Pigmentation in Hindi जानें पिगमेंटेशन के लिए घरेलू उपाय और पिगमेंटेशन (झाइयां) से जुड़ी सभी जरूरी बातों को। पिगमेंटेशन एक ऐसी समस्या है जिसे हर महिला को अपने जीवन में कभी ना कभी जरूर अनुभव करना पड़ता है। हर कोई चाहता है कि उनकी त्वचा बेदाग और खूबसूरत हो, लेकिन ऐसा होता नहीं है। बल्कि आज लोगों को पिगमेंटेशन की समस्या को फेस करना पड़ रहा है। पिगमेंटेशन एक ऐसी समस्या है जिसका सामना कभी न कभी महिलाओं को करना ही पड़ता है।
पिगमेंटेशन के कारण त्वचा असमान और भद्दी दिखती है। हालांकि महिलाएं असमान स्किन टोन को कवर करने के लिए बाजार में मौजूद कलर करेक्टर, कंसीलर, फाउंडेशन और बीबी क्रीम का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन आप भी इन चीजों को चुनें उससे पहले हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आजमाकर आप काले दाग धब्बे वाली त्वचा से छुटकारा पा सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार पिगमेंटेशन महिलाओं में होने वाली आम समस्या है, जिससे ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन फिर भी पिगमेंटेशन उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेल्फ एस्टीम के लिए हानिकारक है। यह एक ऐसी स्थिति है जब त्वचा की रंगत असमान दिखने लगती है। त्वचा पर काले दाग धब्बे या पैचेस आपकी खूबसूरती को खराब करते हैं। पिगमेंटेशन (झाइयां) कई कारणों से हो सकता है, लेकिन इसका मुख्य कारण ज्यादा देर तक धूप के संपर्क में आना है और कई बार एलर्जी की वजह से भी ऐसा हो जाता है। अगर आप भी पिगमेंटेशन की समस्या से जूझ रही हैं तो हम आपके लिए आपकी इस समस्या का समाधान लेकर आए हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको पिगमेंटेशन के कारण, लक्षण और पिगमेंटेशन के लिए घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे, लेकिन इससे पहले ये जानना जरूरी है कि आखिर पिगमेंटेशन है क्या? तो चलिए जानते हैं स्किन पिगमेंटेशन के बारे में।
विषय सूची
1. पिगमेंटेशन क्या होता है – What is Pigmentation in Hindi
2. पिगमेंटेशन के कारण – Causes of Pigmentation in Hindi
3. स्किन पिगमेंटेशन के लक्षण – Symptoms of skin pigmentation in Hindi
4. इन चीजों से बढ़ता है पिगमेंटेशन – Factors responsible for pigmentation in hindi
5. पिगमेंटेशन के प्रकार – Types of pigmentation in Hindi
6. पिगमेंटेशन कम करने के लिए आहार – Diet for Pigmentation in Hindi
7. पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए विटामिन – Effective vitamins to remove pigmentation in Hindi
8. पिगमेंटेशन हटाने के घरेलू उपाय – Gharelu nuskhe for pigmentation in Hindi
9. पिगमेंटेशन दूर करने वाले घरेलू फेस पैक – homemade face packs for pigmented skin in Hindi
10. प्रेगनेंसी में पिगमेंटेशन – Pigmentation in pregnancy in Hindi
11. पिगमेंटेड स्किन के लिए सुझाव – Tips to reduce pigmentation in Hindi
झाइयां या पिगमेंटेशन को रंजकता और हाइपरपिगमेंटेशन भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जो आपकी त्वचा के पैच को काला कर देती है। यानि की जब आपकी त्वचा पर काले दाग धब्बे पड़ जाते हैं, उसे पिगमेंटेशन कहा जाता है। ये पैच बड़े या छोटे हो सकते हैं। हालांकि यह स्थिति हानिकारक नहीं होती, लेकिन फिर भी यह एक अंतनिर्हित चिकित्सा समस्या का कारण हो सकता है, जिससे आपकी स्किन अस्वस्थ और असमान दिख सकती है। दरअसल, आपकी त्वचा रंगद्रव्य पैदा करने वाली सेल्स से अपना रंग प्राप्त करती है, जिसे मेलानोसाइट्स कहा जाता है। मेलानोसाइट्स मेलानिन का उत्पादन करता है, जिससे आपकी त्वचा को अनूठा रंग मिलता है। जब मेलानोसाइट्स