बचपन से हमें माता-पिता और टीचर पर्सनल हाइजीन (personal hygiene) यानि की स्वच्छता से जुड़ी कुछ आदतों के बारे में सिखाते हैं। रोजाना ब्रश करना, खाना खाने से पहले और बाद में हैंड वॉश, तौलिए का उपयोग करना आदि हेल्दी आदतों के बारे में हमें सिखा दिया जाता है। ये आदतें धीरे-धीरे हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन जाती है और युवा अवस्था के दौरान लोग अपने पर्सनल हाइजीन का और भी अधिक ख्याल रखते हैं। लेकिन पर्सनल हाइजीन से जुड़ी गलती के बारे में लोगों को अक्सर पता नहीं होता है और इन गलतियों को करने से शरीर के गुड बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचता है। इसलिए पर्सनल हाइजीन से जुड़ी गलतियों से बचना बहुत जरूरी है। इस आर्टिकल में हम आपको पर्सनल हाइजीन से जुड़ी कुछ गलतियों के बारे में बताने जा रहें है जिन्हें दोहराना आपको बंद कर देना चाहिए।
पर्सनल हाइजीन का मतलब उन हेल्दी आदतों से जिनका पालन करने से बैक्टीरिया और वायरस संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
किन चीजों को कितना स्वच्छ रखना जरूरी होता है यह बहुत बार लोगों को नहीं पता होता है। इसलिए लोग अनजाने में जानकारी के आभाव में ये गलतियां कर बैठते हैं।
मुंह के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए सिर्फ टूथब्रश करना ही नहीं बल्कि उसका ख्याल रखना भी बेहद जरूरी होता है। ब्रश करने के बाद उसे गीला छोड़ने पर उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं साथ ही अगर उसे ढ़का ना जाए तो छिपकली जैसे जानवर भी ब्रश को बैक्टीरिया संक्रमित बना सकते हैं। इसलिए ब्रश करने से पहले उसे गर्म पानी से धोना चाहिए और करने के बाद उसे सुखा कर कैप लगाकर रखना चाहिए। हर 3 महीने में अपने ब्रश को बदल लेना जरूरी होता है।
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वर्कआउट फिट रहने के लिए जरूरी होता है लेकिन वर्कआउट के दौरान काफी पसीना निकलता है। अगर आप पसीने को शरीर पर ही सूखने देते हैं और स्नान नहीं करते तो इससे आपको बैक्टीरिया इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए पर्सनल हाइजीन से जुड़ी गलती से बचने के लिए वर्कआउट के बाद शॉवर जरुर लें।
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नहाने से शरीर से गंदगी, धूल, पसीना और बैक्टीरिया आदि खत्म हो जाते हैं और शरीर साफ हो जाता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा नहाना हानिकारक होता है। इससे शरीर के गुड बैक्टीरिया भी नष्ट हो जाते हैं और साथ ही त्वचा रुखी, बेजान हो जाती है। इसलिए बहुत ज्यादा नहाने और हाँथ धोने से बचना चाहिए।
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रोजाना घर पर इस्तेमाल किए जाने वाले घर के समान जैसे, रिमोट, की-बोर्ड, स्मार्टफोन, लैपटॉप, शॉवरहैड, गेट के हैंडल आदि को साफ ना करने के कारण भी बैक्टीरीया संक्रमण हो सकता है। आपके घर में आने वाला हर व्यक्ति इन चीजों को छूता है और जरूरी नहीं है कि हर किसी का हाथ साफ हो इसलिए बैक्टीरिया संक्रमण से बचने के लिए इन्हें जरुर साफ करें।
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अक्सर महिलाएं पैड्स और टैम्पोन्स को टॉयलेट में फ्लश कर देती है। लेकिन ऐसा करने से संक्रमण और दुर्गंध फैलने की आशंका रहती है। इसलिए इन्हें टॉयलेट में फ्लश करने की बजाय पेपर में लपेट कर कूडें में डालें और नियमित तौर पर कूड़ेदान को साफ करना चाहिए।
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बहुत से लोग अपनी कंघी, हेयर ब्रश, नेल कटर, तौलिया अदि अपने परिवार के लोगों और दोस्तों आदि से साझा कर लेते हैं। हो सकता कि वे लोग शुद्ध हो लेकिन फिर भी ऐसा करने से बैक्टीरिया आसानी से संचरित होते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए पर्सनल केयर से जुड़ी वस्तुओं को साझा नहीं करना चाहिए।
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अक्सर लोग एंटी-बैक्टीरियल साबुन के उपयोग को प्राथमिकता देते हैं। लेकिन इसमें मौजूद केमिकल्स गुड बैक्टीरिया के लिए अधिक हानिकारक है। इसलिए इसका अधिक उपयोग करने से बचें।
बहुत से लोग रुमाल और टीशू ना होने पर पसीना हाथ से ही पोंछ लेते हैं। ऐसा करने से उनके हाथों पर जर्मस जमा हो जाते हैं और हाथ संक्रमित हो जाते हैं जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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त्वचा को एक्सफॉलिएट करने से बैक्टीरिया और मृत कोशिकाएं साफ होती है लेकिन चेहरे को बहुत से ज्यादा एक्सफोलिएट करने से रोमछिद्र बहुत ज्यादा बड़े हो सकते हैं। साथ ही त्वचा के छिलने और जलने जैसी कई परेशानियां हो सकती है इसलिए ऐसा ना करें।
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मुंह के स्वास्थ्य के लिए फ्लॉस करना भी जरुरी होता है ऐसा ना करने पर खाने के टुकड़े दांतों के बीच फंसे रह जाते हैं जिससे दांतों में संक्रमण और दिल से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती है।
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11 हजार बच्चों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार पाया गया की अत्यधिक साफ वातावरण में एक्जिमा और अस्थमा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। साफ रहें लेकिन अत्यधित स्वच्छ रहना भी हानिकारक होता है।
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