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पेट में दर्द के कारण, जांच, इलाज, दवा और बचाव – Abdominal pain Causes, Symptoms and Treatment in Hindi

पेट दर्द एक आम समस्या है, जो बच्चों के साथ वयस्क और बूढ़ों को भी हो सकती है। लगभग सभी को कभी न कभी पेट में दर्द होता है। आपका पेट दर्द आंतरिक स्थिति की गंभीरता को नहीं दर्शाता है। घातक स्थितियों, जैसे कि कोलन कैंसर या शुरुआती एपेंडिसाइटिस (appendicitis) इत्यादि में भी हल्का और मामूली पेट दर्द हो सकता है। अतः पेट दर्द के अनेक कारण हो सकते हैं कुछ सामान्य होते हैं जिनको कुछ घरेलू उपाय अपनाकर ठीक किया जा सकता है जबकि कुछ कारण ऐसे होते हैं जिनके लिए चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। आज आप इस लेख में पेट में दर्द के स्थान का स्थान जानकर उसके कारण का अनुमान लगा सकते हैं तथा समय रहते डॉक्टर का परामर्श लेकर अपने आपको किसी बड़े खतरे से बचा सकते है।

आज इस लेख में आप पेट में दर्द के कारण, पेट दर्द के प्रकार, लक्षण, जाँच, निदान, दर्द का इलाज और बचाव संबंधी घरेलू उपाय के बारे में जानेगें।

पेट दर्द क्या है – What is Abdominal pain in Hindi

पेट में दर्द छाती और श्रोणि क्षेत्रों (pelvic regions) के बीच होने वाला दर्द है। अलग-अलग व्यक्तियों को पेट में दर्द अलग-अलग तरीके से जैसे- ऐंठन के रूप में, लगातार दर्द, सुस्त (dull) दर्द, रुक-रुक कर या तीव्र दर्द हो सकता है। इसे stomach ache भी कहते हैं।

व्यक्तियों में पेट के अंगों को प्रभावित करने वाली सूजन या बीमारियां मुख्य रूप से पेट दर्द का कारण बन सकती हैं। पेट में स्थित प्रमुख अंगों में शामिल हैं:

सामान्यतः पेट (stomach) और आंतों को प्रभावित करने वाले वायरल, बैक्टीरियल या परजीवी संक्रमण भी पेट में दर्द का कारण बन सकते हैं।

(और पढ़ें: पेट में मरोड़ और दस्त के कारण और घरेलू उपाय…)

पेट में दर्द का कारण – Abdominal pain causes in Hindi

पेट में दर्द की समस्या का कारण बनने वाली अनेक स्थितियां हैं। हालांकि मुख्य रूप से पेट में संक्रमण, असामान्य वृद्धि, सूजन, रुकावट (blockage) और आंतों के विकार (intestinal disorders) व्यक्तियों में पेट दर्द का सामान्य कारण होते हैं।

मासिक धर्म से जुड़ी ऐंठन भी पेट के निचले हिस्से में दर्द का एक संभावित कारण बन सकती है, लेकिन मासिक धर्म के दौरान आमतौर पर पैल्विक दर्द (pelvic pain) होता है।

(और पढ़ें: पेट में इन्फेक्शन के लक्षण, कारण, इलाज और बचाव..)

पेट में दर्द के सामान्य कारण – Common causes of abdominal pain in Hindi

पेट दर्द के अन्य सामान्य कारणों में शामिल हैं:

  • कब्ज (constipation)
  • दस्त
  • गैस्ट्रोएन्टराइटिस (gastroenteritis) या पेट फ्लू (stomach flu)
  • एसिड रिफ्लक्स (acid reflux)
  • उल्टी
  • हार्टबर्न (Heartburn)
  • मांसपेशियों में तनाव
  • गंभीर मासिक धर्म के दौरान ऐंठन, इत्यादि।

क्रोनिक पेट दर्द का कारण – Chronic abdominal pain causes in Hindi

पुराने पेट दर्द का कारण बनने वाले कारकों में पाचन तंत्र को प्रभावित करने वाले रोगों को शामिल किया जाता है, जो कि निम्न हैं:

गंभीर पेट में दर्द का कारण – Severe abdominal pain causes in Hindi

गंभीर रूप से पेट में दर्द उत्पन्न करने वाले कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:

पेट दर्द के प्रकार – Types of stomach pain in Hindi

पेट दर्द को स्थानीयकृत (localized), ऐंठन के सामान या कोलिक (colicky) के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।

स्थानीयकृत दर्द (localized pain) – स्थानीयकृत दर्द, पेट के एक विशिष्ट क्षेत्र तक ही सीमित रहता है। किसी विशेष अंग में उत्पन्न समस्या अक्सर इस प्रकार के दर्द का कारण बनती है। स्थानीयकृत दर्द का सबसे आम कारण पेट के अल्सर (stomach ulcers) हैं।

ऐंठन जैसा दर्द (Cramp-like pain) – ऐंठन के सामान दर्द उत्पन्न होने का कारण दस्त, कब्ज, सूजन या पेट फूलने की समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं में इस प्रकार का पेट दर्द मासिक धर्म (menstruation), गर्भपात (miscarriage) या प्रजनन संबंधी जटिलताओं से जुड़ा हो सकता है। इस प्रकार का पेट दर्द इलाज के बिना अपने आप दूर हो सकता है।

कोलिक दर्द (colicky pain) – गैस या आंतों में रुकावट के कारण पेट में गंभीर दर्द का अनुभव होना इस प्रकार के पेट दर्द की विशेषता है। कोलिक दर्द अधिक गंभीर स्थितियों का लक्षण है, जिसमें पित्त की पथरी या गुर्दे की पथरी शामिल हैं। यह दर्द अचानक शुरू होता है और मांसपेशियों में तेज ऐंठन जैसा महसूस हो सकता है।

(और पढ़ें: पेट में गर्मी होने के क्या कारण है, लक्षण और उपाय..)

पेट के भीतर दर्द का स्थान और कारण – Location of pain within abdomen in Hindi

पेट के भीतर दर्द का स्थान जानकर इस दर्द के कारण का अनुमान लगाया जा सकता है। पेट दर्द का विशेष स्थान और उसके द्वारा दिये जाने वाले संकेत के बारे में नीचे बताया गया है:

एक विशिष्ट क्षेत्र में न होकर पूरे पेट में होने वाला दर्द निम्न समस्याओं की ओर संकेत करता है, जैसे:

यदि दर्द निचले पेट (lower abdomen) में होता है, वह निम्न समस्याओं की ओर संकेत कर सकता है, जैसे:

महिलाओं में निचले पेट (lower abdomen) में दर्द अर्थात प्रजनन अंगों में दर्द निम्न स्थितियों के कारण उत्पन्न हो सकता है, जैसे:

यदि आप पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द (Upper abdominal pain) महसूस करते हैं तो यह निम्न समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे:

पेट के मध्य भाग में दर्द (center abdomen pain) होने के निम्न कारण हो सकते हैं जिनमें शामिल हैं:

  • एपेंडिसाइटिस (appendicitis)
  • आंत्रशोथ (gastroenteritis)
  • चोट (injury)
  • यूरीमिया (uremia) या रक्त में अपशिष्ट पदार्थों का निर्माण

यदि आप निचले बाएं पेट में दर्द (Lower left abdominal pain) महसूस करते हैं तो यह निम्न समस्याओं का लक्षण हो सकता है:

ऊपरी बाएँ पेट में दर्द (Upper left abdominal pain) कभी-कभी निम्न कारणों से उत्पन्न हो सकता है:

  • प्लीहा वृद्धि (enlarged spleen)
  • किडनी इन्फेक्शन (kidney infection)
  • हार्ट अटैक (heart attack)
  • कैंसर
  • फेकल इंपेक्शन (fecal impaction) या मलाशय या निचले बृहदान्त्र में फंसा कठोर मल।

निचले दाहिने पेट में दर्द (lower right abdominal pain) का कारण बनने वाली समस्याओं में निम्न को शामिल  किया जा सकता है, जैसे:

  • एपेंडिसाइटिस (appendicitis)
  • किडनी इन्फेक्शन (kidney infection)
  • कैंसर
  • हर्निया (hernia)
  • फ्लू (flu)