क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, तो वह त्वचा के कुछ हिस्सों में ज्यादा मेलानिन का उत्पादन शुरू कर देते हैं, जिससे त्वचा के कुछ हिस्सों का रंग त्वचा के रंग की तुलना में गहरा हो जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार बॉडी में कई सारे जींस रहते हैं, जो हमारे स्किन के कलर को डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तरीके से प्रभावित करते हैं। हमारी स्किन का कलर मेलानिन नाम के पिगमेंटे की वजह से ही आता है। यह मेलानिन मेलानोसाइट्स नाम के स्किन सेल में तैयार होता है। विदेशी लोग जो गोरे होते हैं, उनकी स्किन में मेलानिन बहुत कम होता है जबकि डार्क स्किन यानि इंडियन स्किन में ये बहुत ज्यादा होता है। जरूरत से ज्यादा मेलानिन का उत्पादन कालेपन का कारण बन जाता है और बहुत कम मेलानिन होने से हल्के सफेद दाग त्वचा पर दिखने लगते हैं, जिसे हाइपोपिगमेंटेशन कहा जाता है।
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ज्यादा समय तक धूप में रहने से पिगमेंटेशन हो सकता है। चोट से स्किन डैमेज की समस्या हो सकती है। हार्मोनल परिवर्तन हो सकते हैं। अनुचित तरीके से बाल निकालना अनुवांश्किता एलर्जी
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आपका चेहरा असमान स्किन टोन के साथ खराब दिखने लगता है।
काले धब्बे और मुंहासों के निशान चेहरे पर दिखने लगते हैं।
आपका चेहरा हर समय थका हुआ दिखता है।
आपका चेहरा उम्र से ज्यादा बूढ़ा दिखता है।
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बहुत कम लोगों को यह बात पता होती है कि कंप्यूटर या टीवी के सामने बैठने से पिगमेंटेशन की समस्या होती है। कंप्यूटर स्क्रीन, टीवी स्क्रीन, फ्लोरोसेंट रोशनी द्वारा उत्सर्जित प्रकाश किरणें डार्क स्पॉट का कारण बन सकती हैं। टीवी या कंप्यूटर के सामने लंबे समय तक बैठे रहने से यह हो सकता है। अगर आपको अपनी जॉब में दिनभर कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठना पड़ता है जो आप बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।
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हार्मोन में बदलाव से हाइपरपिगमेंटेशन हो सकता है। यही कारण है कि कई गर्भवती महिलाओं के चेहरे पर काले धब्बे हो जाते हैं, जो आमतौर पर जन्म देने के बाद चले जाते हैं। ऐसे उत्पादों से दूर रहें जिनमें हार्मोन की की ज्यादा मात्रा होती है जिन्हें मायोरल कहते हैं। अपने डॉक्टर से एस्ट्रोजन के निम्न स्तर के साथ जन्म नियंत्रण के बारे में पूछें।
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चेहरे के बालों को हटाने वाले क्रीम से अक्सर पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है। इसमें मौजूद केमिकल्स स्किन डिस्कलरेशन पैदा कर सकते हैं। यदि आप बाल हटाने के लिए वैक्स का उपयोग करते हैं, तो सॉफ्ट की जगह हार्ड वैक्स का इस्तेमाल करें।
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पिगमेंटेशन से बचना है तो खट्टे फलों को खाने से बचें। साइट्रस उत्पादों को अपने चेहरे पर फेश वॉश की तरह लगाने से टॉक्सिक रिएक्शन हो सकता है, जिसे बैरोक डर्मेटाइटिस कहते हैं। इसलिए खट्टे उत्पादों से भरपूर चीजों को त्वचा पर लगाने से बचना चाहिए, खासतौर से तब जब आप धूप में बाहर निकल रहे हों।
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पिगमेंटेशन का सबसे आम प्रकार ephelides, या freckles है। ये सूरज की रोशनी के बार-बार संपर्क में आने के बाद विकसित होते हैं, खासकर यदि आपका रंग साफ है तो। आनुवंशिकता भी freckling को प्रभावित करती है।
