गर्भवती होने के लिए क्या खाना चहिए और क्या नहीं, ये सवाल हर उस महिला के मन में होता है, जिनकी प्रेग्नेंसी में देरी हो रही है या कई कोशिशों के बाद भी वह प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही है। आपको बता दें, कि गर्भधारण करने के लिए स्वस्थ भोजन करना बहुत जरूरी है, लेकिन इसके साथ यह भी पता होना चाहिए कि गर्भधारण की तैयारी करते समय कौन सी चीज खानी चाहिए और कौन सी नहीं खानी चाहिए। शरीर में अंडे न बन पाने, महिला की ज्यादा उम्र होने, महावारी बंद होने, सही समय पर संबंध न बनाने और अंडों की मात्रा कम होने के कारण महिलाओं को प्रेग्नेंट हेाने में देरी होती है। विशेषज्ञों की सलाह है कि इस स्थिति से बचने के लिए स्वस्थ खान-पान पर ध्यान देना चाहिए।
शादी के बाद हर महिला यही सोचती है कि ऐसी कौन सी चीजें हैं, जिनका सेवन कर वह जल्द गर्भवती हो सकती है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिनसे प्रजनन क्षमता में सुधार होता है, वहीं कुछ खाने-पीने की चीजें ऐसी होती हैं, जो प्रजनन क्षमता पर बुरा असर डालती हैं। सही जानकारी न होने की वजह से महिलाएं प्रेग्नेंट होने से पहले इनका सेवन कर लेती हैं, जिससे उन्हें गर्भवती होने में परेशानी आती है। ऐसे खाद्य पदार्थों से परहेज करने में ही आपकी भलाई है। इसके बजाए आप ऐसी चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकती हैं, जो आपकी फर्टिलिटी को बूस्ट करने के साथ जल्दी गर्भधारण करने में मदद करती हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि गर्भधारण की योजना बनाने से पहले आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। नीचे हमारे द्वारा बताए गए खाद्य पदार्थों के सेवन से जहां आप आसानी से गर्भधारण कर सकती हैं, वहीं कुछ खाने की चीजों से गर्भधारण करने में होने वाली परेशानियों से बचा भी जा सकता है।
विषय सूची
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अगर आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं, तो पहले ये जान लें, कि अगर आप स्वस्थ नहीं होगी, तो होने वाले बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। ऐसे में गर्भधारण करने से पहले ही अपने स्वास्थ्य और खान-पान पर ध्यान देना शुरू कर दें। नीचे हमारे द्वारा बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें। इनमें कई ऐसे गुण हैं, जिन्हें अपने आहार में शामिल करके आप अपने अंडे को नुकसान से बचा सकती हैं और जल्दी गर्भवती हो सकती हैं।
अगर आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो प्रेग्नेंट होने के लिए पत्तेदार सब्जियां खाना शुरू कर दें। पालक, मेथी, ब्रोकली में फोलेट और विटामिन बी उच्च मात्रा में पाया जाता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि पत्तेदार सब्जियां ओवुलेशन में सुधार करने में बहुत मददगार साबित होती हैं। इसके सेवन से गर्भपात या अनुवांशिक समस्याओं की संभावना बहुत कम हो जाती है। इतना ही नहीं पालक का सेवन पुरूष भी कर सकते हैं। इससे ज्यादा स्वस्थ स्पर्म बनने की संभावना बढ़ जाती है।
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कई कोशिशों के बाद भी अगर आप प्रेग्नेंट नहीं हो रही हैं, तो ऐसे में आपको अंगूर और टमाटर रोज खाने चाहिए। इन्हें खाने से महिलाएं अपनी फर्टिलिटी की क्षमता को बढ़ा सकती हैं। और जल्दी प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
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अगर आपको एस्ट्रोजन की कमी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं – जो कि हम उम्र में आम हैं – जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए हम आपके खाने में छोले जोड़ने की सलाह देते हैं। वे प्राकृतिक एस्ट्रोजन में उच्च हैं, जो इष्टतम प्रजनन क्षमता के लिए हार्मोनल संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं।
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कद्दू के बीज गैर-हीम लोहे में उच्च हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन महिलाओं ने नियमित रूप से आयरन सप्लीमेंट (जो गैर-हीम आयरन है) का सेवन किया, उनमें उन लोगों की तुलना में 40 प्रतिशत कम गर्भधारण की समस्या होती है जो आयरन नहीं लेते थे।
