Diarrhea In Pregnancy In Hindi गर्भवस्था के दौरान विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्या जैसे दस्त, उल्टी, हाथ पैर में सूजन, उच्च रक्तचाप, नींद न आना आदि होने लगती हैं। इसका मुख्य कारण हार्मोन के स्थानान्तरण, आहार में परिवर्तन और अधिक तनाव होता हैं। माँ बनने का एहसास बहुत ही खास होता हैं, जब महिला गर्भधारण करती हैं तो उसका घर खुशियों से भर जाता हैं, उसके आस-पास का माहौल भी खुशनुमा हो जाता हैं, घर के सभी लोग अपने घर में एक नये सदस्य के स्वागत की तैयारीयों में लग जाते हैं। वही दूसरी ओर गर्भवती महिलाओं की समस्या बढ़ती जाती हैं, गर्भवती महिला के लिए दस्त बहुत हानिकारक हो सकता हैं, दस्त आपके शरीर से पानी की मात्रा को कम कर देता हैं जिससे आपका शरीर डिहाइड्रेटेड हो सकता हैं ऐसे में शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए आधिक से अधिक पानी का सेवन करें।
विषय सूची
1. गर्भावस्था के दौरान दस्त कितना आम है – Why diarrhea is common during pregnancy in Hindi
2. गर्भावस्था के दौरान दस्त ठीक न होने पर डॉक्टर को कब दिखाएं – When to See a doctor for diarrhea during pregnancy Hindi
3. प्रेगनेंसी के दौरान दस्त ठीक करने के लिए उपचार कब लेना है – When to seek treatment for diarrhea during pregnancy Hindi
4. गर्भावस्था के दौरान दस्त के लिए उपचार – Remedies for diarrhea during pregnancy Hindi
अगर आप एक दिन में तीन या उससे अधिक पतले दस्त जाते हैं यह आपके लिए घातक भी हो सकता हैं। हलाकि अगर आपको गर्भवस्था के दौरान दस्त होता हैं तो इसका ये मतलब नहीं की यह आपके गर्भधारण के कारण हो रहा हैं इसके और भी कारण भी हो सकते हैं जैसे वाइरस, जीवाणु, पेट दर्द, आंत परजीवी, दूषित भोजन, दवाइयाँ आदि भी गर्भावस्था के दौरान दस्त के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ अन्य कारण चिड़चिड़ापन, आंत्र सिंड्रोम, क्रोन की बीमारी, सेलेक रोग और अल्सरेटिव कोलाइटिस भी हो सकते हैं। गर्भवस्था के समय दस्त के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं-
जो महिलाएं पहली बार गर्भधारण करती हैं तो वो अपने बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए अपने रोज के आहार में अचानक से परिवर्तन कर देती हैं, और अधिक मात्रा में भोजन या अन्य फल खाने लगती हैं, इस अचानक से आहार में हुए परिवर्तन के कारण पेट में समस्या उत्पन्न हो जाती हैं जिसके कारण दस्त होने लगते हैं।
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गर्भवस्था के दौरान आपको अपने भोजन के प्रति नई संवेदनशीलता हो सकती हैं अर्थात जो भोजन आप पहले बहुत आराम से खा सकते थे पर गर्भधारण के बाद आपको वो खाना नुकसानदायक हो सकता हैं। उस भोजन से आपको गैस, पेटदर्द हो सकता हैं जिसकी वजह से दस्त भी हो सकते हैं।
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बच्चे के जन्म के पहले गर्भवती महिला को विटामिन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना माँ और बच्चे दोनों के लिए लाभदायक होता हैं, पर यह विटामिन आपके पेट को परेशान भी कर सकते हैं जो कि दस्त का कारण बन जाते हैं।
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गर्भवस्था के दौरान महिलायों के हार्मोन बदलने लगते हैं, इन हार्मोन का बदलाब आपके पाचन की क्रिया को धीमा कर देता हैं, इसके कारण पेट से सम्बंधित कई प्रकार की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। यह हार्मोन आपके पाचन तंत्र को तेज भी कर सकते हैं जो कि दस्त का कारण हो सकता हैं।
