9th Month Pregnancy Diet in Hindi: गर्भावस्था के नौवें महीने में प्रवेश करने पर महिलाओं को बहुत अधिक उत्तेजना और घबराहट होती है। क्योंकि कुछ ही दिनों के बाद उनकी गोद में खुशियां आने वाली होती हैं। लेकिन प्रेगनेंसी के नौवे महीने के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसकी जानकारी होना भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि गर्भावस्था की इस अवधि में शिशु में मस्तिष्क और फेफड़ों के विकास के साथ ही शारीरिक द्रव्यमान प्राप्त करता है। इसलिए 9 माह की प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी प्रेगनेंसी डाइट में उचित भोजन शामिल करना चाहिए। जिससे बच्चे को उचित वजन प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
विषय सूची
प्रेगनेंसी के नौवे महीने के दौरान गर्भस्थ शिशु की शारीरिक संरचना लगभग विकसित हो जाती है। इस अवधि के दौरान शिशु अपना अधिकांश वजन हासिल कर लेता है। जिससे महिलाओं को नौवे महीने में अधिक भारीपन का अनुभव होता है जिसके कारण पाचन प्रक्रिया में भी प्रभाव पड़ता है। इसलिए उचित आहार के साथ ही पर्याप्त पोषक तत्वों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाना चाहिए। इस लेख में ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थों की जानकारी दी जा रही है जो गर्भावस्था के नौवे महीने में महिलाओं को अधिकतम लाभ दिलाने में मदद कर सकते हैं।
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यहां उन खाद्य पदार्थों की जानकारी दी जा रही है जिनका सेवन गर्भावस्था के अंतिम माह में फायदेमंद होता है। आइए विस्तार से जाने नौ माह की गर्भावस्था के दौरान कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है जो उचित पोषक तत्व और खनिज पदार्थ उपलब्ध कराते हैं।
आइए जाने गर्भस्थ शिशु के संपूर्ण पोषण और महिला स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था के नौवें महीने में कौन से आहार का सेवन करना फायदेमंद होता है।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ गर्भावस्था के दौरान और विशेष रूप से नौवे महीने में बहुत ही आवश्यक होता है। क्योंकि इस दौरान महिलाओं को गंभीर कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए प्रेगनेंसी के नौवे महीने के दौरान फाइबर प्राप्त करने के लिए महिलाओं को ताजी और हरी सब्जियां, फल, फलियां और अनाज आदि का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा फाइबर के अन्य स्रोत में एवोकाडो, ब्रोकोली, फूल गोभी, हरी पत्तियां और मकई आदि को भी शामिल किया जा सकता है। फाइबर प्राप्त करने के साथ ही इस दौरान महिलाओं को अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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लोहा या आयरन एक प्रमुख खनिज है जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को खून की कमी से बचाने में सहायक होता है। प्रेगनेंसी के नौवे महीने में महिलाओं के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है। इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए नौवे महीने की गर्भावस्था के आहार में उच्च आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाना चाहिए। इस दौरान महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 25 से 17 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है। आयरन की कमी को दूर करने के लिए महिलाएं दाल, अंडे, किशमिश, पालक, सूखे खाद्य पदार्थ और मेवे, सोयाबीन, चिकन और मछली आदि का सेवन कर सकती हैं।
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गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड की पर्याप्त मात्रा बच्चे में जन्मजात अक्षमता को कम करने में मदद करता है। फोलिक एसिड लाल रक्त कोशिकाओं और डीएनए संरचना के निर्माण में भी मदद करता है। इसलिए गर्भावस्था के नौवे महीने में पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इस दौरान महिलाओं को 600 से 800 मिली ग्राम फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। गर्भवती महिलाएं अपने नौवे माह की गर्भावस्था डाइट में फलियां, हरी पत्तेदार सब्जियां, सभी प्रकार के अनाज, जई, शतावरी, दालें और संतरा आदि को शामिल कर सकती हैं।
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गर्भावस्था के नौवे महीने में महिलाओं को कैल्शियम की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। क्योंकि कैल्शियम न केवल महिला बल्कि शिशु की हड्डियों को मजबूत बनाता है। गर्भावस्था के नौवे महीने में फिट और स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए महिलाओं को अपने दैनिक आहार में कैल्शियम आधारित खाद्य पदार्थों की पर्याप्त मात्रा शामिल करनी चाहिए। इस दौरान महिलाएं केला, हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, लीन प्रोटीन, नट्स, अंडे, डेयरी उत्पाद, तिल, बादाम, जई आदि को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं।