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गर्भधारण करने के लिए आप अपने आहार में ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम और सूखे अंजीर को शामिल करें। इससे प्रजनन क्षमता में बढ़ोतरी होगी। यह गर्भधारण में सहायक होते हैं।
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जल्द प्रेग्नेंसी को अचीव करने के लिए आप अपने आहार में लहसुन और अनार को मुख्य रूप से शामिल कर सकती हैं। ये भी आपकी फर्टिलिटी की क्षमता को बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होते हैं।
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कई महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में बहुत परेशानी आती है। ऐसी महिलाओं के लिए जैतून के तेल का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। जैतून का तेल एक मोनोअनसैचुरेटेड फैट है, जो पूरे शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह अंडाशय से स्वस्थ अंडा उत्पन्न करने में भी मददगार है। इसे आप सलाद के साथ या फिर खाना पकाने में भी उपयोग कर सकती हैं।
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फलियां प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाला भोजन भी हैं। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने लगभग 19,000 महिला नर्सों को देखा, जो सक्रिय रूप से गर्भवती होने की कोशिश कर रही थीं और उन्होंने पाया कि पशु प्रोटीन के उच्चतम सेवन से महिलाओं में बांझपन की संभावना 39 प्रतिशत अधिक थी। लेकिन जिन महिलाओं ने बहुत सारे पौधे आधारित प्रोटीन खाए थे, उन्हें गर्भधारण करने की कोशिश करने में काफी कम परेशानी होती थी। इसलिए प्रेग्नेंट होने के लिए बीन्स का सेवन जरूर करें।
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अगर प्रेग्नेंसी में देरी हो रही है, तो सीफूड को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। एक रिसर्च के अनुसार प्रेग्नेंट होने से पहले रोजाना सीफूड खाया जाए, तो महिलाएं सेक्सुअली रूप से अधिक सक्रिय होती हैं और जल्द गर्भधारण करती हैं। जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंडोक्राइनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सप्ताह में दो बार समुद्री भोजन करने वाले 92 फीसदी जोड़ों की महिलाएं कम समुद्री भोजन करने वाले 79 फीसदी जोड़ों की महिलाओं की तुलना में साल के अंत तक गर्भवती हो गईं। रिसर्च के मुताबिक सी फूड से कम समय में प्रेग्नेंट होने और सेक्सुअल रूप से एक्टिव होने के अलावा प्रजनन से संबंधित कई फायदे होते हैं।
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अगर आप फैमिली प्लानिंग कर रही हैं, तो अपनी डाइट में विटामिन बी का सेवन बढ़ा लें। विटामिन बी आपको हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे और मास में अच्छी मात्रा में मिलेगा।
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वैसे तो शरीर में कभी भी पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, लेकिन जब आप गर्भधारण करने की सोच रही हैं, तो दिनभर में आठ से दस मिलास पानी पीना ही चाहिए। शरीर में अगर पानी की कमी हो, तो काफी समय तक गर्भधारण करने में परेशानी आ सकती है।
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जिन महिलाओं को आसानी से गर्भधारण नहीं हो रहा है, उन्हें ओमेगा 3 फैटी एसिड जरूर लेना चाहिए। रोजाना अपनी डाइट में बादाम, अखरोट, मछली को शामिल करें, इससे फर्टिलिटी में सुधार होता है और जल्दी प्रेग्नेंसी आ जाती है।
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यदि आप गर्भवती होने की योजना बना रही हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका आहार फॉलिक एसिड से भरपूर हो। गर्भवती होने से पहले आप साबुत अनाज, सब्जियों और खट्टे फलों का सेवन बढ़ा सकती हैं। गर्भावस्था से एक महीने पहले रोजाना 400 -600 ग्राम फॉलिक एसिड लेना चाहिए और जन्मदोषों के जोखिम को कम करने के लिए गर्भावस्था के दौरान इसकी मात्रा बढ़ाकर लगभग 800 मिग्रा कर देनी चाहिए।