इसे लिवर स्पॉट या सन स्पॉट के रूप में भी जाना जाता है, ये स्पष्ट रूप से परिभाषित पिगमेंटेड स्पॉट होते हैं। वे शरीर पर कहीं भी हो सकते हैं और हल्के भूरे से काले रंग में भिन्न हो सकते हैं। ये धब्बे यूवी सन एक्सपोज़र के कारण होते हैं और यह इस बात पर निर्भर करती है कि ये मेलेनिन पिगमेंट कितना यूवी प्रकाश के संपर्क में आते हैं। इस बात पर खास ध्यान देना जरूरी है क्योंकि ये त्वचा के कैंसर और मेलेनोमा को विकसित कर सकते हैं।
मेलास्मा या क्लोस्मा पिग्मेंटेशन है जो त्वचा की डर्मिस में अधिक गहरा होता है। यह चेहरे पर बड़े भूरे रंग के पैच के रूप में दिखाई देता है। इस तरह की रंजकता महिलाओं में अधिक आम है। यह अक्सर हार्मोनल वृद्धि से प्रेरित होता है।
यह स्थिति त्वचा पर सूजन वाले घाव के बाद उत्पन्न होती है। इससे निशान बन जाता है, जो कि लाल, जामुनी, काला और भूरा हो सकता है।
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यह एक आश्चर्य की बात है कि हमारी लाइफस्टाइल और खान-पान हमारी त्वचा की समस्याओं जैसे पिगमेंटेशन में एक बड़ा बदलाव ला सकती है। पिगमेंटेशन कम करने के लिए क्या आहार लेना चाहिए , इसकी जानकारी हम आपको नीचे दे रहे हैं।
पिगमेंटेशन को कम करने के लिए डेली डाइट में फलों का सेवन बहुत जरूरी है। जिसमें संतरा, नींबू, अमरूद, कीवी, स्ट्रॉबेरी शामिल हैं। इनमें विटामिन सी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। विटामिन सी ज्यादा मेलानिन के उत्पादन को कंट्रोल करने का काम करता है, खासतौर पर आप जब धूप में ज्यादा रहते हो, तो ऐसे पिगमेंटेशन को विटामिन सी की बहुत जरूरत होती है। विटामिन सी एक एंटीऑक्सीडेंट भी है, जो आपकी स्किन को ग्लो करने में मदद करता है।
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अपनी डाइट में गाजर, हरी सब्जियां, चुकंदर के अलावा दूध और अंडों को भी शामिल करें, क्योंकि इनमें विटामिन ए की मात्रा बहुत होती है। इसकी खास बात यह है कि ये धूप से काली हुई स्किन के कालापन को कम करने में मदद करता है।
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पिगमेंटेशन से बचने के लिए आपके खाने में सनफ्लावर ऑयल, बादाम और पालक रहना भी जरूरी है, क्योंकि इसमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। ये एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो हमारी बॉडी में तैयार होने वाले फ्री रेडिकल्स को बॉडी से निकालने में मदद करता है।
दूध, दही, पनीर, चीज आदि डेयरी प्रोडक्ट्स अपने आहार में जरूर लें। इन प्रोडक्ट्स में मौजूद विटामिन ई पिगमेंटेशन की समस्या को काफी हद तक कम करने में मदद करता है।
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महिलाओं और पुरूषों दोनों में ही पिगमेंटेशन की समस्या होने की संभावना रहती है। इस समस्या के होने के कारणों में से एक है आहार में विटामिन बी-12 की कमी होना। विटामिन बी-12 पनीर, दूध, अंडे, चिकन, मटन, बीफ जैसे खाद्य पदार्थों से समृद्ध है। इसलिए भोजन के माध्यम से विटामिन बी-1 की कमी को पूरा किया जा सकता है।
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विटामिन सी एक बहुत शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट तत्व है जो कुछ खाद्य पदार्थों में उपलब्ध है। इस विटामिन का सेवन रोजाना करने से क्षतिग्रस्त त्वचा, काले धब्बे बहुत तेजी से कम हो सकते हैं। स्किन पिगमेंटेशन की समस्या से बचने के लिए विटामिन सी को हर रोज 1500mg की मात्रा में लेना पड़ता है। विटामिन-सी नींबू, सेब, संतरा, पपीता, अंगूर और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में समृद्ध है।
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बाजार में बहुत सारी हरी पत्तेदार सब्जियां उपलब्ध हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट का उत्पादन करते हैं। विटामिन ए सब्जियों में समृद्ध है जैसे मिर्च, शकरकंद, ब्रोकोली, सलाद, पालक, आदि। यदि आप इन समृद्ध हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करते हैं तो आप त्वचा रंजकता को कम कर सकते हैं।
