How To Get Pregnant With Irregular Periods In Hindi अनियमित माहवारी होने पर आपको गर्भधारण करने में समस्या उत्पन्न हो सकती है। अनियमित पीरियड्स होना असामान्य नहीं है, क्योंकि वास्तव में 14 से 25% महिलाएं अपने फर्टिलिटी इयर्स के दौरान कभी ना कभी अनियमित माहवारी का अनुभव करती हैं। और इसके अलग-अलग कारण होते हैं जैसे कि (पीसीओएस, डिम्बग्रंथि अपर्याप्तता (Ovarian Insufficiency), थायरॉयड डिसऑर्डर, हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया (Hyperprolactinemia), गर्भाशय फाइब्रॉएड (Uterine Fibroids), एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) आदि। लेकिन अनियमित साइकिल होने का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आप स्वाभाविक रूप से गर्भवती होने में सक्षम नहीं होंगी। गर्भवती होना ज्यादातर महिलाओं के लिए सबसे ख़ुशी की बात है। हालांकि हमारे जीवन में प्रगति के साथ तनाव और जीवनशैली में कई तरह के बदलाव भी आते हैं, जो गर्भवती होने की संभावना को कठिन कर सकते है।
परन्तु ऐसे कई तरीके है जिन्हें अपनाकर आप अनियमित माहवारी होने पर भी गर्भवती हो सकती है, हालांकि गर्भधारण करने में आपको थोड़ी मुश्किल हो सकती है पर यह असंभव नहीं है। इसलिए आज इस लेख में हम जानेंगे के अनियमित पीरियड्स होने पर भी आप गर्भवती कैसे हो सकती है और इसके क्या उपाय है।
विषय सूची
अनियमित पीरियड्स या अनियमित माहवारी को चिकित्सकीय भाषा में ऑलिगोमेनोरिया (Oligomenorrhoea) कहा जाता है। यह स्थिति तब होती है जब अवधि चक्र या तो 21 दिनों से कम या 36 दिनों से अधिक होता है। परन्तु कुछ महिलाओं में पूरा चक्र ही अनियमित होता है। अनियमित पीरियड्स ही इनफर्टिलिटी के 30-40% मामलों के लिए जिम्मेदार होते है। हालांकि यह एक चिंताजनक बात है लेकिन अनियमित माहवारी का इलाज संभव है।
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अनियमित पीरियड्स या अनियमित माहवारी के कई कारण हैं और अधिकांश महिलाएं अपने जीवन में कभी ना कभी इस समस्या का अनुभव जरुर करती है। अनियमित पीरियड्स के कुछ कारण हो सकते है-
कई महिलाओं को यह समझ नहीं आता है की वह कैसे पता करें की उनके पीरियड्स नियमित है या अनियमित, इसलिए आपको इसके लिए कुछ कारकों पर ध्यान देने और उसकी जांच करने की जरुरत होती है और इसके लिए आप अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकती है। कुछ कारक है-
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अनियमित पीरियड्स एनोव्यूलेशन (Anovulation) का संकेत होता है, जिसका अर्थ है कि आपके अंडाशय (Ovaries) नियमित रूप से अंडे नहीं छोड़ रहे हैं। अनियमित माहवारी के अन्य कारण भी होते है जो आपके गर्भवती होने की संभावनाओं को प्रभावित करते हैं, जैसे थायरॉयड असंतुलन (Thyroid Imbalances), हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalances), पीसीओएस, हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया (Hyperprolactinemia), समय से पहले डिम्बग्रंथि विफलता (Premature Ovarian Failure) और पॉलीप्स (Polyps)।
यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि आपकी अनियमित माहवारी की समस्या के कारणों का सही ढंग से उपचार किया जाए। तभी आपके गर्भधारण की संभावना को बढ़ाया जा सकता है। शादी के बाद होने वाले अनियमित पीरियड्स और गर्भधारण की संभावनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं इसलिए इन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए।
यदि आपके पीरियड्स नियमित नहीं हैं तब भी आप गर्भवती हो सकती है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जो गर्भधारण करने में आपकी मदद कर सकते हैं, जैसे-
