Pet Me Sujan Ke Gharelu Upay: पाचन संबंधी समस्याओं में पेट की सूजन सबसे प्रमुख है। क्या आप भी पेट में सूजन के घरेलू उपाय जानना चाहते हैं। पेट में सूजन होना एक आम समस्या है जो पेट के इंफेक्शन के कारण होती है। लेकिन आप पेट की सूजन कम करने के उपाय अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। पेट में आंत की सूजन यहां मौजूद बैक्टीरिया और विषाणुओं की मौजूदगी के कारण होते हैं। लेकिन आप इस प्रकार के बैक्टीरियल प्रभाव को कम करने में और आंत में सूजन का आयुर्वेदिक इलाज भी कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल में आप पेट की सूजन और इंफेक्शन दूर करने के उपाय संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
हमारे पेट में होने वाली सूजन मुख्य रूप से पेट की आंतरिक परत की सूजन होती है। पेट के आंतरिक हिस्से में सूजन होना पेट के अल्सर की संभावना को बढ़ा देता है। हमारे पेट की आंतरिक झिल्ली पेट के एसिड और पाचन के लिए विभिन्न एंजाइमों का उत्पादन करती है। लेकिन पेट में सूजन होने के दौरान यह इन रसायनों का उत्पादन कम कर देती है जिससे पेट संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। (1)
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गैस बनना या पेट फूलना भी पेट की सूजन से ही संबंधित है। गैस्ट्राइटिस (Gastritis) मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं।
तीव्र जठरशोथ (Acute Gastritis) – पेट में इस प्रकार की सूजन अचानक शुरु होती है और कुछ समय के बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है।
क्रोनिक गैस्ट्राइटिस (Chronic Gastritis) – यह परेशानी तब होती है जब पेट की सूजन का समय पर इलाज नहीं किया जाता है। धीरे-धीरे यह समस्या स्थाई रूप लेने लगती है जो कई वर्षों तक चल सकती है। (2)
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पेट की सूजन और दर्द का प्रमुख कारण पेट के आंतरिक अस्तर का क्षतिग्रस्त होना हो सकता है। इसके अलावा पेट में इंफैक्शन और सूजन के अन्य कारण इस प्रकार हैं :
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सूजा हुआ पेट आपके लिए कई प्रकार की बीमारियों का कारण हो सकता है। हालांकि पेट की सूजन के लक्षण सामान्य होते हैं जिन्हें आप अनुभव कर सकते हैं। पेट में होने वाली सूजन के प्रमुख लक्षण में पेट की जलन और गंभीर दर्द हो सकता है। इस प्रकार के संकेत पेट की अंदरूनी परत में छेद के संकेत हो सकते हैं। सूजे हुए पेट के अन्य लक्षण इस प्रकार हैं।
इनमें से अंतिम 2 लक्षण बहुत ही गंभीर होते हैं। जिनका तुरंत ही इलाज किया जाना चाहिए। यदि आपको भी पेट की सूजन संबंधी इस प्रकार के लक्षण मिलते हैं तो इसे सामान्य न समझें तुरंत ही डॉक्टरी चिकित्सा लें। हालांकि पेट की सूजन के घरेलू उपाय भी होते हैं। इन उपायों का इस्तेमाल कर आप पेट के इंफैक्शन और सूजन का इलाज घर पर ही कर सकते हैं। (4)
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आप अपने दैनिक जीवन में उपयोग किये जाने वाले बहुत से खाद्य पदार्थों, जड़ी बूटियों और औषधीयों का उपयोग कर सकते हैं। पेट की सूजन दूर करने के घरेलू उपाय में उपयोग किये जाने वाले खाद्य पदार्थ पेट की सूजन के लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं। आइए विस्तार से जाने आंत की सूजन का आयुर्वेदिक इलाज क्या है।
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एप्पल साइडर विनेगर पेट में एसिड के अतिरिक्त उत्पादन को कम करता है। साथ ही यह इंसुलिन के उत्पादन को भी बढ़ाता है। पेट की सूजन दूर करने के उपाय में इसका सेवन करने से यह सूक्ष्मजीवों को भी मारता है। ये सूक्ष्म जीव पेट की आंतरकि सतह को नुकसान पहुंचाते हैं। आप सेब के सिरका में थोड़ा शहद मिलाकर सेवन करें।
पेट की सूजन कम करने के लिए आपको 1 बड़ा चम्मच सेब का सिरका, 1 चम्मच शहद और 1 गिलास पानी की आवश्यकता होती है। आप इन सभी को आपस में अच्छी तरह से मिलाएं और दिन में 1 या दो बार सेवन करें। इस मिश्रण का उपयोग कर आप बड़ी आंत की सूजन से भी छुटकारा पा सकते हैं। (5)
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एलोवेरा की पत्तियों से निकाला गया जूस पेट की सूजन का इलाज करने में सहायक होता है। एलोवेरा के औषधीय गुण पेट को सुखद अनुभव कराता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पेट की सूजन को रोकने और पेट के अंदरूनी अस्तर की क्षति को रोकने में सहायक होते हैं। इसके अलावा एलोवेरा एक एंटीसेप्टिक होने के कारण पेट में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को भी नष्ट करता है। पेट की सूजन और इंफैक्शन दूर करने के लिए आपको चाहिए 2 चम्मच ताजा एलोवेरा पत्तियों का जूस और 1 गिलास पानी। आप इन दोनों के मिश्रण का सेवन कर पेट के इंफैक्शन का प्राकृतिक इलाज कर सकते हैं। (6)