(और पढ़ें – विटामिन ए के फायदे, स्रोत और इसके नुकसान)
त्वचा को धाग धब्बों से बचाने के लिए विटामिन ई सबसे बेहतर विकल्प है। यह स्किन डैमेज के खतरे को कम कर स्किन को सुरक्षा प्रदान करता है। एवोकेडो, ब्रोकली, ग्रीन टी, सूखे मेवे और टमाटर विटामिन ई से समद्ध हैं। इसलिए अपने आहार में विटामिन ई का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।
(और पढ़ें – जानिये विटामिन ई के स्रोत और स्वास्थ्य लाभ)
पिगमेंटेशन से अपनी त्वचा को बचाने के लिए जरूरी है कि आप धूप में निकलने से पहले चेहरे और खुली जगह पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। यहां हम आपको पिगमेंटेशन हटाने के घरेलू उपाय बताने जा रहें हैं जो पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए काफी कारगर साबित होते हैं।
आलू पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए एक नायाब उपाय है। माना जाता है कि पिगमेंटेड एरिया और काले धब्बों पर आलू बहुत अच्छी तरह से काम करता है। इसमें मौजूद कैटेकोलेज नामक एंजाइम मेलानोसाइट्स को रोकने में मदद करता है और ज्यादा मेलेनिन के उत्पादन पर अंकुश लगाता है।
आलू पिगमेंटेशन से बचने का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। इसके लिए सबसे पहले एक कच्चा आलू लें और इसे आधा काट लें। अब इस कटे हुए आलू पर पानी की कुछ बूंदें डालकर चेहरे के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। अब 10 मिनट के लिए इसे सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। पिगमेंटेशन की समस्या से राहत पाने के लिए आप एक महीने में तीन से चार बार इस प्रक्रिया को कर सकते हैं।
(और पढ़ें – चेहरे पर आलू लगाने के फायदे…)
नींबू का रस एक प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट है और ऑर्गेनिक शहद एक बेहतरीन मॉइस्चराइज़र के रूप में काम करता है। ये गुण त्वचा की रंजकता को कम करने में मदद करते हैं। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए नींबू विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं और इनमें शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट गुण भी होते हैं जो त्वचा के काले धब्बे को हल्का करते हुए यूवी किरण के नुकसान से बचाते हैं।
पिगमेंटेशन की समस्या से राहत पाने के लिए नींबू एक अच्छा घरेलू नुस्खा है। चेहरे पर इसे लगाने के लिए पहले नींबू को काटकर उसका रस एक कटोरे में इकट्ठा करें। नींबू के रस में, शहद डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। इस मिश्रण को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। लगभग 15 मिनट तक इसे चेहरे पर लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। जब तक आपको असर न लगे, तब तक आप इसे दिन में दो बार लगा सकते हैं।
(और पढ़ें – गोरी त्वचा पाने के लिए चेहरे पर नींबू का इस्तेमाल करने का तरीका)
अगर आप पिगमेंटेशन से परेशान हैं तो प्रभावित हिस्से पर एप्पल साइडर सिरका लगाइए। सेब का सिरका के कसैले गुण त्वचा के प्राकृतिक रंग को बहाल करने में मदद करते हैं। सिरका में बीटा-कैरोटीन भी होता है जो फ्री रेडिकल्स वातावरण द्वारा त्वचा को हुए नुकसान का इलाज करता है। एप्पल साइडर विनेगर को स्वाभाविक रूप से त्वचा को कोमल बनाने के लिए जाना जाता है।
एप्पल साइडर सिरका पिगमेंटेशन के लिए सबसे पहले एप्पल साइडर सिरका को पानी के साथ पतला कर लें। अब इसे अपने चेहरे के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 5 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। दिन में दो बार आप इस प्रक्रिया को कर सकते हैं, लेकिन तब तक जब तक आपको अपने चेहरे पर इसका असर न दिखे।
