Peppermint Oil Benefits In Hindi पुदीना तेल के फायदे आयुर्वेद में औषधी की तरह उपयोग किये जाते हैं। पुदीना का तेल पुदीना पौधे की पत्तियों से प्राप्त किया जाता है। यह मांसपेशियों के दर्द और मौसमी एलर्जी को दूर करने में सहायक होता है। पुदीना के तेल के फायदे स्वास्थ्य के साथ ही आपकी त्वचा और बालों के लिए भी होते हैं। पुदीना के तेल का उपयोग कर पाचन संबंधी समस्याओं, सिर दर्द, तनाव आदि से छुटकारा पा सकते हैं। सौंदर्य उपचार के लिए भी पुदीना का तेल इस्तेमाल किया जाता है इन लाभों में त्वचा को गोरा बनाना, मुंहासों को दूर करना, बालों को स्वस्थ्य रखना, डैंड्रफ को दूर करना, बाल विकास को बढ़ावा देना आदि है। इस आर्टिकल में आप पुदीना के तेल के फायदे और इससे संबंधित जानकारियां प्राप्त करेंगे।
विषय सूची
1. पुदीना का तेल क्या है – Pudina ka tel kya hai in Hindi
2. पुदीना के तेल के फायदे – Peppermint Oil Benefits In Hindi
3. पुदीना के तेल के नुकसान – Pudina ke tel ke Nuksan in Hindi
औषधीय उपयोग के साथ ही पुदीना तेल का उपयोग सौंदर्य उपचार के लिए भी किया जाता है। पुदीना का तेल पेपरमिंट प्लाटं या मेंथा पिपेरिटा (Mentha piperita) की पत्तियों से प्राप्त किया जाता है। यह लाबाइएट (Labiatae) परिवार से संबंधित जड़ी बूटी है। इसका उपयोग अक्सर घरेलू दवाओं के रूप में किया जाता है। इसके अलावा पुदीना के तेल का उपयोग कैप्सूल या पूरक के रूप में भी किया जाता है। आइए जाने पुदीना तेल से प्राप्त होने वाले लाभ कौन से हैं।
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आइये जानते है कि पुदीना का तेल हमारे लिए किस प्रकार से लाभदायक होता हैं।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पुदीने के तेल का उपयोग औषधीय रूप में किया जाता है। हालांकि आप पुदीने के तेल का उपयोग अपने पाचन तंत्र को स्वस्थ्य रखने के लिए कर सकते हैं। पुदीने का तेल अपच को ठीक कर सकता है। आप इसे अपने भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए पेय के रूप में भी सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आप भोजन के बाद 1 गिलास गर्म पानी में 2 से 3 बूंद पुदीना तेल की मिलाएं और पीएं। पुदीना के तेल पकृति में वायुनाशी या कार्मिनेटिव (carminative) होता है यह पेट की खराबी को दूर करने में सहायक होता है। इस तरह से आप पुदीना के तेल का इस्तेमाल अपने पेट को स्वस्थ्य रखने के लिए कर सकते हैं।
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यदि आप सिर दर्द की समस्या से परेशान हैं तो पुदीने के तेल का प्रयोग करें। यह सिर दर्द का प्राकृतिक उपचार करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए आप अपने रूमाल में पुदीना तेल की कुछ बूंदों को छिड़कें या अपने हाथ की कलाई में कुछ तेल को लगाएं। इस तेल की खुशबू आपको सिर दर्द से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकती है। क्योंकि पुदीना के तेल में तनाव को कम करने वाले गुण होते हैं। अक्सर सिर का दर्द तनाव के कारण ही होता है। इसलिए यदि आप सिर दर्द का उपचार करना चाहते हैं तो पुदीने के तेल के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
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पेपरमिंट ऑयल में मेन्थॉल होता है जो श्वसन पथ को साफ कर सकता है। यह एक उत्कृष्ट expectorant है जो सर्दी और खांसी, साइनसाइटिस, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस से तुरंत राहत दिलाता है। आप इसे छाती पर लगाने के लिए उपयोग कर सकते हैं या बंद नाक को ठीक करने के लिए इसे सूंघ सकते हैं।
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यदि आप लंबे समय से तनाव ग्रस्त हैं तो तुरंत ही इसका उपचार करें। क्योंकि तनाव कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण हो सकता है। तनाव से छुटकारा पाने के लिए आप पुदीने के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। पेपरमिंट तेल आपके तनाव और थकान को दूर करने में सहायक होता है। इसके लिए आप पुदीने के तेल को अपने शरीर में लगाएं और फिर स्नान करें। इस तेल के औषधीय गुण त्वचा से होते हुए अंदर जाते हैं और तनाव हार्मोन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इस तरह से तनाव को दूर करने के लिए पुदीने के तेल के लाभ जाने जाते हैं।
