आइए जाने पीरियड के दौरान क्या खाना चाहिए।
(और पढ़े – पीरियड्स के दिनों में दर्द क्यों होता है जानें मुख्य कारण…)
आपके सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में पालक मदद करती है यह सभी को पता है। लेकिन पालक खाने के फायदे पीरियड के दौरान भी होते हैं। मासिक धर्म के दौरान ऐंठन से महिलाओं के लिए बहुत ही कष्टदायक होता है। इसके साथ ही पीरियड के दौरान रक्त स्राव होने से शरीर में खून की कमी भी हो जाती है। लेकिन आप पालक का सेवन कर इस समस्या से बच सकते हैं। पालक में आयरन की उच्च मात्रा होती है जो महिलाओं के शरीर में रक्त उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है। मासिक धर्म चक्र के दौरान महिलाओं को अपने दैनिक आहार में पालक को शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। वे पालक को सब्जी के रूप से खा सकती हैं साथ ही इसे सलाद के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
(और पढ़े – पालक खाने के फायदे और नुकसान…)
यदि आप मासिक धर्म के दौरान स्वस्थ्य आहार खोज रहे हैं तो केला सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि केला में पोटेशियम और विटामिन बी6 की उच्च मात्रा होती है। यदि आप पीरियड के दौरान स्वस्थ्य रहना चाहते हैं तो केले का सेवन करें। क्योंकि इसमें मौजूद पोषक तत्व न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे होते हैं। केले का नियमित सेवन पीरियड के दौरान मल त्याग को आसान बनाते हैं साथ ही इसे नियंत्रित भी करते हैं। इस दौरान केले का सेवन आपके पेट फूलना और पेट दर्द आदि समस्याओं को दूर कर सकता है। इसलिए पीरियड के दौरान केला खाना फायदेमंद हो सकता है।
(और पढ़े – रोज सुबह केला और गर्म पानी के सेवन के फायदे जानकर दंग रह जाएगे आप…)
अक्सर लड़कियां पूंछती हैं की पीरियड में दही खाना चाहिए या नहीं? तो आपको बता दें मासिक धर्म की तकलीफों को दूर करने के लिए दही का उपयोग बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दही में कैल्शियम की उच्च होती है। इसलिए पीरियड के दौरान महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने में दही मदद कर सकता है। कहा जाता है कि स्वस्थ्य रहने के लिए शरीर में पर्याप्त कैल्शियम का होना आवश्यक है। कैल्शियम शरीर को संतुलित बनाए रखता है और पीएमएस के लक्षणों में कमी ला सकता है। जो महिलाएं अपने नियमित आहार में दही का सेवन करती हैं उन्हें मासिक धर्म की परेशानियों को कम करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़े – दही खाने से सेहत को होते हैं ये बड़े फायदे…)
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शरीर में पानी की कमी को तरबूज से दूर किया जा सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि महिलाओं को पीरियड के दौरान तरबूज खाना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि पीरियड के दौरान महिलाओं को अधिक पोषक तत्वों की आवशकता होती है। साथ ही रक्तस्राव होने के कारण शरीर में तरल पदार्थों की कमी भी हो सकती है। महिलाएं अपने शरीर में पोषक तत्वों और तरल पदार्थ की कमी को पूरा करने के लिए तरबूज का सेवन कर सकती हैं। तरबूज में बहुत से पोषक तत्व और विटामिन उच्च मात्रा में होते हैं। जिसके कारण महिलाओं को होने वाली थकावट और कमजोरी को दूर किया जा सकता है। इसलिए तरबूज को अवधि के दौरान खाना लाभकारी होता है।
(और पढ़े – तरबूज खाने के फायदे और नुकसान…)
महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए सूखे फल और बीजों का सेवन फायदेमंद होता है। आप अपने आहार में बहुत से सूखे मेवों और अन्य खाद्य बीजों का उपयोग करते हैं। लेकिन मासिक धर्म के दौरान इनका सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन सूखे नट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड की उच्च मात्रा
होती है। जो मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में सहायक होता है। इसलिए अवधि के दौरान कुछ सूखे नट्स जैसे अखरोट, बादाम, काजू आदि का सेवन फायदेमंद होता है। यदि आप भी मासिक धर्म की समस्याओं से छुटकारा चाहती हैं तो नट्स और बीजों का सेवन किया जा सकता है।(और पढ़े – ड्राई फ्रूट्स के फायदे और नुकसान…)
हरी सब्जियों में फाइबर की उच्च मात्रा होती है। ब्रोकोली भी एक ऐसी ही हरी सब्जी है जिसमें अन्य सब्जियों की अपेक्षा फाइबर अधिक मात्रा में होता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ सूजन को कम करने मे सहायक होते हैं। ब्रोकोली में कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी6, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होते हैं। ये सारे पोषक तत्व पीरियड के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। अध्ययन बताते हैं मासिक धर्म के दौरान ब्रोकोली का सेवन करने वाली महिलाओं में दर्द और ऐंठन में कमी आती है। चूंकि ब्रोकोली में 91 प्रतिशत पानी होता है इसलिए यह पेट की गैस और थकान आदि से छुटकारा दिला सकती है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म चक्र के दौरान गंभीर दर्द या ऐंठन होती है वे ब्रोकोली का सेवन कर लाभ प्राप्त कर सकती हैं।
