Prasav Pida Badhane Ke Gharelu Upay लेबर पेन लाने के उपाय, गर्भवती महिला की बेहतर डिलीवरी के लिए लेबर पेन होना बहुत जरूरी है। माना जाता है कि लेबर पेन से डिलीवरी काफी आसान हो जाती है। इससे बच्चे के साथ गर्भवती के शरीर को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता। लेकिन कुछ महिलाओं को ड्यू डेट आने के बाद भी लेबर पेन नहीं होते, ऐेसे में डॉक्टर नॉर्मल डिलीवरी के बजाए सी-सेक्शन डिलीवरी करने की सलाह देती हैं, जिसके आगे चलकर कई साइड इफेक्ट दिखने लगते हैं। इसलिए पुराने समय में डिलीवरी नजदीक आते-आते घर की बूढ़ी औरतें गर्भवती को कुछ ऐसी चीजें करने की सलाह देती थीं, जिससे लेबर पेन होने लगे और डिलीवरी आसानी से हो सके।
हालांकि आज के समय में लेबन पेन नहीं होने पर एमएम का इंजेक्शन दिया जाता है। इससे लेबर पेन शुरू हो जाते हैं, लेकिन डिलीवरी के बाद शरीर को स्वस्थ रखने के लिहाज से प्रसव पीड़ा बढ़ाने के घरेलू उपाय ही ज्यादा असरदार हैं। तो चलिए जानते हैं प्रसव पीड़ा या लेबर पेन लाने के उपाय में आप क्या-क्या कर सकती हैं।
विषय सूची
1. प्रसव पीड़ा बढ़ाने के उपाय – Prasav Pida Badhane Ke Upay In Hindi
2. लेबर पेन लाने के लिए क्या खाएं – What to Eat to Induce Labor Pain naturally in Hindi
3. लेबर पेन लाने के लिए असरदार एक्सरसाइज – Effective Exercise to Induce Labor Pain in Hindi
गर्भवती महिला की बेहतर डिलीवरी के लिए निम्न तरीके से बढ़ाएं लेबर पेन।
जिन महिलाओं को डिलीवरी का समय नजदीक आने पर भी लेबर पेन महसूस नहीं होता, उन्हें अक्सर मसाज कराने की सलाह दी जाती है। पर प्रसव पीड़ा लाने के लिए मसाज केवल क्वालिफाइड थैरेपिस्ट से ही कराएं, क्योंकि वे जानते हैं कि किन पॉइंट्स पर मसाज करने से लेबर पेन शुरू होंगे। प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों में मसाज कराने की सलाह नहीं दी जाती।
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अरंडी का तेल लेबर पेन लाने के लिए बेहतर घरेलू उपाय माना जाता है लेकिन ये कितनी गभर्वती महिलाओं पर असर करता है, ये बताना मुश्किल है। फिर भी 57 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं ऐसी हैं, जिन पर इसका सकारात्मक असर देखने को मिलता है। गर्भवती के पेट पर अरंडी का तेल लगाने से ये पेट में संकुचन पैदा करता है जिसके तुरंत बाद दर्द शुरू हो जाते हैं। इसे 24 घंटे में 1 से 2 चम्मच से ज्यादा ना लें। हालांकि अरंडी के तेल के सप्लीमेंट से कई बार महिलाओं को घबराहट, उल्टी या फिर दस्त की समस्या भी हो सकती है।
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गर्भवती महिलाएं अपनी निप्पल को मलें और धीरे-धीरे घुमाएं। ऐसा करने से ऑक्सीटोसिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है, जो गर्भाशय को संकुचित करने के लिए फायदेमंद है।
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ड्यू डेट आने से कुछ दिन पहले ही डॉक्टर महिलाओं को वॉक शुरू करने की सलाह देती हैं। माना जाता है कि वॉक करने से बेबी का मूवमेंट तेज हो जाता है, जिससे लेबन पेन होने लगते हैं। अगर वॉक करने से भी दर्द शुरू नहीं होते तो सीड़ियों से बार-बार ऊपर या नीचे चक्कर लगाएं। सीड़ियों पर चढ़ते वक्त अपने पैरों को थोड़ा सा ऊपर तक लिफ्ट करने की कोशिश करें, ये तरीका बच्चे को नीचे धकेलने में मदद करता है।
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योगा करना प्रेग्नेंसी में बहुत फायदेमंद माना जाता है। महिलाएं इन्हें प्रेग्नेंसी की किसी स्टेज में कर सकती हैं। इससे नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज बढ़ेगे साथ ही लेबन पेन समय पर होने की संभावना बढ़ जाएगी।