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गुप्तांगों में होने वाली खुजली और संक्रमण को हर्पीस कहा जाता है। इस प्रकार की समस्या बहुत ही आम है जिससे महिला और पुरुष दोनो ही प्रभावित होते हैं। इस समस्या का समाधान करने के लिए आप पुदीना तेल का उपयोग कर सकते हैं। पुदीना तेल में मौजूद औषधीय गुण हर्पीज वायरस को नियंत्रित करने और उन्हें फैलने से रोकते हैं। इसके अलावा आप पुदीने तेल का उपयोग त्वचा संबंधी अन्य संक्रमण जैसे दाद आदि का भी प्रभावी इलाज कर सकते हैं।
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आपके दांत आपके शरीर का अहम हिस्सा हैं इसलिए इनको स्वस्थ रखना आवश्यक है। आप पुदीने के तेल से दांतों को स्वस्थ रखने और मुंह की अन्य समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। पुदीना तेल में मौजूद जीवाणुरोधी गुण मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होते हैं। इस तरह से आप अपने दांतों को स्वस्थ रख सकते हैं। पुदीना का तेल मसूड़ों से बहते खून को भी कम कर सकता है।
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पुदीना का तेल आम तौर पर ताज़ा स्वाद के लिए सभी टूथपेस्ट में मिलाया जाता है और यदि यह आपके टूथपेस्ट में नहीं है, तो आप इसे स्वयं मिला सकते हैं। अपने टूथपेस्ट पर पेपरमिंट ऑइल की दो बूंदें डालें और आप बुरी सांस और दांतों की परेशानी से दूर रहें। यह दांतों की देखभाल करने और हानिकारक कीटाणुओं से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है।
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पुदीने का तेल मितली को ठीक करने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है। अपने माथे पर पतले रूप में पेपरमिंट तेल लगायें या मतली के प्रभाव को खत्म करने के लिए इसे साँस द्वारा अंदर लें। पुदीने का तेल एक शीतलन प्रभाव देता है, और इसके एंटी इन्फ्लामेंट्री गुण सर पर लगाने पर माइग्रेन के दर्द को कम करते हैं।
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स्वास्थ्य लाभ दिलाने के साथ ही पुदीना तेल के फायदे त्वचा समस्याओं को दूर रखने के लिए भी जाने जाते हैं। आप सामान्य रूप से त्वचा की देखभाल करने और घरेलू उपचार के रूप में पुदीना तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जाने पुदीने के तेल के फायदे त्वचा के लिए क्या हैं।
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आप अपने दैनिक सौंदर्य उत्पाद में पुदीने के तेल की कुछ बूंदों का उपयोग कर सकते हैं। नियमित रूप से पुदीना तेल की कम मात्रा का उपयोग आपकी त्वचा के निखार को बढ़ा सकता है। यदि आप त्वचा को गोरा बनाने वाले प्रोडक्ट की तलास में हैं तो पुदीने का तेल सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें मौजूद खनिज पदार्थ और विटामिन आपकी त्वचा को गोरा बनाने में सहायक होते हैं। पुदीने के तेल में मेन्थॅाल होता है जिसका प्रभावी शीतलन होता है। उपभोग करने पर पुदीना का तेल सुस्त त्वचा का उपचार करने और इसे गोरा बनाता है। यदि आप भी गोरा चेहरा पाने की इच्छा रखते हैं तो पुदीना के तेल को अपने सोंदर्य उत्पाद में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
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यदि आप मुंहासों से छुटकारा चाहते हैं तो पुदीना तेल एक अच्छा विकल्प हो सकता है। मुंहासे आपकी सुंदरता को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारणों में से एक है। लेकिन यदि आंतरिक और बाहृय रूप से पुदीने के तेल का उपयोग किया जाए तो यह मुंहासों का प्रभावी इलाज कर सकता है। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप बादाम तेल या नारियल तेल में पुदीने तेल की कुछ बूंदे मिलाएं। इस मिश्रण को रूई की सहायता से प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। कुछ दिनों तक नियमित रूप से उपयोग करने पर यह मुंहासों को दूर कर सकता है।
पेपरमिंट तेल अपने प्रभावों को दिखाने के लिए धीमा हो सकता है, लेकिन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसे जड़ से मुँहासे की परेशानी को दूर करने के लिए जाना जाता है। अब आप सोच रहें होंगे कैसे? यह अतिरिक्त तेल के स्राव को नियंत्रित करता है और छिद्रों के बंद होने और मुंहासों के प्रकोप को रोकता है। एक निखरी त्वचा के लिए पुदीना से बने आवश्यक तेल का उपयोग करें!