(और पढ़े – ब्रोकली के फायदे और नुकसान…)
मासिक धर्म की ऐंठन और मूड स्विंग को कम करने के लिए आप चॉकलेट का उपयोग कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है। साथ ही यह शरीर में एंडोर्फिन (endorphins) के उत्पादन को भी उत्तेजित करता है। एंडोर्फिन को खुशी बढ़ाने वाले हार्मोन के रूप में जाना जाता है। यह आपके मन को शांत करने और खुशी को बढ़ाने में मदद करता है। इस तरह से महिलाएं मासिक धर्म की समस्याओं को दूर करने के लिए चॉकलेट का सेवन कर सकती हैं।
(और पढ़े – क्या आप जानते हैं चॉकलेट खाने के फायदे और नुकसान के बारे में…)
जिस तरह से आपका खान पान आपके स्वास्थ्य और मासिक धर्म के लक्षणों के लिए फायदेमंद होते हैं। ठीक उसी तरह से कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिन्हे पीरियड के दौरान खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इन खाद्य पदार्थों का सेवन आपकी परेशानियों को और अधिक बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा कुछ खाद्य पदार्थों का इस दौरान सेवन करने से स्वास्थ्य में भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जैसे कि ये खाद्य पदार्थ आपके रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को भी बढ़ा सकता है। आइए जाने पीरियड के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।
महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान मादक पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में शराब मदद करती है। लेकिन यह अस्थाई आराम दिला सकती है। जबकि शराब का सेवन आपके शरीर को कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की तरफ ले जात सकता है। शराब का सेवन करने से आपकी अवधि अनियमित हो सकती है साथ ही शरीर में एस्ट्रोजेन के स्तर में वृद्धि हो सकती है। एस्ट्रोजेन मासिक धर्म के लक्षणों को और खराब कर सकते हैं। इसलिए महिलाओं को मासिक धर्म की समस्याओं से बचने के लिए शराब या अन्य मादक पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए।
(और पढ़े – शराब पीने के फायदे और नुकसान और शरीर पर इसका प्रभाव…)
पहले से तैयार किये हुए फास्ट फूड, अचार, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ आदि का सेवन में ऐसे घटक होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होते हैं। विशेष रूप से ये खाद्य पदार्थ मासिक धर्म के लक्षणों की स्थिति को खराब कर सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में मौजूद घटक महिलाओं के हार्मोन में हस्तक्षेप कर सकते हैं साथ ही पीएमएस के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। इसलिए महिलाओं को इन खाद्य पदार्थों की अपेक्षा घर का बना भोजन, अधिक मात्रा में सलाद आदि का सेवन करना चाहिए।
(और पढ़े – जानिए जंक फूड (फास्ट फूड) के नुकसान और हानिकारक प्रभावों को…)
अक्सर देखा जाता है कि महिलाएं हल्की भूख को शांत करने के लिए विस्किट और चिप्स आदि का सेवन करती हैं। लेकिन शायद उन्हें यह पता नहीं है कि अधिक तले हुए खाद्य पदार्थ मासिक धर्म की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं। इन तले हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस-वसा या हाइड्रोजनीकृत वनस्पति तेल (trans-fats or hydrogenated) होता है। ये सभी एस्ट्रोजेन के स्तर को बढ़ा सकते हैं और आपके मूड स्विंग को खराब कर सकते हैं। इसलिए महिलाओं को विशेष रूप से मासिक धर्म के समय इस प्रकार के खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बजाए वे भुने हुए खाद्य पदार्थ, गाजर या ककड़ी आदि का सेवन कर सकती हैं।
(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)
उच्च नमक सामग्री वाले खाद्य पदार्थ मासिक धर्म के दौरान नहीं खाना चाहिए। डिब्बाबंद सूप, पहले से तैयार पैक्ड खाद्य पदार्थ, चिप्स आदि में नमक की उच्च मात्रा होती है। साथ ही आपको अपने आहार में नमक की कम मात्रा का सेवन करना चाहिए। मासिक धर्म के लिए जिम्मेदार हार्मोन पहले ही जल प्रतिधारण का कारण बनते हैं। यदि उच्च नमक वाले आहार का सेवन किया जाता है तो यह गैस और पेट की सूजन जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। इसलिए मासिक धर्म के दौरान अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थों के बजाय दही, सादे दाल चावल और सलाद आदि का सेवन किया जाना चाहिए।
(और पढ़े – सेंधा नमक के फायदे गुण लाभ और नुकसान…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…