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डिलीवरी दर्द बढ़ाने के उपाय पाइनएप्पल- गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने के लिए पाइनएप्पल खाने की राय दी जाती है। ये नुस्खा 100 प्रतिशत काम करता है। इसे खाते ही गभर्वती को दर्द शुरू हो जाते हैं। दरअसल, पाइनएप्पल में ब्रामलिआड एनजाइम होता है जो सर्विक्स को मुलायम बना देता है और दर्द होने लगता है।
प्रसव पीड़ा लाने का उपाय स्पाइसी फूड- लेबन पेन नहीं हो रहे तो गर्भवती महिला को स्पाइसी फूड खाना शुरू कर देना चाहिए। फिर भी महिलाओं को बहुत तीखा खाने से बचना चाहिए।
लेबर पेन न हो तो खाएं तुलसी – डिलीवरी के समय गर्भवती को लेबर पेन हों, इसके लिए तुलसी के पत्ते चबाना बहुत फायदेमंद है। ये एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो गर्भाशय में ब्लड फ्लो को एक्साइट करती है। चाहें तो खाने में भी तुलसी की कुछ पत्तियां मिला सकती हैं।
प्रसव पीड़ा के उपाय रेस्पबैरी की चाय- लेबर पेन शुरू करने के लिए लाल रेस्पबैरी की चाय भी एक बेहतर ऑप्शन माना जाता है। वैसे इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। लेकिन कहा जाता है कि 34 सप्ताह की प्रेग्नेंसी के बाद रेस्पबैरी के पत्तों की चाय पीना शुरू कर देनी चाहिए। ये गर्भाशय में संकुचन को बढ़ाती है और लेबर पेन लाने का सरल तरीका है। वैसे महिलाएं चाहें तो इसे चाय या फिर टैबलेट के रूप में भी ले सकती हैं। इसके कोई नुकसान नहीं है, फिर भी इन्हें लेने से पहले एक बार अपनी डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें।
लेबर पेन लाने का उपाय कच्चा पपीता- लेबर पेन तभी होगा जब गर्भाशस में संकुचन हो। इसके लिए जरूरी है कि लेटेक्स तत्व से भरपूर कच्चा पपीता खाया जाए। जी हां, दिन में कच्चे पपीते की तीन बड़ी फांक खाने से ज्यादा लेटेक्स मिलेगा और गर्भाशय में संकुचन पैदा होगा।
लेबर पेन लाने का घरेलू उपाय विनेगर- वॉट टू एक्सपेक्ट किताब के अनुसार लेबन पेन लाने के लिए विनेगर एक सरल उपाय है। महिलाएं सलाद में इसे मिलाकर खा सकती हैं, इससे कोई नुकसान भी नहीं है, बल्कि लेबर पेन शुरू होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
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प्रसव पीड़ा लाने के लिए एक्सरसाइज बॉल- एक्सरसाइज बॉल आपके रूटीन के लिए एक मजेदार एक्सरसाइज है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए आपको बड़ी गेंद के बीचों-बीच पंजों को जमीन से सटाकर और घुटने मोड़ते हुए बैठना है। बॉल के साथ आगे बढ़ने के लिए अपने पैरों का इस्तेमाल करें। बॉल के साथ रॉलिंग करना 38 हफ्ते की प्रेग्नेंसी से शुरू कर देना चाहिए, जिससे लेबर पेन समय पर आ सके।
डिलीवरी दर्द बढ़ाने के उपाय स्क्वैटिंग- स्क्वैटिंग यानि उठक -बैठक एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे महिलाएं कभी भी कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान कि जाने वाली ये सबसे सुरक्षित एक्सरसाइज है। इसे करने से जांघों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे लेबर पेन होने के साथ ही डिलीवरी भी आसानी से हो जाती है।
प्रसव पीड़ा प्रेरित करने के लिए बटरफ्लाई एक्सरसाइज- लेबर पेन लाने के लिए बटरफ्लाई एक्सरसाइज अच्छी मानी जाती है। आखिरी के दिनों में अगर इसे रैगुलर किया जाए, तो ये जांघ और हिप्स के भीतरी हिस्से को खोलती है, जिससे डिलीवरी आसान हो जाती है। इसके लिए आपको फर्श पर सीधे पीठ करके बैठना है। अब अपने घुटनों को मोड़े और तलवों को एक साथ चिपकाएं। अपने घुटनों को धीरे-धीरे कर ऊपर ले जाएं और इन्हें दबाएं। बार-बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। ऐसा करने से लेबर पेन लाने में सहायता मिलेगी।
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