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आप अन्य जड़ी बूटीयों और प्रभावी तेल के साथ पुदीने के तेल का उपयोग कर अपने चेहरे को साफ कर सकते हैं। इसके लिए आपको 4 बूंदें पुदीने तेल की, 2 बड़े चम्मच जैतून तेल और 3 छोटे चम्मच खाने का नमक चाहिए। आप एक कटोरी में जैतून का तेल और नमक को मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण में आप 4 बूंद पुदीना तेल की मिलाएं। अच्छी तरह से मिलाने के बाद आप अपनी उंगलियों या रूई की सहायता से इसे चेहरे पर लगाएं और हल्की मालिश करें। कुछ देर के बाद आप अपने चेहरे को सादे पानी से धो लें। ऐसा करने से आपके चेहरे की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करता है। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप इस प्रक्रिया को सप्ताह में 2 से 3 बार दोहरा सकते हैं।
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ऐसा नहीं है कि पुदीना तेल के फायदे केवल स्वास्थ्य और त्वचा के लिए ही होते हैं। पुदीना तेल के लाभ बालों के लिए भी जाने जाते हैं। यदि आप अपने बालों को स्वस्थ्य और सुंदर रखना चाहते हैं तो पुदीने के तेल का उपयोग करें। आइए जाने पुदीना तेल के फायदे बालों के लिए क्या हैं।
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उम्र बढ़ने के साथ ही आपके बाल कमजोर होने लगते हैं। इस कारण अधिकांश महिला और पुरुष बालों के झड़ने की समस्या से परेशान रहते हैं। लेकिन यदि आप अपने बालों का उचित विकास चाहते हैं तो पुदीने के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। पुदीने तेल के उत्तेजक गुण आपके सिर की ऊपरी त्वचा में मौजूद संक्रमण को दूर करने में सहायक होता है। इसके अलावा आप पुदीने के तेल के पोषक तत्व सिर की ऊपरी त्वचा में अंदर तक प्रवेश कर बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। नियमित रूप से उपयोग करने पर यह सिर में रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है। उचित रक्त परिसंचरण बालों को उपयुक्त पोषक तत्व उपलब्ध कराने में सहायक होता हे।
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पुदीने का तेल बालों और स्कैल्प को हाइड्रेट रखने में सहायक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस तेल में उच्च मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं। आप भी अपने स्कैल्प संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने किसी भी मनपसंद वाहक तेल जैसे बादाम, जैतून या नारियल तेल के साथ मिलाकर अपने बालों में लगा सकते हैं। इसके लिए आप नहाने के पहले इस तेल को बालों में लगाएं। इसके अलावा आप रात में सोने से पहले भी इस तेल को अपने बालों में लगा सकते हैं। तेल लगाने के बाद आप अपने बालों को तौलिया या शावर कैप से ढक कर सो जाएं। यह आपके बालों को अच्छी तरह से मॉइस्चराइज करने में मदद करता है।
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औषधीय गुण होने के कारण पुदीना तेल के फायदे होने के साथ ही कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
इसलिए पुदीना तेल का बहुत ही कम मात्रा में उपयोग करना चाहिए।
कम मात्रा में पुदीने के तेल का उपयोग करना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ ही लोगों में इससे एलर्जी हो सकती है। खुजली या लालिमा जैसी हल्की त्वचा में जलन हो सकती है। उपयोग करने से पहले यह पता लगाने के लिए पैच टेस्ट करें कि क्या आप इस आवश्यक तेल के प्रति संवेदनशील हैं।
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