Pet saaf karne ke gharelu upay in Hindi पेट साफ ना रहना या खराब होना आज एक आम समस्या बनती जा रही है जो बहुत ही गंभीर हो सकती है। ये समस्याएं अवांछित खाद्य पदार्थों के कारण भी हो सकती हैं। जिसे हम पेट साफ करने के घरेलू उपचार द्वारा ठीक कर सकते हैं। अधिकांश खाद्य पदार्थ जो आज हम खाते हैं वे Additives, Preservatives (खाद्य पदार्थों या अन्य चीजों को लंबे समय तक सुरक्षित बनाने के लिए जोड़े जाने वाले पदार्थ), और अन्य रसायनों से भरे हुए हैं जो कोलन में श्लेष्म (mucus) का निर्माण कर सकते हैं जिससे हमारे शरीर में जहरीला पदार्थ पैदा होता है। इसलिए हमे पेट की सफाई करना आवश्यक हो जाता है।
यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं और पाचन समस्या (digestion problem), मुंहासे से छुटकारा पाने का प्रयास कर रहे हैं तो एक प्राकृतिक रूप से पेट की साफ-सफाई ही एक मात्र उपचार है जो आपको जरूर करना चाहिए। पेट की सफाई (Colon cleanse) एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके शरीर को डिटोक्सिफाई करने में मदद करती है और आपके पाचन स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके जीवन की समग्र गुणवत्ता (Overall quality) पर अच्छा प्रभाव डालती है।
हालांकि पेट की सफाई की मदद से आप आसानी से हानिकारक विषाक्त (harmful toxins) पदार्थों से छुटकारा पा सकते हैं और आंतों के स्वस्थ्य बैक्टीरिया को बढ़ावा दे सकते हैं। यह आपकी ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करेगा और शरीर के विटामिन और पोषक तत्वों के अवशोषण (absorption) में सुधार करेगा। पेट की सफाई सफाई के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं लेकिन कई लोगों के लिए सबसे अच्छे विकल्प, प्राकृतिक घरेलू उपचार होते हैं।
विषय सूची
1. पेट ख़राब होने के क्या कारण हैं – Causes of Toxic colon in Hindi
2. पेट की सफाई क्यों आवश्यक है – Why is Colon Cleansing Necessary in Hindi
3. विषाक्त पेट (पेट खराब होने ) के लक्षण – Symptoms of toxic Stomach in Hindi
4. पेट की सफाई के लाभ – Benefits of Colon Cleansing in Hindi
5. पेट साफ करने के घरेलू नुस्खे – Pet saaf karne ke gharelu Nuskhe in Hindi
जब पेट कम सक्रीय हो जाता है तो यह पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को दूर करने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। पेट की गतिविधि को कमजोर करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं :
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प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए पेट की सफाई बहुत ही आवश्यक है यह वजन कम करने और मानसिक क्षमता में सुधार करने भी मदद करता है, इससे कोलन कैंसर (Colon cleanse) का खतरा कम हो जाता है।
कोलन के अनुचित कामकाज (improper functioning) से इसकी दीवारों के साथ अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों का संपर्क हो सकता है। जिसके कारण बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि कब्ज, सिर दर्द, जोड़ों में दर्द (joint pain), वजन बढ़ना, उल्टी, कम ऊर्जा का स्तर, थकान, दस्त, अपच, द्रष्टि की समस्या, त्वचा एलर्जी और तनाव आदि। यदि लंबे समय तक इसका उपचार नहीं किया जाता है तो इसके परिणाम स्वरूप पित्ताशय की थैली, अस्थमा, हृदय की समस्याएं, गुर्दे और यकृत रोग जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं। इन हानिकारक और विषाक्त पदार्थों को दूर हटाने की प्रक्रिया है पेट की सफाई।
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जब पेट आपके शरीर में विषाक्तता को बरकरार रखता है तो इससे विभिन्न लक्षण देखने को मिलते हैं जो कि इस प्रकार हैं :
यदि विषाक्त पेट की उचित सफाई नहीं की जाती है तो इससे त्वचा एलर्जी, पित्त मूत्राशय के पत्थर (gall bladder stone) हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। नियमित आंत्र आंदोलन कुछ हद तक अशिष्ट के जमाव को रोकते हैं। कुछ लोगों अपशिष्ट को पूरी तरह से हटा नहीं पाते हैं इसलिए विभिन्न विधियों का उपयोग करके पेट की व्यापक सफाई की आवश्यकता होती है।
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माना जाता है कि एक प्राकृतिक रूप से स्वच्छ पेट आपके शरीर से अवांछित पदार्थों को हटाने में मदद करता है। लंबे समय तक ऐसे पदार्थ जहरीले हो सकते हैं और आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इससे बहुत से लाभ होते है जैसे कि :
आइये जानते है पेट की सफाई के घरेलू नुस्खे क्या हैं।
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प्राकिर्तिक तरीके से पेट की सफाई के लिए यहां कुछ घरेलू उपाय दिए गए हैं। पेट की सफाई की कोई भी विधि का उपयोग करने से पहले सावधानी के लिए आप अपने डाक्टर से जरूर संपर्क करें विशेष रूप से वे लोग जो किसी भी प्रकार की दवा का सेवन कर रहें हैं।
एलोवेरा डिटॉक्सिफिकेसन गुणों से भरपूर होता है, जो पेट को साफ करने के लिए प्रभावी रूप से काम करता है। एलोवेरा न सिर्फ पेट की सफाई बल्कि त्वचा की समस्याओं, कब्ज, दस्त और सिर दर्द के इलाज के लिए भी उपयोगी होता है।