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पेट से संबंधित सूजन का इलाज करने के लिए आप बेकिंग सोड़ा का इस्तेमाल कर सकते हैं। बेकिंग सोड़ा पेट की जलन को शांत करने का सबसे अच्छा उपाय है। क्योंकि बेकिंग सोड़ा एक एंटासिड के रूप में कार्य करता है और पेट के एसिड की उच्च मात्रा को नियंत्रित करता है। पेट फूलने का इलाज करने क लिए आपको 1 चम्मच बेकिंग सोड़ा और 1 गिलास पानी की जरूरत होती है।
आप पानी में बेकिंग सोड़ा को अच्छी तरह से मिलाएं और दिन में 1 से दो बार इस मिश्रण का सेवन करें। (7)
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जिन लोगों को पेट में जलन या सूजन की समस्या होती है वे नारियल पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। नारियल पानी में मौजूद औषधीय गुण पेट के अस्तर को आराम दिलाने में सहायक होते हैं। आप पेट फूलने संबंधी समस्याओं का इलाज करने के लिए भोजन के बीच में 1 गिलास नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। उचित लाभ प्राप्त करने के लिए आप दिन में 3-4 गिलास नारियल पानी का सेवन करें। (8)
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रोजमैरी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफलामेटरी की उच्च मात्रा होती है। इस कारण रोजमैरी का इस्तेमाल पेट के अल्सर और पेट की सूजन को ठीक कर सकता है। आप भी पेट की सूजन संबंधी लक्षणों को दूर करने के लिए रोजमैरी का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको 1 चम्मच रोजमैरी के पत्ते और 1 कप गर्म पानी की आवश्यकता होती है। आप रोजमैरी के पत्तों को कुछ देर तक गर्म पानी में डुबो कर रखें और एक काढ़ा बनाएं। इस काढ़े का सेवन आपको पेट की सूजन से राहत दिला सकता है। (9)
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आलू के जूस में क्षारीय गुण होते हैं जो पेट में मौजूद अत्याधिक एसिड के साथ प्रतिक्रिया करते हैं। जिससे पेट की अंदरूनी परत की सूजन को कम करने में मदद मिलती है। आलू के जूस का उपयोग करने के लिए आपको 2 से 3 कच्चे आलू और गरम पानी चाहिए। आप आलू का छिलका अलग करके इसे अच्छी तरह से पीस लें। अब इस मिश्रण को पानी में डालें और अच्छी तरह से निचोड़ कर आलू को अलग कर लें। अब आप इस आलू के जूस का सेवन भोजन से आधा घंटा पहले करें। आप आलू के जूस को दिन में 1 से 2 बार सेवन कर सकते हैं। (10)
आयुर्वेद में मुलैठी का उपयोग विशेष जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है। इस जड़ी बूटी का उपयोग पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और पेट की अंदरूनी सतह की सूजन को कम करने में प्रभावी होती है। मुलैठी में बहुत अधिक श्लेष्म होता है जो अन्नप्रणाली को नरम और फिसलनयुक्त बनाता है। जिससे आपको भोजन निगलने में आसानी होती है। पेट की सूजन को दूर करने के उपाय के लिए आपको 1 चम्मच मुलैठी पाउडर और 1 गिलास गर्म पानी की आवश्यकता होती है। आप गर्म पानी में मुलैठी पाउडर को मिलाएं और 10 से 15 मिनिट के लिए छोड़ दें। इसके बाद इस मिश्रण ठंडा होने के बाद छान लें और इसका सेवन करें। यह पेट की आंतरिक सूजन को कम करने में सहायक होता है। (11)
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हल्दी में करक्यूमिन नामक एक घटक होता है। इस घटक में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी, जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण होते हैं। इन गुणों की मौजूदगी के कारण हल्दी पेट की सूजन संबंधी लक्षणों को प्रभावी रूप से कम कर सकती है। पेट में इंफैक्शन और सूजन को दूर करने के लिए आपको 1 चम्मच हल्दी पाउडर, 1 गिलास पानी, थोड़ा दही या केला चाहिए। आप इन सभी घटकों को आपस में मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। पेट की सूजन दूर करने के उपाय में आप इस मिश्रण का सेवन दिन में 2 बार कर सकते हैं। (12)
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अनानास में ब्रोमेलैन जैसे पाचक एंजाइम की अच्छी मात्रा होती है। ये एंजाइम पेट की परत में जलन जलन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। यदि आप गैस्ट्राइटिस से ग्रसित हैं तो इस फल का सेवन करें। क्योंकि अनानास प्रकृति में क्षारीय होता है और पेट में बढ़े हुए एसिड की अतिरिक्त मात्रा को कम कर सकता है। पेट की सूजन को दूर करने के लिए आपको नियमित रूप से प्रतिदिन 1 कप पके हुए अनानास का सेवन करना चाहिए। (13)