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यह फैटी एसिड का एक प्रकार है जो शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। अपने शिशु के मस्तिष्क के संपूर्ण विकास के लिए महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 200 मिली ग्राम डीएचए आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। डीएचए प्राप्त करने के लिए महिलाएं नौवे महीने की गर्भावस्था डाइट में फ्रुट जूस, अंडा, दूध, पीनट बटर आदि को शामिल कर सकती हैं।
9 मंथ प्रेगनेंसी डाइट में उन खाद्य पदार्थों को भी शामिल करना चाहिए जो विटामिन ए के अच्छे स्रोत होते हैं। विटामिन ए रक्त कोशिकाओं, आंखों, त्वचा, प्रतिरक्षा प्रणाली और बच्चे के शरीर के अंदर होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इस दौरान महिलाओं को विटामिन ए प्राप्त करने के लिए शकरकंद, पालक, गाजर आदि का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
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विटामिन सी तीसरी तिमाही के अंतिम चरण के दौरान आवश्यक घटकों में से एक है। यह शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है जिससे रक्त उत्पादन में वृद्धि होती है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट होने के नाते यह न केवल महिला बल्कि शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बेहतर बनाता है। इस दौरान गर्भस्थ मां को प्रतिदिन 80 मिलीग्राम विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। विटामिन सी प्राप्त करने के लिए कई प्रकार के खट्टे फल, ब्रोकोली, टमाटर, संतरे, फूलगोभी आदि का सेवन किया जा सकता है।
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प्रेगनेंसी के इस अंतिम समय में गर्भवती महिला के शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। प्रोटीन एक महत्वपूर्ण घटक है जो शिशु और गर्भवती महिला को शक्ति प्रदान करने में मदद करता है। प्रेगनेंसी के नौवे महीने के दौरान महिलाओं को प्रतिदिन 50 से 55 मिलीग्राम प्रोटीन का सेवन करने की आवश्यकता होती है। प्रोटीन प्राप्त करने के लिए महिलाएं अपने आहार में अंडे का सफेद भाग, टोफू, दूध, दही, मछली, चिकन आदि का सेवन कर सकती हैं।
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गर्भावस्था के नौवे महीने में विटामिन बी12 युक्त खाद्य पदार्थों का विशेष महत्व होता है। इस दौरान महिलाएं विटामिन बी12 प्राप्त करने के लिए चिकन, मछली, डेयरी उत्पाद और दूध आदि का सेवन कर सकती हैं।
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गर्भ धारण करने के नौवे महीने में महिलाओं को अपने आहर में कार्बोहाइड्रेट को विशेष रूप से शामिल करना चाहिए। कार्बोहाइड्रेट प्राप्त करने के लिए हरी सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, पास्ता, शकरकंद, तरबूज आदि का सेवन कर सकती हैं। इस दौरान आपको किसी भी प्रकार के आहार का चुनाव केवल डॉक्टर की अनुमति से ही करना चाहिए। जो आपको साधारण कार्बोहाइड्रेट के बजाय जटिल कार्बोहाइड्रेट (complex carbohydrates) का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
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कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनका सेवन गर्भावस्था के नौवे महीने के दौरान नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसे खाद्य पदार्थ प्रसव के दौरान समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं साथ ही ये शिशु के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। आइए जाने गर्भावस्था के नौवे महीने में क्या नहीं खाना चाहिए।
शॉफ्ट चीज एक ऐसा खाद्य उत्पाद है जिन्हें गर्भावस्था के 9 वें महीने के दौरान खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार के खाद्य पदार्थों में लिस्टेरिया (listeria) की मौजूदगी होती है। यह प्रसव के लिए हानिकारक हो सकता है। इस दौरान शॉफ्ट चीज का सेवन गर्भावस्था के दौरान कई प्रकार की मुश्किलें पैदा कर सकता है। यदि इस दौरान आप पनीर का सेवन करना चाहते हैं तो हार्ड पनीर का सेवन कर सकते हैं, लेकिन शॉफ्ट पनीर आपके लिए उपयुक्त नहीं है।
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कैफीन युक्त खाद्य या पेय सामग्री गर्भावस्था के नौवे महीने में कब्ज और अन्य प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकती है। यदि गर्भवती महिला को चाय या कॉफी पीने की आदत है तो कम से कम नौवे महीने के दौरान इससे दूर रहना ही बेहतर है। इस दौरान आप चाय या कॉफी के स्थान पर फलों के जूस और अन्य पानी आधारित तरल पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।
