Pregnancy test kab kare अगर आप गर्भवती होने का प्रयास कर रही हैं या प्रेगनेंट होने से बचना चाहती हैं तो आपने प्रेगनेंसी टेस्ट के बारे में जरुर सोचा होगा। ख़ास तौर से जब आप गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों का अनुभव कर रही होती हैं जैसे कि मतली आना, सिरदर्द, और थकान होना। ऐसे में आपको प्रेगनेंसी टेस्ट जल्दी करने का भी मन करता होगा। लेकिन क्या आप इस टेस्ट को पहले कर सकती हैं या आपको वास्तव में अपनी मिस्ड पीरियड् के पहले दिन तक इन्तजार करने की ज़रूरत है? हम आपको यहाँ यही बता रहें हैं। प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए, इस प्रश्न के वास्तव में दो जवाब हैं: टेस्ट तब करना चाहिए जब आपको प्रेगनेंसी का संदेह है, और तब तो खासतौर से करना चाहिए जब आपमें गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण दिखायी देने लगें हों।
किसी भी समय गर्भावस्था परीक्षण करने से आपको कोई भी नहीं रोक रहा है। लेकिन अगर आप ओव्यूलेशन (डीपीओ) के 8 दिन पहले प्रेगनेंसी टेस्ट करतीं हैं, तो आप शायद अपना पैसा ही बर्बाद कर रहीं हैं और अनावश्यक रूप से निराश होने के लिए तैयारी कर रहीं हैं। आइये विस्तार से जानते है कि आपको प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए।
विषय सूची
1. आप प्रेगनेंसी टेस्ट कितनी जल्दी कर सकती हैं – How soon can you take pregnancy test in Hindi
2. गर्भावस्था की जांच (प्रेगनेंसी टेस्ट) करने का सही समय – Pregnancy test kab kare in Hindi
3. प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे काम करता है – How does a pregnancy test work in Hindi
4. गर्भावस्था परीक्षण (प्रेगनेंसी टेस्ट) किस समय करें – Time for taking pregnancy test in Hindi
प्रेगनेंसी टेस्ट आपको अपने मिस्ड पीरियड के एक सप्ताह बाद करना चाहिए ताकि सबसे ज्यादा सटीक परिणाम मिल सके।
अगर आप अपने पीरियड्स मिस होने तक का इंतज़ार नहीं कर सकती तब आपको यौन संबंध बनाने के कम से कम एक या दो हफ्ते के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए। यदि आप तुरंत की गर्भवती हैं, तो आपके शरीर में एचसीजी (HCG ) का स्तर विकसित होने के लिए समय लगेगा और प्रेगनेंसी डिटेक्ट नहीं होगी। गर्भ में अंडे के सफल प्रत्यारोपण होने में आमतौर पर सात से 12 दिन लगते हैं।
यदि आप चक्र से बहुत पहले टेस्ट ले लेती हैं तो आपको गलत परिणाम मिल सकता है। नीचे हम आपको प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए इसके लक्षण के बारे में बता रहें हैं –
(और पढ़े – प्रेगनेंसी टेस्ट किट का उपयोग…)
आइये जानते है कि प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सही समय क्या होता हैं।
ऐंठन और दर्द भरे स्तनों के साथ, शुरूआती गर्भावस्था के कारण निम्नलिखित समस्या हो सकती हैं:
जैसे-जैसे सप्ताह बढ़ते हैं, ये लक्षण और भी ज्यादा दिखने लगेगे और आपके एचसीजी स्तर पहले तिमाही के अंत तक ही नार्मल हो पाएंगे। खुद को तो आप ही बहुत अच्छे से जानते हैं, इसलिए अपने शरीर पर ध्यान दें। कोई असामान्य शारीरिक लक्षण आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
(और पढ़े – यदि है प्रेगनेंसी का शक तो करें ये काम…)
चूंकि गर्भावस्था में अधिक से अधिक एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन उत्पन्न होता है, इसलिए ये हार्मोन बच्चे का विकास करने के लिए आपके शरीर में परिवर्तन करना शुरू कर देते हैं।
आपके स्तन नर्म प्रतीत हो सकते हैं और रक्त प्रवाह में बढ़ोतरी के कारण भारी दिखाई दे सकते हैं। आपके निपल्स में दर्द हो सकता हैं और त्वचा के नीचे नसों का रंग गहरा दिखाई दे सकता हैं।
चूंकि कई महिलाओं को अपनी पीरियड्स आने से पहले वाले दिनों में स्तन में दर्द महसूस होता है इसलिए यह लक्षण हमेशा गर्भावस्था का नहीं हो सकता है। इसलिए अगर आपको ऐसे कोई भी लक्षण दिखे तो आप तुरंत गर्भावस्था की जांच कर सकती हैं
(और पढ़े – महिलाएं अपने स्तन की जांच कैसे करें…)
प्रत्यारोपण के कारण भी आप मासिक धर्म के जैसी ऐंठन महसूस कर सकती हैं। गर्भावस्था की शुरुआत में, आप इस परेशानी का सामना कर सकती हैं। यह सोचते हुए की पीरियड्स आने वाले हैं लेकिन आपको गर्भवती होने के कारण फिर पीरियड्स नहीं आयेंगे।
इसलिए प्रेगनेंसी टेस्ट करे करें। महिला में गर्भावस्था के अनुसार हार्मोन के स्तर अलग अलग होते हैं।