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दलिया में फाइबर और खनिज पदार्थों की उच्च मात्रा होती है। जिसके कारण यह पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने का सबसे अच्छा उपाय है। इसके अलावा यह पेट के आंतरिक अस्तर की सूजन और संक्रमण को भी दूर करने में मदद करता है। पेट की सूजन का प्राकृतिक उपचार करने के लिए आपको आधा कप दलिया, 1 कप दूध या पानी की आवश्यकता होती है। आप पानी या दूध के साथ दलिया को पकाएं और इसका सेवन करें। इसके अलावा आप अपने आहार में केला, नाशपाती और सेब जैसे कुछ गैर-अम्लीय फलों को भी शामिल कर सकते हैं। (14)
जीरा एक औषधीय मसाला है जो कुछ समस्याओं में जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जीरा में जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण यह पेट की सूजन संबंधी लक्षणों को प्रभावी रूप से दूर कर सकता है। पेट की गैस और पेट की जलन का उपचार करने के लिए आपको 1 बड़ा चम्मच जीरा और 1 गिलास पानी की आवश्यकता होती है। आप 1 चम्मच जीरा को अच्छी तरह से भून लें और फिर इसका पाउडर तैयार करें। इस पाउडर को पानी के साथ मिलाकर भोजन के बाद या भोजन के पहले दिन में 2 से 3 बार पिएं। (15, 16)
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पेट से संबंधित सूजन का घरेलू उपचार करने के लिए आप शहद का प्रयोग भी कर सकते हैं। शहद पेट में हानिकारक बैक्टीरिया को प्रभावी ढंग से नष्ट कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि शहद प्रकृति में जीवाणुनाशक होता है। इसके अलावा शहद में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं जो पेट के आंतरिक अस्तर की सूजन का उपचार कर सकते हैं। पेट की सूजन का इलाज करने के लिए आपको 2 बड़े चम्मच शहद और 1 गिलास गर्म पानी चाहिए। आप पानी में शहद को अच्छी तरह से मिलाएं और नियमित रूप से प्रतिदिन खाली पेट इस मिश्रण का सेवन करें। यह आपको पेट की सूजन संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे सरल उपाय है। (17)
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प्राकृतिक प्रोबायोटिक (probiotic) का सबसे अच्छा स्रोत दही को माना जाता है। प्रोबायोटिक पेट के अल्सर की उपचार प्रक्रिया को गति दिलाते हैं। इसके अलावा यह एच.प्लोरी (H.pylori) बैक्टीरिया के विकास को रोकने में भी असरदार होते हैं। यह बैक्टीरिया पेट की आंतरिक सतह को नुकसान पहुंचाने और पेट की सूजन को बढ़ाने वाले कारणों में से एक है। पेट की सूजन से छुटकारा पाने के लिए आप अपने भोजन या नाश्ते के साथ ताजे दही को शामिल कर सकते हैं। (18)
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अदरक एक बहुमूल्य जड़ी बूटी है जिसे मसाले के रूप में भी उपयोग किया जाता है। जिन लोगों को पेट की सूजन या पेट फूलने की समस्या है उनके लिए अदरक एक आयुर्वेदिक दवा से कम नहीं है। अदरक में जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जो हेलिकोबैक्टर पाइलोर (Helicobacter pylori) बैक्टीरिया के कारण होने वाली पेट की सूजन को कम करते हैं। पेट में सूजन संबंधी समस्याओं का उपचार करने के लिए आपको ताजे अदरक का 1 इंच लंबा टुकड़ा और 1 कप पानी की आवश्यकता होती है। अदरक के टुकड़े को कुचल लें और फिर इसे 1 कप पानी में कुछ देर के लिए छोड़ दें। इसके अलावा आप अदरक पाउडर, सेंधा नमक और हींग को 1 कप गर्म पानी में मिलाकर भी एक घोल तैयार कर सकते हैं। यह आपको पेट की सूजन और अन्य समस्याओं से तुरंत ही राहत दिला सकता है। (19)
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आप अपने पेट को स्वस्थ रखने और पेट की जलन से छुटकारा पाने ग्रीन टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है। जिसके कारण यह पेट के आंतरिक अस्तर को सुरक्षात्मक प्रभाव डालते हैं। आप पेट की सूजन के घरेलू उपाय में ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आपको 1 चम्मच ग्रीन टी, 1 चम्मच शहद और 1 कप गर्म पानी चाहिए। आप कुछ देर के लिए ग्रीन टी को गर्म पानी में छोड़ दें और फिर इसे छानकर अलग कर लें। इसके बाद आप अपने स्वादानुसार इसमें शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। यह कुछ ही देर में पेट की गैस, पेट की सूजन और अन्य पेट संबंधी समस्याओं का इलाज कर सकता है। (20)
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