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जल्दी प्रेग्नेंट होने के लिए आइस्क्रीम खाना बहुत अच्छा माना जाता है। हार्वड के एक अध्ययन में पाया गया है कि जो महिलाएं डेयरी प्रोडक्ट जैसे आइसक्रीम, चीज आदि का सेवन करती हैं, उनमें उन महिलाओं की तुलना में ओवुलेशन की समस्या कम होती हैं, जो मुख्य रूप से कम वसा वाले डेयरी उत्पाद लेती हैं। इसलिए फैमिली को आगे बढ़ाना है, तो आइसक्रीम खाकर आप जल्दी मां बनने का सपना पूरा कर सकती हैं।
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जल्दी और आसानी से गर्भवती होने के लिए दाल खाना बहुत जरूरी है। इसमें स्पर्मिडाइन होते हैं, जो शुक्राणु को अंडे को निषेचित करने में मदद करते हैं। दाल और बीन्स प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत हैं। जो महिलाएं नियमित रूप से दाल और बीन्स का सेवन करती हैं, उनमें उनमें ओवुलेशन की समस्या कम देखी जाती है। इतना ही नहीं दाल और बीन्स फोलेट एसिड का भी अच्छा स्त्रोत है, इससे गर्भधारण और स्वस्थ भ्रूण के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व माना गया है।
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बता दें कि अंडा प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। अंडा खाने से महिलाएं जल्दी गर्भधारण करने में सफल होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार अंडे में कोलीन होता है, जो जन्म दोषों के जोखिम को कम कर सकता है। वैसे तो कई डाइटिंग विशेषज्ञ अंडे का सफेद भाग खाने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर आप फर्टिलिटी को बूस्ट करना चाहते हैं, तो अंडे की जर्दी में मौजूद पोषक तत्व आपके लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
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कई महिलाएं गर्भवती तो होना चाहती हैं, लेकिन हो नहीं पातीं। हो न हो, लेकिन कई बार इसके पीछे का कारण आपका खान-पान भी हो सकता है। ज्यादातर महिलाओं को इस बारे में जानकारी नहीं होती, कि प्रेग्नेंट होने के लिए उन्हें क्या -क्या नहीं खाना चाहिए। तो नीचे हम आपको ऐसे ही खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको गर्भवती होने के लिए दूरी बनानी पड़ेगी।
आसानी से गर्भधारण न करने वाली महिलाओं को अक्सर लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स न खाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें एंड्रोजन नाम का हार्मोन पाया जाता है, जो एक प्रकार का मेल हार्मोन है। दरअसल, जब दूध से फैट निकाला जाता है, तो इसका स्वाद और रंग बदलने के लिए कई पदार्थों के उपयोग के कारण इसमें एंड्रोजन नामक हार्मोन आ जाता है। यह हार्मोन महिलाओं के शरीर में जाकर उनके पीरियड्स को अनियमित कर देता है, जिस कारण महिलाओं के ओवुलेशन पर असर पड़ता है और गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए जो महिलाएं बहुत समय से मां बनने का सपना देख रही हैं, उन्हें लो फैट दूध के अलावा दूध से बनी चीजें जैसे पनीर, चीज, दही और आइस्क्रीम खाने से भी बचना होगा।
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अगर आप जल्दी प्रेग्नेंट होना चाहती हैं, तो कच्चा पपीता खाने से बचना चाहिए। दरअसल, पपीते में लैटेक्स नाम का एक पदार्थ पाया जाता है, जो गर्भाशय को संकुचित करता है, जिससे गर्भधारण करने में देरी होती है। बता दें कि गर्भधारण करने से पहले कच्चे पपीते को किसी भी रूप में खाने से मना किया जाता है। हालांकि पूरी तरह से पका ह़ुआ पपीता पाचन के लिए बहुत अच्छा है, इसलिए प्रेग्नेंसी से पहले आप चाहें, तो पके हुए पपीते का सेवन कर सकती हैं।
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गर्भधारण की कोशिश करने वाली महिलाओं को पैकेज्ड फूड खाने से बचना चाहिए। आजकल मार्केट में मिलने वाले सभी तरह के पैक्ड फूड को कई दिनों तक ताजा बनाए रखने के लिए कई केमिकल मिलाए जाते हैं, इसलिए जब ये महिला के शरीर में प्रवेश करते हैं, जो प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचता है और गर्भवती होने की संभावना कम हो जाती है।
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इस सूची में एक और आश्चर्यजनक प्रविष्टि, मटर है हालाँकि बहुत कम डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ इसके बारे में जानते होंगे, इस पहलू पर एक सदी पहले शोध किया गया था, जहाँ नियमित रूप से मटर का सेवन करने वाली महिलाओं और जन्म की दर कम होने के बीच एक लिंक देखा गया था। सोयाबीन की तरह, मटर में भी कुछ रसायन होते हैं जो शुक्राणुओं को बाधित कर सकते हैं और प्राकृतिक गर्भधारण में गर्भनिरोधक के रूप में कार्य करते हैं।