ऊपरी दाहिने पेट में दर्द (Upper right abdominal pain) होना आपको निम्न समस्याओं का संकेत दे सकता है, जैसे:

  • हेपेटाइटिस (hepatitis)
  • चोट (injury)
  • निमोनिया (pneumonia)
  • एपेंडिसाइटिस (appendicitis)

डॉक्टर को कब दिखाना है – When to see the doctor for abdominal pain in Hindi

तुरंत चिकित्सा को दिखाएं यदि आप निम्न लक्षणों का अनुभव करते हैं:

  • पेशाब करते समय जलन होना या बार-बार पेशाब जाना।
  • पेट में दर्द के साथ साथ छाती, गर्दन या कंधे में दर्द होना।
  • लंबे समय भूख में खाराबी बनी रहना।
  • मल त्याग करने में असमर्थ।
  • सांस लेने में दिक्कत होना।
  • 24 से 48 घंटों में यदि पेट दर्द ठीक नहीं होता है, या फिर और अधिक गंभीर होता जाता है।
  • पेट की परेशानी जो 1 सप्ताह या उससे अधिक समय तक बनी रहती है।
  • यदि पेट में सूजन 2 दिनों से अधिक समय तक बनी रहती है।
  • यदि 5 दिनों से अधिक समय तक दस्त लगते हैं।
  • पेट में दर्द के साथ यदि वयस्कों को 100°F (37.7°C) से अधिक या बच्चों को 100.4°F (38°C) से अधिक बुखार रहता है।

(और पढ़ें: पेट में सूजन के घरेलू उपाय…)

पेट में दर्द की जाँच – Abdominal pain Tests in Hindi

एक से अधिक परीक्षणों का उपयोग कर डॉक्टर पेट में दर्द के कारणों का निदान कर सकता है। परीक्षण का आदेश देने से पहले, डॉक्टर एक शारीरिक परीक्षण कर सकता है जिसमें पेट को दबाकर कोमलता और सूजन की जांच की जाती है। पेट में दर्द के कारणों का निदान करने के लिए निम्न परीक्षणों की मदद ली जा सकती है, जैसे:

  • संक्रमण की जानकारी के लिए रक्त परीक्षण (Blood test), मूत्र परीक्षण (urine test) और मल परीक्षण (stool test)
  • पेट का एक्स-रे (X-rays)
  • ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) या हार्ट ट्रेसिंग (heart tracing)
  • सीटी स्कैन
  • कोलोनोस्कोपी (Colonoscopy) या सिग्मोइडोस्कोपी (sigmoidoscopy)
  • पेट का अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
  • ऊपरी एंडोस्कोपी (Upper endoscopy)
  • बेरियम एनीमा (Barium enema)
  • ऊपरी जीआई Upper GI (gastrointestinal) – यह एक विशेष प्रकार का एक्स-रे परीक्षण है जो पेट में वृद्धि, अल्सर, सूजन, रुकावट और अन्य असामान्यताओं की उपस्थिति की जांच कर सकता है।

पेट में दर्द का इलाज – Abdominal pain treatment in Hindi

यदि व्यक्तियों को 24 घंटे से ज्यादा पेट दर्द होता रहता है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर पेट दर्द के कारणों का निदान करने के लिए टेस्ट करेगा और इसके कारणों का पता लगाकर उचित उपचार प्रक्रिया को अपनायेंगा। चूँकि पेट दर्द होने के अनेक कारण हो सकते हैं, अतः इलाज प्रक्रिया इसके कारणों पर निर्भर करेगी। सामान्य पेट दर्द की स्थिति में ओवर द काउंटर (over-the-counter) या एंटासिड (antacids) की सिफारिश की जा सकती है।

(और पढ़ें: पेट साफ करने वाले फल..)

पेट में दर्द से बचाव के उपाय – Abdominal pain prevention in Hindi

सभी प्रकार के पेट दर्द की रोकथाम नहीं की जा सकती है, लेकिन अधिकांश स्थितियों में हल्का पेट दर्द होने पर इसको कम करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैं:

(और पढ़ें: पेट दर्द के घरेलू उपाय और नुस्खे…)

पेट में दर्द के कारण, जांच, इलाज, दवा और बचाव (Abdominal pain Causes and Treatment in Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।

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