(और पढ़ें – एप्पल साइडर विनेगर करेगा स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर)
प्याज विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत हैं, एक एंटीऑक्सिडेंट है जिसका उपयोग रंजकता के इलाज के लिए किया जा सकता है। पिगमेंटेशन से राहत पाने के लिए प्याज के इस्तेमाल के लिए नीचे दी गई सामग्री और विधि को पढ़ें।
1 ताजा लाल प्याज
लाल प्याज पिगमेंटेशन का अच्छा घरेलू नुस्खा है, लेकिन इसके बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी है। चेहरे से दाग-धब्बे छुपाने के लिए सबसे पहले लाल प्याज को स्लाइस में काटें। अब एक स्लाइस लें और इससे प्रभावित क्षेत्रों को अपनी त्वचा पर रगड़ना शुरू करें। 10 मिनट तक प्रतीक्षा करें और फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। वैकल्पिक रूप से, आप प्याज को कद्दूकस कर सकते हैं, इसका रस निचोड़ सकते हैं और प्रभावित क्षेत्र पर रस लगा सकते हैं। दिन में दो बार आप इस प्रोसेस को कर सकते हैं।
(और पढ़ें – प्याज के फायदे और नुकसान)
एलोवेरा अपने प्राकृतिक पीएच और तेल संतुलन को बिगाड़े बिना त्वचा को साफ करने के लिए जाना जाता है। यह डार्कस्पॉट को कम करने में भी मदद करता है और यहां तक कि यूवी विकिरण से होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है। पिगमेंटेशन की समस्या से मुक्ति के लिए एलोवेरा के इस्तेमाल के लिए नीचे दी गई सामग्री और विधि को पढ़ें।
पिगमेंटेशन के लिए चेहरे पर एलोवेरा लगाने के लिए सबसे पहले एक कटोरी में, कच्चे शहद और एलोवेरा जेल को मिलाएं। 10 मिनट के लिए मिश्रण को सेट होने दें। जब मिश्रण सेट हो जाए तो 10 मिनट के बाद, मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगाएं। 20 मिनट तक इसे सूखने दें और फिर त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें। आप इस प्रोसेस को दो हफ्तों में एक बार कर सकते हैं। आपको अपनी त्वचा पर असर नजर आएगा। त्वचा बेदाग और चमकदार हो जाएगी।
(और पढ़ें – चेहरे पर एलोवेरा फेस पैक का उपयोग कैसे करें)
दही में लैक्टिक एसिड होता है जो आपकी त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है जबकि धीरे-धीरे आपके मेलानोसाइट्स को धीमा भी करता है। यह हाइपरपिगमेंटेशन को फीका करते हुए आपकी त्वचा की बनावट को बेहतर बनाने में मदद करता है। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए दही का अपनी स्किन पर इस्तेमाल करने के लिए आप नीचे दी गई सामग्री और विधि को पढ़ सकते हैं।
बड़ा चम्मच प्लेन दही
दही पिगमेंटेशन को दूर करने का रामबाण घरेलू उपचार माना जाता है। इसके लिए आप एक बड़े बाउल में एक चमचा दही लें और इसे अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 20 मिनट के लिए इसे लगा रहने दें, जब तक कि ये सूख ना जाए। सूखने के बाद गुनगुने पानी से त्वचा को धोएं और फिर सूखे टॉवल से अच्छे से पोछें। दही को आप अपने चेहरे से काले दाग धब्बे हटाने के लिए हफ्ते में दो बार लगा सकते हैं। दही बहुत जल्दी पिगमेंटेशन को दूर करता है।
(और पढ़ें – दही खाने से सेहत को होते हैं ये बड़े फायदे )
पपीते में पपैन नामक एक एंजाइम होता है जिसमें अद्भुत एक्सफ़ोलीएटिंग गुण होते हैं। यह नई कोशिका वृद्धि को प्रोत्साहित करते हुए मृत त्वचा कोशिकाओं को तोड़ने और खत्म करने में मदद करता है, जिससे त्वचा रंजकता का इलाज होता है। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए पपीता कैसे अपने चेहरे पर लगाना है, इसके लिए नीचे दी गई सामग्री और विधि को पढ़ें।