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यदि आपको पक्के तौर पर पता चल गया है की आपको अनियमित पीरियड्स की समस्या है, तो गर्भधारण की योजना बनाने के लिए आपको अपने ओव्यूलेशन को ट्रैक करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। ओव्यूलेशन को ट्रैक करने के लिए बाजार में कई तरह के संसाधन उपलब्ध हैं जो यह पता लगाने में सक्षम हैं कि क्या आप ओवुलेट कर रहीं हैं।
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नियमित रूप से सेक्स करने से ना केवल आपके गर्भवती होने की संभावना बढ़ती है, बल्कि आपके तनाव का स्तर भी कम होता है जिससे अनियमित पीरियड्स के साथ आपके गर्भवती होने की संभावना और अधिक बढ़ सकती है। नियमित रूप से सेक्स करने का मतलब है कि ओव्यूलेशन विंडो (Ovulation Window) के मिस होने की संभावना कम रहेगी।
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यदि आपका डॉक्टर यह निर्धारित करता है कि आप नियमित रूप से या बिल्कुल भी ओवुलेशन नहीं कर रहीं हैं, तो वह प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए दवाईयां बता सकता है। यह दवाईयां ओव्यूलेशन को उत्तेजित करती है और आपको गर्भवती होने में मदद करती है। यदि आपको पीसीओएस (Pcos) की समस्या है, तो आपका डॉक्टर आपकी गर्भावस्था की संभावना को बढ़ाने के लिए और स्थिति को सही करने के लिए अन्य दवाईयां भी बता सकता है। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि आपको अपनी दवाओं की निर्धारित खुराक समय से लेनी है और किसी प्रकार का साइड इफेक्ट या असुविधा होने पर तुरन्त अपने डॉक्टर से बात करके सलाह लें।
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अगर आप अनियमित माहवारी में भी गर्भवती होना चाहती है तो आपको एक सही और संतुलित आहार लेना बहुत ही जरुरी है। सही खानपान और उचित जीवनशैली अपनाकर आप अनियमित पीरियड्स में भी अपने गर्भवती होने की संभावना हो बढ़ा सकती है।
यदि आपको अनियमित माहवारी की समस्या है तो आपको नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए, इससे आपका वजन भी नियंत्रित रहेगा और आपको अपने होर्मोन बढ़ाने में भी मदद मिलेगी जिससे आप आसानी से ओव्यूलेशन कर सकती है और अनियमित पीरियड्स के साथ गर्भवती होने की संभावना को बढ़ा सकती है।
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जिन महिलाओं को नियमित रूप से पीरियड्स आते है उन्हें भी पीरियड्स टाइम का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। ओव्यूलेशन साइकिल के टाइम का ध्यान रखने से आपको अपनी यौन गतिविधियों को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है जिससे गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाया जा सकता है। इसलिए हम आपको ओव्यूलेशन ट्रैक करने के कुछ तरीके बतायेंगे जिसमें शामिल है-
ओव्यूलेशन प्रेडिक्शन किट आपको अपने मूत्र में मौजूद ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (Luteinizing Hormone) या एलएच स्तर को नापने में मदद करती है। ओव्यूलेट करने के 24 से 48 घंटे पहले यह हार्मोन फैलता है। अगर आप ओव्यूलेशन ट्रैक करना चाहती है तो सबसे अच्छा यह है कि आप एलएच के स्तर को रिकॉर्ड करें, जिससे आपके डॉक्टर को भी ओव्यूलेशन का पता लगाने में मदद मिलेगी।
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फर्टिलिटी मॉनिटर ओवुलेशन का प्रेडिक्शन करने के लिए आपके लार (Saliva) और योनि बलगम (Vaginal Mucus) के नमूने का उपयोग करते हैं। यह मॉनिटर प्रेडिक्ट करने में तब मदद करते है जब आप सात दिन पहले तक ओव्यूलेशन करती रहती है। ये मॉनिटर आपके शरीर के रसायन (Body Chemistry) और नब्ज को इलेक्ट्रॉनिक रूप से ट्रैक करके आपके लिए एक डिजिटल ओवुलेशन कैलेंडर बनाता है।
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