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अजीनोमोटो का इस्तेमाल विशेषतौर पर चाइनीज भोजन को स्वदिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन प्रेग्नेंट होने की चाह रखने वाली महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। आमतौर पर अजीनोमोटो में एमएसजी यानि मोनोसोडियम ग्लूटामेट नामक पदार्थ मिलाया जाता है, जो खाने में स्वाद बढ़ाता है। लेकिन प्रेग्नेंट होने से पहले महिलाओं को इसे खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे खाने के बाद महिलाओं के शरीर में सोडियम का स्तर काफी बढ़ जाता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है। जिससे एडिमा या प्रजनन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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सब्जियों और फलों को पोषण में आपके मित्र और समर्थक माना जाता है। यही कारण है कि यह कई महिलाओं के लिए आश्चर्य की बात हो सकती है जब कुछ सब्जियों और फलों को उनके कच्चे रूप में खाने बचा जाना चाहिए। ये मूंग, मूली, चने, मैथी और अन्य कच्चे स्प्राउट्स में से अधिकांश होते हैं, जिनमें बैक्टीरिया होने की संभावना होती है, जिससे भ्रूण को बढ़ने से पहले गर्भपात हो सकता है। यही हाल जूस का भी है जो पाश्चुरीकृत नहीं होते हैं।
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गर्भवती होने के लिए महिलाओं को धूम्रपान नहीं करना चाहिए। एक अध्ययन के अनुसार रोजाना धुम्रपान करने वाली महिलाओं के अंडों में अनुवांशिके बीमारी का संचार हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार जो महिलाएं धुम्रपान करती हैं, उन्हें आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) जैसी प्रक्रिया से दो बार गुजरना पड़ता है। जबकि सामान्य तरह से गर्भधारण करने वाली महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता।
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गर्भधारण की तैयारी करने वाली महिलाओं को शराब से दूर रहना चाहिए। ज्यादा शराब पीने से महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म और ओवुलेशन से जुड़ी समस्याओं से जूझना पड़ता है। इतना ही नहीं शराब पीने से कई बार एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रॉन का हार्मोन लेवल असंतुलित हो जाता है, जिससे महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आती है।
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सोडा शरीर में सूजन पैदा करता है साथ ही वजन भी बढ़ाता है। कई अध्ययनों में पता चला है कि सोडा में कई हानिकारक तत्व होते हैं, जिसकी वजह से शरीर में सूजन आने के साथ धीरे-धीरे वजन भी बढ़ने लगता है। इसलिए अगर महिलाएं प्रेग्नेंट होने से पहले ज्यादा सोडा पीती हैं, तो फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है। खासतौर से जिन महिलाओं को ब्लड शुगर की समस्या है, उन महिलाओं को सोडा से दूरी बनाए रखनी चाहिए, इससे इन महिलाओं में फर्टिलिटिी की समस्या ज्यादा हो सकती है।
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प्लास्टिक की बोटल या कैन में कोई भी ड्रिंक लेना बहुत नुकसानदायक होता है, खासतौर से तब कोई महिला गर्भधारण की तैयारी कर रही हो। बता दें कि प्लास्टिक की बोतल बनाने के लिए बिसफेनोल ए नामक केमिकल का उपयोग किया जाता है, जो प्लास्टिक की बोतल में डाली जाने वाली ड्रिंक में जल्दी घुल जाता है। इसलिए गर्भवती होने के लिए प्लास्टिक या कैन में पानी या कोल्ड ड्रिंक पीना अच्छा नहीं माना जाता है। इससे महिला के प्रजनन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है।
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भले ही आप रोजाना चाय या काफी पीती हों, लेकिन अगर आप गर्भधारण की प्लानिंग कर रही हैं, तो इन कैफीन युक्त पेय का सेवन बंद कर दें। क्योंकि अत्याधिक मात्रा में इनका सेवन करने से महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या पैदा हो सकती है। आपको बता दें कि वैसे गर्भवती होने से पहले चाय या कॉफी पीना अच्छा माना जाता है, लेकिन इसमें कैफीन की मात्रा 200 मिग्रा से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। कई शोधों में यह सामने आया है कि जिन महिलाओं में कैफीन की मात्रा 200 मिग्रा से ज्यादा होती है, उनमें मां बनने की संभावना लगभग आधी हो जाती है।