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जैसे जैसे आप डिलेवरी के अंतिम माह में आती हैं तो दस्त होना सामान्य बात हो जाती हैं ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि आपका शरीर प्रसव के लिए खुद को तैयार करता हैं, दस्त होने का यह मतलब नहीं हैं कि आपका प्रसव कुछ ही दिन दूर हैं, इसलिए बार बार लगने वाले दस्त से चिंतित ना हों। कुछ महिलाओं को अपने तीसरे माह में भी दस्त की समस्या का अनुभव नहीं होता हैं, यह प्रत्येक महिला के लिए अलग अलग अनुभव होता हैं।
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अगर आप दस्त से परेशान हैं और दस्त दो या तीन दिन के बाद भी समाप्त नहीं होता हैं तो आप डॉक्टर को अवश्य दिखाएं। डॉक्टर शारीरिक परीक्षण के बाद दस्त का कारण बताएगा। दस्त होने पर अधिक समय तक ठीक होने का इंतजार ना करें यह आपके और बच्चे के लिए घातक हो सकता हैं।
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लंबे समय तक दस्त से निर्जलीकरण हो सकता है। आप हर दिन कम से कम 80 औंस पानी पीकर गर्भावस्था के दौरान निर्जलीकरण को रोक सकते हैं। यदि आपका दस्त दो या तीन दिनों से अधिक रहता है तो अपने डॉक्टर को दिखाएँ, अधिक समय निर्जलीकरण गर्भावस्था के दौरान अनेक प्रकार की समस्या का कारण बनता है। निर्जलीकरण के कुछ प्रमुख लक्षण गहरा पीला मूत्र, मूत्र उत्पादन में कमी, शुष्क मुँह, सिरदर्द, सिर चकराना या चक्कर आदि हो सकता हैं।
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अगर आप गर्भवती हैं, दस्त की समस्या से परेशान हैं और दवाइयां खा-खा के परेशान हो गयी हैं तो चिंता मत करें हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपचार बताने जा रहे हैं जिसकी सहायता से आप आसानी से घर में ही दस्त से रहत पा सकती हैं। हालाकि अधिकांस मामलों में दस्त अपने आप ही ठीक हो जाते हैं फिर भी आप इन उपचार को अपना सकते हैं-
अधिकांश दस्त अपने आप ही ठीक हो जाते हैं, इसके लिए आप कुछ समय का इंतजार कर सकते हैं, यह अक्सर अपने खान-पान के वजन से होता हैं, दस्त का कारण विषाक्तता, वायरस और बैक्टीरिया आदि होता हैं, इसलिए अपने भोजन का ध्यान रखें और अधिक से अधिक पानी पीते रहें, क्योंकि दस्त से आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं।
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दस्त का कारण आपकी दबाइयां भी हो सकती हैं अगर आप कोई दबा पहले से खाते हैं तो हो सकता हैं की गर्भवस्था के दौरान वह आपके स्वास्थ पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं, अगर आपको इस प्रकार की को समस्या है तो आप तुरंत चिकित्सक से सलाह लें।
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अगर आप दस्त का सामना कर रहे हैं तो आपको हाइड्रेटेड रहना रहना अतिआवश्यक हो जाता हैं दस्त आपके शरीर से अतिरिक्त पानी को निकाल देता हैं जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं जो कि गर्भवती महिलायों के लिए बहुत ही गंभीर हो सकता हैं। गर्भवती महिलाओं को अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक पानी की आवश्यकता होती हैं। आप पानी के स्थान पर कोई भी तरल पेय पदार्थ का सेवन कर सकती हैं जैसे जूस, शोरबा, सूप शरवत आदि।
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भोजन में लेने वाले कुछ खाद्य पदार्थ एसे होते हैं जो हो आपके दस्त की समस्या को बढ़ा सकते हैं इसलिये ऐसे पदार्थों का सेवन ना करें। अगर आप दस्त की समस्या से जूझ रहे तो आपको उच्च वसा वाले पदार्थ, तला हुआ भोजन, मसालेदार भोजन, दूध और दूध से बने पदार्थ और उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहियें।
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