पपीता पिगमेंटेशन से छुटकारा दिलाने का सरल घरेलू उपाय है। इसे लगाने के लिए पहले सभी सामग्री को एक बाउल में चिकना होने तक फेटें। अब इस चिकने मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें। अब अपने चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। आप दिन में दो बार पपीते को अपनी त्वचा पर लगाकर पिगमेंटेशन की समस्या से मुक्ति पा सकते हैं।
(और पढ़ें – घर पर बनायें पपीता का फेस पैक)
पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए केला एक नायाब घरेलू उपाय है। केला एक प्राकृतिक एक्सफोलिएटर के रूप में काम करता है जो त्वचा को साफ करता है, जिससे त्वचा के रंजकता का इलाज होता है। यह विटामिन के या पोटैशियम से भी भरपूर होता है जो आपकी त्वचा को पोषण देता है और स्वस्थ रखता है।
सबसे पहले केले को मैश करें। जब केला पूरी तरह से मैश हो जाए तो इसमें और इसमें शहद और दूध डालें। एक चिकनी मिश्रण प्राप्त होने तक सामग्री को मिलाएं। इस मिश्रण को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे लगभग 30 मिनट के लिए छोड़ दें और अपनी त्वचा को चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। हफ्ते में दो बार आप इस प्रक्रिया को अपना सकते हैं। तीन हफ्तों में ही आपको अच्छे परिणाम नजर आएंगे।
(और पढ़ें – केले के फेस पैक और फेस मास्क से पाएं चमकती और दमकती त्वचा)
चंदन एक उत्कृष्ट रक्त शोधक है जो रंजकता के इलाज में मदद करता है। यह सनस्क्रीन में आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक घटक है क्योंकि यह त्वचा को यूवी किरणों के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद करता है। चंदन को पिगमेंटेशन के लिए इस्तेमाल करने के लिए नीचे दी गई सामग्री और विधि पढ़ें।
पिगमेंटेशन के लिए चंदन सबसे अच्छा और प्रभावी घरेलु तरीका है। इसे अपनी त्वचा पर लगाने के लिए ऊपर दी गई सभी सामग्रियों को एक बाउल में मिला लें। एक चिकनी पेस्ट प्राप्त होने तक सामग्री को मिलाएं। पेस्ट को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। 30 मिनट के बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। हफ्ते में दो बार आप अपनी त्वचा पर इस प्रक्रिया को कर सकते हैं।
(और पढ़ें – चंदन के फायदे जो शायद आपने अभी तक नहीं सुने होंगे)
बादाम विटामिन ई का महान स्रोत हैं, जिसे स्किन विटामिन भी कहा जाता है। विटामिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो त्वचा की रंजकता के इलाज में मदद करता है और त्वचा को स्वस्थ रखता है। बादाम को त्वचा पर लगाने की विधि नीचे दी गई है।
बादाम की मदद से पिगमेंटेशन की समस्या को दूर करने के लिए बादाम को पानी में रात भर भीगने के लिए छोड़ दें। सुबह में भीगे हुए बादाम को एक चिकने पेस्ट में पीस लें। आप मिश्रण में थोड़ा दूध मिला सकते हैं यदि यह पर्याप्त चिकना नहीं है। बाकी सामग्री बादाम के पेस्ट में मिलाएँ और अच्छी तरह मिलाएँ। अब इस मिश्रण को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। इसे रात भर लगा रहने दें और सुबह ठंडे पानी से चेहरा धो लें। दो हफ्ते तक रात में सोने से पहले यह पेस्ट लगाएं। जल्द दाग और धब्बों से छुटकारा मिलेगा।
(और पढ़ें – बादाम को भिगोकर खाने के फायदे और नुकसान…)
ककड़ी को त्वचा को फिर से जीवंत करने और इसके रंग में सुधार करने के लिए जाना जाता है। यह भी freckles और blemishes के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए इसे अपनी त्वचा पर कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं नीचे दी गई विधि में पढ़ सकते हैं।