यह आपके पेट को साफ करने और आपको अन्य समस्याओं से दूर रखने में मदद करेगा।
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त्रिफला तीन फलों को मिलाकर बनाया जाता है। यह विटामिन सी, बायोफालावोनॉयड और फास्फोलिपिड्स में समृद्ध होते हैं। इसमें लक्सेटिव होते हैं जो विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं और आंत्र आंदोलन को बढ़ावा देते हैं।
आयुर्वेदिक दुकानों में त्रिफला आसानी से उपलब्ध है। इस समस्या से राहत पाने के लिए त्रिफला चूर्ण (Triphala powder) को नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
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नींबू में एंटीआक्सीडेंट (antioxidant) गुण होते हैं और इसकी उच्च विटामिन सी सामग्री पाचन तंत्र के लिए अच्छी होती है। इसलिए पेट की सफाई के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके लिए आपको बस इतना करना है कि एक गिलास पानी में एक नींबू का रस, एक चुटकी समुद्री नमक और थोड़ा सा शहद मिलाना है। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट पीएं। यह आपको अधिक ऊर्जा, बेहतर आंत्र आंदोलन (bowel movement) मल त्यागने में सुविधा और त्वचा को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
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सेब के जूस (apple juice) का उपयोग करके भी आप अपने पेट की सफाई कर सकते हैं, इसके लिए आप सेब के जूस में ताजा नींबू के 2 चम्मच रस को मिलाएं। इस नींबू युक्त सेब के जूस को दिन में लगभग दो से तीन बार सेवन करें। यह आंत्र मे श्लेष्म को पतला करने में आपकी मदद करेगा। कुछ दिनों के लिए इन घरेलू उपचारों (home remedies) में से किसी एक का पालन करें यह आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
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लाल मिर्च और नींबू पेट में श्लेष्म (mucus) को तोड़ने और अपशिष्ट पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है।
एक गिलास पानी में आधा चम्मच मिर्च पाउडर और ताजा नींबू का रस मिलाएं और इसका सेवन करें। यदि मिर्च के कारण आपके पेट में जलन (burning sensation) हो रही हो तो हर 15 मिनिट में एक चम्मच शहद का सेवन करें जब तक की पेट की जलन शांत ना हो जाए।
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इसबगोल बिना कोई दुष्प्रभाव के आपके पेट को साफ करने के लिए बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी है। इसबगोल आपके कोलन से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को अवशोषित करता है और इसे आपके शरीर से बाहर निकाल देता है।
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समुद्री नमक पेट की सफाई के लिए एक बहुत ही प्रभावी उपाय है। यह आंत्र आंदोलन (bowel movement) में सुधार करता है और पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थ, बैक्टीरिया और परजीवी को भी हटाने में मदद करता है।
एक गिलास पानी को उबालते समय इसमें एक चुटकी समुद्री नमक मिलाएं। इसे ठंडा करने के बाद इस गुनगुने पानी का सेवन करें। इस पानी को पीने के बाद जमीन पर लेट जाएं और अपने पेट नीचे की तरफ मालिश करें। यह पेट से अपशिष्ट पदार्थों (toxins) को हटाने में मदद करेगा।
अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए आपको पूरे दिन पानी की आवश्यकता होगी क्योंकि आप दिन में कई वार मल त्यागने की आवश्यकता महसूस कर सकते हैं। इस दौरान भारी भोजन नहीं करना चाहिए। दिल की बीमारियों और रक्तचाप (blood pressure) से पीड़ित लोगों के लिए इसकी सलाह नहीं दी जाती है।
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अदरक सूजन को कम करने में मदद करता है और पेट की कार्य क्षमता को बढ़ाता है। यह पेट को अपशिष्ट और विषाक्तता से दूर रखने में हमारी मदद करता है।
यदि आपको पेट की समस्या है तो एक चम्मच अदरक का रस लें और इसमें पानी और शहद को मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में 2-3 बार पीएं। इस मिश्रण का उपयोग तब तक करना चाहिए जब तक की आपकी पेट की समस्या हल ना हो जाए। अदरक आपको और भी बहुत से स्वास्थ्य लाभ दिलाने में मदद करता है।
चाय में अदरक का उपयोग करके भी आप अपने पेट की सफाई कर सकते हैं। अदरक को कैंडी, मसल कर या रस (mashed or juice) निकाल कर उपयोग किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसके उपयोग से बचना चाहिए।
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आहार फाइबर की अच्छी मात्रा वाले खाद्य (fiber-rich food) पदार्थ भी पेट की सफाई में मदद करते हैं। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करते हैं। यह मल त्यागने में सुधार करता है और सभी आंतों की समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है।
ताजा फल और ताजा हरी सब्जियों जैसे, नाशपाती, सेब, आटिचोक, मटर, ब्रोकली आदि आपके दैनिक आहार मे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है। अनाज, नट, साबुत अनाज, सेम और बीज में भी फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं।
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