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गर्भावस्था के समय शराब और तंबाकू आदि का सेवन करना कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसके अलावा अधिक मात्रा में इन नशीले खाद्य पदार्थों का सेवन करने पर यह असामान्य रक्तस्राव आदि की संभावना को भी बढ़ा सकता है। जिससे गर्भावस्था के अंतिम माह में भी गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है जो गर्भवती महिला के लिए भी गंभीर हो सकता है। इसलिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को बचना चाहिए।
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बिना पाश्चुरीकरण वाले दूध का सेवन करना गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। विशेष रूप से यह गर्भावस्था के नौवे महीने में महिला और शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इस दौरान महिलाओं को कच्चा दूध और विशेष रूप से बकरी के दूध का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
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गर्भावस्था के नौवें महीने के दौरान महिलाओं को अध पके या कच्चे मीट का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार का भोजन करने से गर्भवती महिलाओं के शरीर में लिस्टिरिया नामक बैक्टीरिया स्थानांतरित हो सकते हैं। जिससे लिस्टेरियोसिस के कारण महिलाओं को गंभीर फ्लू हो सकता है। जिससे महिला और शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। यह गर्भपात (miscarriage), स्टिलबर्थ (stillbirth) या अन्य गंभीर समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
भारतीय महिलाओं द्वारा अपने आहार में निम्न खाद्य पदार्थों को नौवे महीने की प्रेगनेंसी डाइट में शामिल किया जा सकता है। क्योंकि अब तक आप जान चुके हैं कि गर्भावस्था के नौवे महीने में महिलाओं को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। गर्भावस्था के नौवे महीने में 3000 कैलोरी आधारित खाद्य पदार्थ इस प्रकार हैं जिन्हें प्रतिदिन सेवन किया जा सकता है।
9 माह की गर्भावस्था के दौरान सुबह के नाश्ते में निम्न खाद्य पदार्थों को शामिल किया जा सकता है।
सुबह के नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच में भी महिलाओं को निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
9 माह की प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को दोपहर के भोजन में निम्न खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
दोपहर के भोजन और रात के भोजन के बीच महिलाएं निम्न आहार का सेवन कर सकती हैं।
रात का भोजन अक्सर हल्का और कम मसालेदार होना चाहिए।
रात में भूख परेशान न करे इसलिए रात में सोने से पहले भी महिलाएं हल्का सेवन कर सकती हैं।
गर्भावस्था के नौवें महीने के दौरान आहार योजना बनाने के दौरान भी कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पूरी गर्भावस्था अवधि के दौरान एक उचित आहार आपको स्वस्थ बच्चे को जन्म देने में मदद करेगा। नौवें महीने की गर्भावस्था आहार में आपको पौष्टिक आहार पर अधिक ध्यान देना चाहिए। आपको उचित अनुपात में पोषक तत्वों और आवश्यक घटकों को लेने की आवश्यकता है। अपनी डाइटिंग करने के अलावा, आपको अपने आप को हाइजीनिक रखने और डिलीवरी की तारीख के लिए फिट रहने की भी जरूरत है।
गर्भावस्था के दौरान अपने और अपने शिशु के स्वास्थ्य के प्रति महिलाओं की चिंता जायज है। इस दौरान अक्सर महिलाओं के मन में कुछ सामान्य से प्रश्न उठते हैं। हम यहां इन प्रश्नों के जबाव देने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान पैदल चलना आवश्यक है क्योंकि यह एक प्रभावी व्यायाम है। इसलिए पूरी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को इसका पालन करना चाहिए। प्रेगनेंसी के नौवे महीने में पैदल चलने के बहुत अधिक लाभ होते हैं। इस दौरान पैदल चलना और 9 मंथ प्रेगनेंसी डाइट का पालन करना महिला और बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
यह सामान्य प्रसव में भी सहायक होता है।
गर्भावस्था के 9 वें महीने के दौरान शिशु का वजन अधिक बढ़ता है। और इसलिए, इस 9 वें महीने में गर्भवती महिला का वजन बहुत बढ़ जाता है। इसलिए इस दौरान महिलाओं को प्रेगनेंसी डाइट प्लान में केवल पौष्टिक और स्वस्थ्य खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। जिससे गर्भावस्था के दौरान अधिक वजन बढ़ाये बिना शिशु का उचित विकास हो सके। हालांकि इस दौरान महिला के वजन में बहुत अधिक वृद्धि होना प्रसव के दौरान परेशानी बढ़ा सकता है।
नौवे महीने में प्रसव का समय बहुत ही नजदीक होता है। जिसके कुछ सामान्य लक्षण निम्न हैं।
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