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पारा या मर्करी नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है। इसका अर्थ यह है कि यदि महिला गर्भवती होना चाह रही है, तो वह पारायुक्त मछली का सेवन न करे, क्योंकि ऐसा करने से सीधे भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है। गर्भवती होने से पहले ही आपके शरीर में अत्याधिक मात्रा में पारा जमा हो सकता है, जो शिशु के तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है। डॉक्टर बताती हैं कि ज्यादातर महिलाओं के गर्भवती होने से पहले ही उतना तंत्रिका तंत्र बन जाता है। इसके अलावा पारा भी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।
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ट्रांस फैट ज्यादातर चिप्स या माइक्रोवेव पॉपकॉर्न में पाए जाते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ शरीर में सूजन और इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनते हैं, जो प्रजनन क्षमता को कम करता है। केवल महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी ट्रांस फैट से दूरी बनानी चाहिए, क्योंकि पति-पत्नी दोनों मिलकर बच्चा पैदा करना चाहते हैं, ऐसे में ट्रांस फैट शुक्राणओं की संख्या और गुणवत्ता में कमी लाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
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अगर आप अपनी प्रजनन क्षमता बढ़ाना चाहती हैं, तो उन खाद्य पदार्थों को खाने से बचें, जो आपकी रक्त र्शकरा को बढ़ाते हैं। इससे सूजन बढ़ती है और यह ओवूलेशन को भी प्रभावित कर सकती है। बेहतर है कि आप स्लो बर्निंग कार्ब जैसे गेहूं की रोटी, पास्ता, चावल को अपने आहार में शामिल करें।
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प्रेग्नेंट होने के लिए आपको कौन कौन सी चीजें नहीं खानी है और प्रेग्नेंट होने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए, ये तो हमने आपको ऊपर बता दिया, लेकिन गर्भवती होने के लिए इतना ही काफी नहीं है, बल्कि आपको भोजन को लेकर कई सावधानियां भी बरतनी चाहिए।
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गर्भावती होने के लिए अधिक मात्रा में तिल का सेवन नहीं करना चाहिए। तिल की तासीर गर्म होती है, इसलिए गर्भधारण करने से पहले हर खाने की चीज में इसे शामिल न करें। हालांकि इसमें आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी, सी और ई भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिस कारण इसका सेवन करना अच्छा माना जाता है, फिर भी प्रेग्नेंट होने से पहले इसका सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
वैसे तो हल्दी सूजन के साथ कैंसर जैसे रोगों का भी इलाज करती है, लेकिन प्रेग्नेंसी की तैयारी करने से पहले इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता। ऐसा इसलिए, क्योंकि हल्दी गर्भधारण करने से पहले महिला के शरीर में गर्भनिरोधक की तरह काम करती है, जिससे फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। खाने की ज्यादातर चीजों में हल्दी का उपयोग तो होता है, लेकिन गर्भधारण करने की तैयारी करने वाली महिलाओं को इसे कितनी मात्रा में लेना है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें।
आप जानती हैं कि गर्भवती होने के बाद आप क्या खा सकतीं हैं और क्या नहीं खा सकतीं हैं, इसके बारे में बहुत सारे नियम हैं, लेकिन जब आप प्रेग्नेंट होने की कोशिश कर रहीं हों तब क्या होगा? क्या कुछ खाद्य पदार्थ गर्भवती होने की आपकी क्षमता में सुधार कर सकते हैं। यहाँ प्रजनन क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ हैं बताये गए हैं जो गर्भवती होने के लिए आपके आहार में शामिल किये जा सकते हैं, साथ ही उन खाद्य पदार्थों के बारे में भी बताया गया है जिनसे आपको बचना चाहिए।
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Reference
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