(और पढ़े – इंप्लांटेशन ब्लीडिंग (आरोपण रक्तस्राव) क्या है, लक्षण, कितने दिन तक होती है…)
गर्भावस्था का सबसे पहला लक्षण पीरियड्स का मिस होना है। यदि आप अपने मासिक चक्र को ध्यान से ट्रैक नहीं करते हैं, तो यह निर्धारण करना मुश्किल है कि आपके पीरियड्स देर से हुए हैं या मिस हुए हैं या नहीं। कई महिलाओं में 28 दिन का मासिक धर्म चक्र होता है। यदि आपको एक महीने से ज्यादा समय हो गया है और आपके पीरियड्स नहीं शुरू हुए हैं तो आपको टेस्ट कर लेना चाहिए।
ध्यान रखें कि तनाव, आहार, व्यायाम, या कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी आपके पीरियड्स कभी-कभी देरी से आ सकती है या स्किप हो सकते हैं।
अगर आपको गर्भावस्था होने का संदेह है तो अपने रक्त प्रवाह पर ध्यान दें। गर्भाशय की लाइनिंग में जब अंडा और गहराई में प्रत्यारोपित हो जाता है तब शुरुआती हफ्तों में हल्के रक्तस्राव या स्पॉटिंग का अनुभव करना आम बात है। अपने रक्त के रंग, बनावट, या रक्त की मात्रा में किसी भी अंतर का ध्यान रखें। यदि आपको ब्लीडिंग हो रही है लेकिन प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें।
(और पढ़े – पीरियड मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट नेगेटिव आने के कारण…)
जन्म नियंत्रण गोलियाँ, कंडोम, और अन्य प्रकार के गर्भ निरोधक उपकरण गर्भावस्था से 100 प्रतिशत सुरक्षा नहीं देते हैं। प्रेगनेंसी का रिस्क हमेशा बना रहता है भले ही आप कितने भी सावधान हों।
आपके जन्म नियंत्रण के उपायों को करने के बाद भी अगर आप किसी भी लक्षण का अनुभव करती हैं तो टेस्ट करने पर विचार करें।
अनियोजित गर्भावस्था हमारे से हुई गलती या कोई दोष के चलते भी हो सकती है। जन्म नियंत्रण गोलियां हर दिन याद से लेने में आप भूल सकते हैं। एक मातृत्व प्लानिंग संस्था के मुताबिक करीब हर 100 महिलाओं में से 9 महिलाएं जन्म नियंत्रण गोलियां लेने के बावजूद भी गर्भवती बन जाती हैं।
कंडोम फट भी सकता है या इसको गलत तरीके से उपयोग हो सकता है। कंडोम पर निर्भर हर 100 महिलाओं में से लगभग 18 महिलायें हर साल गर्भवती हो जाती हैं।
यदि आप गर्भ निरोधक विफल होने के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से वैकल्पिक गर्भ निरोधक के तरीकों, जैसे इंट्रायूटरिन डिवाइस: आईयूडी (intrauterine device: IUD) के बारे में पूछें। आईयूडी का उपयोग करने से आप गर्भवती नहीं होंगी। 100 महिलाओं में से इसके उपयोग करने पर कोई भी महिला गर्भवती नहीं हुई।
(और पढ़े – गर्भनिरोधक के सभी उपाय और तरीके…)
यौन सक्रिय महिलाओं को अपने प्रजनन वर्षों में बहुत बार गर्भावस्था का रिस्क बना रहता है भले ही वे गर्भनिरोधक का उपयोग करती हों। आपका शरीर आपको कुछ सिग्नल भेज सकता है जो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए प्रेरित करता है।
(और पढ़े – प्रेगा न्यूज़ प्रेगनेंसी टेस्ट किट का उपयोग कैसे करें…)
जब आप गर्भवती हो जाती हैं, तो आपका शरीर गर्भावस्था हार्मोन, मानव कोरियोनिक गोनाडोट्रोफिन (एचसीजी), (human chorionic gonadotrophin HCG) उत्पन्न करता है। घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने से आपकी यूरीन में एचसीजी के होने का पता चल जाता है। जिससे पता चलता है की आप गर्भवती है या नहीं।
(और पढ़े – एचसीजी हार्मोन क्या होता है गर्भावस्था में एचसीजी की भूमिका…)
सर्वोत्तम परिणामों के लिए, अगर आपको लगता है की आपने अपने पीरियड्स को मिस किया है तो आपको टेस्ट कर लेना चाहिए। सुबह उठने के बाद पहली बार बाथरूम जाने पर ही परीक्षण करें या फिर कुछ घंटो के लिए पेशाब रोक कर रखें ताकि एचसीजी हार्मोन जो की टेस्ट से मापा जायेगा उसकी मात्रा यूरीन में बढ़ जाये। पहले से बहुत अधिक तरल पदार्थ पीने से बचें, क्योंकि यह आपके मूत्र में एचसीजी के स्तर को पतला कर सकता है।
प्रेगनेंसी टेस्ट जल्दी करने से यह सुनिश्चित होता है कि आप अपनी उचित देखभाल कर पायेगी और अपने बच्चे के लिए प्रसवपूर्व देखभाल करेंगी। टेस्ट पॉजिटिव आने पर, अपने विकल्पों और संभावित अगले चरणों पर बात करने के लिए जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
(और पढ़े – प्रेगनेंसी की जानकरी और प्रकार, क्या आप जानते है…)
इसी तरह की अन्य जानकरी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…