खीरे को पिगमेंटेशन के लिए उपयोग करने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में सामग्री को तब तक मिलाएं जब तक आपको एक चिकना मिश्रण न मिल जाए। इस मिश्रण को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। लगभग 10 मिनट के लिए मिश्रण को छोड़ दें। ताकि स्किन इसे सोंक सके। इसके बाद गुनगुने पानी से त्वचा को धो लें। दिन में दो बार या हर दिन आप इस विधि को अपनाते हुए खीरे का इस्तेमाल पिगमेंटेशन से राहत पाने के लिए कर सकते हैं।
(और पढ़ें – खूबसूरत त्वचा के लिए लगाएं खीरे से बनें फेस पैक)
संतरे के छिलके में साइट्रिक एसिड होता है जो मेलेनिन सामग्री को कम करने में मदद करता है, जिससे रंजकता का इलाज होता है। नीचे दी गई विधि के अनुसार आप पिगमेंटेशन के लिए संतरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप भी पिगमेंटेशन की समस्या से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं तो संतरे का घरेलू उपाय आजमाकर देखिए। इसके लिए आपको सबसे पहले संतरे के छिलके को धूप में सुखाएं जब तक कि वह पूरी तरह से निर्जलित न हो जाए। सूख जाने पर संतरे के छिलके को तब तक पीसें जब तक कि आपको एक महीन पाउडर न मिल जाए पाउडर के लिए, बाकी की सामग्री डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। इस मिश्रण को अपनी त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं। लगभग 20 मिनट के लिए मिश्रण को छोड़ दें फिर त्वचा को गुनगुने पानी से धो लें। पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए अच्छे और जल्द परिणामों के लिए हफ्ते में तीन से चार बार इस प्रक्रिया को कर सकते हैं।
(और पढ़ें – संतरे के छिलके के फायदे रूप निखारने के लिए)
(और पढ़ें – होममेड फेस मास्क और स्क्रब बनाने के तरीके…)
पिगमेंटेशन की समस्या प्रेगनेंसी में भी सबसे ज्यादा होती है। यानि की शरीर के कुछ हिस्सों का रंग सांवला हो जाता है। खासतौर से चेहरे और गर्दन की स्किन पर इसका असर ज्यादा देखा जाता है। गर्भावस्था में चेहरे पर झाइयां आने की एक ही वजह है और वो है शरीर के हार्मोन्स में बदलाव। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को धूप में निकलने से बचना चाहिए। अगर अगर धूप में जा भी रहे हैं तो कोई अच्छा सनस्क्रीन स्किन पर जरूर लगाएं। ऐसी स्थिति में 30 से ज्यादा एसपीएफ वाले सनस्क्रीन का उपयोग करें। इसके अलावा धूप में निकलते वक्त हैट जरूर लगाएं।
(और पढ़ें – चेहरे की झाइयां (काली छाया) दूर करने के घरेलू उपाय)
पिगमेंटेशन से बचने के लिए पर्सनल हाइजीन बहुत जरूरी है। पहले अपने हाथों को धोएं वो भी बिना अपने चेहरे को छूए। ज्यादा गर्म पानी से स्नान न करें। इसकी जगह गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। प्रॉपर स्किन केयर रूटीन बनाए रखें। सीटीएम रूटीन का पालन करें और सप्ताह में कम से कम दो बार त्वचा को एक्सफोलिएट करना न भूलें। अगर आप ब्लीचिंग ज्यादा करते हैं, तो उस पर रोक लगाएं। क्योंकि ब्लीचिंग करने से पिगमेंटेशन की समस्या ज्यादा उत्पन्न होती है और अगर करना ही है तो टमाटर या लैमन जूस जैसी नेचुरल ब्लीज का इस्तेमाल करना बेहतर है।
पिगमेंटेशन से बचने के लिए अपने चेहरे को तीन से चार दिनों में स्क्रब जरूर करें। पिगमेंटेशन से बचने के लिए मुल्तानी मिट्टी का उपयोग करें। यह त्वचा से निकलने वाले तेल को कंट्रोल करती है, इसलिए आप चाहें तो इसे फेसपैक की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। घर से बाहर निकलते वक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें। जितना हो सके खूब पानी पीएं, क्योंकि डिहाइड्रेशन के कारण आपका चेहरा थका हुआ और मुरझाया हुआ दिखता है। इसलिए हर रोज 9-10 गिलास पानी जयर पीएं। इससे आपकी स्किन ग्लो करेगी और दाग धब्बों की भी शिकायत नहीं होगी।
(और पढ़ें – घर पर ब्लीच करने का तरीका, घरेलू ब्लीच कैसे करें…)
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